जगदीश (बदला नाम) व्यवसायी हैं और आजकल काफी परेशान रह रहे हैं. बैंक अधिकारियों से ले कर रिश्तेदारों व परिचितों तक से पूछते रहते हैं कि बैंक में जमा पैसा कितना सुरक्षित है?
दरअसल, कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर उन्होंने एक पोस्ट देखा था जिस में दावा किया गया था कि अगर आप ने बैंक में अधिक रकम जमा कराया हुआ है, तो उसे निकाल लें क्योंकि देश में बैंक की हालत अच्छी नहीं है और कई बैंक दिवालिया हो सकते हैं. ऐसे में आप का पैसा डूब सकता है.
ये भी पढ़ें- दंतैल हाथी से ग्रामीण भयजदा: त्राहिमाम त्राहिमाम!
दूसरा एक पोस्ट था, जो यह दावा करता नजर आ रहा था कि बैंक में आप के भले ही लाखों रूपए जमा हैं, लेकिन यदि वह बैंक दिवालिया हो गया अथवा डूब गया तो आप को सिर्फ 1 लाख रूपए ही मिलेंगे.
तो फिर सचाई क्या है
यह अकेले जगदीश की चिंता नहीं, कई लोगों की है. सोशल मीडिया में आए इस तरह की खबर पर हालांकि आरबीआई ने सफाई दी और आगे आ कर खबरों को मनगढंत बताया.
मगर हद तो तब हो गई जब ओडिशा के एक सरकारी मुलाजिम ने सरकारी बैंकों में पैसा रखने के लिए आगाह किया है.
ओडिशा सरकार में प्रधान सचिव एकेके मीणा ने दरअसल कई विभागों को पत्र लिखा था. मुंबई के पीएमसी बैंक घोटाले व कुछ वित्तीय संस्थानों की खस्ता होती वित्तीय हालात के बाद मीणा के इस खत को ले कर सनसनी भी फैल गई, जिस में उन्होंने कहा था कि अगर कोई विभाग किसी बैंक में पैसा जमा करता है तो यह उस की खुद की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी.