टोक्यो ओलंपिक 2021 में जिस चीज पर संपूर्ण देश की निगाह थी उसे नीरज चोपड़ा ने देखते ही देखते हासिल कर लिया और संपूर्ण देश की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक दिलाकर भारतीय खेलों के लिए एक नये अध्याय को खोल दिया है.

"ट्रैक एंड फील्ड" मे भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर देशवासियों को गौरव करने का अवसर दिया है.मिल्खा सिंह,अंजू बॉबी जॉर्ज,पी टी उषा के सपनों को आगे बढ़ाने और एक नए क्षितिज देने का काम नीरज चोपड़ा के मजबूत देखते ही देखते कर दिखाया है.

सच तो यह है कि जिसका देश को लंबे समय से इंतजार था उसे सच कर दिखाया है.
टोक्यो ओलिंपिक 2021 मे जेवलिन थ्रो मे 87.58 मीटर भाला फेंक कर नीरज चोपड़ा ने भारत का गौरव बढ़ाया है और एक इतिहास रच दिया है.

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दरअसल, अभिनव बिंद्रा के बाद व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं मे स्वर्ण पदक लाने वाले दूसरे भारतीय बन गये हैं.नीरज ने क्वालीफाइंग राउंड मे जो बढ़त बनाई वह अद्भुत अकल्पनीय थी. उनका प्रदर्शन सतत रूप से बेहतर उत्कृष्ट था. स्वर्ण मिलने के बाद राष्ट्रगान ने नीरज चोपड़ा के साथ ही सभी भारतीय की आंखे भी नम हो गई.

वस्तुत: पदकों की दृष्टि से टोक्यो ओलिंपिक 2021 का 7 अगस्त यानी 16वां दिन हमारे देश के लिए सबसे ज्यादा खुशी लेकर आया था. भारत के स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने कुश्ती का ब्रॉन्ज मेडल मैच कजाखस्तान के पहलवान को चारों खाने चित कर भारत की झोली मे डाल दिया. साथ ही भारत ने ओलंपिक खेलों में सबसे ज्यादा पदक जीतने के अपने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. और फिर आया स्वर्णिम क्षण जब नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक के साथ भारत ने लंदन ओलंपिक खेलों में सर्वाधिक 6 पदक के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सात पदक का नया रिकार्ड बनाया.

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