प्रथम घटना - राजधानी रायपुर के विधान सभा मार्ग में एक प्रेमी जोड़े को कुछ लोगों ने देखा और उन्हें प्रताड़ित किया. यहां तक कि युवक की हत्या हो गई.

दूसरी घटना - न्यायधानी कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में एक युगल जोड़ी जब एकांत में बैठी हुई थी कुछ अपराधिक किस्म के लोगों ने उन पर हमला किया और युवती के साथ बलात्कार किया.

तीसरी घटना - औद्योगिक नगरी कोरबा के रविशंकर शुक्ला नगर के एकांत में एक युगल जोड़े को युवकों ने पकड़ा और युवती के साथ 8 लोगों ने अनाचार किया. मामला संभ्रांत परिवार का था अतः हड़कंप मच गई पुलिस ने गुप्त रूप से जांच की.

क्या प्यार, प्रेम कोई अपराध है. शायद किसी भी जागरूक और संवेदनशील समाज में इसे अपराध की कोटि में शामिल नहीं किया जा सकता. मगर जब दो प्रेमी कहीं एकांत में मिले और कुछ लोग उस पर हमला कर देंगे तो आप क्या कहेंगे.

ये भी पढ़ें- आत्महत्या का दौर और राहत

छत्तीसगढ़ के आदिवासी जिला जसपुर में ऐसे ही एक लोमहर्षक घटना घटित हुई है. जहां एक युगल प्रेमी जोड़े को एकांत में पाकर कुछ लोगों ने अपने गिरफ्त में ले लिया और कानून को अपने हाथों में लेते हुए पहले युवक को अपमानित किया गया पीटा गया. और फिर कुदृष्टि डालने वालों ने युवती  के साथ भी वही सब किया गया जो किसी भी दृष्टि से कानून सम्मत नहीं कहा जा सकता.

ऐसी अनेक घटनाएं हमारे आसपास घटित होती रहती हैं और समाज और कानून के भय से कथित रूप से पीड़ित पक्ष  मौन हो जाता है. यह एक ऐसा गंभीर मसला है जिस पर प्रत्येक दृष्टि से समाज के हर एक वर्ग को चिंतन करना चाहिए. इस आलेख में हमने इस गंभीर सामयिक विषय को विभिन्न दृष्टिकोण से आपके समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया है. ताकि हर एक पक्ष जागरूक हो सके और इसका लाभ उठा सकें और ऐसी घटनाएं कम से कम घटित हो और खत्म हो जाए.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 महीना)
USD2
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...