मैं 28 साल का शादीशुदा मर्द हूं पर मुझे कोई काम नहीं मिल रहा है, क्या करूं?

सवाल

मैं 28 साल का शादीशुदा मर्द हूं. हम ने लवमैरिज की थी. मेरा एक 4 साल का बेटा भी है. लेकिन पिछले कई साल से मुझे कोई ढंग का काम नहीं मिल रहा है. मैं घर पर पड़ापड़ा आलसी हो गया हूं और मुझ पर चरबी भी चढ़ गई है. इस बात पर मेरा अपनी पत्नी का झगड़ा भी खूब होता है. इस आलसीपन से कैसे बाहर निकलूं?

जवाब 

लगता है कि आप के बापदादा अच्छीखासी जमीनजायदाद छोड़ कर गए हैं या फिर आप को ज्ञान मिल गया है कि बिना कुछ करेधरे भी दालरोटी मिल ही जातीहै, तो क्यों मेहनत की जाए. यह निहायत ही लानत और शर्म की बात है. इस का असर आप की बीवी और बच्चे पर भी पड़ रहा है, इसलिए यह निकम्मापन तुरंत छोड़ दें.

हमबिस्तरी की शुरुआत में तो मेरी बीवी साथ देती है, पर बाद में सुस्त हो जाती है. मुझे क्या करना चाहिए.

सवाल
मैं 30 साल का हूं और मेरी बीवी 26 साल की है. हमबिस्तरी की शुरुआत में तो वह साथ देती है, पर बाद में सुस्त हो जाती है. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
बीवी से बात करने में संकोच की जरूरत नहीं है. उसे समझाएं कि जब वह हमबिस्तरी में खुल कर हिस्सा लेगी, तभी पूरा लुत्फ आएगा. आप फोर प्ले कर के पहले बीवी को पूरी तरह गरम कर लिया करें, उस के बाद हमबिस्तरी करेंगे, तो यकीनन वह सुस्त नहीं पड़ेगी.

Bigg Boss 16: अंकित के एविक्शन पर फूट-फूटकर रोईं प्रियंका, भड़के फैंस

टीवी का धमाकेदार शो ‘बिग बॉस 16’ इन दिनों खूब धूम मचा रहा है. सलमान खान के शो को लेकर खबर आई थी कि अंकित गुप्ता (Ankit Gupta) बिग बॉस 16′ (Bigg Boss 16) से बेघर हो जाएंगे. यह एलिमिनेशन वोटिंग के आधार पर नहीं बल्कि कंटेस्टेंट्स ने शो में ‘कम योगदान’ के आधार पर किया है. अंकित गुप्ता के एलिमिनेशन से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें प्रियंका चाहर चौधरी (Priyanka Chaha Choudhary) उनके गले लगकर फूट-फूटकर रोती दिखाई दीं. इस वीडियो को लेकर फैंस में भी काफी नाराजगी देखने को मिली। उन्होंने अंकित को लेकर सलमान खान को भी आड़े हाथों लिया.

बिग बॉस  में इस सप्ताह वोटिंग लाइन बंद रही. ऐसे में बिग बॉस ने कंटेस्टेंट्स से किसी एक सदस्य का एलिमिनेशन करने के लिए कहा. बिग बॉस ने घरवालों से उस सदस्य का नाम लेने के लिए कहा, जिसका घर में सबसे कम योगदान रहा. ऐसे में सबने मिलकर अंकित गुप्ता का नाम लिया. शो के वायरल वीडियो में नजर आया कि अंकित गुप्ता के एविक्शन पर प्रियंका चाहर चौधरी फूट-फूटकर रोईं. वह उनसे बात करते हुए कांपती हुई भी नजर आईं.

 

 

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अंकित के एविक्शन पर गुस्साए फैंस

‘बिग बॉस 16’ के इस वीडियो ने फैंस को भी नाराज कर दिया. एक यूजर ने अंकित के एविक्शन पर गुस्सा जताते हुए लिखा, “कर्म इन सबको मात देगा. सबसे घटिया सीजन था ये, सबसे घटिया मंडली के साथ. आपके लिए स्लो क्लैप है बिग बॉस.” वहीं एक यूजर ने प्रियंका चाहर चौधरी के लिए फिक्र जताते हुए लिखा, “मैं सच में रो गया। मेरा दिल टूट गया है. मैं इसे ऐसे नहीं देख सकती हूं.” वहीं एक यूजर ने प्रियंका की हिम्मत बढ़ाते हुए लिखा, “रो लो प्रियंका, क्योंकि इसके बाद तुम्हें हर किसी को रुलाना है. तुम भले ही भूल जाओ, लेकिन कर्म कुछ नहीं भूलता.

इनकी है स्क्रिप्टिड दोस्ती?

दरअसल, टीवी के इस रियलिटी शो का मेकर्स ने सोशल मीडिया पर नया प्रोमो शेयर किया है, जिसमें सभी कंटेस्टेंट्स सलमान खान के सामने एक-दूसरे की पोल खोलते हुए दिख रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि सलमान खान घरवालों को बोलते हैं कि उन्हें उस कंटेस्टेंट का नाम बताना है जो रियल दोस्ती करते हैं साथ ही स्क्रिप्टिड दोस्ती करने वालों का भी नाम बताना है. इस दौरान अर्चना गौतम (Archana Gautam), टीना और शालीन की दोस्ती स्क्रिप्टिड बताती हैं. तो वहीं, अंकित गुप्ता (Ankit Gupta), निमृत कौर अहलूवालिया और साजिद खान (Sajid Khan) का नाम लेते हैं. इसी तरह बिग बॉस के बाकी कंटेस्टेंट भी इस प्रक्रिया को पूरा करते हैं.

कातिल फिसलन: दारोगा राम सिंह के पास कौनसा आया था केस- भाग 3

सलोनी की बात सुनते ही पास खड़ी महिला सिपाही ने उसे मारने के लिए हाथ ऊपर किया, लेकिन राम सिंह ने उसे रोक दिया और सलोनी से पूछा, ‘‘तो तुम्हारी उंगलियों के निशान उस छड़ पर कैसे आए?’’

‘‘मुझे नहीं मालूम साहब… मुझे नहीं मालूम,’’ कहते हुए सलोनी फूटफूट कर रोने लगी. दारोगा राम सिंह बाहर निकला तो उस ने सुधीर को बच्चों के साथ थाने की बैंच पर बैठा पाया.

दारोगा राम सिंह ने सुधीर से कहा, ‘‘तुम अपने वकील से बात कर लो. अगर वकील रखने में पैसों की समस्या आ रही है तो कोर्ट में अर्जी दे देना. कोर्ट तुम को वकील मुहैया कराएगा.’’

दारोगा राम सिंह को उन लोगों से हमदर्दी होने लगी थी, क्योंकि उस ने सुखलाल का असली रूप वीडियो में देख लिया था, लेकिन सुधीर गुस्से में चिल्ला उठा, ‘‘मुझे कोई वकील नहीं करना साहब. मैं क्यों परेशान होऊं उस के लिए, जो उस सुखलाल के साथ गुलछर्रे उड़ाती थी और मुझे ही जेल भिजवा दिया था. हो गया होगा दोनों में पैसों को ले कर झगड़ा और यह खून हो गया.’’

‘‘ऐसा नहीं है सुधीर…’’ दारोगा राम सिंह ने उसे समझाया, ‘‘गैरकानूनी हथियार रखने के जुर्म में तुम्हारी जो गिरफ्तारी पहले हुई थी, वह सुखलाल ने केवल तुम्हारी बीवी को पाने के लिए साजिशन कराई थी. इस में तुम्हारी बीवी का कोई कुसूर नहीं था. वह बेचारी तो बस तुम्हारे लिए उस के आगे झुकती चली गई. वह तुम से और केवल तुम से ही प्यार करती है.’’

सुधीर हैरानी से दारोगा राम सिंह का मुंह ताकने लगा. राम सिंह ने सुखलाल के मोबाइल फोन में मिला वही वीडियो उस के आगे चला दिया.

‘‘नहींनहीं… बंद कीजिए इसे दारोगा बाबू,’’ वीडियो देखता हुआ सुधीर चिल्लाया. सलोनी के शरीर पर सुखलाल का हाथ लगने वाला सीन वह नहीं देख पाया और वहीं बैठ कर रोने लगा. सलोनी के प्रति उस का शक आंसुओं से बाहर निकल चुका था.

सुधीर बोला, ‘‘मैं तो उसी रात सुखलाल को मारने उस के कमरे में गया था साहब, जिस के अगले दिन उस की लाश मिली. उस समय वह सो रहा था, लेकिन कानूनी बंधन का डर मुझे रोकने में कामयाब हो गया और मैं घर से निकल कर पूरी रात तनाव में इधरउधर भटकता रहा.

‘‘कल दोपहर को घर लौटने पर उस हैवान के मरने की खुशखबरी मिली. खैर, चाहे उसे मेरी सलोनी ने मारा हो या जिस ने भी, मैं उस का शुक्रगुजार हूं.’’

पिता को यों रोते देख साथ खड़े बच्चे और भी सहम गए. राम सिंह ने सुधीर को उठाया और लौकअप की ओर इशारा किया. उस का संकेत समझ कर सुधीर बेतहाशा सलोनी से मिलने भागा. सलोनी भी उसे देखते ही उस की ओर दौड़ी, लेकिन दीवार बनी सलाखों ने उस के पैर रोक दिए.

सुधीर उस का हाथ पकड़ कर बोला, ‘‘चिंता मत करना. चाहे जैसे भी हो, तुम को यहां से मैं छुड़ा कर ले जाऊंगा, वरना अपनी भी जान दे दूंगा,’’ इतना कह कर वह वहां से चल दिया.

कुछ दिन बीत गए. दारोगा राम सिंह का बचपन एक अनाथ के रूप में बीता था. मांबाप के बिना बच्चों की क्या हालत होती है, वह अच्छी तरह जानता था. सलोनी थाने में बंद थी और सुधीर वकील खोजने में. ऐसे में उस के बच्चे किस हाल में होंगे?

दारोगा राम सिंह को चिंता हुई तो वह अपनी पत्नी के साथ खानेपीने का कुछ सामान ले कर सुधीर के घर आया. उस का सोचना सही निकला और बच्चे बेसहारा जैसे घर में बैठे मिले.

दारोगा राम सिंह ने उन से पूछा, ‘‘पापा कहां हैं बेटा?’’

‘‘वे तो सुबह से बाहर गए हैं… हम को भूख लगी है, लेकिन पास वाली आंटी ने अभी तक खाना नहीं दिया,’’ बड़े वाले बेटे ने कहा.

दारोगा राम सिंह का कलेजा भर आया. उस ने अपनी बीवी की ओर देखा. राम सिंह की बीवी ने दोनों बच्चों को अपनी गोद में बिठाया और बोली, ‘‘मैं भी तो तुम्हारी आंटी हूं. देखो, मैं लाई हूं खाना.’’

वह उन को खाना खिलाने लगी. कुछ देर सकुचाने के बाद बच्चे उस से घुलनेमिलने लगे.

तभी छोटा वाला बेटा बोल पड़ा, ‘‘आंटीआंटी, मेरे भैया बहुत बहादुर हैं.’’

‘‘अच्छा, क्या किया है भैया ने?’’

‘‘भैया ने उस विलेन अंकल को नीचे गिरा दिया, जो मम्मी को आएदिन परेशान करता था.’’

दारोगा राम सिंह को उस की यह बात सुन कर झटका लगा. उस ने तुरंत उस की ओर देखा, लेकिन फिर समझदारी से काम लेते हुए बड़े वाले बेटे से पूछा, ‘‘बेटा, तुम ने ऐसा क्यों किया जो तुम्हारा यह प्यारा सा छोटा भाई बता रहा है?’’

बड़ा वाला बेटा मुसकरा कर बोला, ‘‘अंकल, मम्मी कहती हैं कि मच्छर मारने वाली दवा पीने से आदमी मर जाता है, इसलिए मैं ने वही दवा उस विलेन अंकल के जूस में मिला दी थी. छोटे भाई ने तो मेरा फोटो भी लिया था.’’

दारोगा राम सिंह के कानों में जैसे बम फूट रहे थे. बड़े वाले बेटे ने उसे मोबाइल फोन में अपना वह फोटो भी दिखाया, जिस में वह सुखलाल के शराब की बोतल को जूस की बोतल समझ के उस में लिक्विडेटर मिला रहा था.

दारोगा राम सिंह कुछ और पूछता, इस से पहले ही छोटा वाला बेटा बोला, ‘‘रात को हम ने चुपके से सीढ़ी पर कंचे रख दिए थे… विलेन अंकल रोज की तरह बाथरूम जाने के लिए बाहर आए और फिसल कर नीचे गिर गए. इस का मैं ने वीडियो भी बनाया है. मेरे भैया… बहुत बहादुर…’’ कह कर वह ताली बजाने लगा.

दारोगा राम सिंह ने वीडियो लिस्ट से जल्दी से वह वीडियो खोजा. सचमुच उस में बड़ा वाला बेटा सीढ़ी पर कंचे रखता दिख रहा था और उस के तुरंत बाद सुखलाल अपना पेट पकड़े वहां आया क्योंकि लिक्विडेटर मिली शराब पी कर सोने के बाद शायद उस की तबीयत बिगड़ रही थी. उस का पैर इसी जल्दी में कंचों पर पड़ा और वह नीचे गिर गया, जहां जमीन पर पड़ी छड़ पेट में धंस गई होगी और वह मर गया.

चूंकि छड़ों के वे टुकड़े सलोनी ने ही उधर फेंके थे, सो उन पर उस की उंगलियों के निशान भी मिल गए, इस घटना का समय बिलकुल वही था जो पोस्टमार्टम में सुखलाल की मौत का बताया गया था.

‘‘बेटा, तुम ने ऐसा क्यों किया?’’ दारोगा राम सिंह ने बड़े बेटे से पूछा.

वह लड़का बोला, ‘‘वे विलेन अंकल मम्मी को हमेशा परेशान करते थे. मैं ने बहुत बार छिप कर देखा था. उस दिन मम्मी के सिर में उन्होंने ही चोट लगा दी थी. जब मैं स्कूल से आया तो पता चला और मुझे बहुत गुस्सा आया.’’

‘‘और यह मोबाइल फोन कहां से मिला तुम को?’’

‘‘यह नानाजी ने हम को दिया है वीडियो गेम खेलने के लिए,’’ बड़े बेटे के कहने के बाद वे दोनों बच्चे फिर खाना खाने लगे.

दारोगा राम सिंह ने अपनी पत्नी की ओर देखा. वह भी हैरान थी. उस ने पूछा, ‘‘बचपन को क्या सजा दी जाएगी?’’

‘‘बचपन किलकने के लिए होता है…’’ दारोगा राम सिंह का चेहरा अब तनाव मुक्त दिखने लगा था. वह हंसते हुए बोला, ‘‘यह केस कानून के लिए एक हादसा माना जाएगा. इन बच्चों की मां भी कुछ दिनों में घर आ जाएगी.’’

सेक्स के दौरान फेविक्विक से चिपका कपल

बात राजस्थान के उदयपुर के गोगुंदा थानांतर्गत केलाबावड़ी के जंगल से शुरू होती है, जिस में 2 जिंदगियां

खत्म हो गईं और एक के माथे पर हत्या का आरोप लग गया. इस जिले में उबेश्वर के जंगलों में मजावद गांव के पास 18 नवंबर, 2022 की सुबहसुबह लाश मिलने की सूचना पर कांस्टेबल विजेश कुमार और कांस्टेबल भवानी सिंह मौके पर पहुंच गए. वहां उन्हें 2 लाशें नग्नावस्था में मिलीं. एक लाश युवक की थी, जबकि दूसरी एक युवती की.

पास में महिला के कपड़े कुरती और लेगी पड़ी थी. जबकि वहीं जींसटीशर्ट भी थी. बरामद लाश के आसपास पाए गए उन के कुछ सामानों से उन की पहचान राहुल मीणा (30) और सोनू कुंवर (28) के रूप में हुई. कांस्टेबल ने इस की जानकारी गोगुंदा के एसएचओ योगेंद्र व्यास को दे दी. उन्होंने उन्हें बताया कि दोनों लाशों को क्षतिग्रस्त किया गया है. ऐसा जान पड़ता है, जैसे मरने वालों पर किसी ने गुस्सा निकाला हो.

उस ने अपने अधिकारियों को यह भी बताया कि पुरुष के गुप्तांग और स्त्री के वक्षों को नुकसान पहुंचाया गया है. शरीर की चमड़ी जगहजगह उधड़ी हुई है.

शहर से ही सटे जंगल में 2 लाशें मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. पुलिसकर्मियों की इस पहल के बाद उदयपुर के एसपी विकास कुमार ने हत्याकांड की जांच के लिए टीमें बनाईं.

गोगुंदा के एसएचओ योगेंद्र व्यास की देखरेख में जांच शुरू की गई. घटनास्थल से मिले सुराग के आधार पर मालूम हुआ कि राहुल मीणा एक सरकारी स्कूल में टीचर था. दोनों मृतकों का पता भी मालूम हो गया था. उन के घर 10 किलोमीटर के दायरे में स्थित अलगअलग गांवों में थे.

उदयपुर के एसपी विकास कुमार के दिशानिर्देश पर गहन जांच की जाने लगी. पहली प्राथमिकता हत्याकांड में शामिल अपराधियों का पता लगाना और संबंधित साक्ष्य जुटाने की थी. आगे की जांच के सिलसिले में 200 लोगों से पूछताछ की गई और आसपास के 50 स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. दोनों मृतकों के मोबाइल नंबर भी मिल गए, उन की  बीते 2 हफ्ते की काल डिटेल्स निकलवाई गई.

जांच में यब भी पता चला कि दोनों मृतक शादीशुदा थे. उन के अपनेअपने जीवनसाथी थे. शादीशुदा होते हुए भी उन के द्वारा जंगल में सैक्स संबंध के लिए आने का मतलब प्रेमप्रसंग और अवैध रिश्ते का लग रहा था. पुलिस ने मृतक राहुल मीणा की पत्नी से पूछताछ की तो कई संदिग्ध बातों की जानकारी मिली.

उस ने पुलिस को बताया कि उस के पति के अवैध संबंध सोनू कुंवर नाम की महिला से थे. कुछ समय पहले उन की जानपहचान भादवी गुड़ा स्थित शेषनाग मंदिर में आतेजाते हुई थी. वह मंदिर इच्छापूर्ति मंदिर के रूप में दूरदूर तक मशहूर है.

पति के नाजायज रिश्ते के बारे में मालूम होने पर उस ने विरोध जताया था. इसे ले कर उस का पति के साथ हर रोज झगड़ा होने लगा. उन्हीं दिनों उस की मंदिर से जुड़े तांत्रिक भालेश कुमार से मुलाकात हुई. वह पिछले 7-8 सालों से भादवी गुड़ा स्थित उस इच्छापूर्ति मंदिर में रह कर लोगों को कष्ट निवारण के लिए ताबीज बना कर देता था.

इसी के साथ राहुल और सोनू के मोबाइल डिटेल्स से भी एक ऐसा नंबर मिला, जिस पर  लगातार कई बार बातें करने के बारे में पता लगा. वह नंबर उसी तांत्रिक भालेश कुमार का था.

राहुल की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उस ने तांत्रिक से मदद मांगी थी. दूसरी तरफ पुलिस को तांत्रिक से राहुल और सोनू के बातचीत करने के सुराग मिलने से जांच की सूई अनैतिक संबंध के साथसाथ तंत्रमंत्र और अंधविश्वास की ओर भी घूम गई.

फिर क्या था पुलिस ने तांत्रिक भालेश कुमार को तुरंत थाने बुलवा लिया. उस से राहुल और सोनू के बारे में पूछताछ की गई. तांत्रिक मंदिर का एक जानामाना व्यक्ति था. उस की समाज में काफी इज्जत थी. उस के पास लोग दूरदूर से अपनी व्यक्तिगत समस्याओं से ले कर घरेलू झगड़े आदि के निदान के लिए आते थे.

यह जानते हुए भी कि भालेश के उपाय निहायत ही अंधविश्वास वाले थे, लेकिन लोग उस के पास मानसिक संतुष्टि के लिए आते थे.

भालेश ने खुद को राहुल और सोनू के साथ किसी भी तरह की गहरी जानपहचान होने से इनकार कर दिया. उस ने बताया कि उस के पास हर दिन अनेक लोगों के फोन आते रहते हैं और लोग उस से मिलते हैं. वे दोनों भी उसी जैसे थे.

पुलिस के यह कहने पर कि दोनों की उस के साथ कई बार लंबीलंबी बातें हुई हैं. यहां तक कि उस ने रात में भी बातें की हैं. उन की हत्या कर दी गई है.

उस की समस्या के बारे पूछे जाने पर भालेश बौखला गया और इस बारे में गुप्त रखने की बात बताई. किंतु जब पुलिस ने उस पर अंधविश्वास बढ़ाने और तंत्रमंत्र कर लोगों को बरगलाने के कानून में जेल भेजने की धमकी दी, तब वह टूट गया.

हालांकि पूछताछ के क्रम में भालेश ने खुद को एक सिद्ध पुरुष और विकट साधना और लंबे समय तक मंत्र जाप करने वाला व्यक्ति बताया.

उस ने यह भी बताया कि उस की इसी योग्यता के पुण्य प्रताप से उसे इस मंदिर में जगह मिली हुई है. यहां वह लोगों की समस्याओं का निदान करता है.

इसी के साथ उस ने कथित तौर पर राहुल और सोनू के बीच अवैध संबंध तथा अंधविश्वास की हैरान कर देने वाली बातें बताईं. साथ ही दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने की बात भी कुबूल कर ली.

उस के बाद राहुल और सोनू कुंवर की हत्या के बारे में जो खुलासा हुआ, वह काफी चौंकाने वाला निकला— कोरोना प्रकोप का असर काफी हद तक कम होने के बाद लौकडाउन खुला तो मंदिर भी खुल गए थे. लोगों का आनाजाना शुरू हो गया था. लोग नई तरह की अजीबोगरीब समस्या ले कर आने लगे थे.

इन में अधिकांश लोग प्रेम विवाह, दांपत्य जीवन में तकरार, विवाह टूटने, आर्थिक स्थिति बिगड़ने, कानूनी मामले में फंसने आदि से ले कर अवैध रिश्ते से छुटकारा पाने तक की समस्या के निदान के लिए आते थे.

उन्हीं में राहुल की पत्नी समेत सोनू कुंवर के परिजन भी थे. राहुल की पत्नी ने तांत्रिक भालेश से अपनी समस्या बताई कि वह पति को वश में रखने के लिए कोई उपाय बताए. उस का पति किसी दूसरी औरत के साथ प्रेम संबंध बनाए हुए है और उस की उपेक्षा करता है. यहां तक कि उस के साथ यौन संबंध भी नहीं बनाता है. लंबे समय से राहुल देर रात को घर आ रहा था और शराब पी कर अकसर झगड़ा करता था. इस पर राहुल के परिवार के लोग मंदिर में भालेश जोशी के पास आए और राहुल के ऐसा करने का कारण पूछा.

इस पर तांत्रिक भावेश ने राहुल और सोनू कुंवर के बीच में अफेयर की बात बता दी थी. राहुल के इस व्यवहार से क्षुब्ध हो कर उस की पत्नी तांत्रिक भालेश से मदद मांगने आई थी.

इस सिलसिले में राहुल भी भालेश से मिला था. लेकिन उस की तमन्ना कुछ और ही थी. वह भी प्रेमिका से छुटकारा पाना चाहता था. बताते हैं कि उस की नजर तांत्रिक भालेश की बेटी पर थी. इस कारण सोनू कुंवर से छुटकारा दिलाने का कोई उपाय पूछा.

जबकि सोनू कुंवर भी अलग से भावेश से मिली थी. वह राहुल से गहरे संबंध कायम बनाए रखने और उस के पत्नी से संबंध तुड़वाने की मांग कर रही थी. ऐसे में भालेश उलझन में घिर गया था. वह समझ नहीं पा रहा था कि किस की बात माने और किस के खिलाफ व किस के पक्ष में तंत्र साधना करे.

तंत्रमंत्र और ताबीज आदि से जुड़ी एक सच्चाई को वह अच्छी तरह जानता था कि इस से किसी समस्या का निदान नहीं निकलता है. यह सिर्फ मानसिक संतुष्टि भर होता है. किंतु हां, उस ने भी रोजीरोटी के लिए दूसरे फरेबी तांत्रिकों की तरह ही एक ज्ञानी और सिद्ध तांत्रिक होने का चोला पहन लिया था.

दूसरों की समस्याओं का निदान करने वाले भालेश खुद समस्या में फंस गया था, क्योंकि उसे सोनू कुंवर ने काम नहीं करने पर बदनाम करने की धमकी दी थी.

इसी तरह राहुल तांत्रिक भालेश की बेटी को भी चाहता था. उस ने तांत्रिक से कहा कि वह अपनी तंत्रसाधना के जरिए उस की इच्छा की पूर्ति करे. उस ने धमकी दी कि यदि उस की इच्छा पूरी नहीं हुई तो वह उस के खिलाफ दुष्प्रचार कर उस की छवि को पलक झपकते ही मिटा सकता है. भालेश दोनों तरफ से तंत्रमंत्र के झूठे साम्राज्य के ध्वस्त होने और अपनी बदनामी होने से घबरा गया. उस के सामने उलझन यह थी कि राहुल और सोनू दोनों वशीकरण की साधना करना चाहते थे.

जैसा कि उन्हें मालूम था कि भालेश ने वशीकरण सीख कर और सवा लाख मंत्रजाप कर ही सिद्धि हासिल की है. उस के बारे में लोगों में ऐसी मान्यता थी कि इस जाप के पूरा होते ही उन की हर इच्छा पूर्ण हो जाती है.

एक तरफ भालेश के सामने राहुल की इच्छापूर्ति के लिए बेटी को दांव पर लगाने की बात थी. दूसरी तरफ सोनू की धमकी थी. सोनू कुंवर ने भालेश का हाथ पकड़ते हुए धमकी दी थी कि यदि उस ने उसे वशीकरण नहीं सिखाया तो वह सभी को बता देगी कि उस ने मेरे साथ गलत हरकत करने की कोशिश की है. यह बात पुलिस को भी बता दूंगी और वह जेल जाएगा. उस का बनाबनाया नाम खत्म कर दूंगी.

तांत्रिक ने बेटी के दांव पर लगे होने की बात  सामने नहीं आने दी और उस ने दोनों से छुटकारा पाने के लिए एक साजिश रच डाली. उस ने राहुल और सोनू कुंवर को अपनी इच्छापूर्ति के लिए आखिरी बार यौन संबंध बनाने के लिए राजी कर लिया. इस के लिए वे दोनों तैयार हो गए. तांत्रिक ने दोनों को हिदायत दी कि वे अपनी इच्छाओं के बारे में किसी से जिक्र नहीं करेंगे. घटना वाले दिन यानी 15 नवंबर, 2022 की शाम को तांत्रिक क्रिया के बहाने राहुल और उस की प्रेमिका को गोगुंदा इलाके के एकांत जंगल में ले गया और उन्हें अपने सामने ही सैक्स संबंध बनाने को कहा.

राहुल मीणा और सोनू कुंवर उस के कहे अनुसार सैक्स संबंध बनाने लगे. जिस के बाद उस ने मंत्र जाप करते हुए एक बोतल से तरल पदार्थ उन पर उड़ेल दिया. वह तरल पदार्थ उन दोनों के गुप्तांगों तक भी पहुंच गया.

वह तरल पदार्थ दरअसल फेविक्विक था, जिस के दोनों के बदन पर गिरते ही वे चिपक गए. प्रेमी युगल को जरा भी समय नहीं मिल पाया कि वे उस से बच सकें. कुछ समझ पाते, तब तक वे बुरी तरह चिपक चुके थे. अलग होने की कोशिश में दोनों के गुप्तांगों व शरीर के अन्य हिस्सों की चमड़ी उधड़ गई.

उधर तांत्रिक भालेश ने राहुल का प्राइवेट पार्ट काट दिया और सोनू कुंवर के वक्षों पर भी वार कर दिया. उस के बाद उन दोनों की हत्या कर वहां से वह फरार हो गया. हत्या के लिए उस ने चाकू और पत्थर का इस्तेमाल किया था. हत्याकांड को अंजाम देने के लिए तांत्रिक ने 15 रुपए वाली 50 फेविक्विक खरीदी थीं. उन्हें खोल कर सारा तरल पदार्थ एक छोटी बोतल में भर लिया था.

इतनी अधिक संख्या में फेविक्विक खरीदने को ले कर किसी तरह की साजिश का कोई शक नहीं हुआ, क्योंकि वह ताबीज बनाता था इस वजह से वह पहले भी अकसर फेविक्विक खरीदा करता था.

मर्डर के दौरान तांत्रिक के अंगूठे और हाथपैर पर भी फेविक्विक लग गई थी, जिसे हटाने के प्रयास में उस के हाथपैर की खाल भी उधड़ गई थी. तांत्रिक उस दिन के बाद से पट्टी बांध कर घूम रहा था.

हालांकि उस ने इस दौरान पूरी सतर्कता बरतते हुए हाथों में ग्लव्स पहन रखे थे, फिर भी ग्लव्स के फटने से उस के हाथों में फेविक्विक लग गई थी. पुलिस ने तांत्रिक भालेश से पूछताछ कर उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.

मैं सेक्स करने से डरता हूं, क्या करूं?

सवाल

मैं अपनी गर्लफ्रैंड से बहुत प्यार करता हूं. वह भी मु झ पर जान छिड़कती है. हम फोन पर घंटों बातें करते हैं. मैं ने उस से सैक्स करने के बारे में कभी नहीं कहा. मैं शादी के बाद ही उस से सैक्स करना चाहता था लेकिन वह ही मुझसे सैक्स करने के लिए कहती है. एक्साइटमैंट तो मु झे भी बहुत है लेकिन थोड़ा सा नर्वस फील कर रहा हूं. शादी के बाद सैक्स करना दूसरी बात होती है, गर्लफ्रैंड बीवी बन जाती है और उस पर पूरा हक होता है. लेकिन गर्लफ्रैंड को यदि सैक्स का मैं मजा न दे पाया तो डरता हूं कहीं वह मु झ से अपसैट न हो जाए, उस का प्यार मेरे लिए कम न हो जाए. थोड़ी घबराहट सी हो रही है जबकि गर्लफ्रैंड बहुत एक्साइटिड है और जल्दी ही किसी होटल में मिलने के लिए कह रही है. आप मेरी घबराहट दूर करने में कुछ मदद करें.

जवाब

लड़कों के साथ अकसर ऐसा होता है. सैक्स के लिए एक्साइटिड तो बहुत होते हैं लेकिन पार्टनर के सामने सैक्स परफौर्मैंस देते वक्त कुछ ढीले पड़ जाते हैं. उन का मोरल डाउन हो जाता है. लेकिन घबराइए मत, आप और आप की पार्टनर दोनों अपनी मरजी से सैक्स का मजा उठाने जा रहे हैं. आप दोनों मानसिक रूप से सैक्स के लिए तैयार हैं. बस, सैक्स करने के लिए उपयुक्त जगह ढूंढें़, जो स्ट्रैसफ्री हो और आप को कोई डिस्टर्ब करने वाला न हो.

प्यारभरा स्पर्श, चुंबन और फोरप्ले महत्त्वपूर्ण है. सैक्स में जल्दबाजी सारा मजा किरकिरा कर सकती है, इसलिए सैक्स की शुरुआत धीरेधीरे करें. महिलाओं को सैक्स के लिए उत्तेजित करने के लिए प्यारभरा स्पर्श, चुंबन जरूरी है, जब लगे कि पार्टनर इंटरकोर्स के लिए पूरी तरह तैयार है, उस के बाद ही आगे बढ़ें. पार्टनर कैसा सैक्स चाहता है, उसे और्गेज्म हुआ है या नहीं, पूछने में कोई शर्म न करें और यह सब करने में अपने साथी का पूरा साथ लें और दें.

सैक्स संबंध स्थापित करने के बाद कभी भी अलग न बैठें या लेटें, बल्कि अपने साथी के साथ प्यार करें, उस को किस करें. इस से आप के बीच का संबंध और गहरा होगा. संबंध बनाने के लिए अपने पार्टनर के साथ अपनी खुशी जाहिर करें.

कैसे हो कॉलेज में पर्सनालिटी डेवलपमेंट

स्कूल की दहलीज पार कर जब लड़केलड़की कालेज में प्रवेश करते हैं तो उन के पर निकल आते हैं. वे हवा में उड़ने लगते हैं. स्कूल जैसा अनुशासन कालेजों में नहीं होता. छात्र कक्षाओं में बैठते हैं या नहीं, खाली समय में क्या करते हैं, इस से न तो प्रोफैसरों को कोई वास्ता होता है और न ही प्रिंसिपल को. इसलिए अधिकांश लड़केलड़कियां कालेज को मौजमस्ती का केंद्र मानते हैं.

कालेज में पढ़ने का औचित्य तभी है जब शिक्षा के साथसाथ छात्र अपने व्यक्तित्व का विकास भी करें. नियमित अध्ययन के साथसाथ खाली या अतिरिक्त समय का सार्थक उपयोग कर के आप व्यक्तित्व और जीवन को संवार सकते हैं.

व्यक्तित्व विकास शब्दों का व्यापक अर्थ में इस्तेमाल किया जाता है. इस में व्यक्तित्व के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाता है ताकि जब युवा कालेज छोड़ कर निकले तो उस का व्यक्तित्व संपूर्ण रूप से निखर चुका हो.

व्यक्तित्व विकास के विभिन्न तत्त्व हैं. इन में प्रमुख हैं- व्यवहार, कुशलता, उत्साह, आत्मविश्वास, सकारात्मकता, संप्रेषण कला, वाकपटुता, मिलनसारिता, कर्मठता, अच्छी आदतों का समावेश तथा मुसकान. इस के अलावा, चालढाल, भावभंगिमा को भी इस में शामिल किया जाता है. अध्ययनकाल में इन सब पहलुओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए. आज विद्यार्थियों को न केवल अपना पाठ्यक्रम पढ़ने की जरूरत है बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान की जरूरत है. इसलिए उन्हें अपने व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए.

अब शिक्षा का स्वरूप परंपरागत नहीं रहा है. डिग्री के अलावा आवश्यक कौशल अर्जित करना भी जरूरी हो गया है. तभी शिक्षा की कोई उपयोगिता है. पढ़ाई करने के तत्काल बाद अगर विद्यार्थियों ने पाठ्यक्रम के अतिरिक्त कुछ और नहीं पढ़ासीखा तो उन्हें लगता है कि वे बहुत पिछड़े हुए हैं. सो, शिक्षा के दौरान ही उन्हें अपने भविष्य की योजनाओं और रुचियों के अनुरूप अतिरिक्त योग्यता हासिल करनी चाहिए.

आमतौर पर स्कूलकालेज 5 से 6 घंटे तक लगते हैं. जबकि वास्तविक पढ़ाई या कक्षाएं 3 से 4 घंटे तक ही होती हैं. यानी

2 घंटे छात्र खाली रहते हैं. इस खाली समय का सार्थक प्रयोग करना चाहिए, न कि व्यर्थ में नष्ट करना चाहिए.

क्लासरूम पढ़ाई के अलावा बहुतकुछ है जिसे आप खाली समय में संपन्न कर सकते हैं. इस से न केवल आप का ज्ञान बढ़ेगा बल्कि व्यक्तित्व विकास भी होगा.

आप को महज किताबी कीड़ा ही बन कर नहीं रहना है बल्कि अपना सर्वांगीण विकास करना है. इसलिए पढ़ाई के साथसाथ अन्य यह पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए. इस से आप का बहुमुखी विकास होगा.

कालेजों में व्यक्तित्व विकास के अनेक अवसर विद्यमान होते हैं. यह आप पर निर्भर करता है कि आप उन्हें लपक पाते हैं या नहीं? अवसर निकल जाने के बाद हाथ मलते रह जाने से कुछ हासिल नहीं होगा.

जब कभी आप की क्लास न हो, आप को उस का सदुपयोग करना चाहिए. सब से अच्छा तो यही होगा कि यह समय आप ग्रंथालय या लाइब्रेरी में बिताएं. वहां जा कर गपें लड़ाने के बजाय पुस्तकों का अवलोकन करें. जरूरी नहीं कि वे पाठ्य पुस्तकें ही हों, इस से इतर पुस्तकों, पत्रिकाओं को पढ़ने से भी ज्ञानवर्धन होता है.

पुस्तकालय में तरहतरह के समाचारपत्र, पत्रिकाएं भी उपलब्ध रहते हैं. आप आदत बना लें कि खाली समय में वहां जा कर उन्हें पढ़ेंगे. अखबार पढ़ने से देशविदेश की ताजा घटनाओं से अद्यतन रहेंगे. पत्रिकाओं में अनेक रोचक, ज्ञानवर्धक और मनोरंजक लेख, कहानी, कविता और अन्य साहित्यिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, साहसी व प्रेरणादायी सामग्री छपी होती है. निश्चित ही ये सब आप की प्रतिभा को निखारेंगी ही.

खेलकूद में रुचि

यदि आप की खेलकूद में रुचि है तो इस से जुड़ सकते हैं. जहां तक संभव हो, मैदानी खेलों को प्राथमिकता दें, जैसे क्रिकेट, हौकी, खोखो, कबड्डी, फुटबौल आदि. इस से आप शारीरिक रूप से भी चुस्तदुरूस्त रहेंगे और आप को अपनी खेल प्रतिभा विकसित करने का मौका भी मिलेगा.

आप को अपने कैंपस की स्वच्छता को भी बनाए रखने में मददगार होना चाहिए. खाली समय में उस की सफाई करें. इसे करने में हीनता का अनुभव न करें. जब आप अपने घर को साफसुथरा रख सकते हैं, तो कैंपस को क्यों नहीं? इस में शर्म न करें.

आप को यह पता होना चाहिए कि आप के स्कूलकालेज में कब और कौन सी गतिविधियां संचालित होने वाली हैं. उन में भाग लेना चाहिए. भाग न भी लें, तो श्रोता या दर्शक के रूप में तो शामिल हो ही सकते हैं.

हो सकता है कि आप में भाषागत कमजोरी हो. हिंदी या इंग्लिश किसी भी भाषा में कमजोर हों तो खाली समय में अपने दोस्तों के समक्ष उच्चारण करें. उन से कहें कि वे उसे दुरुस्त करें. परस्पर भाषा सुधारने का यह एक अच्छा मौका है.

आप की संस्था में अनेक साहित्यिक गतिविधियां भी होती हैं, जैसे रचनात्मक लेख, वादविवाद प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, कविता पाठ आदि. इन में अपनी प्रतिभा दिखाएं.

विद्यार्थी आपस में मुहावरे, विशिष्ट शब्द प्रयोग, सूक्ति वाक्य, पुस्तकों के नाम, लेखकों के नाम आदि के बारे में परस्पर संवाद कर सकते हैं. इस सब से मनोरंजन के साथसाथ ज्ञानार्जन भी होता है.

यदि सांस्कृतिक गतिविधियां हो रही हों और उस दौरान आप की कक्षा न हो तो उस का आनंद लेना चाहिए. नाटक, एकांकी, संगीत, नृत्य आदि कार्यक्रमों में अवश्य ही शामिल होना चाहिए.

कालेजों में एनसीसी और एनएसएस होती है, इन से जुड़ें. इन की गतिविधियों में भाग लें. ये न केवल आप को शारीरिक रूप से सक्रिय रखेंगी बल्कि बौद्धिक विकास भी करेंगी. इन से आप के भीतर, समाज और देश के प्रति लगाव होगा. ये आप को एक आदर्श नागरिक बनाएंगी.

कालेजों में युवा उत्सव का भी आयोजन होता है. उस में विभिन्न गतिविधियां होती हैं. आप को उन में भी अवश्य भाग लेना चाहिए.

परस्पर संवाद और अभ्यास करने से संप्रेषण की बाधाएं दूर हो सकती हैं. धारा प्रवाह बोलने के गुण में वृद्धि होती है. मौखिक प्रस्तुतीकरण में कौशल हासिल होता है.

अपने भीतर डायरी लेखन की रुचि पैदा करें. हर दिन की समस्त घटनाओं को लिखें. जब आप की पढ़ाई पूरी हो जाएगी और आप अपनी संस्था छोड़ देंगे, तब भविष्य में जबजब यह डायरी आप पढ़ेंगे, रोमांचित होंगे. डायरी लेखन आप की रचनात्मकता को बढ़ाती है.

व्यक्तित्व को ऐसे निखारें

कुछ छात्रछात्राएं शर्मीली प्रकृति के होते हैं. वे बहुत कम बात करते हैं, जल्दी से किसी से घुलमिल नहीं पाते. वे समूह से अलग अकेले ही रहते हैं. इस की कई वजहें हो सकती हैं, जैसे बचपन से मातापिता द्वारा अत्यधिक रोकटोक, कम बोलने देना, बातबात पर डांटना, मारना आदि. इसी प्रकार, दोस्तों या साथियों द्वारा मजाक उड़ाना भी एक कारण है. इन सब से वे खुद को कमजोर सम झते हैं तथा कुछ भी करने से डरते हैं. उन्हें लगता है कि उन की बात सुन कर सब हंसेंगे. इस से वे अपने मन की बात खुल कर नहीं कह पाते और कालेज की तमाम गतिविधियों के प्रति उदासीन रहते हैं. इस से उन का व्यक्तित्व निखर नहीं पाता, बल्कि दब कर रह जाता है. उन्हें व्यक्तित्व विकास के अवसर तो मिलते हैं लेकिन वे पीछे हट जाते हैं.

हीनभावना से ग्रस्त या शर्मीली प्रकृति के युवकयुवतियों को चाहिए कि वे अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं. अपने मन की बात दोस्तों अथवा प्रोफैसरों से बे िझ झक कहें और व्यर्थ में न डरें. अपने सहपाठियों के साथ  बात करें. खेलकूद या अन्य गतिविधियों में भाग लें. अपने दोस्तों के समूह में रहें. प्रोफैसरों से अपनी समस्या सा झा करें. उन्हें अपना आदर्श मानें. वे आप के सच्चे शुभचिंतक और आप के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं.

‘डार्लिंग्स’ से लेकर ‘फ्रेडी’ तक, इस साल OTT पर छाई ये 6 फिल्में

यह साल का अंतिम महीना है, पीछे पूरे साल को देखते हुए, यहां हिंदी फिल्मों और वेब सीरीज की एक लिस्ट दी गई है, जिन्होंने नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, जी5, डिज्नी + हॉटस्टार और अन्य जैसे ओटीटी प्लेटफार्मों पर राज किया.

1- पंचायत 2

Panchayat का पहला सीजन साल 2020 में स्ट्रीम हुआ था। वहीं, इस साल 2022 में इस सीरीज का दूसरा सीजन Amazon Prime Video पर स्ट्रीम किया गया है. पंचायत की तरह पंचायत 2 ने भी दर्शकों का दिल जीता, खासतौर पर इस सीरीज का आखिरी एपिसोड दर्शकों को काफी पसंद आया. यह कॉमेडी-ड्रामा वेब सीरीज है, जिसे The Viral Fever द्वारा क्रिएट किया गया है.

2- अ थर्सडे

 यामी गौतम (Yami Gautam) इस साल दो हिट फिल्मों ‘अ थर्सडे’ (A Thursday) और फिल्म दसवीं (Dasvi) में देखी गईं. यामी की इन दोनों फिल्मों को दर्शकों और फिल्म क्रिटिक्स ने खूब पसंद किया. मजेदार बात ये है कि Disney+ Hotstar पर रिलीज हुई फिल्म ‘अ थर्सडे’ को ओटीटी पर सबसे ज्यादा देखा गया. रिपोर्ट की मानें तो इसे 25 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले और ओटीटी पर यह पहले स्थान पर है.

3- मोनिका, ओ माय डार्लिंग

अभिनेता राजकुमार राव अपनी फिल्म ‘ मोनिका, ओ माई डार्लिंग’ को लेकर चर्चा में हैं. उनकी यह फिल्म एक डार्क कॉमेडी होगी. जिसमें सस्पेंस थ्रिलर के साथ कॉमेडी क्राइम, ड्रामा सब देखने को मिला. वासन बाला द्वारा निर्देशित इस फिल्म में राजकुमार राव के अलावा हुमा कुरैशी और राधिका आप्टे भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आई. फिल्म ‘मोनिका, ओ माई डार्लिंग’ योगेश चंडेकर द्वारा लिखी गई है, जो इससे पहले ‘अंधाधुंध’ जैसी फिल्म का लेखन कर चुके हैं. फिल्म में राजकुमार राव, हुमा कुरैशी, राधिका आप्टे के अलावा  सिकंदर खेर, भगवती पेरुमल, आकांक्षा रंजन कपूर, सुकांत गोयल, और जैन मैरी खान जैसे प्रतिभाशाली कलाकार नजर आए हैं.

4- जामताड़ा सीजन 2

‘जामताड़ा सीजन 2’ बहुत हिट रहा. यह दो चचेरे भाइयों की कहानी है, जिन्होंने अपने ड्रॉपआउट दोस्तों के साथ मिलकर फिशिंग स्कैम चलाया. उन्होंने झारखंड के जामताड़ा के एक सुदूर गांव के लोगों को बुलाया. हालांकि, जब पुलिस इसमें शामिल हुई तो मामला पेचीदा हो गया और यह घोटाला एक खबर बन गया. यह क्राइम सीरीज नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है.

5- कला

‘कला’ ने इरफान खान के बेटे बबील खान की डेब्यू फिल्म है. यह एक ऐसी महिला के बारे में है जो अपनी मां का प्यार चाहती है, जो हमेशा से एक बेटा चाहती थी. संगीत ही एकमात्र ऐसी चीज है जो उन्हें बांधने या उन्हें अलग करने की क्षमता रखता है. नेटफ्लिक्स फिल्म में तृप्ति डिमरी, समीर कोचर और स्वस्तिका मुखर्जी जैसे कई एक्टर शामिल हैं.

6- सास बहू और अचार प्रा. लिमिटेड

‘सास बहू और अचार प्रा. लिमिटेड’ एक Zee5 की वेबसीरीज है. यह एक तलाकशुदा महिला की कहानी है जो अपना अचार का व्यवसाय स्थापित करने का प्रयास कर रही है. वह पैसा कमाने और अपने एक्स हसबैंड से अपने बच्चों को वापस पाने के लिए जी जान से बिजनेस बढ़ाने की कोशिश करती है.

7- फ्रेडी

अलाया एफ और कार्तिक आर्यन स्टारर ‘फ्रेडी’ डिज्नी + हॉटस्टार पर हाल ही में रिलीज हुई है. यह एक ऐसी फिल्म है जो एक अजीब और इंट्रोवर्ड डॉ. फ्रेडी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक साथी खोजने के लिए बेताब है. आखिरकार उसे एक लड़की से प्रेम होता है, लेकिन कहानी एक खतरनाक मोड़ लेती है.

8- दिल्ली क्राइम सीजन 2

‘दिल्ली क्राइम सीज़न 2’ अपने पहले सीज़न की तुलना में अधिक हिट साबित हुआ। यह एक गैंग के बारे में है जो पैसों के लिए बूढ़े लोगों की हत्या कर रहा है. यह सीरीज जाति के मुद्दों और उनसे जुड़ी रूढ़िवादिता के प्रति संवेदनशीलता को भी छूती है. शेफाली शाह स्टारर सीरीज को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

उर्फी जावेद ने शेयर किया जेल से वीडियो! बोलीं-पूरा इंडिया यही देखना चाहता है

इंडस्ट्री की फैशन क्वीन उर्फी जावेद (Urfi Javed) अपने अतरंगी अंदाज से खूब सुर्खियां बटोरती हैं. उर्फी जावेद के अजीबोगरीब और रिवीलिंग आउटउिट्स को लेकर वह अक्सर मुसीबतों में फंस जाती हैं. हाल ही में खबरें आई थीं कि उर्फी जावेद को पब्लिक प्लेस पर बोल्ड कपड़े पहनने को लेकर दुबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि एक इंटरव्यू के दौरान बिग बॉस ओटीटी फेम ने इन सभी खबरों को अफवाह बताया. अब इसी बीच उर्फी जावेद का एक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जेल में बंद उर्फी जावेद लोगों को खरी खोटी सुना रही हैं.

 

 

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उर्फी जावेद की देखें वीडियो

इस वीडियो में जेल में बंद उर्फी जावेद (Urfi Javed Video) कह रही हैं, “पूरा भारत फिलहाल यही देखना चाहता है.” इस वीडियो में उर्फी ने बेहद ही बोल्ड आउटफिट पहना हुआ है. एक्ट्रेस के इस वीडियो पर लोग खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, “जेल जाने के बाद भी स्टाइल और कपड़े देखो इनके.” तो वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, “मुझे सुनकर बहुत दुख हुआ कि यह दुबई की जेल में बंद हैं.”

 

 

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उर्फी जावेद को नहीं किया था दुबई पुलिस ने गिरफ्तार

एक इंटरव्यू में उर्फी जावेद ने दुबई में हुई अपनी गिरफ्तारी को लेकर चुप्पी तोड़ी.  उन्होंने कहा, “पुलिस शूटिंग रोकने के लिए सेट पर पहुंची थी, क्योंकि उस लोकेशन पर शूटिंग करना मना था. जिस जगह हम शूटिंग कर रहे थे वो एक पब्लिक प्लेस था इस वजह से पुलिस ने उनको रोका था. मेरे कपड़े की वजह से कुछ नहीं हुआ है. बाद में सबकुछ ठीक हो गया और हमने अगले दिन अपनी शूटिंग पूरी कर दी”

बता दें कि उर्फी जावेद यूं तो कई सीरियलों में नजर आ चुकी हैं, लेकिन उन्हें बिग बॉस ओटीटी के जरिए सबसे ज्यादा फेम मिला था. इस शो में उर्फी अपने अतरंगी फैशन सेंस को लेकर चर्चा में आ गई थीं. बाद में उर्फी सोशल मीडिया सेंसेशन बन गईं.

BB 16: अंकित गुप्ता के एविक्शन से भड़के दर्शक, शो ना देखने की धमकी

टीवी का कॉन्ट्रोर्शियल रियलिटी शो बिग बॉस 16′ (Bigg Boss 16) जब से टेलीकास्ट हुआ है तब से ही यह शो ट्विटर पर छाया हुआ है. लोग इस शो को काफी करीब से फॉलो कर रहे हैं और मेकर्स से लेकर कंटेस्टेंट्स की हर एक हरकत पर नजर बनाए हुए हैं. शो में कुछ कंटेस्टेंट्स को लोगों का खूब प्यार मिल रहा है और इसमें अंकित गुप्ता (Ankit Gupta) भी शामिल हैं. अंकित शो में ज्यादा कुछ करते नहीं हैं लेकिन उनके इसी अंदाज पर फैंस दीवाने हैं. वहीं, अब खबर आ रही है कि अंकित गुप्ता को इस हफ्ते बिग बॉस 16 से बाहर कर दिया जाएगा. इस एक खबर ने ट्विटर पर हंगामा मचा दिया है. अंकित गुप्ता के एविक्शन की खबर से फैंस काफी भड़क गए हैं और अब हर कोई मेकर्स पर अपनी भड़ास निकाल रहा है.

 

 

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मेकर्स पर फूटा फैंस का गुस्सा

दरअसल, बीते कुछ हफ्तों की तरह इस बार भी बिग बॉस 16 में एलिमिनेशन टास्क के बाद वोटिंग्स लाइन्स को खोला नहीं गया. लेकिन गुरुवार की रात अचानक ही फैन पेज ने एक ट्वीट किया, जिसमें बताया गया कि इस हफ्ते घरवालों के फैसले के बाद अंकित गुप्ता को शो से बाहर कर दिया है. इस तरह अंकित गुप्ता के एविक्शन पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है. ट्विटर पर ‘नो अंकित नो बिग बॉस’ ट्रेंड कर रहा है. फैंस मेकर्स पर अपना गुस्सा निकालते हुए बोल रहे हैं कि शो में वोटिंग्स का झूठ नहीं रखना चाहिए. एक फैन ने लिखा, ‘हम कह सकते हैं कि यह शो का सबसे पक्षपातपूर्ण सीजन है. नो अंकित नो बिग बॉस।’ दूसरे फैन ने लिखा, ‘सिर्फ अंकित और प्रियंका के लिए शो देखते हैं. तुम मंडली को कोई नहीं देखना चाहता है.

 

 

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एलिमिनेशन में आए थे ये कंटेस्टेंट्स

बता दें कि इस हफ्ते बिग बॉस 16 में चार कंटेस्टेंट्स एलिमिनेशन में अटक गए थे, जिसमें अंकित गुप्ता के अलावा, श्रीजिता डे, विकास मानकतला और टीना दत्ता शामिल थीं. विकास और श्रीजिता घर में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट के रूप में आए हैं लेकिन इन दोनों का खेल भी दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आ रहा.

जल समाधि: आखिर क्यूं परेशान था सुशील? भाग 2

प्रकाश समझ गया था कि लोहा गरम है. उस ने रीता को अपनी बांहों में भर लिया और उस के होंठों को चूमने लगा. रीता भी किसी लता की तरह उस की बांहों में समा गई और फिर दोनों की गरम सांसें पूरे कमरे में गूंजने लगीं. दोनों के शरीर एकदूसरे से ऐसे चिपटे हुए थे, जैसे उन्हें किसी ने एक ही कर दिया हो. उस दिन के बाद उन दोनों ने कई बार जम कर सैक्स का मजा लूटा.

ऐसा नहीं था कि यह जिस्मानी रिश्ता अनजाने में बना था, बल्कि रीता ने जानबूझ कर प्रकाश के साथ संबंध को बढ़ने दिया, ताकि वह उस के साथ हमबिस्तर हो कर एक लड़का पैदा कर सके. यही नहीं, बातोंबातों में रीता ने यह डर भी प्रकाश पर जाहिर कर दिया था कि उसे फिर से लड़की हुई तो क्या होगा? प्रकाश ने रीता से वादा किया था कि उस की मर्दानगी में वह दम है, जो लड़की नहीं, बल्कि लड़का ही पैदा करेगी और अगर फिर भी भ्रूण की जांच में लड़की होती है, तो वह उसे गिरवा देगा.

और ऐसा भी लगता था कि रीता के ससुर ने इन दोनों के बीच आने की कोई कोशिश नहीं की. कहीं न कहीं वे भी चाहते थे कि जो हो रहा है, होने दिया जाए. आखिरकार वे भी तो एक पोता चाहते ही थे. कुछ समय के बाद वही हुआ, जिस का इंतजार रीता को था. वह पेट से हो गई. सुशील खुश तो हुआ, पर अगले पल ही मायूसी ने उसे घेर लिया.

‘‘इस बार भी लड़की हो गई तो…?’’ सुशील बोला. ‘‘हम पहले जांच करा लेंगे, उस के बाद ही इसे पनपने देंगे,’’ यह कहते हुए रीता के चेहरे पर चमक थी. जांच के नतीजे ने बताया कि रीता के पेट में पल रहा बच्चा एक लड़का ही है, तो यह जान कर राममोहन, सुशील और रीता सभी खुशी से झूम उठे.

ठीक समय आने पर रीता ने सुंदर चेहरे वाले गोरे लड़के को जन्म दिया… छोटे बालक को देख कर सब की आंखें फैल गई थीं, क्योंकि राममोहन के परिवार में तो सभी सांवले थे, ऐसे में एक गोरे बालक का जन्म सब को सुहा रहा था. राममोहन तो बस इसी बात से खुश थे कि उन के वंश को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें एक पोता मिल गया था. 2 महीने बीत गए थे. रीता अपने बेटे को जी भर कर देखती और मन ही मन अपने उस फैसले पर खुश होती, जब उस ने प्रकाश के साथ संबंध कायम किए थे.

आज प्रकाश रीता के घर पहुंचा, तो राममोहन सिर्फ मुसकरा कर रह गए. रीता अपने कमरे में बैठी थी, जिस की देह चिकनी और गदराई हो गई थी… इधर कई महीनों से प्रकाश रीता के साथ हमबिस्तर भी नहीं हुआ था और आज इसी उम्मीद में वह रीता के पास आया था. प्रकाश ने रीता को चूमना चाहा, तो रीता ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहा, ‘‘मुझ से दूर ही रहो, अब मैं एक बेटे की मां हूं.’’ ‘‘अजी, इस में मेरी भी मेहनत लगी है,’’ प्रकाश ने रीता की पीठ सहलाते हुए कहा.

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