Harassment: अगर आप भी अपनी समस्या भेजना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें.

सवाल –

मेरी उम्र 24 साल है और मैं उत्तर प्रदेश के आगरा का रहने वाला हूं. मेरी एक गर्लफ्रैंड है, जिस के साथ मैं कालेज टाइम से ही रिलेशनशिप में हूं. कुछ दिनों पहले हम दोनों शाम को मार्केट से लौट रहे थे तभी वहां मौजूद 4 लड़कों ने मेरी गर्लफ्रैंड पर गंदे कमैंट्स करने शुरू कर दिए. मैं ने पहले तो इग्नोर किया, लेकिन जब उन में से एक लड़का आगे बढ़ कर मेरी गर्लफ्रैंड से छेड़छाड़ करने लगा तो मेरा गुस्सा फूट पड़ा और मैं ने उन्हें डांटा. इस के बाद वे चारों मुझ पर टूट पड़े और मुझे बुरी तरह से पीटने लगे. आसपास खड़े लोग सबकुछ देखते रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. मुझे बहुत बुरा लगा कि मेरी गलती न होने के बावजूद मेरी गर्लफ्रैंड के सामने मुझे इतनी मार खानी पड़ी. अब समझ नहीं आ रहा कि क्या मुझे इस के खिलाफ पुलिस में शिकायत करनी चाहिए या फिर चुप रहना चाहिए?

जवाब –

आजकल समाज में ज्यादातर लोग दूसरों की परेशानी और लड़ाइयों में इंटरफेयर नहीं करते. जैसा आप ने बताया कि वहां मौजूद लोग केवल तमाशबीन बने रहे, यह आम बात है. लेकिन आप की हिम्मत काबिल ए तारीफ है कि आप ने गलत बात का विरोध किया. किसी भी लड़की के साथ छेड़छाड़ बरदाश्त नहीं करनी चाहिए.

आप के लिए सही यही होगा कि आप इस घटना के खिलाफ आवाज उठाएं. सब से पहले अपनी गर्लफ्रैंड के साथ नजदीकी पुलिस थाने जा कर लिखित शिकायत दर्ज कराएं. अगर उस जगह पर सीसीटीवी कैमरा मौजूद है तो उस की फुटेज निकलवा कर पुलिस को दें. इस से उन लड़कों को पहचानने और पकड़ने में आसानी होगी.

अगर फुटेज उपलब्ध न हो तो पुलिस को मौके पर ले कर जाएं और एकदो दिन तक वहां नजर रखें, क्योंकि ऐसे लड़के अकसर रोजाना एक ही जगह पर खड़े हो कर छेड़छाड़ करते हैं.

चुप रहने से न तो आप के आत्मसम्मान को न्याय मिलेगा और न ही ऐसे लोगों की हरकतें रुकेंगी. शिकायत दर्ज करा के आप न सिर्फ अपने लिए, बल्कि समाज की दूसरी लड़कियों की सुरक्षा के लिए भी कदम उठाएंगे.

व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या इस नम्बर पर 8588843415 भेजें. Harassment

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