तिबलसी, जौर्जिया.
भारतीय पहलवान कृपाशंकर बिश्नोई ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यहां खेली जा रही वर्ल्ड वेटरन कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता लिया है. कृपाशंकर ने 70 किलो वर्ग बी डिवीजन फ्रीस्टाइल कुश्ती में यह पदक जीता. ‘अर्जुन अवार्डी’ कृपाशंकर बिश्नोई ने कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में इजरायल के पहलवान सिनियावस्की को 14-3 से पराजित कर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया है.
पूरी कुश्ती के दौरान कृपाशंकर विपक्षी इजराइली पहलवान पर हावी रहे. उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर पर मुकाबले को समाप्त किया. यह फ्रीस्टाइल वर्ग में भारत के लिए पहला पदक है. बता दें कि कृपाशंकर इंदौर के रहने वाले हैं.
तिबलसी शहर में 13 अक्टूबर तक चलने वाली वर्ल्ड वेटरन कुश्ती चैंपियनशिप के चौथे दिन स्टेडियम में तब खुशी का माहौल हो गया जब कृपाशंकर पोडियम पर खड़े हुए और उन्हें मेडल पहनाया गया. तब वहां मौजूद अनेक भारतीयों ने ‘इंडिया-इंडिया’ के नारे के साथ उन का उत्साहवर्धन किया. बता दें कि जौर्जिया के तिबलसी शहर में हर वर्ष अनेकों भारतीय स्टूडेंट जाते हैं. उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के दौरान सभी भारतीय पहलवानों की हौसला अफजाई की.
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विश्व चैंपियनशिप के मुकाबलों में कृपाशंकर ने तुर्की, हंगरी, ईरान, इजराइल के पहलवानों को हरा कर कांस्य पदक जीतने तक का सफर तय किया है.
कांस्य पदक के मुकाबले से पहले प्रीक्वार्टर फाइनल मैं कृपाशंकर यूक्रेन के पहलवान से पराजित हो गए थे. यूक्रेन के पहलवान के फाइनल में पहुंचने के फलस्वरूप कृपाशंकर को रेपेचेज राउंड में शामिल किया गया जहां उन्होंने ईरान के अली रजा मोहम्मद व कांस्य पदक के मुकाबले में इसराइल के पहलवान सिनियावस्की को 14 – 3 से शिकस्त दी.
रणधीर सिंह ने जीता कांस्य
कृपाशंकर के अलावा भारत के एक और ‘अर्जुन अवौर्डी’ पहलवान रणधीर सिंह ने 100 किलोग्राम ग्रीको रोमन स्टाइल के सी डिवीजन में कांस्य पदक जीता. रणधीर सिंह ने नौर्डिक सिस्टम के तहत कांस्य पदक जीता.
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बता दें कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के नियमों के तहत नौर्डिक सिस्टम में शामिल सभी खिलाड़ियों को एकदूसरे से मुकाबला करना होता है. ऐसी वेट कैटेगरी में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक दिया जाता है.
भारतीय पहलवान रणधीर सिंह ने नौर्डिक सिस्टम के तहत खेलते हुए अपने पहले मुकाबले में कजाकिस्तान के इसासेजतोव को 4-0 के अंतर के बाद बाई फौल के आधार पर हराया. लेकिन दूसरे मुकाबले में रणधीर ईरान के अली रजा से हार गए. तीसरे मुकाबले में उन्हें मेजबान जौर्जिया के डेविड कुप्रासविली से हार का सामना करना पड़ा.
इस प्रदर्शन के आधार पर उन्हें कांस्य पदक मिला. यह उन का वर्ल्ड वेटरन कुश्ती में 8वां पदक है. उन्होंने इस से पहले 2006 में लातविया में हुई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. 2018, 2017 और 2016 में हुई वर्ल्ड वेटरन प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था.
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