यह जीवन है: अदिति-अनुराग को कौनसी मुसीबत झेलनी पड़ी- भाग 3

देखतेदेखते 2 वर्ष बीत गए और अदिति अपनी टीचर की भूमिका में अच्छी तरह ढल गई थी. जब कभी वह सुबहसुबह दौड़ लगाती अपनी बस की तरफ तो सोसाइटी में चलतेफिरते लोग पूछ ही लेते ‘‘आप टीचर हैं क्या किसी स्कूल में?’’

पर अब अदिति मुसकरा कर बोलती, ‘‘जी, तभी तो सुबहसवेरे का सूर्य देखना का मु झे समय नहीं मिलता है.’’

स्कूल अब स्कूल नहीं है उस का दूसरा घर हो गया है. उस की परी भी उस के साथ ही स्कूल जाती है और आती है. औरों की तरह उसे परी की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं रहती है. जब उस के पढ़ाई हुए विद्यार्थी उस से मिलने आते हैं तो वह गर्व से भर उठती है. वह टीचर ही तो है, जिंदगी से भरपूर क्योंकि हर वर्ष नए विद्यार्थियों के साथ उस की उम्र साल दर साल बढ़ती नहीं घटती जाती है.

उधर अनुराग भी बहुत खुश था, परी के जन्म के समय से ही उस की प्रोमोशन  लगभग निश्चित थी पर किसी न किसी कारण से वह टलती ही जा रही थी. आज उस के हाथ में प्रोमोशन लैटर था. पूरे 20 हजार की बढ़ोतरी और औफिस की तरफ से कार भी मिल गई. इधर अदिति के साथ परी के आनेजाने से डे केयर का खर्चा भी बच रहा था.

अनुराग ने मन ही मन निश्चिय कर लिया कि इस बार विवाह की वर्षगांठ पर वह और अदिति गोवा जाएंगे. वह सबकुछ पता कर चुका था, पूरे 60 हजार में पूरा पैकेज हो रहा था. अनुराग ने घर पहुंच कर ऐलान किया कि वे आज डिनर बाहर करेंगे और वह अदिति को उस की मनपसंद शौपिंग भी कराना चाहता है.

अदिति आज बहुत दिनों बाद खिलखिला रही थी और परी भी एकदम आसमान से उतरी हुई परी लग रही थी. अदिति की वर्षों से एक प्योर शिफौन साड़ी की तम्मना थी. जब दुकानदार ने साड़ी दिखानी शुरू कीं, तो अदिति मूल्य सुन कर बोली, ‘‘अनुराग कहीं और से लेते हैं.’’

तब अनुराग ने अपना प्रोमोशन लैटर दिखाया और बोला, ‘‘इतना तो मैं अब कर सकता हूं.’’

डिनर के समय अनुराग अदिति का हाथ पकड़ कर बोला, ‘‘अदिति बस 1-2 साल की तपस्या और है, फिर मैं अपनी कंपनी में डाइरैक्टर के ओहदे पर पहुंच जाऊंगा.’’

दोनों शायद आज काफी समय बाद घोड़े बेच कर सोए थे. दोनों ने ही आज छुट्टी कर रखी थी. दोनों ही इन लमहों को जी भर कर जीना चाहते थे.

आज अदिति अनुराग से कुछ और भी बात करना चाहती थी. वह अब परी के लिए एक भाई या बहन लाना चाहती थी. इस से पहले कि वह अनुराग से इस बारे में बात करती, उस ने उस के मुंह पर हाथ रख कर कहा, ‘‘जानता हूं पर इस के लिए प्यार भी जरूरी है,’’ और फिर दोनों प्यार में सराबोर हो गए.’’

1 माह पश्चात अदिति के हाथ में अपनी प्रैगनैंसी रिपोर्ट थी जो पौजिटिव थी. वे बहुत खुश थे. उस ने तय कर लिया था, इस बार वे अपने बच्चे के साथ पूरा समय बिताएगी और जब दोनों ही बच्चे थोड़े सम झदार हो जाएंगे तभी अपने काम के बारे में सोचेगी. अनुराग भी उस की बात से सहमत था. अब अनुराग भी थोड़ा निश्चित हो गया था क्योंकि अब उस की अगले वर्ष प्रोमोशन तय थी.

रविवार की ऐसी ही कुनकुनी दोपहरी में दोनों पक्षियों की तरह गुटरगूं कर रहे थे. तभी फोन की घंटी बजी. उधर से अनुराग की मां घबराई सी बोल रही थीं, ‘‘अनुराग के ?झ को हार्ट अटैक आ गया है और उन्हें हौस्पिटल में एडमिट कर लिया गया है.’’

वहां पहुंच कर पता चला 20 लाख का पूरा खर्च है. अनुराग ने दफ्तर से अपनी तनख्वाह से एडवांस लिया, हिसाब लगाने पर उसे अनुमान हो गया था कि उस की पूरी तनख्वाह बस अब इन किस्तों में ही निकल जाएगी, फिर से कुछ वर्षों तक.

घर पहुंच कर जब उस ने अदिति को सारी बात से अवगत कराया तो वह बोली, ‘‘कोई बात नहीं अनुराग, मैं हूं न, हम मिल कर सब संभाल लेंगे.’’

हालांकि मन ही मन वह खुद भी परेशान थी. पर यह दोनों को ही सम झ आ गया था कि यही जीवन है, फिर चाहे हंस कर गुजारो या रो कर आप की मरजी है.

अनुराग अपनी मां के  साथ हौस्पिटल के गलियारे में चहलकदमी कर रहा था. अदिति को प्रसवपीड़ा शुरू हो गई थी. आधे घंटे पश्चात नर्स उन के बेटे को ले कर आई. उसे हाथों में ले कर अनुराग की आंखों में आंसू आ गए.

फिर से 3 माह पश्चात अदिति अपने युवराज को घर छोड़ कर स्कूल जा रही हैं, पर आज वह घबरा नहीं रही है क्योंकि अब अनुराग के मां और पापा उन के साथ ही रह रहे हैं. उधर अदिति के मांपापा ने बच्चों की देखभाल और घर की देखरेख के लिए कुछ समय के लिए अपनी नौकरानी उन के घर भेज दी. जिंदगी बहुत आसान नहीं थी पर मुश्किल भी नहीं थी.

इस बार विवाह की वर्षगांठ पर अनुराग फिर से अदिति को गोवा ले जाना चाहता था और उसे पूरी उम्मीद थी कि इस बार अदिति का वह सपना पूरा कर पाएगा. रास्तों पर चलते हुए वे जीवन के इस सफर को शायद हंसतेखिलखिलाते पूरा कर ही लेंगे.

मेरी दोस्त की बहन गलत रास्ते पर जा रही है, क्या मुझे अपने दोस्त को इस बारे में बताना सही होगा?

सवाल

मेरा एक दोस्त है जिस की बहन मेरे ही कालेज में पढ़ती है. मेरे दोस्त ने मुझ से कहा था कि मैं उस की बहन पर नजर रखूं और उसे अपनी बहन जैसा ही मानूं. मैं ने ऐसा ही किया और मैं अपने दोस्त की बहन को अपनी छोटी बहन जैसा ही समझता हूं. कालेज का नया टर्म शुरू हुआ तो मैं ने जाना कि दोस्त की बहन कुछ बिगड़े हुए लड़कों से दोस्ती रखती है जो सही नहीं है, मैं ने उसे समझाया भी कि वे लड़के सही नहीं हैं लेकिन उस ने मेरी बात नहीं मानी. अब मैं सोच रहा हूं अपने दोस्त यानी उस के भाई को इस बारे में बता दूं पर ऐसा करना सही होगा या नहीं, यह समझ नहीं पा रहा.

जवाब

आप ने एक भाई होने के नाते दोस्त की बहन को समझा दिया, अच्छा किया. लेकिन आप की यह बात कि आप यह बात उस के भाई से भी कहेंगे, सही नहीं है. आप खुद सोचिए वह बालिग है और यह उस की जिंदगी और उस का फैसला है कि वह किस से बात करना चाहती है और किस से नहीं. आप किसी की लाइफ में इतना दखल तो नहीं दे सकते. कम से कम दोस्त चुनना तो हमारी खुद की मरजी होनी चाहिए. आप खुद को उस की जगह  रख कर देखिए तो शायद आप को समझ आए. एक दोस्त या भाई के तौर पर नजर रखने की कोई तुक नहीं बनती, और फिर आप तो जासूसों जैसी बातें कर रहे हैं. वे उस के दोस्त हैं और शायद वह इतना जानतीसमझती तो होगी कि दोस्त किसे बनाना चाहिए.

Anupama latest update : डिम्पल की हालत देखकर अनुपमा और अनुज को लगा सदमा

स्टार प्लस के शो “अनुपमा” ने इन दिनों लोगों के दिलों-दिमाग पे जबरदस्त छाप छोड़ी है. शो को टीआरपी लिस्ट में नंबर वन बनाने के लिए मेकर्स ने अनुपमा और अनुज की ज़िंदगी से नई कहानी जोड़ दी है. जिसने फैंस को भी हैरान कर दिया है. बीते दिनों अनुपमा में दिखाया गया था डिम्पल  और निमित को बचाने के लिए अनुपमा और अनुज गुंडों से भिड़ गए और झमकर धुलाई भी की. लेकिन जिस वक्त अनुपमा और अनुज दोनों को कार की ओर ला रहे होते है उसी वक्त गुंडों ने उनपर हमला हर देते है और दोनों बेहोस होकर गिर जाते है. लेकिन अभी शो में ट्विस्ट खतम नहीं होता है.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rups (@rupaliganguly)

होश में आते ही डिम्पल को ढूँढेंगे अनुपमा और अनुज

अनुपमा में आगे दिखाया जायगा की अनुपमा को होश आता है और वह किसी तरह से अनुज को जागाती है. दोनों होश में आने के बाद खड़े होने की कोशिश करते है और तुरंत उन्हे डिमपी और निमित की याद आती है. निमित तो कार में रहता है पर डिमपी नजर नहीं आती है उसी की तलाश में अनुज और अनुपमा लग जाते है.

बलात्कार का शिकार होगी डिम्पल

अनुपमा डिम्पल को ढूंढते हुए सड़क पर आगे बढ़ती है, लेकिन वहाँ उसकी हालत देख अनुपमा और अनुज की चीख निकाल पड़ती है. और अनुपमा फूट फूट कर रोने लगती है वही अनुज चीखता है की कोई लड़की समाज में सुरक्षित क्यू नहीं रह सकती है. दरअसल डिम्पल बलात्कार का शिकार हो जाती है. जिसे किसी तरह से अनुज और अनुपमा अस्पताल लेकर पहुचते है. वही अनुज तुरंत पुलिस को जानकारी देता है.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rups (@rupaliganguly)

वनराज के हाथ से खाने का डिब्बा छिनेगी “बा”

शा हाउस में पूरा परिवार एक साथ नाश्ता कर रहा है. इसी बीच वनराज टिफ़िन पैक करके पाखी को देने जाने लगता है. लेकिन तभी बा सहित बाकी घरवाले उसे रोक लेते है,बा कहती है इस घर से पाखी के लिए कुछ नहीं जायगा अगर हम ऐसे ही उसकी मदद करते रहेंगे तो वह कुछ नहीं सीखेगी. बा गुस्से में वनराज के हाथ से टिफ़िन भी छीन लेती है

क्या यही प्यार है

सुबह का आगाज होते ही ग्वालियर के निंबाजी की तंग गलियों में 20 जुलाई, 2022 को पुलिस सायरन की आवाज सुन कर लोग चौंक

गए. वे अपनेअपने घरों से निकल आए. देखते ही देखते घनी आबादी वाले इलाके में स्थित भंवर सिंह के घर के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई. वहां कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे. भंवर सिंह की कुंवारी बेटी किरण की हत्या के बारे में सुन कर लोग सन्न रह गए थे. इस का उन्हें जरा भी विश्वास ही नहीं हो रहा था.

इस तरह की वारदात उन के इलाके में हुई, यह जान कर लोग आक्रोशित भी हो गए. हालांकि वे अपने गुस्से को दबाए हुए आपस में तरहतरह की बातें कर उस बारे में विस्तार से जानने की कोशिश कर रहे थे.

इस वारदात की सूचना पौ फटते ही जनकगंज थाने के एसएचओ आलोक परिहार को घर वालों ने ही दी थी. बिना देरी किए वह पुलिस टीम के साथ मौकाएवारदात पर पहुंच गए थे. पुलिस ने घटनास्थल और लाश का बारीकी से निरीक्षण किया. पाया कि मृतका किरण की हत्या हरे रंग के गमछे से गला घोट कर की गई थी.

गला घोटे जाने का निशान गले पर साफ नजर आ रहा था. किरण की लाश बैठक में फर्श पर पड़ी थी और उस के गले में गमछे का फंदा भी कसा था. किरण की उम्र करीब 20-21 साल के आसपास थी. वहीं टेबल पर प्लेट में नमकीन, बिसकुट और चाय रखी थी.

इस से पुलिस ने अनुमान लगाया कि हत्यारे से मृतका के मधुर संबंध रहे होंगे. तभी उस की आवभगत हुई होगी. किरण का घर जिस गली में था, वह काफी संकरी थी. सभी के घर एकदूसरे से जुड़े हुए थे. यदि किरण मदद के लिए शोर मचाती तो घर में मौजूद उस की बड़ी बहन की बेटी सोनिया और पासपड़ोस में रहने वाले लोग अवश्य उस की मदद के लिए दौड़ पड़ते.

एसएचओ आलोक परिहार ने इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के सिलसिले में कई बिंदुओं पर गौर किया. जैसे, घर का सारा कीमती सामान सुरक्षित था. अलमारियों में ताले जस के तस लगे थे. घर में लूटपाट का कहीं कोई निशान नजर नहीं आ रहा था.

इस से यह बात स्पष्ट था कि हत्या लूटपाट के लिए कतई नहीं की गई थी. इन्हीं वजहों से पुलिस का ध्यान करीबी लोगों पर गया. पुलिस ने मृतक के पड़ोसी के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच शुरू की.

सीसीटीवी फुटेज में एक युवक मुंह पर गमछा बांधे भंवर सिंह के घर में दाखिल होता दिखाई दिया. वही जब 15 मिनट बाद घर से वापस बाहर निकला, तब उस के मुंह पर गमछा नहीं बंधा था. उस का चेहरा स्पष्ट दिखाई दिया. एसएचओ परिहार ने इसे भंवर सिंह को दिखा कर उस युवक के बारे में पूछा. भंवर सिंह ने उसे पहचान लिया और उस का नाम मुकुल बताया.

लाश के गले से लिपटा गमछा वही था, जो मुकुल ले कर घर में घुसा था. इस के अलावा कोई और सबूत नहीं मिला. फोरैंसिक एक्सपर्ट ने भी घटनास्थल और लाश का बारीकी से निरीक्षण किया. प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद पुलिस ने लाश पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दी.

उस वक्त एसएचओ ने किरण के परिजनों को दहाड़ मार कर रोते पाया. उन में एक बूढ़ी महिला और दूसरी लड़की की आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे. बूढ़ी महिला किरण की नानी और मृतका की हमउम्र युवती उस की मौसी की बेटी सोनिया थी. एसएचओ ने उन्हें ढांढस बंधाया और उन से किरण के जानने वालों के बारे में पूछा.

किरण की मौत के बारे में सब से पहले घर में मौजूद सोनिया सिहोते को पता चला था. उस ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन वह और उस की मौसी किरण सिंघानिया अपने नाना के घर पर थी. रोज की तरह सुबह होने से पहले नानानानी 4 बजे अपनी ड्यूटी पर चले गए थे. वे नगरनिगम में काम करते हैं.

उसी दौरान सुबह साढ़े 5 बजे के करीब किसी ने डोरबैल बजाई थी. घंटी बजने की आवाज सुन जब उस ने खिड़की का एक पल्ला खोल कर बाहर झांका तो विकास मौसा के छोटे भाई मुकुल धौलपुरिया को घर के दरवाजे पर खड़ा पाया.

इस बारे में उस ने मौसी किरण को बताया. मौसी ने उन्हें भीतर बुला कर ड्राइंगरूम में बैठाने के लिए कहा. उस के बाद वह मुकुल मौसा के लिए चाय नाश्ता लेने किचन में चली गई. मौसी चायनाश्ता टेबल पर रख कर मुकुल मौसा से बातचीत करने लगी और वह किचन में साफसफाई करने चली गई गई.

थोड़ी देर बाद किचन की साफसफाई कर वह घर के बाहर आई. उस ने देखा कि मुकुल बाहर से ड्राइंगरूम की कुंडी लगा कर झूला चौक की तरफ तेज कदमों से चले जा रहे हैं.

फिर उस ने ड्राइंगरूम की कुंडी खोली. वहां का दृश्य देख कर वह डर गई. कमरे में उस की किरण मौसी जमीन पर बेहोश पड़ी थी. उस ने मौसी को पुकारा, हिलायाडुलाया. लेकिन उस ने कोई हरकत नहीं की.

उस ने देखा कि किरण मौसी के गले में वही हरे रंग का गमछा कसा हुआ था, जो उस ने सुबह के वक्त मुकुल के गले में लिपटा देखा था. सोनिया ने बताया कि तुरंत किरण मौसी को आटोरिक्शा से अस्पताल ले गई. डाक्टर ने नब्ज देखते ही उसे मृत बता दिया.

फिर तो वह और घबरा गई. उस ने तुरंत पुलिस को काल कर दी. सोनिया ने मौसी के मर जाने की सूचना नानानानी को भी फोन कर दे दी और उन्हें जल्द घर आने को कहा.

खबर सुन कर नानानानी उलटे पैर वापस घर आ गए. नानी किरण की हालत देख कर रोनेचिल्लाने लगी. नाना की आंखों में भी आंसू आ गए. उन के रोनेचिल्लाने की आवाज सुन कर पासपड़ोस के कुछ लोग वहां आ गए.

किरण के बारे में छोटी से छोटी जानकारी जुटा कर एसएचओ आलोक परिहार थाने लौट आए. उन्होंने मृतका की बड़ी बहन की बेटी सोनिया की तहरीर पर अज्ञात हत्यारे के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया.

इस मामले की जांच एसएचओ परिहार ने अपने हाथों में ले ली. भंवर सिंह और सोनिया से मिली जानकारी के आधार पर घटनास्थल की स्थिति से इतना तो स्पष्ट हो चुका था कि किरण की हत्या में किसी जानने वाले का ही हाथ है.

सोनिया से मिली जानकारी के मुताबिक मुकुल ही मामले का मुख्य दोषी था. परिहार ने देर किए बगैर उसे दबोच लिया. वह आसानी से मिल गया. फिर उसे सबूत के तौर सीसीटीवी फुटेज और बरामद गमछे को दिखा कर सख्ती से पूछताछ की गई.

उस ने जल्द ही अपना जुर्म कुबूल कर लिया. और फिर इस हत्याकांड की

जो कहानी सामने आई, वह काफी दिलचस्प थी.

किरण जवानी की दहलीज पर खड़ी थी और मुकुल भी जवान हो चुका था. दोनों रिश्तेदार थे. उन के रिश्ते अगर काफी दूर के नहीं थे तो पास के भी नहीं थे. मुकुल किरण की बड़ी बहन का देवर था. इस कारण उस का बड़े भैया के साथ उन की सुसराल आनाजाना लगा रहता था.

इस लिहाज से किरण और मुकुल के बीच मजाक का रिश्ता था. किरण बड़े भाई की साली थी. इस लिहाज से वह उस की भी साली थी. दोनों हमउम्र थे. एक तरफ किरण की चढ़ती जवानी थी, दूसरी तरफ मुकुल का बांकपन और मदमस्ती की छेड़छाड़ वाली आदतें थीं.

फिर भी किरण ने न तो मुकुल को नजर भर कर देखा था और न ही मुकुल ने किरण को, जबकि उन के बीते सालों की जानपहचान थी.

बात बीते साल की है. एक दिन मुकुल जब भैया की ससुराल आया था, तब किरण घर में अकेली थी. किरण उसे अपने ड्राइंगरूम में बिठा कर खुद रसोई में चली गई. किंतु उस रोज मुकुल की नजर रसोई में जाती किरण की मदमस्त चाल पर पड़ी.

उस से रहा नहीं गया और बोल पड़ा, ‘‘हाय सैक्सी, तू चीज बड़ी है मस्तमस्त…’’

गाने की यह लाइन किरण के कानों तक पहुंची. वह पीछे मुड़ कर मुसकराई और फिर तेज कदमों से कमर मटकाती हुई चली गई. उस रोज मुकुल उसे देखता ही रह गया.

थोड़ी देर में किरण चाय और प्लेट में नमकीन बिसकुट ले कर आ गई. मुकुल के सामने के स्टूल पर रख कर फिर वापस जाने लगी. तभी मुकुल ने उस का हाथ पकड़ लिया और अपनी ओर खींचते हुए बैठने को कहा. लेकिन किरण पानी लाने के बहाने हाथ छुड़ा कर दोबारा किचन में चली गई.

उस रोज पहली बार मुकुल ने किरण की देह पर गहरी नजर डाली थी और उसे घर में अकेला पा कर छेड़ने के मूड में था. इस का असर किरण के मन पर भी हुआ, लेकिन उस के दिल की धड़कनें बढ़ गईं. उस ने शर्म और रिश्ते की मानमर्यादा को बनाए रखा.

किरण ने मुकुल से आने का कारण पूछा. बड़ी बहन का समाचार लिया और मुकुल के साथ ड्राइंगरूम में समय गुजारते हुए औपचारिक बातें कीं.

कुछ दिनों बाद ही मुकुल फिर किरण से मिला. इस बार उस की मुलाकात घर पर नहीं, भीड़भाड़ वाले बाजार में हुई. छूटते ही उस ने किरण की तारीफ में कहा, ‘‘आज तो तुम इस ड्रेस में और भी सैक्सी लग रही हो.’’

किरण केवल मुसकरा कर रह गई. सिर झुकाते हुए बोली, ‘‘बाजार में ऐसी बातें करना ठीक नहीं है.’’

‘‘तो चलें किसी एकांत जगह में?’’ मुकुल तपाक से बोला.

‘‘…अरे नहींनहीं. मुझे जल्द घर जाना है. अपना कुछ सामान खरीदने बाजार आई थी.’’ किरण बोली.

‘‘ऐसा करो, तुम अपना मोबाइल नंबर बताओ,’’ मुकुल ने कहा.

‘‘लिखो 97…’’

‘‘अरे! 9 नंबर ही हुए.’’ मुकुल बोला.

‘‘अंत में 7 नहीं डाला क्या?’’ किरण बोली.

‘‘अच्छाअच्छा… लो, 7 डाल दिया. अब काल करता हूं. मेरे नंबर को सेव कर लेना. रात को काल करूंगा.’’ मुकुल लगातार बोलता चला गया.

किरण के मोबाइल पर मुकुल की मिस्ड काल आ गई. किरण देखते हुए बोली, ‘‘हां, आ गया नंबर. तुम्हारे नंबर के अंत में भी 37 है…’’

‘‘अब तुम्हीं बताओ हमारेतुम्हारे बीच कितनी समानता है,’’ मुकुल के इस तर्क पर किरण ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. चुपचाप वहां से चली गई.

किरण अपने परिवार, संस्कार और समाज के रीतिरिवाज में बंधी थी. उम्र 22 की हो चुकी थी. दिलदिमाग में उस के कई रंगीन सपने थे. उन में मनपसंद जीवनसाथी का भी था. लेकिन वह किस रूप में मिलने वाला था पता नहीं था.

दूसरी तरफ जब से मुकुल ने किरण की कमसिन जवानी को भरी नजर से देखा था, उसे पाने के लिए बेचैन हो गया था. उस का मन उस से हटता ही नहीं था. वह बड़े भाई की साली थी. उस से मिलनाजुलना आसानी से हो जाता था. किरण की खूबसूरती ने मुकुल का मन कुछ इस तरह मोह लिया था कि वह उसे पाने के लिए लालायित हो उठा था. एक दिन हसरत भरी नजरों से देखने पर किरण ने मुकुल का ध्यान तोड़ते हुए कहा, ‘‘ऐसे क्या देख रहे हो मुकुल, क्या कोई खास बात है?’’

मुकुल को लगा, जैसे उस की चोरी पकड़ी गई हो. वह झेंपते हुए बोला, ‘‘न..नहीं. यूं ही… कुछ भी तो नहीं…’’

‘‘कुछ बात तो जरूर है,’’ इस बार किरण ने उसे छेड़ा था.

‘‘बात तो है जरूर,’’ मुकुल बोला.

‘‘जरा मैं भी तो सुनूं,’’ किरण दोबारा मजाकिया अंदाज में बोली.

‘‘आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो. बहुत सजीधजी हो. कहीं जाने वाली हो क्या?’’ मुकुल बोला.

‘‘कुछ दिन पहले मैं सैक्सी दिखती थी, आज सिर्फ सुंदर दिख रही हूं?’’ किरण बिंदास हो कर चहकती हुई बोल पड़ी.

‘‘ऐसी बात नहीं है, तुम बहुत सैक्सी हो. दिन पर दिन और सैक्सी होती जा रही हो.’’

‘‘सो तो हूं ही.’’ किरण थोड़ा शरमाई.

वैसे किरण दूसरी लड़कियों की तरह झिझकती नहीं थी. जिस से खुल जाती थी, तो बस पूछिए मत, उस से दिल खोल कर बातें करती थी. पिछले कुछ हफ्तों से किरण मुकुल के साथ काफी खुल गई थी.

उस ने बताया कि वह अपनी सहेली के बर्थडे में जा रही है. और फिर इठलाती हुई वहां से चली गई. मुकुल उसे तब तक टकटकी लगाए निहारता रहा, जब तक कि वह उस की नजरों से ओझल नहीं हो गई.

उस दिन मुकुल ने पहली बार किरण को इस तरह खुल कर बातें करते हुए देखा था.  किरण आंखों के रास्ते उस के दिल में उतर गई थी. किरण की बातें और अदाओं ने मुकुल के दिल में हचलच मचा रखी थी.

मुकुल घर पहुंचते ही सीधा अपनी भाभी के पास गया. भाभी यानी किरण की बड़ी बहन से अपने दिल की बात कह डाली. मुकुल ने बड़ी हिम्मत कर अपनी भाभी से किरण के साथ शादी की बात चलाई. उस ने कहा कि वह किरण को बहुत चाहता है. किरण भी उस से प्यार करती है. यह सुनते ही किरण की बड़ी बहन मुकुल पर बरस पड़ी.

तिलमिलाती हुई नाराजगी के साथ डांट लगाई, ‘‘कमाताधमाता एक धेला नहीं है और सपने देख रहा है मेरी छोटी बहन से शादी करने के. पहले कमाने की सोच, उस के बाद शादी करने की बात मुझ से करना. …और किरण को तो तुम भूल ही जाओ…’’

मुकुल बेरोजगार था. वह भाभी की बातों पर चुप रहा. उस समय उन से किरण को ले कर बहस करना सही नहीं समझा. दूसरी तरफ किरण के दिलोदिमाग में मुकुल रच बस गया था.

प्यार के अंकुर फूट चुके थे. प्यार की खुशबू उसे भी बेचैन किए जा रही थी, लेकिन वह भी परिवार की मर्यादाओं से बंधी हुई थी. दोनों मन ही मन एकदूसरे को चाहने लगे थे.

मुकुल की भाभी ने किरण को भी जबरदस्त डांट पिलाई. उसे डांटते हुए कहा कि बेरोजगार और दिन भर आवारागर्दी करते घूमने वाले मुकुल से शादी कर वह अपना जीवन क्यों बरबाद करना चाह रही है.

साथ ही उस ने किरण को हिदायत भी दी कि आइंदा मुकुल का नाम तक जुबां पर नहीं लाए. उस से दूर रहे. यहां तक कि उस के घर से बाहर जाने और मुकुल से मिलने तक पर नाना से कह कर पाबंदी लगवा दी.

किरण की बड़ी बहन नहीं चाहती थी कि उस की छोटी बहन की शादी उस के देवर से हो. किरण मन मसोस कर रह गई. किरण को तो परिजनों की पाबंदी से कोई खास फर्क नहीं पड़ा, उस ने अपने दिल को तसल्ली दे दी कि उसे परिवार वालों की पसंद के लड़के के साथ ही शादी करना पड़ेगी. किंतु मुकुल किरण को पाने के बेचैन रहने लगा.

किरण से मिलने की पाबंदी लगने के बाद मुकुल उस के घर चोरीछिपे जाने लगा. वह किरण के पास तभी जाता था, जब वह घर में अकेली होती. इस बारे में वे पहले मोबाइल से बातें कर लेते थे. इस के लिए सुबह 4 बजे का समय सब से सही था.

मुकुल 20 जुलाई, 2022 की सुबह किरण के घर तब गया था, जब उस के नाना और घर के दूसरे सदस्य नहीं हों. किंतु उसे इस का पता नहीं था, उस दिन उस की भतीजी सोनिया वहां आई हुई थी.

किरण मुकुल को ड्राइंग रूम में बैठा कर साथसाथ चाय पीने लगी. इसी दौरान मुकुल ने किरण से सैक्स करने की इच्छा जताई. किंतु किरण ने इंकार कर दिया. फिर मुकुल छेड़छाड़ करने लगा. उस के अंगों को छूने छेड़ने लगा. किरण उस का विरोध जताने लगी.

जबकि मुकुल के दिमाग पर सैक्स का फितूर सवार था. वह उस से हर हाल में सैक्स करना चाहता था. इसी क्रम में मुकुल ने उस से कहा कि वह एक न एक दिन तो उस से शादी करेगा ही.

इस पर जैसे ही किरण ने कहा, ‘‘कतई नहीं.’’

मुकुल सैक्स की जद में पागल जैसा हो गया. उस ने अपने गले का गमछा किरण के गले में डाल दिया. दोनों हाथों से गमछे को कसता रहा और उस से शादी करने की बात कुबूल करवाने की जिद करता रहा.

उस वक्त वह इस बात से एकदम अनजान था कि किरण की गला दबने से मौत हो चुकी है. वह अपना होशोहवास खो बैठा था.

किरण की सांस बंद होने पर वह घबरा गया और उसी घबराहट में गमछा लिए बगैर ही वहां से फरार हो गया. जाने से पहले उस ने ड्राइंगरूम के दरवाजे की बाहर से कुंडी लगा दी. मुकुल एक पल गंवाए बगैर वहां से निकल भागा. जबकि पुलिस उसी रोज मुकुल का नाम आते ही उसे पकड़ने का अपना जाल बिछा चुकी थी. पूरे शहर और वहां से बाहर जाने वाले रास्ते, रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डे पर मुखबिरों को लगा दिया गया था.

एसएचओ आलोक परिहार को मुखबिर से मिली सूचना के बाद मुकुल मुरैना रेलवे स्टेशन पर खड़ा मिल गया था. वहां वह ट्रेन के आने का इंतजार कर रहा था. पुलिस ने उसे तत्काल हिरासत में ले लिया. थाने ला कर उस से पूछताछ की गई. उस के द्वारा किरण की हत्या करने का जुर्म कुबूल करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर दिया. वहां से उसे जेल भेज दिया गया.

पत्नी चारु असोपा के साथ रिश्तों को लेकर राजीव सेन किया ये खुलासा

बॉलीवुड ऐक्ट्रिस सुष्मिता सेन के भाई राजीव सेन और उनकी पत्नी चारु असोपा अपनी शादी को लेकर काफी दिनों से सुर्खियों मे है. अपनी शादी को बचाने की कोशिश में आगे पीछे होने के बाद, चारु असोपा और राजीव सेन ने हाल ही में खुलासा किया था कि उन्होंने अलग होने का फैसला किया है. दूसरी ओर चारु ने राजीव पर धोखा देने का आरोप लगाया, वही राजीव ने उनके आरोपों का जवाब देते हुए कहा की वह संशोधन करने के लिए तैयार है. अपने नए ब्लॉग में राजीव ने खुलासा किया की वो अपनी पत्नी चारु के साथ संपर्क में है और उनके साथ अच्छा व्यवहार करने की कोशिश कर रहे है.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rajeev Sen (@rajeevsen9)

तलाक की बात चल रही थी:

तलाक की बातों के बीच राजीव सेन ने खुलासा किया है कि वह अपनी अलग रह रही पत्नी चारु असोपा के संपर्क में है और उन्होंने प्रशंसकों को रिश्ते के बारे में सलाह भी दी. प्रशंसकों के सवालों का जवाब देते हुए, राजीव ने कहा की अपनी ओर से, वह उसे यह महसूस कराने के लिए कुछ व्हाट्सप्प संदेश भेज रहे है की वह उसके लिए है, भले ही वो शारीरिक रूप से एक दूसरे के साथ नहीं है, वह यह भी बाताना चाहते है की उनकी बेटी जियाना ठीक हो.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rajeev Sen (@rajeevsen9)

मीडिया पे लगाया अरोप:

राजीव ने कहा की मीडिया में उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाने के बावजूद वह उन्हे सकारात्मक रहने के लिए बोलते है, उन्होंने लोगों से यह भी अनुरोध किया की अगर उन्हे इसकी आवश्यकता है तो उन्हे पूरा प्यार और सहानुभूति दे और उन्हे यह महसूस करने दे की दुनिया उनके लिए है. उन्होंने कहा की एक बार जब वह मुंबई में होंगे, तो निश्चित रूप से अपनी बेटी के साथ समय बिताएंगे.

उन्होंने आगे प्रशासकों को रिश्तों के बारे में सलाह देते हुए कहा की सिक्के के हमेशा दो पहलू होते है और अगर कोई समस्या बनी रहती है तो अपने भागीदारों से बात करने की जरूरत है. उन्होंने कहा की चर्चा केवल दोनों के बीच होनी चाहिए और उनके मुद्दे जनता के लिए नहीं है.आप अपने परिवार के साथ इस पर चर्चा कर सकते, लेकिन तभी जब आप सहज हो. हर रिश्ते में इसे सफल बनाने या आगे बढ़ने का एकमात्र तारीका अपनी समस्याओ पर चर्चा करना और एक दूसरे के मुद्दे को संबोधित करना है. एक दूसरे को समझना महत्वपूर्ण है

गरम लोहा: बबीता ने क्यों ली पति व बच्चों के साथ कहीं न जाने की प्रतिज्ञा?

मेरे पति नियमित सेक्स चाहते हैं जबकि घर की देखभाल से मैं बेहद थक जाती हूं, क्या करूं?

सवाल-

मैं 23 साल की महिला हूं. मेरा डेढ़ साल का एक बच्चा है. शादी के बाद से ही पति मेरे साथ सेक्स संबंध को ले कर संतुष्ट नहीं रहते हैं. वे नियमित सेक्स करना चाहते हैं जबकि घर और बच्चे की देखभाल से मैं बेहद थक जाती हूं और रात में जल्द ही मुझे नींद आ जाती है. पति मुझे बहुत प्यार करते हैं, इसलिए मैं उन्हें नाराज भी नहीं देख सकती. कृपया बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

बच्चे पैदा होने के बाद सेक्स संबंध को ले कर महिलाएं आमतौर पर उदासीन हो जाती हैं, जबकि बच्चों की परवरिश के साथ-साथ पति के साथ सेक्स संबंध दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाता है.

इस में कोई दोराय नहीं कि एक गृहिणी घर और बच्चों की देखभाल में इतनी व्यस्त रहती है कि खुद के लिए भी समय नहीं निकाल पाती. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि आप घर के कामों को पति के साथ बांट लें. घर की साफसफाई, कपड़े धोना आदि कार्य प्यार से पति से करा सकती हैं. इस से आप पर काम का बोझ ज्यादा नहीं पड़ेगा. इस से न केवल आप खुद के लिए वक्त निकाल पाएंगी, बल्कि पति के साथ भी ज्यादा समय बिताने को मिलेगा. फिर जैसाकि आप ने बताया कि आप का बच्चा अब डेढ़ साल का हो चुका है और अब आप शारीरिक रूप से फिट भी हो चुकी हैं, तो ऐसे में सेक्स संबंध का लुत्फ उठा सकती हैं.

जाने लड़कों के लिए क्यों जरुरी हैं स्किन की देखभाल

सुंदर और साफ दिखना किसे अच्छा नहीं लगता. आज कल सभी लोग खुद पर काफी ध्यान देते है जिसका एक कारण बढ़ता प्रदूषण भी है, भले ही कुछ देर के लिए आप बाहर जाए पर आपके चेहरे पर धूल की एक परत चढ़ जाती हैं जो आपकी स्किन के लिए खतरनारक है. लड़कियां तो समय-समय पर अपनी स्किन में काम करा लेती है किसके चलते उनका चहरा साफ दिखता है. पर लड़के बस मुंह धोने के अलावा कुछ  देखभाल नहीं करते. जिसके कारण चेहरे पर झुर्रियों का आना, पिंपल्स या फिर औयली त्वचा हो जाती है. इसलिए आज हम लेकर आए ऐसे ही कुछ टिप्स जिसे यूज कर आप अपनी स्किन का ख्याल रख सकते हैं.

टेस्टोस्टेरौन हार्मोन

टेस्टोस्टेरौन हार्मोन की अधिकता होने की वजह से पुरुषों की त्वचा महिलाओं की त्वचा से ज्यादा औयली होती है. उनके चेहरे पर औयल की मात्रा लगातार बढ़ती है जिस वजह से कई स्किन संबंधी समस्याएं जन्म लेती हैं. ऐसे में जरूरी है कि वो अपने चेहरे को दिन में दो बार प्राकृतिक क्लीनजर का इस्तेमाल कर या किसी नेचुरल साबुन से धुलें. यह चेहरे पर औयल प्रोडक्शन को बेलेंस करती है.

आंखों के आस-पास रखे खास ध्यान

आंखों के आस-पास की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है. इसकी बारीकी से देखभाल की जरूरत होती है. आंखों के चारों ओर की त्वचा को कोमल और नम रखने से सूजन और झुर्रियों की समस्या नहीं होती. इसके लिए एक नेचुरल आई सीरम का उपयोग किया जा सकता है.

झुर्रियों को रोकने के लिए करें अंडे यूज

अगर आपके चेहरे पर, गले पर, या फिर बांहों पर झुर्रियां पड़ गई हैं तो इससे निजात पाने के लिए आप अंडे का इस्तेमाल कर सकते हैं. अंडे की सफेदी को फेंटकर उसमें थोड़ा नींबू निचोड़ लें. अब इस फेस पैक को आंखों के हिस्से को छोड़कर पूरे चेहरे पर,बांहों पर और गले पर लगाएं. दस मिनट बाद ठंडे पानी से इसे धो लें. अंडे की सफेदी त्वचा के खुले रोम छिद्रों को कसती है जिससे ढीली त्वचा में कसावट आती है.

मौइश्चराइजिंग क्रीम है बेहद जरुरी

चेहरे पर नमी बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. मौइश्चराइजिंग क्रीम से त्वचा को सही मात्रा में नमी मिलती है और यह हाइड्रेटेड और स्वच्छ रहता है. इसके लिए नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर होता है. एलोवेरा का ताजा जेल इसके लिए सबसे बेहतर औप्शन है.

तो ये है कुछ घरेलू नुस्खे किसको इस्तेमाल कर आप भी अपनी स्किन को तरोताजा रख सकते हैं.

Bhojpuri star मनोज तिवारी के घर आएगा नन्हा मेहमान, शेयर की गोद भराई की फोटो

भोजपुरी ऐक्टर और भाजपा सांसद मनोज तिवारी की फैन फालोइंग काफी अच्छी है. इस मामले में वो पवन सिंह और रवि किशन को टक्कर देते है. मनोज तिवारी इन दिनों सुर्खियों में है, उन्होंने अपने फैंस को एक अच्छी खबर दी है. मनोज तिवारी एक बार फिर से पिता बनने वाले है उन्होंने हाल ही में अपनी पत्नी सुरभि तिवारी की गोद भराई का विडियो  शेयर किया है, जो की सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है.

मनोज तिवारी ने शेयर किया विडियो –

हालही में ऐक्टर मनोज तिवारी में अपने इंस्टाग्राम के अकाउंट में एक विडियो  शेयर किया जोकि ऐक्टर अपनी पत्नी की गोद भराई की रस्म हो रही थी. मनोज तिवारी के घर फिर से किलकारियाँ गूजने वाली है. यह विडिओ पोस्ट होने के बाद इंटरनेट में जमकर वाइरल हो रहा है. और लोगों का भरपूर प्यार दिया.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Manoj Tiwari (@manojtiwari.mp)

इन सितारों ने मनोज तिवारी को दी बधाईयां-   

मनोज तिवारी ने इस विडीयो  को शेयर करते हुए लिखा, कुछ खुशियो को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते बस महसूस कर सकते है. क्लिप के बैकग्राउंड में ऐक्टर ने शुभारम्ब गाना लगाया है. विडिओ में जहा मनोज तिवारी बच्चों के साथ खेलते नजर आ रहे है वही उनकी पत्नी झूले में बैठी नजर आ रही है. मनोज तिवारी ने इस खुशी के अवसर में अपना घर खूब सजा रखा है. इस खुशी के अवसर में भोजपुरी के कई सितारे जमकर प्यार बरसा रहे है. वही फैंस ने जमकर कमेंट्स किये. ऐक्ट्रिस अक्षरा सिंह ने लिखा, ये खुशिया हमेशा बरकरार रहे.

 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Manoj Tiwari (@manojtiwari.mp)

मनोज तिवारी ने सुरभि से की थी दूसरी शादी-

बताते चले की मनोज तिवारी ने कई फिल्मों में अपना जलवा बिखेरा है. वही उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी गाना गाया. मनोज तिवारी ने इससे पहले साल 1999 में रानी तिवारी से शादी की थी. हालकि साल 2012 में दोनों के रास्ते अलग हो गए. इसके बाद मनोज ने सुरभि तिवारी से शादी कर ली. इन दोनों की एक बेटी है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें