23 नवंबर, 2017 गुरुवार का दिन था. सुबह के यही कोई 10 बजे थे. महाराष्ट्र के अमरावती शहर के ओंकार मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी थी. मंदिर आनेजाने वाले लोगों की वजह से सड़कों पर भी काफी चहलपहल थी. 24 वर्षीया प्रतीक्षा भी अपनी सहेली श्रेया वायस्कर के साथ साईंबाबा के दर्शन कर के स्कूटी से खुशीखुशी अपने घर लौट रही थी.
दोनों सहेलियां आपस में बातें करते हुए अभी साईंनगर के वृंदावन कालोनी परिसर स्थित ठाकुलदार मालानी घर के सामने क्रौसिंग पर पहुंची थीं कि अचानक उन की स्कूटी के सामने एक दूसरी स्कूटी आ कर रुकी. जिस की वजह से दोनों सड़क पर गिरतेगिरते बचीं.
उस स्कूटी पर एक युवक सवार था. उसे इस तरह सामने आया देख कर प्रतीक्षा के दिल की धड़कनें बढ़ गईं. डरीसहमी प्रतीक्षा ने एक बार श्रेया को देखा. वह उस लड़के को जानती थी. वह हिम्मत जुटा कर उस लड़के से बोली, ‘‘हटो मेरे सामने से, मेरा रास्ता छोड़ो. मुझे घर जाने के लिए देर हो रही है.’’
वह युवक उसे घूरने लगा. तभी प्रतीक्षा ने श्रेया से कहा, ‘‘श्रेया, यह सामने से नहीं हट रहा तो तुम अपनी स्कूटी साइड से निकाल कर चलो.’’
श्रेया वहां से निकल पाती, उस के पहले उस युवक ने श्रेया के नजदीक आ कर स्कूटी की चाबी निकालते हुए कहा, ‘‘प्रतीक्षा, आज मैं तुम्हें यह जान कर ही जाने दूंगा कि तुम मेरे साथ चलोगी या नहीं?’’
‘‘मैं तुम्हारे साथ क्यों चलूं?’’ प्रतीक्षा ने कहा.
‘‘क्योंकि तुम मेरी पत्नी हो. तुम ने मुझ से शादी की है.’’ युवक ने आवेश में आ कर कहा.
‘‘मैं कितनी बार कह चुकी हूं कि अब मैं तुम्हारे साथ नहीं जा सकती. तुम यह बात भूल जाओ कि मैं तुम्हारी पत्नी हूं. न मैं अब तुम से प्यार करती हूं और न पहले तुम से प्यार करती थी.’’ प्रतीक्षा ने सीधे जवाब दिया.
‘‘लेकिन मैं तुम्हें अभी भी पत्नी मानता हूं और प्यार भी करता हूं, इसलिए मैं कतई नहीं चाहूंगा कि तुम मुझ से दूर रहो. तुम्हें मेरे साथ चलना ही होगा. अगर आज तुम मेरे साथ नहीं चलोगी तो अच्छा नहीं होगा.’’ युवक ने धमकी दी.
प्रतीक्षा उस की इन बातों से परेशान हो गई. उस ने उसे समझाने का प्रयास करते हुए कहा, ‘‘तुम मेरी बात समझते क्यों नहीं. मैं तुम्हारे साथ नहीं जा सकती. फिर भी तुम ऐसा कुछ नहीं करोगे, जो मेरे लिए अच्छा न हो.’’
ये भी पढ़ें- Crime: मुझे बचा लो, पिताजी मुझे मार डालेंगे!
‘‘प्रतीक्षा, मैं कुछ भी कर सकता हूं. तुम्हारे साथ न आने से अब मेरी जिंदगी में बचा ही क्या है. तुम्हारी वजह से मुझे थाने और कोर्टकचहरी के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. तुम ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा. मेरी जिंदगी तबाह कर के रख दी. भला मैं तुम्हें कैसे छोड़ सकता हूं.’’ इतना कह कर उस युवक ने जेब से एक चाकू निकाला. चाकू देख कर प्रतीक्षा और उस की सहेली श्रेया घबरा गईं. दोनों कुछ कर पातीं, उस के पहले ही उस ने प्रतीक्षा पर हमला कर दिया.
हमला होते वक्त मूकदर्शक बने लोग
प्रतीक्षा की मार्मिक चीखें वातावरण में गूंजने लगीं. वह जमीन पर गिर कर तड़पने लगी. इस पर भी उस युवक का गुस्सा शांत नहीं हुआ. वह उस पर तब तक वार करता रहा, जब तक कि वह शांत नहीं हो गई. सहेली पर हमला होने से श्रेया घबरा गई थी. वह प्रतीक्षा की मदद के लिए चीखतीचिल्लाती रही, पर मदद के लिए कोई नहीं आया. कुछ लोग वहां खड़े बस तमाशा देखते रहे. हमलावर को जब विश्वास हो गया कि प्रतीक्षा मर चुकी है तो वह बड़े आराम से अपनी स्कूटी ले कर फरार हो गया.
फिल्मी अंदाज में घटी इस घटना से डरीसहमी श्रेया ने घटना की खबर पुलिस कंट्रोल रूम के साथसाथ प्रतीक्षा के घर वालों को भी दे दी. चूंकि वह इलाका थाना राजापेठ के अंतर्गत आता था, इसलिए पुलिस कंट्रोल रूम से यह सूचना राजापेठ थाने को प्रसारित कर दी. थानाप्रभारी किशोर सूर्यवंशी ने इंसपेक्टर दुर्गेश तिवारी को आवश्यक पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर भेज दिया और अपने आला अधिकारियों को सूचना देने के बाद खुद भी घटनास्थल की तरफ रवाना हो गए.
अगले भाग में पढ़ें- मां ने बताया हमलावर का नाम
टैक्सी से उतरते हुए प्राची के दिल की धड़कन तेज हो गई थी. पहली बार अपने ही घर के दरवाजे पर उस के पैर ठिठक गए थे. वह जड़वत खड़ी रह गई थी.
‘‘क्या हुआ?’’ क्षितिज ने उस के चेहरे पर अपनी गहरी दृष्टि डाली थी.
‘‘डर लग रहा है. चलो, लौट चलते हैं. मां को फोन पर खबर कर देंगे. जब उन का गुस्सा शांत हो जाएगा तब आ कर मिल लेंगे,’’ प्राची ने मुड़ने का उपक्रम किया था.
‘‘यह क्या कर रही हो. ऐसा करने से तो मां और भी नाराज होंगी…और अपने पापा की सोचो, उन पर क्या बीतेगी,’’ क्षितिज ने प्राची को आगे बढ़ने के लिए कहा था.
प्राची ने खुद को इतना असहाय कभी महसूस नहीं किया था. उस ने क्षितिज की बात मानी ही क्यों. आधा जीवन तो कट ही गया था, शेष भी इसी तरह बीत जाता. अनवरत विचार शृंखला के बीच अनजाने में ही उस का हाथ कालबेल की ओर बढ़ गया था. घर के अंदर से दरवाजे तक आने वाली मां की पदचाप को वह बखूबी पहचानती थी. दरवाजा खुलते ही वह और क्षितिज मां के कदमों में झुक गए. पर मीरा देवी चौंक कर पीछे हट गईं.
‘‘यह क्या है, प्राची?’’ उन्होंने एक के बाद एक कर प्राची के जरीदार सूट, गले में पड़ी फूलमाला और मांग में लगे सिंदूर पर निगाह डाली थी.
ये भी पढ़ें- अग्निपरीक्षा: श्रेष्ठा की जिंदगी में क्या तूफान आया?
‘‘मां, मैं ने क्षितिज से विवाह कर लिया है,’’ प्राची ने क्षितिज की ओर संकेत किया था.
‘‘मैं ने मना किया था न, पर जब तुम ने मेरी इच्छा के विरुद्ध विवाह कर ही लिया है तो यहां क्या लेने आई हो?’’ मीरा देवी फुफकार उठी थीं.
‘‘क्या कह रही हो, मां. वीणा, निधि और राजा ने भी तो अपनी इच्छा से विवाह किया था.’’
‘‘हां, पर तुम्हारी तरह विवाह कर के आशीर्वाद लेने द्वार पर नहीं आ खड़े हुए थे.’’
‘‘मां, प्रयत्न तो मैं ने भी किया था, पर आप ने मेरी एक नहीं सुनी.’’
‘‘इसीलिए तुम ने अपनी मनमानी कर ली? विवाह ही करना था तो मुझ से कहतीं, अपनी जाति में क्या लड़कों की कमी थी. अरे, इस ने तो तुम से तुम्हारे मोटे वेतन के लिए विवाह किया है. मैं तुम्हें श्राप देती हूं कि तुम ने मां का दिल दुखाया है, तुम कभी चैन से नहीं रहोगी,’’ और इस के बाद वह ऐसे बिलखने लगीं जैसे घर में किसी की मृत्यु हो गई हो.
‘‘मां,’’ बस, इतना बोल कर प्राची अविश्वास से उन की ओर ताकती रह गई. मां के प्रति उस के मन में बड़ा आदर था. अपना वैवाहिक जीवन वह उन के श्राप के साथ शुरू करेगी, ऐसा तो उस ने सपने में भी नहीं सोचा था. अनजाने ही आंखों से अश्रुधारा बह चली थी.
‘‘ठीक है मां, एक बार पापा से मिल लें, फिर चले जाएंगे,’’ प्राची ने कदम आगे बढ़ाया ही था कि मीरा देवी फिर भड़क उठीं.
‘‘कोई जरूरत नहीं है यह दिखावा करने की. विवाह करते समय नहीं सोचा अपने अपाहिज पिता के बारे में, तो अब यह सब रहने ही दो. मैं उन की देखभाल करने में पूर्णतया सक्षम हूं. मुझे किसी की दया नहीं चाहिए,’’ मीरा देवी ने प्राची का रास्ता रोक दिया.
‘‘कौन है. मीरा?’’ अंदर से नीरज बाबू का स्वर उभरा था.
‘‘मैं उन्हें समझा दूंगी कि उन की प्यारी बेटी प्राची अपनी इच्छा से विवाह कर के घर छोड़ कर चली गई,’’ वह क्षितिज को लक्ष्य कर के कुछ बोलना ही नहीं चाहती थीं मानो वह वहां हो ही नहीं.
‘‘चलो, चलें,’’ आखिर मौन क्षितिज ने ही तोड़ा. वह सहारा दे कर प्राची को टैक्सी तक ले गया और प्राची टैक्सी में बैठी देर तक सुबकती रही. क्षितिज लगातार उसे चुप कराने की कोशिश करता रहा.
‘‘देखा तुम ने, क्षितिज, पापा को पक्षाघात होने पर मैं ने पढ़ाई छोड़ कर नौकरी की. आगे की पढ़ाई सांध्य विद्यालय में पढ़ कर पूरी की. निधि, राजा, प्रवीण, वीणा की पढ़ाई का भार, पापा के इलाज के साथसाथ घर के अन्य खर्चों को पूरा करने में मैं तो जैसे मशीन बन गई थी. मैं ने अपने बारे में कभी सोचा ही नहीं. निधि, राजा और वीणा ने नौकरी करते ही अपनी इच्छा से विवाह कर लिया. तब तो मां ने दोस्तों, संबंधियों को बुला कर विधिविधान से विवाह कराया, दावत दीं. पर आज मुझे देख कर उन की आंखों में खून उतर आया. आशीर्वाद देने की जगह श्राप दे डाला,’’ आक्रोश से प्राची का गला रुंध गया और वह फिर से फूटफूट कर रोने लगी.
ये भी पढ़ें- Serial Story: खुशी का गम
‘‘शांत हो जाओ, प्राची. हमारे जीवन का सुखचैन किसी के श्राप या वरदान पर नहीं, हमारे अपने नजरिए पर निर्भर करता है,’’ क्षितिज ने समझाना चाहा था, पर सच तो यह था कि मां के व्यवहार से वह भी बुरी तरह आहत हुआ था. अपने फ्लैट के सामने पहुंचते ही क्षितिज ने फ्लैट की चाबी प्राची को थमा दी और बोला, ‘‘यही है अपना गरीबखाना.’’
प्राची ने चारों ओर निगाह डाली, घूम कर देखा और मुसकरा दी. डबल बेडरूम वाला छोटा सा फ्लैट बड़े सुरुचिपूर्ण ढंग से सजाया गया था.
भोजपुरी इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे (Aamrapali Dubey) इन दिनों एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट साइन कर रही हैं. बता दें कि एक्ट्रेस ने निरहुआ यानी दिनेश लाल यादव के साथ कई फिल्में की हैं. दोनों की जोड़ी को दर्शक खूब पसंद करते हैं. तो अब खबर यह आ रही है कि एक्ट्रेस जय यादव के साथ भोजपुरी फिल्म के लिए हाथ मिला लिया है.
जी हां, सही सुना आपने, रिपोर्ट्स की मानें तो आम्रपाली दुबे ने भोजपुरी एक्टर जय यादव के साथ पर्दे पर जल्द ही दिखाई देंगी. मेकर्स ने फिल्म के टाइटल को लेकर कोई खुलासा नहीं किया है.
ये भी पढ़ें- Rani Chatterjee का बॉयफ्रेंड से हुआ ब्रेकअप, शादी की कर रहे थे प्लानिंग
View this post on Instagram
आपको बता दें कि आम्रपाली दुबे और जय यादव ‘मेरे रंग मैं रंगने वाली’ में भी एक साथ नजर आ चुके हैं. इस फिल्म में दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया था.
View this post on Instagram
इस फिल्म के बाद से ही दर्शक आम्रपाली और जया को बड़े पर्दे पर देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. खबर आ रही है कि आम्रपाली और जय की इस फिल्म की शूटिंग सितंबर से शुरू की जाएगी.
ये भी पढ़ें- ‘सात फेरों के सात वचन’: इस भोजपुरी गाने ने 23 मिलियन व्यूज के साथ बनाया रिकॉर्ड, देखें VIDEO
View this post on Instagram
वर्कफ्रंट की बात करे तो जय यादव फिल्म ‘अमानत’ में एक्ट्रेस काजल राघवानी के साथ भी नजर आएंगे. तो वहीं आम्रपाली दुबे के पास ‘आई मिलन की रात’, ‘ठिक है’, ‘आशिकी’, ‘रोमियो राजा’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी कई भोजपुरी फिल्में हैं.
View this post on Instagram
स्टार प्लस के सुपरहिट टीवी सीरियल ‘गुम है किसी के प्यार में’ की कहानी इन दिनों काफी दिलचस्प मोड़ पर आ चुकी है. शो के बीते एपिसोड में आपने देखा कि पाखी देवयानी का रोल अदा की तो वहीं देवयानी बनी पाखी का हाल देखकर हरिणी इमोशनल हो गई. शो के लेटेस्ट एपिसोड में खूब धमाल होने वाला है. आइए जानते हैं शो के आगे की कहानी.
शो में दिखाया जा रहा है कि हरिणी को सच का एहसास हुआ. हरिणी, देवयानी को अपनी मां कहकर बुलाई. मां बेटी को साथ देखकर पूरे चौहान परिवार की आंख में आंसू आ गए. तो अब शो के अपकमिंग एपिसोड में खूब धमाल होने वाला है.
ये भी पढ़ें- देव को आएगा हार्ट अटैक तो Imlie सिखाएगी अनु को सबक
View this post on Instagram
शो में आप देखेंगे कि विराट कहेगा कि सई की वजह से उसके परिवार की खुशियां लौट आई हैं. यह बात सुनकर पाखी का दिल टूट जाएगा. विराट के मुंह से सई की तारीफ सुनकर पाखी का गुस्सा सातवे आसमान पर होगा.
ये भी पढ़ें- यारियां फेम एक्टर Himansh Kohali के इस Music वीडियो को मिले 130 मिलियन से भी ज्यादा व्यूज, देखें Video
View this post on Instagram
तो वहीं पाखी विराट को पुराना वादा याद दिलवाएगी. वह विराट से कहेगी कि तुमने मुझे धोखा दिया है, इतना ही नहीं वह ये भी कहेगी कि तुमने मेरे जज्बात के साथ खेला है. पाखी यह भी याद दिलाएगी कि क्या पहले हम एक-दूसरे से प्यार करते थे… हम शादी भी करने वाले थे.. मैं तुम्हारी वाइफ बनने वाली थी….कह दो कि ये सब झूठ है..
ये भी पढ़ें- ‘Yeh Rishta’ में धूमधाम से होगी सीरत-रणवीर की शादी, पर कार्तिक के चेहरे पर छायी उदासी
View this post on Instagram
तो उधर सई, विराट और पाखी की सारी बाते सुन लेती है. अब शो को अपकमिंग एपिसोड में ये देखना दिलचस्प होगा कि पाखी और विराट का अतीत जानकर सई क्या फैसला लेगी.
स्टार प्लस का सीरियल ‘इमली’ में इन दिनों हाईवोल्टेज ड्रामा चल रहा है. कहानी एक नया मोड़ ले रही है. शो के बीते एपिसोड में आपने देखा कि मालिनी को अपने पिता और इमली की मां के रिश्ते के बारे में पता चल गया है. इस सच्चाई को जानने के बाद मालिनी के पैरों तले जमीन खिसक गई है. शो के अपकमिंग एपिसोड में खूब धमाल होने वाला है. आइए जानते हैं शो के लेटेस्ट ट्रैक के बारे में.
शो में दिखाया जा रहा है कि मालिनी को पता चल गया है कि इमली उसके पापा देव और मीठी की ही बेटी है. ऐसे में मालिनी (Mayuri Deshmukh) फैसला करती है कि इमली को सारे हक दिलवाएगी, जिसकी वह हकदार है.
ये भी पढ़ें- ‘Yeh Rishta’ में धूमधाम से होगी सीरत-रणवीर की शादी, पर कार्तिक के चेहरे पर छायी उदासी
View this post on Instagram
शो में आप ये भी देखेंगे कि मालिनी घर वापस आते ही देव से हर राज कहेगी. मालिनी कहेगी कि इमली देव की बेटी है. अनु को ये सुनकर जोर का झटका लगेगा.
View this post on Instagram
मालिनी देव से यह भी कहेगी कि वो इमली को अपना ले. अनु मालिनी को रोकेगी लेकिन मालिनी देव को लेकर आदित्य के घर जाने का फैसला करेगी।. आदित्य के घर पहुंचते ही मालिनी इमली से टकराएगी. इमली को देखते ही मालिनी देव से खुद अपने मुंह से सारा सच कहने के लिए कहेगी.
ये भी पढ़ें- मालिनी को पता चलेगा Imlie के असली पिता का नाम, अब क्या करेगी अनु
तो वहीं देव इमली से अपनी बात कहने ही जाएगा कि उसे हार्ट अटैक आ जाएगा. और बेहोशी की हालत में वह जमीन पर गिर जाएगा और उसकी ये हालत देखकर इमली और मालिनी काफी घबरा जाएंगे.
View this post on Instagram
त्रिपाठी परिवार देव को अस्पताल में भर्ती कराएंगे लेकिन यहां पर आते ही अनु खूब तमाशा करेगी. अनु सभी के सामने इमली को जलील करेगी और उस पर अपना सारा गुस्सा निकालेगी. अनु गुस्से में आकर इमली से देव का सच बताने की कोशिश करेगी लेकिन मालिनी बीच में आ जाएगी.
शो में ये भी दिखाया जाएगा कि अनु फिर से इमली पर हाथ उठाएगी तो इस बार इमली भी पिछे नहीं हटेगी और अनु को सबक सिखाएगी.शो के अपकमिंग एपिसोड में इमली औऱ अनु के बीच खूब तमाशा होने वाला है.
छत्तीसगढ़ के जिला कोरबा के कटघोरा थाना अंतर्गत छत्तीसगढ़ प्रदेश की प्राचीन राजधानी कहे जाने वाले “तुमान” नामक ग्राम में हुए एक युवती की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को बड़ी मशक्कत के बाद सफलता मिली .
कटघोरा थाना प्रभारी अविनाश सिंह व पुलिस की टीम ने हत्या की तह तक जांच कर संदिग्ध आरोपी से कड़ी पूछताछ की और अंततः हत्यारे ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
हत्या की वजह प्रेम प्रसंग है- प्रेमी ने युवती कृष्णा कुमारी गोस्वामी( 21 वर्ष )की बेवफाई के शक में उसे मौत की नींद सुला दिया. कृष्णा हत्या कांड में पुलिस की गहन जांच में यह तथ्य सामने आया की एक टीवी सीरियल के अपराधिक कार्यक्रम को देखकर प्रेमी ने संगीन तरीके से हत्या की घटना को अंजाम दिया . पुलिस अधिकारी ने हमारे संवाददाता को बताया कि दिगपाल दास गोस्वामी की बेटी कृष्णा गोस्वामी का एक युवक संजय चौहान के साथ पिछले कुछ वर्षों से प्रेम संबंध था. संजय कृष्णा कुमारी के घर भी आया जाया करता था.
ये भी पढ़ें- Crime Story: जेठ के चक्कर में पति की हत्या
कृष्णा गोस्वामी के ब्वाय फ्रेंड संजय के अलावा अन्य लड़कों से भी , हो गई थी और मोबाइल में बात चीत व चैटिंग किया करती थी. इस दरमियान कृष्णा की कटघोरा के एक युवक नेमेंद्र देवांगन से ऑनलाइन मोबाइल गेम के जरिये मित्रता हुई और दोनों के बीच मोबाइल से बातचीत भी होने लगी, जिसकी भनक प्रेमी संजय को हो गई जिसके कारण संजय कृष्णा से इस बात को लेकर सख्त नाराज़ रहने लगा था.
और उतारा मौत के घाट
प्रेमी संजय चौहान ने एक टेलीविजन सीरियल को देखकर उसी अंदाज़ में प्रेमिका कृष्णा की हत्या को अंजाम दिया. घटना के दिन संजय युवती कृष्णा के घर पहुँचा और कहने लगा – “तू मझे धोखा दे रही है देखना कहा मैं तुझे मार डालूंगा. तू किसी और लड़के से सम्बंध बना रही है.”
इस पर कृष्णा ने उसकी बातों को हंस कर ध्यान नहीं दिया. उसे घर में बिठाया चाय पीने के बाद वह वापस चला गया.
रात तकरीबन डेढ़ बजे संजय बिना चप्पल व मोबाइल के युवती के घर पहुँचा और कृष्णा को बहलाकर उसके मोबाइल से अपने मोबाइल व कटघोरा के युवक नेमेन्द्र के मोबाइल पर कृष्णा से मैसेज पोस्ट करवाया – “मुझे बचा लो, मेरे पिताजी मुझे मार डालेंगे” उसके बाद कृष्णा के घर पर रखी साड़ी से कृष्णा का गला दबाकर घर के पीछे की बाड़ी में ले जा कर मार दिया. सुबह जब कृष्णा के पिता दिगपाल घर के पीछे बाडी में गया तो कृष्णा मृत अवस्था में पड़ी हुई मिली गले में साड़ी लिपटी हुई थी उन्होंने कृष्णा के गले से साड़ी के फंदे को हटाया और देखा तो कृष्णा मर चुकी थी. घटना की सूचना थाना में दी गई.
ये भी पढ़ें- Crime Story: नौकर के प्यार में
विवाद का फायदा उठाया प्रेमी ने
कटघोरा पुलिस थाना प्रभारी द्वारा की गई कड़ी पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली दिगपाल अपनी बेटी कृष्णा कुमारी गोस्वामी का विवाह जिला सूरजपुर में करना चाहता था लेकिन बेटी कृष्णा इस शादी को लेकर इंकार कर रही थी. जिसे लेकर बाप बेटी में विवाद होता था इस बात की जानकारी कृष्णा के प्रेमी संजय को थी और इस बात का फायदा उठाकर सबसे पहले घटना के दिन उसने कृष्णा को धमकाकर अपने व कटघोरा के युवक नेमेन्द्र देवांगन के मोबाइल में पिता के खिलाफ मैसेज करवाया जिससे पुलिस का शक कृष्णा के पिता पर चला जाए.
और पहले हुआ भी यही हत्या की जांच में पहुचे सायबर सेल व खोजी बाघा ने भी मृतका कृष्णा कुमारी गोस्वामी के पिता को ही संदेही हत्यारा बताया. सायबर सेल ने जांच में पाया की कृष्णा के मोबाइल से मैसेज किया गया है जिसमें कृष्णा के द्वारा लिखा गया था कि उसे पिता से उसको जान का खतरा है. और दिगपाल द्वारा सुबह मृतका के गले से साड़ी के फंदे को हटाना भी खोजी बाघा द्वारा दिगपाल को निधानदेही होना बताया गया था. लेकिन पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह मीणा इस जांच से संतुष्ट नही थे.
तुमान हत्याकांड में युवती कृष्णा की हत्या में कृष्णा के पिता और भाई तथा प्रेमी संजय चौहान व कटघोरा के युवक नेमेन्द्र देवांगन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई लेकिन पिता ने बार बार फरियाद की कि उसने बेटी की हत्या हत्या नहीं कि है. अंततः कटघोरा निरीक्षक ने कड़ी पूछताछ में आरोपी संजय चौहान ने हत्या का गुनाह कबूल कर लिया.
ये भी पढ़ें- Crime Story: नफरत की इंतहा
पुलिस को सायबर से जानकारी मिली कि संजय अपना मोबाइल कभी बंद नहीं करता था और जब भी वो कृष्णा के घर जाता था तो भी मोबाइल लेकर जाता था लेकिन घटना के दिन उसका मोबाइल बंद था और वह मोबाइल लेकर नहीं गया था कृष्णा के मोबाइल से मैसेज खुद न लिख कर उसने कृष्णा से मैसेज लिखवाया और पोस्ट करवाया ताकि हत्या के आरोप में पिता जेल चला जाए और वह पुलिस पकड़ से दूर रहे. मगर उसकी चालाकी किसी काम नहीं आई.