Lockdown में लगातार अपनी हौट फोटोज शेयर कर रही हैं Sunny Leone

इस लौकडाउन (Lockdown) के बीच बौलीवुड अभिनेत्रियों में हौट और सेक्सी तस्वीरों को शेयर करनें की होड़ सी लगी हुई है. इनमें तो कुछ इतनी आगे है की हर रोज कोई न कोई फोटो शेयर करती रहती हैं. इन एक्ट्रेसेस मे सनी लियोन (Sunny Leone) और उर्वशी रौतेला (Urvashi Rautela) का नाम सबसे ऊपर है. इन दोनों अभिनेत्रियों में तस्वीरों की शेयर करने की होड़ सी मची है.

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सोशल मीडिया पर कर रही हैं हौट फोटोज शेयर…

 

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My Saturday hang !!! 😍 12 days of #Summer 🍀 . . . Shot by @dabbooratnani | @manishadratnani @dabbooratnanistudio

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लौक डाउन के चलते सनी लियोन इन दिनों अपने पति और बच्चों के साथ अपने घर पर समय बिता रही हैं. लेकिन इन सबके बीच वह अपने हौट तस्वीरों के कलेक्शन में से चुनिन्दा तस्वीरों को अपने इन्स्टाग्राम और ट्विटर एकाउंट के जरिये अपने फैन्स के सामने ला रहीं हैं.

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मोनोकिनी पहनी आईं नजर…

उन्होंने जो लेटेस्ट तस्वीरें शेयर की हैं उनमें वह मोनोकिनी (Monokini) पहनी हुई नजर आ रही है. इसके साथ उन्होंने ईयररिंग्स, ब्रेसलेट और नुकीले हील्स भी पहन रखे हैं. इन तस्वीरों में वह पत्थरों पर लेट कर पोज देती नजर आ रहीं हैं. मोनोकिनी के साथ उन्होंने कई हौट और सेक्सी पोज दिए हैं.

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कैप्शन में लिखा ये…

शेयर किये गए इन तस्वीरों के साथ उन्होंने उसके कैप्सन में लिखा है “रविवार” “कुछ भी नहीं करने का दिन” “ओह रुको” वह “अब तो हर दिन कुछ नहीं हो रहा है” Sunday. The day to do nothing !!! Oh wait, that’s everyday now. एक्ट्रेस की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.

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फैंस कर रहे हैं ऐसे कमेंट्स…

शेयर किये एक दूसरे तस्वीर में वह बिकनी में नजर आ रहीं हैं. इन तस्वीरों पर उनके फैंस दिल खोल कर कमेंट्स कर रहें हैं जैसे कि – “वास्तव में सेक्सी लग रहीं है, मैं अपना ध्यान एक पल के लिए भी नहीं हटा सकता (That’s really sexy look, I can’t divert my attention for a second even).” एक यूजर नें मजे लेने वाले अंदाज में कमेंट किया है,- “किसी संस्था से बोल के कपड़े डोनेट करो रे. 4 दिन से बेचारी को देख रहा हूं ऐसी हालत में बस रंग बदल जाता है बाकी सब ऐसा ही रहता है.” एक नें लिखा है की,- “आप बहुत खुबसूरत हो, ऐसा हूर जैसे, चांदनी रात में चांद की रौशनी जैसे फैली हुई है आप की स्माइल और आप की खूबसूरती ऐसी ही रहे यही दुआ है हमारी और आप और आगे जाये.”

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फिलहाल सनी लियोन (Sunny Leone) के फैन्स का लौकडाउन में सनी के चलते बड़े आराम से चल रहा है, क्यों की सनी हर दिन उनके लिए नायाब और चुनिन्दा तस्वीरें जो पोस्ट कर रहीं हैं.

इस Lockdown देखिए भोजपुरी की ये सबसे बड़ी कौमेडी फिल्म

बौलीवुड की तरह भोजपुरी में फुल कौमेडी वाली फिल्में अभी काफी कम बन रहीं हैं. जब की भोजपुरी फिल्मों में भी अब स्तरीय कौमेडी देखनें को मिल रही है. इस कड़ी में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में “बताशा चाचा” (Batasha Chacha) के नाम से मशहूर अभिनेता मनोज टाइगर (Manoj Singh Tiger) के लीड रोल वाली फिल्‍म ‘लागल रहा बताशा’ (Lagal Raha Batasha) को एसआरके म्यूजिक के औफिसियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज कर दिया गया है. यह फिल्म साल 2019 के जनवरी महीनें में प्रदर्शित की गई थी. ‘लागल रहा बताशा’ भोजपुरी सिनेमा की मात्र फुल कौमेडी फिल्म है.

इस फिल्म की की खास बात यह है की इसे पूरे परिवार के साथ बैठ कर देखा जा सकता है. अश्‍लीलता से परे इस फिल्म में प्यार और इमोशन्स का भी जबरदस्त तड़का देखनें को मिलता है.

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इस फिल्म की कहानी फिल्म के लीड एक्टर मनोज सिंह टाइगर “बतासा चाचा” ने लिखी है. मनोज सिंह टाइगर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के हरफनमौला कलाकारों में शुमार हैं. भोजपुरी में वह बतौर कौमेडियन, विलेन, और गंभीर रोल के जरिये अपनी अलग ही पहचान बनानें में कामयाब रहें हैं.

फिल्म की कहानी गांव में नौटंकी मण्डली चलाने वाले एक ऐसे युवक की है जिसे भोजपुरी सीखने आई नामचीन अभिनेत्री आम्रपाली दूबे (Amrapali Dubey) से हुए प्यार हो जाता है. फिल्म में आम्रपाली दूबे को उनके असली नाम से किरदार में दिखाया गया है जो बहुत बड़ी फिल्म ऐक्ट्रेस है. फिल्म में नौटंकी मंडली के अगुआ बतासा यानी मनोज सिंह टाइगर ने इस फिल्म में अपने रोल को बड़ी सिद्दत से निभाया है, फिल्म की कहानी में नवीनता तो है ही साथ ही फिल्मांकन में भी भव्यता देखने को मिलती है. इस फिल्‍म की सबसे खास बात ये है कि फिल्म के सभी अभिनेता रंगमंच से जुड़े हैं. फिल्म में अश्‍लीलता से परहेज किया है.

इन दिग्गज कलाकारों से सजी है यह फिल्म

इस फिल्म को फुल इंटरटेनमेन्ट्स के नजरिये से देखा जा सकता है क्यों की इस फिल्म में भोजपुरी के सभी दिग्गज कौमेडियन्स नें काम किया है इस फिल्म में भोजपुरी सनसनी आम्रपाली दूबे और मनोज टाइगर के साथ अविनाश द्विवेदी, प्रकाश जैस, संजय पांडे, के के गोस्वामी, सीपी भट्ट, आनंद मोहन, विनोद मिश्रा, महेश आचार्य, संतोष श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, किरण यादव, धामा वर्मा, दिलीप वर्मा, लल्लन सिंह, सोनू पांडेय, जे के, सम्भावना सेठ एवं सुशील सिंह नें जबरदस्त अभिनय किया है.

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फिल्म का निर्देशन आलोक विसेन नें किया है निर्माता संजीव कुशवाहा और आलोक ने. फ़िल्म के संगीतकार ओम झा हैं, गीतकार हैं प्यारेलाल कवि व आज़ाद सिंह है और सिनेमेटोग्राफी फ़िरोज़ खान नें की है.क्रिएटिव प्रोड्यूसर की जिम्मेदारी रजनीश कुमार नें निभाई है तो संपादन संतोष मंडल नें किया है. फिल्म की कोरियोग्राफी रिक्की गुप्ता और महेश आचार्य नें की है इस फिल्म के पीआरओ उदय भगत और रंजन सिंह है. फिल्‍म का निर्माण वी क्लासिक मूवीज़ प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले हुआ है.

फिल्म का लिंक-

Bold अंदाज में कहर ढा रही हैं ऐक्ट्रेस उर्वशी रौतेला, देखें Photos

इन दिनों लोग कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते घरों में बंद हैं जिसके चलते लोग बोरियत का शिकार भी हो रहें हैं. ऐसे में बौलीवुड जगत की हौट अभिनेत्रियों में शुमार उर्वशी रौतेला (Urvashi Rautela) आये दिन अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर तस्वीरें शेयर कर घर में बैठे हुए अपने फैन्स का दिल बहला रहीं है. यही कारण है की सोशल मीडिया पर उनके फालोअर्स भी बहुत है. हाल ही में उर्वशी के इन्स्टाग्राम एकाउंट पर 25 मिलियन की संख्या पूरी हुई है. इसका एक बड़ा कारण उर्वशी द्वारा आये दिन शेयर की जाने वाली बोल्ड तस्वीरें भी हैं.

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इसी कड़ी में उर्वशी रौतेला नें फिर अपनी हौट और बोल्ड तस्वीरें शेयर की हैं. जिसे देख कर फैन्स की धडकनें बढ़ना लाजमी हैं. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम (Instagram) अकाउंट पर जो तस्वीरें शेयर की हैं उसमें वह काफी हौट लुक्स में नजर आ रहीं है. उर्वशी अपने इस नए लुक में ब्लैक कलर का काफी टाइट (Black Outfit) ड्रेस पहना हुआ है. उर्वशी रौतेला (Urvashi Rautela) द्वारा शेयर किये गए इस हौट तस्वीर को अब तक लाखों लाइक्स मिल चुके हैं.

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इसके पहले भी उर्वशी नें कई तस्वीरें शेयर की थीं जिस पर फैन्स की काफी प्रतिक्रियाएं देखनें को मिली थी. अपने शेयर किये एक तस्वीर में उर्वशी नें रेड टौप पहन रखा है जिसमें बेहद खूबसूरत नजर आया रहीं हैं. वहीं एक दूसरी तस्वीर में इसके अलावा उर्वशी ने बेड पर पोज देनें की तस्वीरें भी शेयर की हैं जिसमें उनका सेक्सी अंदाज लोगों को बेहद भा रहा है. शेयर किये गए एक दूसरी तस्वीर उर्वशी रौतेला बैकलेस टौप और फ्लोरल पैंट्स पहन रखा है. यह तस्वीर भी  सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.

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उर्वशी नें तस्वीरों को शेयर करने के पहले भी कई ऐसे वीडियोज और फोटोज शेयर किये थे, जो खूब वायरल हुई थी. जिसमें वह बिकनी पहनें हुए पूल में मस्ती करती नजर आई थी. इन वीडियोज और फोटोज में उर्वशी नें आसमानी कलर व गुलाबी कलर की बिकनी पहन खूब कहर ढाया था.

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फैन्स नें दिया ये रियक्शन…

उर्वशी रौतेला (Urvashi Rautela) द्वारा इन्स्टाग्राम पर शेयर किये गए तस्वीरों पर उनके फैन्स की मिली जुली प्रतिक्रियाएं देखनें को मिल रहीं हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘हौट’. वहीं अन्य ने लिखा “इनका सही लौक डाउन बीत रहा है” एक प्रशंसक ने लिखा है “सो सेक्सी” एक प्रशंसक ने लिखा है “ओफ्फ मेरी जान”. कुछ प्रशंसको ने इन तस्वीरों को लेकर गालियां भी दीं हैं तो कुछ नें भद्दे कमेंट्स भी किये हैं.

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Lockdown में भोजपुरी क्वीन रानी चटर्जी ने शेयर की सालों पुरानी फोटोज, पहचानना हुआ मुश्किल

भोजपुरी इंडस्ट्री की एक्ट्रेसस का जलवा अपने आप में सबसे अलग हैं, फिर चाहे उनके गाने हो या एक्टिंग स्टाइल, भोजपुरी स्टार्स ने सब के दिलों में अपनी अलग पहचान बनाई हैं. जैसा कि हम सब जानते हैं कि कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते पूरे विश्व को एक मुश्किल समय का सामना पड़ रहा है और इस बिमारी की वजह से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को कुछ दिनों के लिए पूरे भारत को लौकडाउन (Lockdown) करना पड़ा जिसका मतलब ये है कि कोई भी बिना वजह अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकता.

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रानी चटर्जी ने शेयर की पुरानी फोटोज…

ऐसे समय में सभी सेलेब्रिटीज अपने अपने घरों से ही कुछ क्रिएटिव कर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं और साथ ही अपने फैंस को टिप्स भी दे रहे कि उन्हें इस लौकडाउन के समय में क्या-क्या करना चाहिए. ऐसे में भोजपुरी इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने अपने औफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने फैंस के लिए कुछ फोटोज शेयर की हैं जो कि काफी पुरानी हैं.

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फैंस को बेहद पसंद आईं रानी की ये तस्वीरें…

इन फोटोज के साथ रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने कैप्शन में लिखा कि,- “#throwback #10yearsold #picture बैठे बैठे पुरानी तस्वीरों का पिटारा खोला बहुत सारी तस्वीरें मिली जो आप सभी के साझा करुगी.” इन फोटोज को देख ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि रानी चटर्जी अपने शुरूआती दिनों से ही काफी सुंदर थी. रानी के फैंस उन्हें काफी पसंद करते हैं और उनकी हर फोटो और वीडियो पर जमकर लाइक्स और कमेंट्स की बरसात करते हैं.

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फोटोज देख कोई भी हो जाएगा हैरान…

एक बार को तो रानी चटर्जी की पुरानी फोटोज देख कोई भी धोखा खा जाएगा कि क्या ये वोही रानी चटर्जी है कि आज के समय में भोजपुरी इंडस्ट्री की सबसे हौट और ग्लैमरस एक्ट्रेस है. रानी की पुरानी फोटोज काफी सिंपल है और सिंपल होने के साथ साथ वे अपनी हर फोटो में काफी क्यूट लग रही हैं.

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एक्ट्रेस सनी लियोन नें Hot Photos शेयर कर बढ़ा दी फैन्स की धड़कने

अभिनेत्री और पोर्न स्टार सनी लियोन (Sunny Leone) नें इस लॉकडाउन (Lockdown) के बीच अपनी कई तस्वीरों को अपने इन्स्टाग्राम एकाउंट पर साझा किया है जिसमें वह हौट लुक्स में कहर ढा रहीं हैं. सनी लियोन हौट और सेक्सी अंदाज के चलते अपने फैन्स के बीच खासा फेमस हैं. वह अक्सर ही अपनी सेक्सी और बोल्ड तस्वीरें अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर साझा करती रहतीं हैं. उसी कड़ी में उन्होंने हाल ही में कुछ तस्वीरें अपने इन्स्टाग्राम और ट्विटर अकाउन्ट पर शेयर की है.

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इन्स्टाग्राम पर शेयर किये एक तस्वीर में वह पूल में लेटी नजर आ रहीं हैं और उन्होंने अपने बदन पर ब्लैक कलर की बिकनी पहन रखी है. इस तस्वीर पर सनी को खूब रियक्शन मिल रहा है. वहीँ एक दूसरी तस्वीर में सनी बहुत ही बोल्ड अंदाज में एक नाव में खड़ीं हैं इसके बैकग्राउंड में पहाड़ और समुद्र का सीन तस्वीर को और भी मादक बना रहा हैं.

तीसरी तस्वीर जिसमें उन्होंने ब्लैक बिकनी के साथ ओलिव ग्रीन कलर का ट्रांस्पेरेंट क्रॉप टॉप पहना हुआ है। इस तस्वीर में बड़े ही मादक अंदाज में जीप से सट कर खड़ी नजर आ रही हैं. एक तस्वीर में सनी नें हल्के कलर की बिकनी पहन रखी है जिसमें उनका एक पैर पूल में है तो एक पैर पूल के ऊपर इस तस्वीर को देख कर फैन्स के दिल की धडकनें बढ़ जाना लाजिमी हैं. इसके अलावा भी उन्होंने कई तस्वीरें साझा की हैं जिसमें वह  कहर ढाती नजर आ रहीं हैं.

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ट्विटर पर की और भी हौट तस्वीरें शेयर

सनी लियोनी नें जितनी भी फोटोज इन्स्टाग्राम पर शेयर की है उन तस्वीरों के साथ उससे जुडी दूसरी हौट तस्वीरें अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर की हैं. इसमें वह जीप के साथ अलग- अलग पोजीशन में नजर आ रहीं हैं. वहीँ ट्विटर पर शेयर किये नीली बिकनी वाले तस्वीर में तो वह विजली ही गिरा रहीं हैं.

सनी नें घोड़े के पीठ पर बैठ कर भी एक तस्वीर शूट कराई है जिसे उन्होंने इस लॉक डाउन के बीच अपने सोशल मिडिया एकाउंट पर भी शेयर किया है. इस तस्वीर पर उनको ढेर सारे लाइक मिले हैं.

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आप को बतातें चलें की Lockdown के चलते एक्ट्रेस सनी लियोनी अपने तीनों बच्चों और पति डेनियल के साथ घर पर ही समय बिता रहीं हैं और खूब इंज्वाय भी कर रहीं हैं.  सनी लियोनी के हौट तस्वीरों के शेयर किये जानें के चलते उनके सोशल मीडिया पर जबरदस्त फालोअर्स भी हैं. जहां उनके इंस्टग्राम पर 33.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं वहीँ ट्विटर पर 5.3 मिलियन फालोअर्स की संख्या है.

ट्विटर पर शेयर की फोटोज…

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Lockdown के बीच लोगों की सेवा में लगे सप्लाई वौरियर्स को बिग बी ने ऐसे किया सलाम

कोरोना में लगाए गए Lockdown के चलते उपजे हालातों से उबारने के लिए सुपरस्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) लगातार प्रयासरत हैं. चाहे वह दिहाड़ी मजदूरों को खाद्य राहत के रूप में सहयोग रहा हो यह लोगों को जागरूक करने की मुहिम हो. इसी कड़ी में बिग बी नें Lockdown के बीच लोगों की सेवा में लगे लोगों को एक वीडियो जारी कर सलाम किया है. उन्होंने नें लोगों के घरों तक खाद्य सामग्री मुहैया कराने की मुहिम में लगे लोगों की न केवल सराहना की बल्कि उनके जज्बे को सलाम भी किया. ऐसा उन्होंने इससे जुड़ा एक वीडियों शेयर कर किया है.

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ट्विटर, इन्स्टाग्राम और फेसबुक एकाउंट पर शेयर किये वीडियों की शुरुआत वह अपने चिरपरिचित अंदाज से करते हुए कहते हैं  भाइयों, बहनों देवियों और सज्जनों नमस्कार! मैं हूँ अमिताभ बच्चन. एक तरफ जब आज सारा देश प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर Lockdown का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में योगदान दे रहा है. वहीं दूसरी ओर ऐसे ऐसे निस्वार्थ कर्मयोद्धा भी हैं, जो हमारी रोजमर्रा की जरूरी है वस्तुएं हमें इतनी सहजता से उपलब्ध करवा रहें हैं और इस लड़ाई में एक बहुत ही अहम भूमिका निभा रहे हैं. इन सप्लाई वारियर्स या सप्लाई योद्धा की स्वार्थहीन निष्ठा अपने आप में बहुत बड़ा कारण है जिनकी वजह से कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जो Lockdown वह सफल हो रहा है.

उन्होंने कहा की मै इन सप्लाई वारियर्स का तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूँ, जिनमें शामिल हैं अपने घर परिवार से सैकड़ों मील दूर काम कर रहे लाखो ट्रक ड्राइवर, सामान की लोडिंग अनलोडिंग करने वाले हमारे भाई बहन, रेलवे रैक,कार्गो,बंदरगाहों पर कार्यरत कर्मचारी, भारतीय वायु सेना, एयर इन्डिया के पायलट्स और क्रू और वह तमाम लोग जो खाद्य पदार्थ और जरूरी दवाइयों की सप्लाई में जी-जान से काम कर रहें हैं. मै सभी स्थानीय दुकानदार और डिलीवरी में जुटे बहनों और भईयों जो दूध,सब्जी,फल, खाद्यान्न आदि हमारे घर पहुंचा रहे हैं या हमें दुकानों पर मुहैया करा रहे हैं उन सब का भी मै बहुत आभारी हूं.

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उन्होंने नें अपने वीडियो में कहा की मै उन सबका भी आभारी हूँ जिनकी वजह से जितनी भी जरूरी वस्तुएं हैं बहुत ही सहजता से आपको उपलब्ध हो रही हैं. बाकी देशवासियों से मेरा बहुत विनम्र निवेदन है कि आप निश्चिंत रहें इन सप्लाई वॉरियर्स के चलते आप को जरुरी चीजों की कहीं कोई कमी नहीं होगी. इसी लिए अनावश्यक चीजों को आप इकट्ठा न करें, जमाखोरी न करेंघर में रहें सुरक्षित रहें. मै एक बार फिर देश के इस महान सेवा के लिए सभी सप्लाई वारियर्स को कोटि-कोटि नमन करता हूँ नमस्कार! बिग बी द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो को अब तक लाखों लोग देख चुकें हैं और इस पर लोगों नें बहुत ही अच्छे कमेन्ट और रिक्यशन दियें हैं.

इस Lockdown के चलते फिल्मों की शूटिंग बंद है और सभी एक्टर्स अपने घरों में हैं इसी कड़ी में अमिताभ बच्चन भी अपने घर पर में हैं लेकिन अगर उनके वर्तमान प्रोजेक्ट की बात करें तो वह जल्द ही फिल्म ब्राम्हस्त्र में नजर आने के साथ ही डायरेक्टर नागराज के फिल्म फिल्म का नाम झुंड में भी नजर आने वाले हैं  साथ ही वह  शूजीत सरकार के निर्देशन में बन रही फिल्म गुलाबो में भी नजर आने वाले हैं.

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तांत्रिक दिनेश और कोरोना

लेखक- रंगनाथ द्विवेदी

तांत्रिक दिनेश के पास दो उसके समकक्ष तांत्रिक चेले थे खुर्शीद और संजय यह कभी-कभी अपने तांत्रिक गुरु की भी खाट खड़ी कर देते थे. और इस समय तो कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते इनके–“तांत्रिक खेत की उर्वरता अपने चरम पर थी”. तांत्रिक दिनेश के दोनो चेलो ने इस वायरस की तांत्रिक शुरुआत से पहले की रखी हुई पुरानी इंसानी खोपड़ी व  हाथ की पुरानी हड्डी को फेंक कर कब्रिस्तान से एक मजबूत व नई हड्डी को लाकर धुला-पोछा और तांत्रिक क्रिया के अनुकूल उसका मेकअप कर दिया.

फिर उस गांव की ही एक महिला जो की अक्सर कमीशन पर तांत्रिक दिनेश के संपर्क में रहती थी. वे औरतों को झाड़-फूंक के लिए बहलाने और फूशलाने की जादूगर थी. तांत्रिक दिनेश के दोनों चेलो ने उस महिला से मिलकर तांत्रिक दिनेश की पूरी योजना समझाई व कहा कि वे शाम तलक 10 -12 महिलाओं की व्यवस्था कर उन्हें तांत्रिक दिनेश से मिलवाए और यह बताएं कि वह बहुत पहुंचे हुए तांत्रिक हैं जिन्होंने बड़े-बड़े भूत प्रेत बाधा को न केवल दूर किया, बल्कि उन्होंने उस घर और गांव से उस प्रेत बाधा को हमेशा के लिए खत्म कर दिया. तांत्रिक दिनेश बंगाल, आसाम की तंत्र साधना जानने के अलावा लाल किताब के भी बड़े पहुंचे जानकार है.

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वह एक हफ्ते तक ही गांव में रुकेंगे, फिर इसके बाद एक अनजानी अंधेरी गुफा में  कोरोना के शैतान को मंत्र से बांधने के लिए चले जाएंगे. रात को 9:00 बजे 12 का क्या वे 20 महिलाओं के साथ तांत्रिक दिनेश के आश्रम में आई, उस आश्रम में प्रवेश करते ही जैसे सभी महिलाओं की बुद्धि 50% तांत्रिक दिनेश के वश में हो गई हो. इसका कारण था,  वे अंदर का धुआँ जो कि महिलाएं कह रही थी कि जादू था. तांत्रिक दिनेश भी अपने तंत्र के उस ड्रेस में था, जोकि अक्सर सुपर हिट भुतहे फिल्म के तांत्रिकों की होती हैं.

इतना ही नहीं वे अस्त्र-शस्त्र भी तंत्र साधना के  वहीं मौजूद थे. जैसे आज तांत्रिक दिनेश इस कोरोना वायरस की ऐसी-तैसी कर देगा सिंदूर से खींची लाल सुर्ख आड़ी तिरछी रेखा बड़ी ही डरावनी लग रही थी. उसमें से ऐसी चमक निकल रही थी, मानो वहां कोई रोशनी की गई हो. हड्डी से चारों तरफ सिंदूर के घुमाना चीखना खोपड़ी को स्पर्श करना, तीन नींबू, एक कागज में रखें लौंग, कपूर अगरबत्ती यह कोरोना वायरस को तंत्र-मंत्र और इस देश से भगाने की उठापटक का एक अद्भुत दृश्य था.

तभी उसकी पेटेंट महिला अपने फिक्स तांत्रिक व नाटकीय तरीके से बाल खोले गाली देती सिंदूर वाली घेरे के पास पहुंची और जोर-जोर से अजीब अजीब आवाजें निकालने लगी,  सारी औरतें एकटक अवाक व डरी सी उसको देखने लगीं. तभी वे  उठी और तांत्रिक दिनेश से उलझ गई. तांत्रिक जैसे हवा में कोरोना वायरस रूपी शैतान व उसकी आस -पास के चुड़ैलों को कहने लगा कि, -” जा मेरे मंत्र तंत्र को चैलेंज मत कर, नहीं तो,  तुम्हें नष्ट कर दूंगा. मैं नहीं जाऊंगी, पूरे गांव को निकल जाऊंगी ” इतना कहते ही तांत्रिक दिनेश ने पास में रखी राखी उस पर फेंकी वह हाथ के शमशान वाली हड्डी से उसे पीटा, वह गुर्राते  हुए बेहोश हो गई.

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उसके बेहोश होते ही तांत्रिक दिनेश ने अपने तांत्रिक चेलों से चाकू मांगा फिर उस चाकू से तीनों नींबू में से एक नींबू को काटा तो लाल खून बहने लगा उसने इस औरत के अंदर मौजूद कोरोना के शैतान व उसके साथ की चुड़ैल को काटा हो उस उस खून को उस दिन उसने सिंदूर पर निचोड़ा , फिर दूसरे नींबू को उस औरत के ऊपर काटकर के निचोड़ा तो वे औरत अचानक सकपका कर उठी जैसे ही उठी तो उसने कहा,  मैं कहां हूं? मुझे क्या हुआ? उसके इतना पूछते ही तांत्रिक दिनेश ने झट तीसरा नींबू काटकर उस खोपड़ी पर निचोड़  दिया इतना करते ही वे खोपड़ी और भी खतरनाक और डरावनी दिखने लगी.

फिर उसके चेले पैसे ऐंठने और निकलवाने के अपने हुनर का प्रयोग करने लगे. उन सबको इस कोरोना वायरस की तांत्रिक झाड़-फूंक कराने के लिए प्रेरित किया. फिर सारी औरतें चली गई. क्योंकि तंत्र मत्र के धंधे की सबसे बड़ी ग्राहक व प्रचारक यह औरतें ही हैं फिर आधे घंटे बाद इनकी पेटेंट और फिक्स औरत अपना कमीशन लेने दिनेश के आश्रम पर आई.

अब तक इस गांव से कोरोना वायरस के शैतान को तंत्र मत्र से भगाने के नाम पर तांत्रिक दिनेश ने अपने दोनों तांत्रिक चेलों के व इस फिक्स  महिला के मिलीभगत से ₹80000 आ चुके हैं क्योंकि दिनेश भी अब कोई साधारण तांत्रिक नहीं है. बल्कि अपनी कमाई का कोरोना तांत्रिक हो गया है.

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एक लाश और Lockdown के इक्कीस दिन

मानपाडा , घोरबंदर रोड , ठाणे, के थोड़ा नए , सुनसान जगह में निम्न वर्ग के लिए  नयी बनी एक आम सी हाउसिंग सोसाइटी , नीलकंठ , की एक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर के फ्लैट में दो प्लास्टिक की चेयर्स पर बैठे सुमन सिंह  और अजय हेगड़े,बेड पर पड़ी अनिल की लाश को देखते , फिर एक दूसरे को , जैसे कोई महान  काम अंजाम दे दिया हो . सुमन ने कहा ,” अजय , ये जनता कर्फ्यू तो नौ बजे ख़तम हो जायेगा , इसे रात को ठिकाने लगा पाएंगे न ?”

”हाँ , सुमन , कुछ दूरी पर नयी बिल्डिंग बन रही थी , आजकल काम बंद है , वहीँ गड्ढा खोदकर इसे दबा देंगें , बस , अब इसे बड़े सूट केस में भर लेते हैं .” सुमन ने फिर एक बार लाश को देखा , बदन में एक झुरझुरी सी हुई . अनिल के साथ पांच सालों के वैवाहिक जीवन का अंत ऐसे होना था , यह कभी सोचा नहीं था . वह यूँ ही पानी पीने उठ गयी , अजय भी पीछे पीछे उठा , और उसकी कमर में  हाथ डाल दिया ,बोला ,”क्यों परेशान हो रही हो , डिअर ? चार साल से इसी दिन का तो इंतज़ार किया है , हमारे प्यार के बीच कीअब सब दीवार हट चुकी हैं, . ” सुमन पलटी और उसके गले लग गयी . सुमन और अजय फिर भविष्य की योजनाएं बनाते रहे , रिश्तेदारों  और पड़ोसियों को क्या कहना है , रोने की कितनी एक्टिंग करनी है .अनिल बिहार के हाजीपुर से मुंबई आया था , वह और अजय एक आइस फैक्ट्री में काम करते थे , कोरोना के टाइम अनिल के रिश्तेदार बिहार के गावों  से मुंबई आने से रहे , उसके माता  पिता थे नहीं , भाई बहन थे , वे कहाँ आ पायेंगें , इसलिए दोनों ने अनिल को मारने का यही समय चुना था . आजकल लोग कोरोना वायरस के चलते डरे सहमे से थे . बिल्डिंग का जो चौकीदार रहता  , वह भी अपने गांव जा चुका था .

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इस बिल्डिंग में आम से लोग थे जिनकासमय अपनी जरूरतें पूरी करने में ही बीत जाता , वैसे भी ये मुंबई के लोग थे जिनके पास एक दूसरे के जीवन में ताकाझांकी के लिए न समय होता है , न आदत . दोनों ने अनिल की लाश को मिलकर सूटकेस में भर दिया , सुमन बीच बीच में विचलित होती पर अजय उसे बातों में लगा लेता . दोनों फिर थक से गए तो फर्श पर ही लेट गए . दोनों ने फिर चाय , नाश्ता , खाना पीना , प्यार मोहब्बत सब आराम से किया जैसे कुछ हुआ ही न हो . आज के दिन के लिए वे दोनों ही पूर्ण रूप से मानसिक रूप से तैयार थे .नौ बजे अजय ने बाहर झाँका ,कहा ,”बस अब यह बैग लेकर बाहर जाना है , ऑटो मिल जाए अब , और कोई बाहर न मिले .” अजय और सुमन ने इतने में ही आवाजें सुनी , किचन की खिड़की से झाँका , काफी लोग दिन भर रहने के बाद बाहर निकल आये थे , अजय ने अपना सर पकड़ लिया , ”यह तो बड़ी मुश्किल हो गयी , बाहर तो बहुत लोग आ गए .”

सुमन अब घबराई ,” अब क्या करेंगें ?” अजय थोड़ी देर सोचता रहा , फिर बोला ,” मैं कल एक टेम्पो लेकर आऊंगा , फिर यह सूट केस ले जाऊंगा .” सुमन हड़बड़ा गयी ,” तो क्या इसके साथ मैं अकेली रहूं?”

अजय इस समय भी हंस दिया , ” अरे , पांच साल रह ली , एक रात और बिता लो पति के साथ .” सुमन ने गुस्से से घूरा , तो बोला ,”अरे , पड़ा रहने दो बेचारे को एक कोने में , लो , यहाँ रख देता हूँ , दरवाजे के पीछे , तुम्हे अब नहीं दिखेगा . सुमन , आज कितना फ्री फील हो रहा है न ?”सुमन अब भी चिंतित थी ,”तुम यहीं रुक जाओ , अजय .”

”माँ को भी जाकर शकल दिखा दूँ , अकेली परेशान हो रही होंगीं , सुबह से ही यहाँ हूँ , मैं जाकर टेम्पो वाले से भी बात कर लेता हूँ ,” सुमन को किस करके , उसे तसल्ली देकर अजय चला गया . सुमन ने बेड की चादर बदली , बहुत थकान थी , आराम करने लेट तो गयी पर बंद आँखों के आगे अनिल से मिलने से लेकर आज तक की घटनाएं सिलसिलेवार घूमने लगीं .

आइस फैक्ट्री में ही सुमन के चाचा काम करते थे , उन्ही के पास आते जाते उसकी मुलाकात अनिल से हुई थी ,उसका  सरल , गंभीर सा स्वभाव उस समय तो सुमन के मन को छू गया था ,अनाथ सुमन और अनिल के  विवाह पर  किसी को आपत्ति नहीं हुई , विवाह के कुछ ही दिन बाद उसे अनिल के गहरे दोस्त अजय का खिलंदड़ा, मस्त मौला स्वभाव इस कदर भाया कि आज सूटकेस में रखी लाश उसी लगाव की निशानी थी जो दिन पर दिन बढ़ता गया था और दोनों ऐसे दीवाने हो चुके थे कि कई महीनों से अनिल से पीछा छुड़ाने की बात करने लगे थे . अजय अनिल की अनुपस्थिति में खूब आता जाता रहा तो अनिल के घर होने पर भी आता जाता , जिससे किसी देखने वाले को लगे कि यह घर जैसा ही कोई दोस्त है . अजय का विवाह तो हुआ था पर उसका तलाक हो चुका था , वह अपनी माँ के साथ ही ठाणे की ही एक सोसाइटी में रहता था , सुमन अनिल के साथ उसकी माँ से मिलने भी जाती रहती . आज भी पूरी योजना के साथ जब अजय के साथ अनिल ने सुबह बैठ कर सुमन के हाथ का बना नाश्ता किया तो वह अजय पर हमेशा की तरह  स्नेह ही लुटाता रहा था , उसे सपने में भी गुमान नहीं रहा होगा कि आज कैसे वह बेवफा  पत्नी और धोखेबाज  दोस्त के हाथों जान गवाने वाला है .

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सुबह नाश्ते के बाद अनिल और अजय ऐसे ही बेड पर बातें करते रहे तो अनिल के चाय मांगने पर सुमन ने अजय के इशारे पर उसे उसका एक दिन पहले ला कर दिया जहर चाय में मिलाकर देने का इशारा किया , सुमन अजय के प्रेम में इतनी अंधी थी कि उसके हाथ अनिल को जहर वाली चाय देते हुए जरा भी नहीं कांपे. अनिल चाय पीकर तुरंत बेसुध हुआ तो अजय ने उसके मुँह पर तकिया रख दिया , कुछ ही सेकंड तड़पकर अनिल ने आखिरी सांस ली , तो अजय ने उठकर सुमन को गले लगा कर उसे किस किया तो सुमन भी उससे लिपट गयी थी , कोई पछतावा नहीं , बस , दो बहके से इंसान !

इतने में अजय के फ़ोन से सुमन चौंक कर उठी , अजय ने कहा ,” डर तो नहीं लग रहा ?”

”नहीं , तुम साथ हो तो डर कैसा ?”

” तो सोई क्यों नहीं ?”

”ऐसे ही , नींद नहीं आयी .”

”पति की याद आ रही हो तो एक नजर सूट केस पर डाल लेना ,” कहकर अजय जोर से हस दिया तो सुमन ने बनावटी गुस्सा दिखाया ,” पति की इतनी याद आती तो आज वह सूट केस में न होता ,” दोनों हँसे,सुमन ने कहा , अच्छा , टेम्पो वाले से बात हुई ?”

”हाँ , कल रात को लेकर आता हूँ , माँ की तबियत ख़राब है , उन्हें शाम को डॉक्टर को दिखा कर फिर रात को आता हूँ .”

”ठीक है .”

हमेशा वही नहीं हो सकता जैसा इंसान सोचता है , अगले दिन  महामारी को काबू करने के लिए लॉक डाउन की घोषणा हो गयी  तो सुमन बुरी तरह घबराई , उसने अजय को फ़ोन किया कि फौरन आओ , उसने कहा ,”हाँ , माँ को डॉक्टर के पास जल्दी ले जा रहा हूँ , फिर आता हूँ .” पर फिर अजय का फ़ोन आया कि सब बंद होने लगा है , टेम्पो वाले ने तो मना कर दिया है , कोरोना से डरकर सब एकदम बंद होता जा रहा है , कोई ऑटो भी नहीं दिख रही . कैसे आऊंगा ?”

सुमन चिल्लाई ,” मुझे नहीं पता , अजय , कैसे भी आओ , जल्दी आओ . ”

उसके बाद तो सुमन को झटके पर झटके लगते रहे , जब अजय का फ़ोन ही बंद आने लगा . पहले उसने सोचा कि नेटवर्क की प्रॉब्लम होगी फिर समय बीतते बीतते उसे समझ आ गया कि उसका प्रेमी उसे धोखा देकर गायब हो चुका है , उसे इतना गुस्सा आया , सोचा , उसके घर पहुँच जाए , पर उसका घर भी दूर था , और कोई ऑटो सचमुच रोड पर अब नहीं थी . पूरा दिन सुमन भूखी , प्यासी , बेचैन सी इधर से उधर फ्लैट में चक्कर काटती रही , सूट केस पर नजर डालती , क्या होगा अब , कुछ समझ नहीं आ रहा था , फिर अजय को फ़ोन मिलाती , फ़ोन अब बंद ही था . इस समय वह अजय को ढूंढने नहीं निकल सकती थी , बस एक आशा थी मन में कि शायद फ़ोन खराब हो , वह अचानक आ जाए . पर अजय लॉक डाउन की खबर से सचमुच भाग खड़ा हुआ था , वह इस समय किसी मुसीबत में नहीं पड़ना चाहता था , वह फौरन अपनी माँ के साथ नवी मुंबई , अपनी  मौसी के घर चला गया था .

अब दो दिन बीत गए , सुमन को समझ आ गया कि इस लाश का जो भी करना है , उसे ही करना है , उसका शैतानी दिमाग अपने काम पर लग गया था , अब उसे कोई ऐसा इंसान पकड़ना था जो वही करे , जो वह कहेगी . अब उसे अपने ऊपर रहने वाले करीब तीस साल के  राजू की याद आयी , राजू एक फोटोग्राफर के यहाँ फ्रेम बनाने का काम करता था . राजू से वह अक्सर आते जाती मिलती थी तो राजू की नजरों को पढ़कर उसे मन ही मन बहुत हसी आती थी , अनिल के पास भी अक्सर वह आ जाता , चाय पीने के टाइम उसे ही जिन नजरों  से देखता , उन नजरों को वह खूब पहचानती . राजू अपने फ्लैट में अकेला ही रहता . लॉक डाउन के बाद अब सब घर में ही थे . एक सब्जी वाला नीचे आता , सब लेने उतरते, उसने राजू को भी सब्जी लेते देखा तो फौरन उतर गयी , पूरी अदाओं से उसके हाल चाल पूछे , और चलते चलते कहा ,” बोर हो रहे होंगे तुम ?”

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राजू ने हाँ में सर हिलाया , सुमन ने कहा ,” आओ , चाय पीयोगे ?”

”अनिल है ?”

”नहीं .”

राजू को भला क्या आपत्ति होती ,वह तो मन ही मन सुमन के रूप पर फ़िदा था सालों से , उसके पीछे पीछे अंदर गया , सुमन ने बड़ी शराफत से चाय पिलाई ,मासूम सी शकल बना कर बातें करती रही , बता दिया , अनिल बाहर गया है , तुम आते रहना .” और सच में राजू फिर आता ही रहा , तीसरे ही दिन सुमन ने बाकी दूरियां भी ख़तम कर दी तो राजू तो जैसे उसका गुलाम ही हो गया , यही लगा सुमन को , यह सच भी था , राजू दिलो जान से फ़िदा हो गया उसपर , तो सुमन ने सूट केस में रखी लाश का पूरा सच बताकर उससे हेल्प मांगी , सुमन ने इतना ही बताया कि अनिल उसे बहुत मारता था , उसे गुस्सा आया तो उसने अनिल की हत्या कर दी , वह सालों से मार पिटाई की शिकार थी , उसने अपनी कहानी रो रोकर ऐसे सुनाई कि राजू उसकी हेल्प करने के लिए फौरन तैयार हो गया . अनिल का फ़ोन तो सुमन कब का बंद कर चुकी थी जिससे कोई भी संपर्क  करने की कोशिश न करे , उसके पास कोई फ़ोन आया भी तो उसने उठाया नहीं . अब राजू रात में लाश ठिकाने लगाने के लिए तैयार  हो गया , उसने कहा ,” अकेले तो बहुत मुश्किल है , साथ चलोगी ?”

”हाँ .”

दोनों ने सचमुच रात को राजू की बाइक पर छुपते छुपाते  एक बजे सूट केस ले जाकर घोड़बंदर रोड पर ही आगे जाकर खाड़ी में फेंक दिया .सुमन ने राजू को बहुत थैंक्स बोला , दोस्ती अब और पक्की हुई , आना जाना , साथ रहना कुछ और बढ़ा.  लॉक डाउन का टाइम था , रहना तो घर में ही था , घर का सामान राजू ही ले आता , सुमन बीच बीच में अजय का फ़ोन मिला कर देखती , फ़ोन शायद अब बंद ही रहता , अब सुमन सोच रही थी कि लॉक डाउन ख़तम होते ही यह घर बेच कर कहीं और चली जाएगी , यहाँ कोई भी अनिल के बारे में पूछ सकता था . वह आगे की बहुत सी प्लानिंग मन में ही करती रहती , लाश दफ़नाने के पांचवे दिन ही राजू एक लड़के के साथ आया , परिचय हुआ , यह विनय था , थोड़ी देर में ही एक और लड़का आया , राजू ने परिचय करवाया , यह सुनील है . सुमन का माथा ठनका , पर ये मुझसे मिलने क्यों आये हैं ?” राजू ने दुष्टता  से कहा ,ये सब मेरे कुछ  दोस्त हैं , अभी और भी आयेंगें ,इन्होने  अनिल की लाश दफनाने का वीडियो बनाया है ,ये सब उस समय पहले से वहीँ थे . तुम्हे दिखाना चाहते थे .” कहकर सब हँसे, सुमन पसीने पसीने हो गयी , डर गयी, समझ गयी , वह बहुत बुरी तरह फंस चुकी है . ” फिर भी उसने पूछा , राजू , तुमने मुझे धोखा  दिया ? मैंने तुम्हे अपना समझा .”

राजू गुर्राया ,” तुम किसी को अपना समझ ही नहीं सकती , तुम बहुत ही खतरनाक औरत हो .”

सुमन ने पूछा ,” मुझसे क्या चाहते हो ?”

विनय ने उसके पास जाते हुए कहा ,” वही जो हमारे जैसे लड़के एक जवान , सुन्दर औरत से चाह सकते हैं .”

”चले जाओ , यहाँ से , मैं अभी शोर मचाती हूँ .”

” हाँ , बुलाओ सबको , सब वीडियो देख लें .” राजू ने सचमुच सुमन को वीडियो दिखाया , साफ साफ़ दिख रहा था कि वह राजू की हेल्प कर रही है , दोनों सूट केस खाड़ी में मिलकर फेंक रहे हैं .

सुमन सर पकडे बैठी रह गयी , दोनों ने सुमन के साथ जबरदस्ती करनी शुरू की , वह जितना भी रोक सकती थी , रोकने की कोशिश की , पर कोई असर  नहीं , दोनों ने मिलकर सुमन के साथ रेप किया , राजू रेप का वीडियो बनाता रहा , सुमन बेबसी में रोती रह गयी , किसी पडोसी को भी नहीं बता सकती थी , संगीम जुर्म कैमरे में कैद था , जिसके बाहर आने पर भी हालत खराब होनी ही थी , अब भी खराब ही थी . वह हर तरफ से अब मजबूर थी , यह सिलसिला रोज का हो गया ,वह सबका खाना बनाती , थक जाती , फिर उनकी हवस का निशाना बनती , उसे बाद में उनकी बातों से ही पता चला कि राजू तो पहले दिन से उन्हें सब बता रहा था , लॉक डाउन में ये लड़के राजू के फ्लैट पर ही आ चुके थे , और भी तीन दोस्त आसपास की बिल्डिंग में थे , विनय ने एक दिन भद्दा मजाक करते हुए कहा ,” अच्छा हुआ , सुमन , तुमने लॉक डाउन का टाइम चुना , नहीं तो हम तो बहुत बोर हो जाते .” सुमन मन ही मन दिन गिनती कि लॉक डाउन ख़तम हो तो वह यहाँ से भाग जाएगी , लॉक डाउन ख़तम होने में अभी सात दिन और थे , एक दिन एक आदमी राजू के साथ आया , राजू ने कहा ,सुमन , ये हैं तुम्हारे स्पेशल गेस्ट .”विनय ने कहा ,” यही हैं हमारे फोटोग्राफर  रवि साहब , अब तुम्हे इनके लिए मॉडलिंग करनी है , इन्हे तुम्हारा वीडियो बहुत पसंद आया .” राजू को छोड़कर सब लड़के हँसते हुए सुमन के घर से चले गए , राजू ने हँसते हुए कहा ,” सुमन , तुम्हारे लिए लॉक डाउन में भी छुपते छुपते आये हैं , चलो , अपनी अब तक की बेस्ट परफॉरमेंस दो ” रवि दुष्ट सेभाव लिए आगे बढ़ा , सुमन ने  गुस्से में हाथ उठा दिया उस पर , रवि ने उसे कसकर वापस थप्पड़ लगाए , सुमन बेबसी में जोर जोर से रोने लगी . रवि रेप करता रहा , राजू शूट करता रहा . सुमन रोते रोते बेजान सी हो गयी तो  दोनों उसे छोड़ कर रूम से जाने लगे तो राजू ने  हंसकर कहा ,” सुमन , अब आराम करलो , मैं अब रात को आऊंगा , मेरा तो नंबर ही नहीं आ रहा .” उस दिन सुमन बहुत रोई , बहुत पछतायी , बहुत बुरी फंसी थी , किसी को बताने का मतलब था , अनिल की हत्या का पता चलना , न बताने का मतलब था , इतने लड़कों की हवस का शिकार बनते रहना , इनके इशारे पर नाचना , पर कब तक !

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यह जानलेवा सिलसिला चलता जा रहा था , उसकी शकल बिलकुल उजड़ सी गयी थी , रोम रोम दुखता , लॉक डाउन ख़तम होने तक तो उसकी हिम्मत जवाब दे गयी . अब उसके घर की एक चाभी भी राजू ने रख ली थी , अगले दिन जब राजू अंदर आया , खड़े का खड़ा रह गया , सुमन ने किसी टाइम अपनी कलाई काट ली थी , खून भी बहकर सूख चुका था , उसने फौरन उसकी साँसे चैक की , वह जा  चुकी थी . मिनटों में ही सब लड़के गायब हो गए , बहुत  देर बाद लोगों को पता चला कि लॉक डाउन में क्या घट चुका था , आसपास क्या अनहोनी होती रही  , किसी को खबर ही नहीं हुई थी . पुलिस सब लड़कों और अनिल की तलाश में जुट चुकी थी .

लौकडाउन जिंदगी

लेखक- पुखराज सोलंकी

गांव से मीलों दूर दिल्ली शहर के इंडस्ट्रीज एरिया की एक फैक्ट्री मे काम कर रहा लीलाधर इस बार शहर आते वक्त अपनी गर्भवती पत्नी रुक्मणी और चार साल की मुनिया से वादा कर के आया था, कि इस बार हमेशा की तुलना में वापस जल्दी ही गांव लौटेगा.

वक्त-वक्त पर पत्नी की खैर खबर के लिए आने वाली आशा दीदी ने भी अप्रैल महिने की ही तारीख़ बताते हुए कहा था कि- ‘ऐसे वक्त में तुम्हारा यहां होना बेहद जरूरी है.

‘जबाब में लीलाधर बोला- ‘मैं तो उससे पहले ही पहुंच जाऊंगा, बस ये मार्च के महीने में काम का कुछ ज्यादा ही दबाव रहता है, जिसके चलते साहब लोग छुट्टी नही देते लेकिन उसके बाद लम्बी छुट्टी पर ही आऊंगा और आते वक्त मुनिया, उसकी मम्मी और नए वाले बाबू के लिए कुछ कपड़े लत्ते भी तो लाने हैं न.’

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लौकडाउन के दौरान उस काट खाने वाले कमरे में छत को घूरते हुए लीलाधर अपने अतीत में खोया यह सब सोच ही रहा था कि कुंडी के खडकने से उसकी तंद्रा टूटी. लुंगी लपेटते हुए दरवाजा खोला तो सामने फैक्ट्री का सुपरवाइजर खड़ा था, वो बाहर खड़े-खड़े ही बोला-

‘कुछ जुगाड़ बिठाया कि नहीं गांव जाने का, फैक्ट्री अभी बंद है और मालिक भी किसकिस को खिलाएगा घर से, ये पकड़ पांच सौ रूपये, मालिक ने भेजें है, और आज शाम तक कमरा खाली कर देना, बाकी का हिसाब वापसी पर ही होगा.’

यह सुनकर लीलाधर को एक बार तो ऐसा लगा जैसे इस वायरस ने उसके भविष्य के सपनों को अभी से ही संक्रमित करना शुरू कर दिया हो. अब कोई और चारा नही था, लिहाजा कमरा खाली करना पड़ा. अब जाए तो जाए कहां ना बस ना ट्रेन जेब में पांच का नोट और कुछ पांच-दस के सिक्के, अब अगर यहां रूका तो जो हैं वो भी खर्च हो जाएंगें.

यही सब कुछ सोचते विचारते आखिर फैसला कर ही लिया और घर रुकमणी को फोन किया- ‘एक दो दिन में कुछ जुगाड़ बिठाकर गांव के निकल जाऊंगा, तुम अपना और मुनियां का ख्याल रखना, हाथ धोते रहना और उसे बाहर मत निकलने देना.’

अपने घर आने की खबर पत्नी को देकर लीलाधर निकल पड़ा नेशनल हाइवे पर, मन ही मन उसने हिसाब भी लगा लिया कि 24 घंटों में अगर 16 घंटे भी लगातार चला सात-आठ दिनों में तो गांव पहुंच ही जाएंगा । उसने ठान लिया था कि अब वो पैदल ही इस सफर को पूरा करेगा, वो खुश था. घर की और बढ़ते कदमों में एक अलग ही उत्साह था. उसे मलाल बस इसी बात का था कि वो मुनिया और नए बाबू के लिए कुछ कपड़े लत्ते और खिलोने नही खरीद नही सका.

सफर तय करते-करते लीलाधर रुकमणी से फोन पर बात करते हुए बोला, ‘मेरे फ़ोन की बैटरी डाउन होने लगी है. बाद में अगर फोन न कर पाऊं तो परेशान मत होना, बस कुछ ही दिनों की बात है, जल्दी ही सफर तय करूंगा.’ बैटरी डाउन की वजह से न चाहते हुए भी उसे फोन काटना पड़ा.

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सफर के दौरान लीलाधर ने रुकमणी को लाॅकडाउन की वजह से शहर में हो रही परेशानियों और पाबंदियों से अवगत तो कराया. लेकिन यह नही बताया कि वह पैदल ही गांव पहुंच रहा है, बताता भी कैसे, उसे डर था कि पत्नी कही मना न कर दें. वह अनवरत चलता रहा, उसके आगे पीछे जो लोग चल रहें थें धीरेधीरे उनकी संख्या कम होती गयी, दिल्ली के आसपास इलाकों वाले लोग अपने गंतव्य तक पहुंच चुके थें. लेकिन उसका चलना जारी था.

उधर चार-पाँच दिन बीतने पर पत्नी को घर से बाहर होने वाली हर आहट पर यही लगता कि शायद अब वो आएं हो. फोन लगना तो कब का बंद हो चूका था. एक तो लाॅकडाउन और ऊपर से ये इन्तजार, वो दोहरी मार झेल रही थी. दिन में तो चलो जैसेतैसे मुनिया और मां बाबा के साथ समय निकल जाता, लेकिन रात होतेहोते उसे बेचैनी सी होने लगती है, बात करने के लिए फोन उठाती लेकिन फोन स्विच ऑफ मिलता.

अगले दिन सुबहसुबह जब घर की कुंडी खड़की तो मुनिया खुशी से चहकी पापा आ गये.. पापा आ गये, घर में मां बाबा सहित सब के चेहरे पर खुशी के भाव साफ दिखने लगे थें. हाथों का काम छोड़कर वो दरवाजे की और दोड़ी, चुन्नी का पल्लू अपने सर पर रख के उसने दरवाजा खोला तो सामने गांव के ही दरोगा साहब थे,

‘लीलाधर का घर यही है ?’
‘जी, यही है.
‘क्या लगते है आप उनके ?’
रुकमणी पास खड़ी मुनिया की और इशारा करते हुए बोली,
‘जी, इसके पापा है.’
‘घर में कोई और है बड़ा.’

बातचीत सुनकर बाबा बाहर की और आएं और बोलें
‘क्या बात है, दरोगा साहब ?, बेटी तुम अंदर जाओ.’
वो मुनिया को लेकर अंदर तो चली गयी लेकिन उसके कानों ने अभी भी दरवाजे पर हो रही गुफ्तगू का पीछा नही छोड़ा.

‘जी, आप कौन ?’
‘मैं उसका बाबा हूं.’
दारोगा ने हाथ में थाम रखा डंडा बगल में दबाकर अपनी टोपी उतारते हुए कहा- ‘बहुत अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है लीलाधर अब इस दुनिया में नही रहा, नेशनल हाइवे पर रात के समय गश्त पर गए पुलिस दस्ते को सड़क पर एक लहू-लुहान हालत में लाश पड़ी मिली, शायद किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, शिनाख्त के दौरान जेब व बैग में मिलें कुछ कागजों की वजह हम यहां तक पहुंच पाएं. शव फिलहाल मोर्चेरी में है.

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यह सुनते बूढ़े बाबा की टांगों ने जवाब दे दिया था, दरवाजा पकड़कर खड़े रहने की हिम्मत जुटाई क्यूकिं बहु के आगे वे ऐसा करेंगे तो फिर उसको कोन संभालेगा. उधर दारोगा के आते ही रुकमणी को भी कुछ अनहोनी का अंदेशा होने लगा था, वो अंदर थी लेकिन उसके कान आसानी से बातचीत सुन पा रहें थें.

‘हिम्मत रखिये, और बताएं की इतनी रात को आपका बेटा कैसे इतनी दूर निकल गया था, क्या घर में कोई बात हुई थी ?.’ दारोगा ने प्रश्न किया.

‘हमारी किस्मत फूटी थी जो उसे रोजगार के लिए दिल्ली भेजा, वो तो नहीं आया. लेकिन आप…

तभी लीलाधर की माँ चिल्लाई, ‘अरे.. कोई बचाओ, मुनिया की माँ उसे लेकर पानी के कुएं में कूद गयी.

दारोगा साहब अंदर की और दोड़े, पीछे-पीछे बाबा आएं, दारोगा ने बाहर जीप के पास खड़े अपने सहकर्मी को आवाज दी. हड़बड़ाहट में किसी को कुछ नही सुझ रहा था, जब तक रस्सी का इंतेज़ाम हुआ तब तक दोनों लाशें पानी में तैरने लगी थी. लीलाधर और उसके परिवार की जिंदगियां बिना किसी संक्रमण के हमेशा के लिए लाॅकडाउन की भेंट चढ़ चुकी थी.

पापियों ने बढ़ाया कोरोना को

लेखक- सुरेश सौरभ

होली में मुझे ससुराल जाना था, इसलिए पत्नी का सख्त आदेश था कि अपनी डेंटिंग-पेंटिंग करा डालूं. लिहाजा होली के एक रोज पहले, उनके हुक्म की तामील करते हुए मैं अपने मोहल्ले की एक नाई की दुकान पर अपनी हजामत कराने के लिए जा पहुंचा. वहां पहले से बैठे अपने मोहल्ले के ग्राहकों की भीड़ से मुझे यह अहसास हुआ कि मेरा सिर नाई के हाथों में बहुत देर से पहुंचेगा.

वहां की भीड़ से मुझे यह भी लग रहा था कि मेरे जैसे ही कई पति अपनी पत्नियों के आदेश का पालन करने के लिए बेहद लाचारी में बैठे हैं और बेचारगी से नाई को बड़ी हसरत से देखते हुए अपने नंबर के आने का इंतजार कर रहें हैं. टाइम काटने की गरज से मैंने वहां आड़ा-तिरछा मुंह बिसूरता पड़ा अखबार का एक पन्ना उठा लिया. तभी कोरोना  पर एक महाज्ञानी ने बात खोद दी-अगर कोरोना से बचना है, तो हल्दी वाला शाम को एक गिलास दूध पीना चाहिए. दूसरे ने ताल ठोंक कर कहा-यहां इतनी जलवायु गरम है कि कोरोना तो क्या उसके बाप का भी कोई असर न होगा.

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नाई के चेहरे की चमक बढ़ रही थी वह यह सोच कर खुश था, चलो मेरे ग्राहक कोरोना की बहस में उलझ कर बैठे रहेंगे, ऊबेंगे नहीं, कहीं जायेंगे नहीं. इसलिए उसने भी एक मुक्तक उछाल कर कहा-ये बात मैंने भी कहीं से सुनी है कि खूब हल्दी खाने वालों के ऊपर कोरोना का असर बिलकुल नहीं होता है. भैया मेरे ऊपर तो कोरोना का बिलकुल असर नहीं होगा. मेरी तो घरवाली सब्जी-दाल में खूब रेलम-पेलम हल्दी मिर्च झोंकती है. भैया हम लोग तो पीने-खाने वाले आदमी हैं. हमें खूब तीखा खाने में मजा भी आता है.’ मेरे सामने ,एक महोदय अखबार का एक पन्ना बांच रहे थे, उसे परे हटा कर अपना सिर खुजाते हुए बोले-साला डेढ़ रुपया वाला फेस मास्क मारकेट में पच्चीस रुपये का.

नामुराद दुकानदार उल्लू बना कर ग्राहकों की गर्दनें काट रहें हैं. ऐसा ही रहा, तो फेस मास्क को नागमणि की तरह खोजना पड़ेगा. एक सज्जन ने उबांसी लेते हुए कहा-पाकिस्तान भारत का जानी दुश्मन है. जब वह भारत से, आतंकवाद से, न जीत सका तो, भारत की अर्थव्यवस्था को खराब करने के लिए साजिशन कोरोना को भारत भेजवा रहा है. तभी उस नाई का  चलता हाथ ग्राहक के सिर पर ठहर गया. वह बीड़ी का लम्बा सुट्टा खींच, पाक को भद्दी गाली देते हुए बोला-साला है, पाकिस्तान बड़ा हरामखोर है. अपनी पर आ जाए तो गिरी से गिरी हद तक जा सकता है.

तभी एक अधेड़ अपनी बड़ी-बड़ी दाढ़ी खुजाते हुए बोला-मेरा तो मानना है कि इस बार होली में होलिका को जलाने के बजाय कोरोना वायरस का पुतला बनाया जाए और किसी बड़े पंडित से मंत्र-वंत्र पढ़ा कर, उसे होलिका दहन की तरह फूंका दिया जाए, इससे राक्षस कोरोना दुम दबाकर भाग जायेगा. एक बैरागी टाइप के आदमी ने कहा-ये सब  बढ़ रहे पापों का नतीजा है. चीन बहुत पापी है. जब कुत्ता, घोड़ा, गदहा सांप चमगादड़ सब खायेंगे तो कोरोना उन्हें नहीं, क्या हमें खायेगा.

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भारत में भी जानवर खाने वाले पापी बढ़ रहे है. अगर ऐसे ही निरन्तर बढ़ते रहे, तो कोरोना हमारे देश में भी आ जायेगा, पर हमें ये सब चिन्ता नहीं करनी चाहिए जब तक मोदी जी इस देश में है तब तक हमारे देश में न तो जानवर खाने वाले पापी बढ़ पायेंगे और न कोरोना राक्षस भारत का कुछ बिगाड़ पायेगा.

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