‘Dance India Dance’ का क्रौकोच Raghav Juyal ग्यारह ग्यारह के बाद बने दमदार स्टार

राघव जुयाल नाम डांसिग के लिए जाना जाता था. राघव जुयाल डांस के मास्टर रह चुके हैं, उन्होंन कैरियर की शुरुआत में कोरियोग्राफी की लेकिन अब राघव फिल्मों में भी अपना कमाल दिखा रहे हैं. राघव फिल्मों में अपनी जबरदस्त एक्टिंग के कारण रातोंरात स्टार बन गए है. लोग उनकी एक्टिंग के दीवाने हो गए हैं.

 

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राघव जुयाल स्लो डांस के लिए बेहद फेमस थे. उन की डांसिंग स्टाइल की यही स्पेशेलिटी थी. राघव जुयाल दो बड़े प्रोजेक्ट में नजर आए एक वेबसीरीज ग्यारह-ग्यारह, दूसरी किल मूवी. दोनों में राघव ने दमदार एक्टिंग की. 11:11 असल में एक वेबसीरीज है. जो कि Zee5 पर दिखाई जा रही है. ये सीरीज 9 अगस्त 2024 को स्ट्रीम की गई. ये एक कोरियन ड्रामा फिल्म Signal का हिंदी वर्जन है.

ये सीरीज क्राइम से भरी हुई है. लेकिन इसमें ट्रैवल का जबरदस्त ट्विस्ट जोड़े गए हैं. इस सीरीज में राघव के साथ एक्ट्रेस कृतिका कामरा है. ‘ग्यारह ग्यारह’ का डायरेक्शन उमेश बिष्ट ने किया है. उन्होंने साल 2021 में आई सान्या मल्होत्रा की फिल्म ‘पगलेट’ भी डायरेक्ट की थी. इस बार ‘ग्यारह ग्यारह में डायरेक्शन अच्छा है इसे क्राइम और थ्रिलर को परोसने को ध्यान रख कर बनाया गया है. Films

kill मूवी ने भी दिलाई शोहरत

यह इंडियन सिनेमा की सबसे ज्यादा क्राइम परोसने वाली मूवी मानी जा रही है. किल मूवी 5 जुलाई को सभी सिनेमाघरों में रिलीज की गई है. इस फिल्म के डायरेक्टर नागेश भट्ट हैं . फिल्म में लीड एक्टर का रोल राघव जुयाल ने किया. इस फिल्म में राघव की दमदार एक्टिंग देखने को मिली हालांकि राघव नेगेटिव रोल में नजर आए थे.

जबरदस्त स्टोरी थी kill मूवी की

मूवी में अमृत और वीरेश दो एनएसजी कमांडो हैं जब वो अपने मिशन से वापस लौटते हैं तो उन्हें पता लगता है कि अमृत जिस लड़की से प्यार करते हैं. उसकी सगाई हो रही है और ये जान कर दोनों कमांडो उस शहर के लिए निकल पड़ते हैं जहां सगाई है. अमृत वहां पहुंचकर तुलिका यानी जिस से वो प्यार करते है, को कहते हैं कि वह उसके साथ चले पर तुलिका उसे वापस भेज देती है, तुलिका कहती है कि सगाई चाहे किसी से भी हो शादी वह अमृत से ही करेगी. सगाई के बाद तुलिका और उस का परिवार वापस जाने के लिए ट्रेन से सफर कर रहे होते हैं और उसी ट्रेन में अमृत और उनका कमांडो दोस्त वीरेश भी हैं और तभी कुछ डाकू इस ट्रेन को लूटने के लिए इसमें चढ़ जाते हैं और फिर शुरू होती है एक एक्शन और थ्रिलर फिल्म.

राघव की लवलाइफ और गर्लफ्रैंड्स

बात करें, राघव के अफेयर्स की तो कई बार इन का नाम बिग बौस फेम शहनाज गिल से जोड़ा गया है. इसके अलावा राघव का नाम पलक तिवारी के साथ भी जोड़ा गया है जो टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी की बेटी है. राघव का इनके अलावा एक और के साथ नाम जोड़ा है. जी हां, डांसर कोरियोग्राफर शक्ति मोहन के साथ.

हालांकि बाद में दोनों ने इस रिश्ते को अफवाह बता कर इन अटकलों पर विराम लगा दिया. फिर बाद में राघव जुयाल का नाम एक स्वीडिश लड़की के साथ जोड़ा गया, जिसका नाम सारा अर्रहुसिस बताया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राघव जुयाल और सारा, साल 2018 से एकदूसरे को डेट कर रहे हैं हालांकि उन्होंने कभी इस बारे में कुछ नहीं कहा. लेकिन हाल ही में राघव और सारा की एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें राघव उनके गाल पर किस करते हुए देखे गए थे. बताते चले कि एक्टिंग से पहले राघव डांस इंडिया डांस मे कोक्रोच के नाम से जाने जाते थे.

18 साल के लड़के ने समोसे बेचने के साथ-साथ किया नीट का एग्जाम पास

कहते है फल की इच्छा मत कर, काम किए जा, यानी जो काम आप कर रहे हो आपको उसका फल जरूर मिलेगा. ऐसे ही एक मिसाल 18 साल के बच्चे ने दी है. जिसने अपने सोमसे बचने के साथ साथ पढ़ाई भी की और नीट की परीक्षा भी पास कर ली.

 

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ये सफलता की एक कहानी इन दिनों नोएडा की सड़कों से आ रही है. सड़क के किनारे समोसा बेचने वाले एक लड़के ने वो कर दिखाया, जो कई स्टूडेंट्स महंगे महंगे कोचिंग के बाद भी नहीं कर सकते. इस लड़के ने बिना किसी कोचिंग क्लास के नीट यूजी 2024 क्लियर कर लिया.

नोएडा के 18 साल के सनी कुमार ने नीट की परीक्षा पास कर ली. उसने 884 में से 720 अंक पाए. लेकिन सनी की ये सफलता लोगों के लिए खास बन गई. दरअसल, सनी ने बिना किसी कोचिंग के नीट क्लियर किया. वो भी दिनभर सड़क पर समोसे बेचने के साथ साथ.

सनी दिन में सड़क के किनारे समोसे बेचा करता था, लेकिन रात में मन लगाकर पढ़ाई करता था. इस तरह से मेहनत करके सनी ने नीट क्लियर कर लिया.

बता दें, सनी की ये स्टोरी फिजिक्स वाला के संस्थापक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर की. उन्होंने सनी की स्टोरी उन लोगों को प्रेरणा देने के लिए शेयर की, जो परेशानियों से घबरा जाते हैं. उनके लिए सनी की स्टोरी मिसाल है. हर दिन तीन सौ रुपए की कमाई करने वाला सनी ही पूरे घर को चलाता है. लेकिन उसकी मां का सपना था कि उसका बेटा डौक्टर बने. ऐसे में सनी ने दिन में समोसा बेचा और रात में पढ़ाई कर आखिरकार नीट की परीक्षा पास कर ली.

आपको बता दें कि सनी के पास महंगे कोचिंग के लिए पैसे नहीं थे. इस स्थिति में सनी ने चार हजार रुपए फीस भरकर औनलाइन ही नीट की तैयारी शुरु की. कई लोगों ने सनी को ठेले पर काम करने के दौरान औनलाइन लेक्चर अटेंड करते भी देखा है. अब सनी अपनी कामयाबी के चलते हर जगह छाएं हुए है.

पिता चलाते थे रिक्शा बेटा बना आईएएस

22 साल के उम्र में IAS बनने वाले गोविंद के पिता रिक्शा चलाकर उनकी पढ़ाई के लिए पैसे भेजते थे. IAS Govind Jaiswal का नाम उन आईएएस औफिसर्स में लिया जाता है, जिनकी कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है.

जब चाय वाली की बेटी बनीं अफसर

चाय बेचने वाले की बेटी ने 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद CA पास किया. दिल्ली की रहने वाली अमिता प्रजापति ने कहा कि उनके पिता ने अपने रिश्तेदारों को नजरअंदाज कर उन्हे आगे बढ़कर पढ़ाई करवाई. जिसे पूरे आत्मविश्वास के साथ अमिता ने पूरी भी किया और सीए का एग्जाम पास किया.

नरेंद्र दामोदरदास मोदी और आवाम की खुशियां

अब जब आम चुनाव में तकरीबन एक वर्ष बचा रह गया है प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी की केंद्र की सरकार की अगर हम भारत के आम लोगों की खुशियों के तारतम्य में विवेचना करें तो पाते हैं कि आम आदमी का जीवन पहले से ज्यादा दुश्वार  हो गया है. उसके चेहरे की खुशियां विलुप्त होती जा रही हैं. नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सर्वप्रथम संसद के चौबारे पर मस्तक झुका करके देश की संसद के प्रति आस्था व्यक्त की थी इसका मतलब यह था कि देश की आवाम की खुशियों के लिए वह सतत प्रयास करेंगे और इसलिए श्रद्धानवत हैं. मगर इन 9 वर्षों में देश की आवाम और खास तौर पर आम आदमी के चेहरे की खुशियां विलुप्त होती चली गई है. आग्रह है कि आप जहां कहीं भी रहते हों, आप चौराहे पर निकलिए लोगों से मिलिए लोगों को देखिए आपको इस बात की सच्चाई की तस्दीक हो जाएगी.

अगर हम आज संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट का अवलोकन करें तो पाते हैं कि 2023 की रिपोर्ट में भारत देश दुनिया के देशों में 125 में नंबर पर है जो यह बताता है कि देश का आम आदमी खुशियों से कितना  महरूम है. अगर देश का आम आदमी खुश नहीं है तो इसका मतलब यह है कि देश की सरकार अपने दायित्व को नहीं निभा पा रही है. अरबों खरबों  की अर्जित टेक्स और विकास की बड़ी बड़ी बातें करने के बाद अगर आम आदमी को खुशियां नहीं है तो फिर देश की केंद्र सरकार पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक हो जाता है.

 खुशियां ढूंढता आम आदमी   

दरअसल,  संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2023 में फिनलैंड ने लगातार छठी बार दुनिया का सबसे खुशहाल देश का दर्जा हासिल कर लिया किया है. यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क ने  जारी की है. व‌र्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2023 में 137 देशों को आय, स्वास्थ्य और जीवन के प्रमुख निर्णय लेने की स्वतंत्रता की भावना सहित कई मानदंडों के आधार पर रैंक किया गया है. 137 देशों की लिस्ट में भारत को 125वें स्थान पर रखा गया है.

2022 में भारत की रैंक 136 लें नंबर पर थी. दूसरी तरफ भारत अभी भी अपने पड़ोसी देशों जैसे नेपाल, चीन, बांग्लादेश आदि से नीचे है दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती तकलीफों और दिक्कतों के बीच भारत की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती देश को आजादी दिलाने वाले वीर शहीदों ने शायद यह कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि आजादी के बाद भी देश का आम आदमी एक स्वतंत्र मनुष्य के रूप में एक अच्छे जीवन से महरूम रहेगा. आम आदमी के लिए मुश्किलें बढ़ती चली जा रही हैं सत्ता में बैठे हुए लोग की सुविधाएं बढ़ती चली जा रही हैं यह जबले कहां जा रहा है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से प्रकाशित अखबारों में सुर्खियां है कि विधानसभा में विधेयक पारित कर के पूर्व विधायकों की पेंशन को 35000 से बढ़ाकर के 58000 रूपए  लगभग कर दिया गया है. देश की चाहे कोई भी विधायिका और संसद हो आम लोगों के खुशियों को बढ़ाने का काम नहीं बल्कि बड़े लोगों की सुविधाओं के लिए अब काम करने लगी है यही कारण है कि आम आदमी का जीवन मुश्किल तो मुश्किल चुनौतियों से घिरा हुआ है जिसका अक्स वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में भी दिखाई दे रहा है.

 हजारों करोड़ों रुपए का घोटाला

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता बीके शुक्ला के मुताबिक देश में आज आम आदमी आर्थिक स्थिति दयनीय हो चली है, देश के बड़े आदमी , उद्योगपति जिस तरह सत्ता के संरक्षण में हजारों करोड़ों रुपए का घोटाला कर रहे हैं उसका भुगतान ही आम आदमी कर रहा है.

दरअसल, वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स को तैयार करने में संयुक्त राष्ट छह प्रमुख कारकों का उपयोग करता है. इसमें  स्वस्थ जीवन की अनुमानित उम्र, सामाजिक सहयोग, स्वतंत्रता, विश्वास और उदारता शामिल हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि हैप्पीनेस इंडेक्स तैयार करने में औसत जीवन मूल्यांकन के लिए की फैक्टर माना गया है. इसमें फोविड-19 के तीन वर्ष (2020-2022) का औसत भी शामिल है. इस साल रिपोर्ट तैयार करने में इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि कोविड- 19 ने जन कल्याण को कैसे प्रभावित किया है. लोगों के बीच परोपकार बड़ा है या घटा है लोगों के बीच विश्वास, परोपकार और सामाजिक संबंधों को भी प्रमुख पैमानों के तौर पर इस्तेमाल किया गया है.

उल्लेखनीय है कि एक साल ज्यादा समय से जंग लड़ रहा यूक्रेन और गंभीर आर्थिक संकट में फंसा पाकिस्तान रिपोर्ट के मुताबिक भारत से ज्यादा खुशहाल हैं. गैलप लुंड पोल जैसे स्रोतों के आंकड़ों के आधार पर बनी रिपोर्ट में नॉर्डिक देशों को शीर्ष स्थानों में सूचीबद्ध किया गया है. रिपोर्ट में फिनलैंड को लगातार छठी बार दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है. कुल मिलाकर के देश की आवाम को और सरकारों को मिलजुल कर के सकारात्मक दिशा में काम करना चाहिए.

मुझे चुनौती वाले किरदार पसंद हैं- दुलकर सलमान

मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार ममूटी के बेटे दुलकर सलमान को हमेशा लगता था कि वे अपने पिता के जूते में पैर रखने के काबिल नहीं हैं. इसी के चलते उन्होंने खुद को फिल्मों से दूर रखते हुए एमबीए की पढ़ाई कर दुबई में नौकरी करनी शुरू की, पर यह नौकरी उन्हें रास नहीं आ रही थी. आखिरकार 26 साल की उम्र में उन्होंने साल 2012 में मलयालम फिल्म ‘सैकंड शो’ में हरीलाल नामक गैंगस्टर का किरदार निभाते हुए ऐक्टिंग जगत में कदम रखा और देखते ही देखते वे मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार बन गए.

यही वजह है कि दुलकर सलमान अब तक तकरीबन 35 फिल्मों में ऐक्टिंग, 13 फिल्मों में गीत गाने के अलावा 4 फिल्में भी बना चुके हैं. उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इरफान खान के साथ फिल्म ‘कारवां’ से कदम रखा था.  सितंबर महीने में आई आर. बाल्की की फिल्म ‘चुप : रिवैंज औफ द आर्टिस्ट’ में भी दुलकर सलमान के काम की काफी तारीफ हुई थी, जिस में सनी देओल भी थे. पेश हैं, दुलकर सलमान से हुई लंबी बातचीत के खास अंश :

आप की परवरिश फिल्मी माहौल में हुई थी. अगर आप को ऐक्टर ही बनना था, तो फिर एमबीए की पढ़ाई कर दुबई में नौकरी करने के पीछे कोई खास सोच थी? यह सच है कि मैं ने पहले ऐक्टिंग को अपना कैरियर बनाने के बारे में नहीं सोचा था. इस के पीछे मूल वजह यह थी कि मेरे पिता मलयालम सिनेमा के महान अभिनेता हैं. मैं जानता था कि मेरे अभिनेता बनने पर लोग मेरी तुलना उन से करेंगे, जो मैं नहीं चाहता था.

 

 

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दूसरी बात यह कि उन दिनों मलयालम सिनेमा में दूसरी पीढ़ी का कोई भी कलाकार नहीं था, इसलिए मेरे मन में विचार आया था कि लोग मुझे अभिनेता के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगे. इस के अलावा उन दिनों मेरे सभी सहपाठी और दोस्त बिजनैस फैमिली से थे. वे सभी एमबीए की पढ़ाई करने गए, तो मैं भी चला गया. फिर नौकरी भी की, मगर नौकरी करते समय मुझे अहसास हुआ कि इस में कुछ भी क्रिएटिविटी नहीं है, तो मैं अपने दोस्तों के साथ समय मिलने पर लघु फिल्में बनाने लगा. फिर एक दिन फैसला लिया कि अब मुझे ऐक्टिंग करनी है और उस के बाद नौकरी छोड़ कर मैं भारत वापस आ गया. आप गायक भी हैं. आप ने संगीत कहां से सीखा?

मैं खुद को बहुत बुरा गायक मानता हूं. शुरू में तो मुझे फिल्म प्रमोशन करने में भी बहुत डर लगता था. तभी एक मार्केटिंग हैड ने मुझ से सवाल किया कि क्या आप गा सकते हो? हमारी फिल्म में गाना गाओगे? तब मैं ने ‘आटोट्यून’ और कंप्यूटर की मदद से एक गाना गाया था. आप किस तरह के गाने सुनना पसंद करते हैं? मैं ज्यादातर फिल्म के गाने ही सुनता हूं. कभीकभी मूड होने पर कुछ दूसरी तरह का संगीत भी सुन लेता हूं. मैं तमिल और मलयालम के अलावा कभीकभी हिंदी और पंजाबी गाने भी सुनता हूं. अकसर देखा गया है कि हर नया कलाकार अपने कैरियर की शुरुआत रोमांटिक फिल्म से करता है, मगर आप ने तो अपनी पहली ही फिल्म ‘सैकंड शो’ में हरीलाल नामक गैंगस्टर का किरदार निभाया था. क्या अलग राह पर चलने के मकसद से आप ने ऐसा किया था?

 

 

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मेरी ऐसी कोई सोच नहीं थी. मुझे इस फिल्म की कहानी पसंद आई थी. दूसरी बात यह कि इस फिल्म में सभी नए कलाकार थे. यह बात मुझे ज्यादा अच्छी लगी थी, क्योंकि यह मेरे कैरियर की पहली फिल्म थी. मेरे दिमाग में आया कि जो भी गलती होगी, हम सभी एकसाथ करेंगे और एकसाथ ही सीखेंगे भी. अपनी पहली ही फिल्म में गैंगस्टर का किरदार करने की वजह यही थी कि मुझे हर वह किरदार करना है, जो मेरे अंदर के कलाकार को चुनौती दे. फिल्म ‘चुप : रिवैंज औफ द आर्टिस्ट’ की कहानी के केंद्र में एक कलाकार के कैरियर के उतारचढ़ाव और फिल्म समीक्षक की समीक्षा को रखा गया था. आप की फिल्में भी कामयाब व नाकाम हुई हैं. तब क्या आप को भी किसी समीक्षक की लिखी समीक्षा पढ़ कर गुस्सा आया था?

जी हां, ऐसा हुआ है. हम भी इनसान हैं. हमारी अपनी भावनाएं हैं. हम कई महीने तक काफी मेहनत कर के कोई फिल्म बनाते हैं और फिल्म समीक्षक महज डेढ़दो घंटे की फिल्म देख कर एक सैकंड में पूरी फिल्म को खारिज कर देता है. कुछ तो फिल्म देखते हुए लाइव रिव्यू डालते हैं. ऐसे में कई बार हमें भी गुस्सा आता है, दुख भी होता है, पर मैं अपने काम से आलोचकों को गलत साबित करना चाहता हूं. हम सभी जानते हैं कि मणिरत्नम की फिल्में पूरे देश और विदेशों में भी देखी जाती हैं. आप ने हिंदी, मलयालम, तमिल व तेलुगु भाषा की फिल्मों में काम कर लिया है, पर आज की तारीख में कुछ दक्षिणभाषी कलाकार खुद को ‘पैन इंडिया कलाकार’ होने का ढिंढोरा पीट रहे हैं. इस पर आप क्या कहेंगे?

सच तो यही है कि ‘पैन इंडिया सिनेमा’ या ‘पैन इंडिया कलाकार’ की बात मेरी समझ से भी परे है, क्योंकि पिछले कई सालों से हम सभी बड़े कलाकारों या स्टार कलाकारों की फिल्में पूरे देश में देखते आए हैं. अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, रजनीकांत, कमल हासन व मेरे पिताजी समेत कई कलाकारों की फिल्में पूरी दुनिया में देखी जाती हैं, तो यह कोई नई बात नहीं है. मगर आजकल कुछ लोग इसे ‘ओवर यूज’ कर रहे हैं. मेरे पास कई फोन आते हैं कि सर, आपके लिए मेरे पास ‘पैन इंडिया’ वाली स्क्रिप्ट है, तो मैं उन से कहता हूं कि यह बात मुझे समझ में नहीं आती. मैं तो अच्छी स्क्रिप्ट और अच्छे किरदार वाली फिल्म करना चाहता हूं.

10 साल के कैरियर में आप के द्वारा निभाए गए किरदारों में से क्या किसी किरदार ने आप की जिंदगी पर कोई असर किया? जी हां. अकसर ऐसा हुआ है. जब भी हम कोई संजीदा किरदार निभाते हैं, तो मेरी और किरदार की सोच या जजमैंट अलग होता है. कई बार किरदार निभाते हुए हमें लगता है कि मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा, पर यह किरदार तो करेगा, तो मुझे इस के मन और दिमाग से सोचना पड़ेगा. ऐसे किरदार को निभाते समय और सीन के कट के बाद भी कुछ समय तक उस का असर हमारी जिंदगी पर रहता है. जब हम अपनी निजी जिंदगी को भूल कर किरदार में बहुत ज्यादा घुस जाते हैं, तब भी किरदार का मूड हमारे साथ ही रह जाता है.

TMKOC: अब टप्पू ने भी कहा शो को अलविदा, देखे पोस्ट

साल 2008 में टीवी के मशहूर शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की शुरूआत हुई थी. तब से लेकर आज तक ये कॉमेडी शो दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहा है. हालांकि, बीते कुछ सालों में शो से कई स्टार्स ने किनारा किया है. वहीं, लिस्ट में अब एक और एक्टर का नाम जुड़ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तारक मेहता का उल्टा चश्मा में ‘टप्पू’ (Tappu) का किरदार निभाने वाले एक्टर राज अनादकट (Raj Anadkat) ने शो छोड़ने का फैसला कर लिया है. ये खबर उनके फैंस के लिए काफी शॉकिंग है.

 

 

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नहीं आएंगे टप्पू शो में नजर:

दरअसल, पिछले कुछ महीनों से ऐसी खबर आ रही थी कि राज अनादकट ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो छोड़ने वाले हैं. हालांकि, हर बार राज ने इन खबरों को सिर्फ अफवाह बताकर टाल दिया. लेकिन इस बार खुद राज अनादकट (Raj Anadkat) ने सोशल मीडिया पर शो छोड़ने की अनाउंसमेंट की है. हाल ही में एक्टर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा- ‘समय आ गया है कि अब सभी सवालों पर फुल स्टॉप लगा दिया जाए. ऑफिशियली अब तारक मेहता का उल्टा चश्मा के साथ मेरा कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो रहा है.’

राज ने लिखा ईमोशनल नोट: 

 

 

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राज अनादकट ने पॉपुलर कॉमेडी शो के बारे में लिखा- ‘मैंने अच्छे दोस्त बनाए और बहुत कुछ सीखा. इस जर्नी में जो मेरे साथ थे मैं उन सबका थैंक्यू करूंगा. ये मेरे करियर के बेहतरीन साल रहे. आप सभी लोगों का धन्यवाद कि आपने मुझे टप्पू के रूप में एक्सेप्ट किया. पूरी टीम को फ्यूचर के लिए ऑल द बेस्ट’. आपको बता दें कि राज अनादकट साल 2017 में ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का हिस्सा बने थे. उनसे पहले शो में ‘टप्पू’ का किरदार भव्य गांधी ने निभाया था. दोनों ही एक्टर को लोगों ने टप्पू के रूप में खूब प्यार दिया. खैर, ये बात तो तय है कि फैंस इस किरदार को जरूर मिस करेंगे.

मेकर्स से विवाद के बाद शैलेश ने छोड़ा था शो:
दरअसल, शो छोड़ने का कारण मेकर्स असित मोदी के साथ शैलेश लोढ़ा का विवाद ही बताया जा रहा है हालांकि अभी तक असल वजह क्या थी किसी ने भी इसके बारे में कुछ नहीं कहा लेकिन कहा जाता है कि शैलेश किसी और शो से भी जुड़ना चाहते थे लेकिन असित मोदी को ये रास नहीं आया लिहाजा जब शैलेश ने शो छोड़ने की बात कही तो उन्होंने उन्हें रोक नहीं बल्कि शो से जाने दिया.

‘मसान’ एक्ट्रेस निहारिका रायजादा लेकर आयी हैं कोरोना वॉरियर्स के लिए ये गाना

अपने जमाने के मशहूर संगीतकार स्व. ओ. पी. नैय्यर की पोती तथा असल जिंदगी में एक कार्डियोलॉजिस्ट- साइंटिस्ट निहारिका रायजादा बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं. वह अभिनेत्री भी हैं. वह ‘मिस इंडिया यूके 2010’ की विजेता तथा ‘मिस इंडिया वर्लडवाइड 2010’की रनर-अप भी हैं.

निहारिका रायजादा को बंगाली फिल्म‘दामादो’ के अलावा ‘मसान‘, ‘6-5=2‘, ‘एलोन’,‘बेबी’, ‘टोटल धमाल’ व अंतरराष्ट्रीय फिल्म ‘सावित्री वारियर्स’ में अभिनय कर अपनी एक अलग पहचान बना चुकी हैं. इतना ही नही वह जल्द प्रदर्शित होने वाली फिल्म ‘सूर्यवंशी’ में भी अभिनय करते हुए नजर आएंगी. तो वहीं निहारिका रायजादा अपनी निजी जिंदगी में कोरोना महामारी के दौरान ‘कोविड 19’के हजारों मरीजों का इलाज भी कर चुकी हैं.

Niharika-Raizada

‘‘हर महिला किसी वॉरियर से कम नहीं होती है.‘‘ऐसा मानने वाली निहारिका रायजादा अब कोरोना के सभी वॉरिअर्स के लिए एक गाना लेकर आयी हैं. इस गाने में उनके साथ शम्पा गोपीकृष्ण भी नजर आएंगे. इस गाने को स्वनिल कुमार ने निर्देशित किया है तो वहीं इसे रिशभ पुथरन मे बड़ी खूबसूरती के साथ फिल्माया है.

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लोगों को जीने और लड़ने के लिए प्रेरित करते इस गाने की धुन पर निहारिका और शम्पा ने लाल परिधानों में अपने हाव-भाव के जरिए शक्ति, सशक्तिकरण और कोमलता को दर्शाने की कोशिश की है, जो लाल रंग की अपनी अनूठी पहचान भी है.

विश्व की कई भाषाओं की फिल्मों में अभिनय कर चुकीं व कई भाषाओं पर अपना अधिकार रखनेवालीं निहारिका रायजादा कहतीं है- ‘‘इस गाने के बोल हमें लोगों की बातों पर ध्यान देने की बजाय अपने दिल की आवाज को सुनने के लिए प्रेरित करते हैं. यह गाना जिंदगी को अपनी ही धुन में जीने, खुशनुमां यादें बनाने व उन्हें सहेजने और हर लम्हे को उन्मुक्त ढंग से जीने की प्रेरणा भी देता है.जिंदगी भले ही आपको मुक्के मारे, लेकिन हमें गिरकर संभलना और संभलकर उठना ही तो सीखना है.’’

इसे गाने के संदर्भ में निहारिका कहतीं हैं-‘‘मैं इस गाने से खुद को जुड़ा हुआ पाती हूं. क्यों यह गाना लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार करता है और इस मुश्किल घड़ी में लोगों को लड़ने का हौसला देता है. मेरे लिए नृत्य अंधेरे में रौशनी के समान है.

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मैं चाहती हूं कि किसी तरह से मैं भी लोगों की जिंदगियों को उजालों से भरने में उनकी कोई मदद कर सकूं. इस महामारी में वैक्सीन, ऑक्सीजन और स्टाफ की कमी के बावजूद सभी लोग अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रहे हैं.’’

लोगों के दिलों को धड़काने वाली अदाकारा निहारिका कहती हैं, ‘‘ये ऐसी आपदा है जिसने लोगों के दिलों को एक-दूसरे के करीब लाना है.

1 करोड़ की फिरौती ना देने पर ले ली प्रौपर्टी डीलर की जान

लेखक- कपूर चंद

पिछले एक दशक से देखने में आ रहा है कि कई जघन्य वारदातों में नाबालिगों के नाम शामिल होते हैं. इस की वजह मामूली पढ़ाई-लिखाई, बेरोजगारी तो है ही, लेकिन उस से भी बड़ी वजह ये है कि नाबालिगों के मुकदमे बाल न्यायालय में चलते हैं और उन्हें कम सजा दी जाती है, जो 2-3 साल से ज्यादा नहीं होती.

दिसंबर, 2012 में दिल्ली में हुए देश के सब से चर्चित सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषियों में एक नाबालिग भी था. उसी ने निर्भया के साथ सब से ज्यादा बर्बरता, सच कहें तो इंतहा की आखिरी हद तक दरिंदगी की थी. लेकिन नाबालिग होने की वजह से वह मामूली सजा भोग कर जेल से बाहर आ गया और हालफिलहाल नाम बदल कर दक्षिण भारत में कुक की नौकरी कर रहा है.

5 साल पहले मेरठ में भी एक नाबालिग ने पारिवारिक रंजिश के चलते एक व्यक्ति को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया था, जो अब छूट चुका है. ऐसे और भी तमाम मामले हैं. 13 जून, 2019 को दिल्ली के रोहिणी में हुई प्रौपर्टी डीलर अमित कोचर की हत्या में भी एक आरोपी नाबालिग है, जिसे शार्पशूटर बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार अमित कोचर से एक करोड़ रुपए की सुपारी मांगी गई थी, जो उन्होंने नहीं दी. इसी के फलस्वरूप उन की हत्या कर दी गई.

विकासपुरी में रहने वाले अमित कोचर ने कई साल तक बीपीओ (कालसेंटर) चलाया था. इस के बाद वह प्रौपर्टी डीलिंग का काम करने लगे थे. उन की पत्नी एनसीआर के एक कालसेंटर में कार्यरत थीं. 13 जून बृहस्पतिवार को अमित ने अपने दोस्तों को खाने पर बुलाया था. अमित ने औनलाइन खाना और्डर कर दिया था. 11 बजे डोरबैल बजी तो अमित ने सोचा, डिलिवरी बौय आया होगा. उन्होंने दरवाजा खोल दिया. दरवाजे पर खड़े बदमाशों ने अमित को बिना कोई मौका दिए बाहर खींच लिया.

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बदमाश उन्हें घसीट कर घर के बाहर ले गए और उन्हें उन की ही गाड़ी में बैठा कर उन की हत्या कर दी. उन्हें 9 गोलियां मारी गई थीं. जब अमित के दोस्तों ने गोली की आवाज सुनी तो वे बाहर आए. बदमाशों ने उन पर पिस्तौल तान दी और अपनी कार में बैठ कर भाग निकले. घटना के बाद लोग एकत्र हुए तो सब को लगा कि यह घटना संभवत: कार पार्किंग के विवाद को ले कर हुई है.

अमित कोचर के दोस्त उन्हें दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले गए. लेकिन डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता चला कि बदमाश क्रेटा कार से भागे थे.

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कार के नंबर के आधार पर पता लगाया गया तो जानकारी मिली कि क्रेटा कार भिवाड़ी, राजस्थान से लूटी गई थी. बदमाशों ने एक मौल के बाहर से क्रेटा कार के मालिक को कार सहित अपहृत कर लिया था. बाद में उसे रास्ते में उतार दिया गया. केवल इतना ही नहीं, बल्कि उन्होंने उसे किराए के लिए एक हजार रुपए भी दिए थे.

रोहिणी मामले में पुलिस ने अपने मुखबिरों की मदद ली तो पता चला कि अमित कोचर की हत्या गैंगस्टर मंजीत महाल के भांजे लोकेश उर्फ सूर्या के गैंग के लोगों ने की थी. 15 जून की सुबह 4 बजे मुखबिरों से ही पता चला कि जिस गैंग ने अमित कोचर की हत्या की है, उस गैंग के बदमाश सुबह 4 बजे रोहिणी के सेक्टर-25 में हेलीपैड के पास मौजूद हैं.

पुलिस टीम वहां पहुंची तो हत्या की वारदात में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार खड़ी दिखाई दी. कार के बाहर नाबालिग शार्पशूटर खड़ा था, जो शायद किसी का इंतजार कर रहा था. पुलिस को देख वह कार की ओट में छिप गया. पुलिस ने उसे समर्पण करने को कहा तो वह भागने लगा. पुलिस टीम उसे पकड़ने के लिए दौड़ी तो उस ने गोली चला दी. गनीमत यह रही कि गोली किसी पुलिस वाले को नहीं लगी. पुलिस ने उसे पकड़ लिया. उस से कार और पिस्तौल बरामद कर ली गई.

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पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि प्रौपर्टी डीलर अमित कोचर बुकी भी थे. यानी वह सट्टा खेलाते थे. गैंग ने उन से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी, पैसा न देने की वजह से ही उन की हत्या की गई थी. पिछले साल दिसंबर में इस गैंग के लोगों ने बिंदापुर के एक डाक्टर से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी. इस मामले में पुलिस ने इस गैंग के बदमाश जितेंद्र को नजफगढ़ से गिरफ्तार किया था. इस गिरोह ने अपने प्रतिद्वंदी गिरोह के बदमाश हरिओम को गोलियों से भून दिया था, लेकिन उस की जान बच गई थी.

इस मामले में नाबालिग के अलावा नजफगढ़ का रहने वाला लोकेश उर्फ सूर्या, प्रदीप, सोनीपत निवासी नीरज और रोहतक का रहने वाला रोहित भी शामिल था. इस गिरोह ने 29 अप्रैल, 2019 को जनकपुरी के एक डिपार्टमेंटल स्टोर से 15 लाख रुपए लूटे थे. इस मामले में थाना जनकपुरी में केस दर्ज हुआ था. बाद में बदमाशों ने डिपार्टमेंटल स्टोर के मालिक को केस वापस लेने के लिए धमकाया भी था.

अंबाती रायडू ने संन्यास ले कर सब को चौंकाया

क्या महेंद्र सिंह धौनी इस वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे? अभी यह चर्चा जोरों पर थी कि एक भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायडू ने भारत में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह कर सब को चौंका दिया है. उन का यह संन्यास लेने की वजह कहीं न कहीं इस वर्ल्ड कप से ही जुड़ी है.

दरअसल, इस वर्ल्ड कप में न चुने जाने के बाद 33 साल के अंबाती रायडू ने बुधवार, 3 जुलाई को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. इस संबंध में उन्होंने बीसीसीआई को मेल भेजा है. बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी ने इस सिलसिले में बताया कि अंबाती रायडू ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया है और वे फिलहाल एक साल और आईपीएल खेलेंगे.

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यह रही वजह

आंध्र प्रदेश के इस क्रिकेटर को वर्ल्ड कप के लिए भेजी गई 15 सदस्यों की टीम में शामिल नहीं किया गया था. तब क्रिकेट जगत में इस बात पर चर्चा भी हुई थी कि अच्छी फॉर्म में चल रहे अंबाती रायडू के साथ ऐसा क्यों हुआ? अचंभा तो तब हुआ था जब चोट लगने की वजह से पहले शिखर धवन और बाद में विजय शंकर के वर्ल्ड कप से बाहर होने के बावजूद अंबाती रायडू को इस वर्ल्ड कप में नहीं लिया गया, बल्कि उन की जगह ऋषभ पंत और मयंक अग्रवाल को टीम में जगह मिली थी.

जब ज्यादा सवाल उठाए गए तो बीसीसीआई ने कहा था कि विजय शंकर को ‘तीनों विभागों (बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग) में काबिलियत’ के बूते लिया गया है. इस पर तंज कसते हुए अंबाती रायडू ने ट्वीट किया था कि उन्होंने वर्ल्ड कप देखने के लिए 3डी ग्लास ऑर्डर किए हैं.

अंबाती रायडू का क्रिकेट कैरियर…

अंबाती रायडू के क्रिकेट कैरियर की बात करें तो उन्होंने कुल 55 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले हैं जिन में उन्होंने 47.6 की औसत से 1694 रन बनाए हैं. इस में 3 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं, वहीं 6 ट्वेंटी20 मुकाबलों में उन्होंने महज 42 रन ही बनाए हैं. आईपीएल की बात करें तो इस बार वे चेन्नई सुपर किंग्स टीम के लिए खेले थे. उन्होंने 147 आईपीएल मैचों में 28.7 की औसत से 3300 रन बनाए हैं.

अभी हाल ही में 2011 के वर्ल्ड के हीरो रहे युवराज सिंह ने भी चुपचाप संन्यास ले लिया था. उन्हीं की राह पर चल कर अंबाती रायडू ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को एक झटका दिया है.

मलाइका अरोड़ा का ‘दबंग अंदाज’, ‘चुलबुल’ सलमान को यूं किया COPY

बौलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रैस मलाइका अरोड़ा अक्सर ही अपने लुक्स से फैंस को इम्प्रेस करती रहती हैं. मलाइका अच्छी एक्ट्रैस होने के साथ-साथ एक बेहतरीन मौडल, डांसर और प्रोड्यूसर भी हैं. मलाइका ने “इंडियाज़ गोट टेलैंट”, “झलक दिखला जा”, “नच बल्लिए” जैसे कई रिएलिटी शो में जज की भूमिका भी निभाई है.

न्यूयार्क में दिखा दबंग अंदाज…

हाल-फिलहाल मलाइका अरोड़ा ने अपने फैंस के साथ कुछ ऐसी फोटोज शेयर की हैं जिसमें वे बेहद ही खूबसूरत लग रही हैं. मलाइका इन फोटोज में दिल की आकार वाला चश्मा पहने दिखाई दे रही है जैसा चश्मा सलमान खान ने दबंग फिल्म में पहना था. मलाइका की इन फोटोज को देख फैंस को दबंग फिल्म की याद आ गई होगी. मलाइका की इन फोटोज को फैंस ने खूब पसंद किया और जमकर कमेंट्स कर उनकी तारीफ भी की.

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Hey Wat u lookin at ???👀👀👀

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‘दबंग’ में बनी थीं ‘मुन्नी’…

मलाइका अरोड़ा ने दबंग फिल्म में एक आइटम सौंग किया था जिसका नाम “मुन्नी बदनाम हुई” था और ये आइटम सौंग बेहद पसंद किया गया था और काफी फेमस भी हुआ था. मलाइका ने ना सिर्फ दबंग फिल्म में आइटम सौंग परफोर्म किया था बल्कि मलाइका दबंग फिल्म की प्रोड्यूसर भी रही थीं.

 

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Happy bday my crazy,insanely funny n amazing @arjunkapoor … love n happiness always

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अर्जुन के साथ छुट्टी मना रही हैं मलाइका…

वैसे देखा जाए तो मलाइका इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ खुल कर एन्जौय कर रही है. मलाइका इन दिनों अर्जुन कपूर के साथ न्यूयार्क में छुट्टियां मना रही हैं. जहां दोनों अर्जुन के बर्थडे सेलिब्रेशन के लिए गए थे. मलाइका ने अर्जुन के लिए एक इमोशनल पोस्ट भी किया था. साथ ही उनके साथ एक रोमांटिक फोटो भी शेयर की थी.

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‘सूर्यवंशी’ के लिए अक्षय ने किया ये खतरनाक स्टंट, VIDEO VIRAL

बौलीवुड के खिलाड़ी कुमार कहे जाने वाले एक्टर अक्षय कुमार अपने स्टंट्स को ले कर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. जब भी अक्षय को स्टंट सीन करने का मौका मिलता है वे उस सीन में अपनी जी-जान लगा देते हैं. हाल-फिलहाल अक्षय अपनी आने वाली फिल्म ‘सूर्यवंशी’ की शूटिंग में बिजी हैं.

‘सूर्यवंशी’ का शूट करते हुए अक्षय कुमार ने एक ऐसा स्टंट कर दिखाया जिसे देख कोई भी दंग रह जाएगा. शूट के दौरान अक्षय एक हेलीकौप्टर से लटके दिखाई दिए. अक्षय ने सूर्यवंशी के सेट का एक वीडियो खुद अपने फैंस के साथ शेयर किया जिसमें वे जबरदस्त एक्शन सीन्स करते नजर आ रहे हैं. ये वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें आप अक्षय को खतरनाक स्टंट करते हुए देख सकते हैं.

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नहीं किया डुप्लीकेट का यूज…

अक्सर ये देखा जाता है कि बौलीवुड एक्टर्स एक्शन सीन्स करने के लिए डुप्लीकेट्स का यूज करते हैं लेकिन अक्षय को स्टंट्स करने में इतना मजा आता है कि वे किसी भी डुप्लीकेट का इस्तेमाल ना करते हुए खुद ही सारे स्टंट्स परफौर्म करते हैं, शायद यही वजह है कि अक्षय कुमार स्टंटमैन के नाम से भी जाने जाते हैं.

‘सूर्यवंशी’ के सेट से अक्षय कुमार की एक फोटो भी सामने आई है जिसमें वे रोहित शेट्टी के साथ कुछ बात कर रहें है और चारों तरफ काफी सारी गाड़ियां दिख रही हैं.

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बता दें अक्षय कुमार की ये फिल्म अगले साल यानी 2020 में रिलीज होगी. फिल्म में अक्षय के साथ कैटरीना कैफ अहम भूमिका निभाती नजर आएंगी. इस फिल्म के जरिए रोहित शेट्टी और अक्षय की जोड़ी पहली बार बड़े पर्दे पर दर्शकों को देखने को मिलेगी.

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