कल्लू की जानपहचान रामदीन से थी. वह सोहाना गांव के पूर्वी छोर पर रहता था. अपराधी प्रवृत्ति का रामदीन दबंग आदमी था. उस की आर्थिक स्थिति मजबूत थी. रामदीन की शराब पार्टी में कभीकभी कल्लू भी शामिल होता था, जिस से दोनों में दोस्ती हो गई थी.
हालांकि कल्लू रामदीन से 3-4 साल छोटा था, फिर भी दोनों गहरे दोस्त बन गए थे. एक रोज रामदीन, कल्लू के घर आया, तो उस की नजर उस की खूबसूरत पत्नी पंचवटी पर पड़ी. पंचवटी पहली ही नजर में रामदीन के दिल में रचबस गई. इस के बाद वह अकसर पंचवटी से मिलने आने लगा. वह अपनी लच्छेदार बातों से पंचवटी को रिझाने की कोशिश करने लगा. पंचवटी भी उस की बातों में रुचि लेने लगी थी. धीरेधीरे वह रामदीन की ओर आकर्षित होने लगी.
काम पर जाने के लिए कल्लू सुबह 9 बजे घर से निकलता और फिर रात 8 बजे ही घर लौटता. इस बीच पंचवटी घर में अकेली रहती थी. ऐसे ही समय में रामदीन उस से मिलने आता था. चूंकि आकर्षण दोनों तरफ था, इसलिए जल्द ही दोनों के बीच नाजायज रिश्ता बन गया. कल्लू की अपेक्षा रामदीन पौरुष में बलवान था, सो पंचवटी उस की दीवानी हो गई.
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रामदीन का कल्लू के घर आनाजाना बढ़ा तो पासपड़ोस के लोगों में दोनों के अवैध रिश्तों को ले कर कानाफूसी होने लगी. बात कल्लू के कानों में पड़ी, तो उस का माथा ठनका. उस ने पंचवटी से सवाल किया, ‘‘यह रामदीन मेरी गैरमौजूदगी में क्यों आता है? तुम दोनों के बीच क्या चल रहा है?’’
पंचवटी डरने या लजाने के बजाय त्यौरियां चढ़ा कर बोली, ‘‘रामदीन तुम्हारा दोस्त है. तुम्हीं उसे घर ले कर आते थे. मैं तो उसे बुलाने नहीं गई थी. अब जब वह घर आ जाता है, तो मैं उसे कैसे मना करूं. तुम्हें ऐतराज है, तो उसे मना कर दो. वैसे लगता है मोहल्ले वालों ने तुम्हारे कान भरे हैं. इसलिए मेरे चरित्र पर अंगुली उठा रहे हो.’’
कल्लू उस समय तो चुप रह गया, लेकिन उस के दिमाग में शक गहरा गया. वह पंचवटी पर नजर रखने लगा. इस का परिणाम भी जल्द ही सामने आ गया. एक शाम उस ने पंचवटी व रामदीन को रंगरेलियां मनाते रंगेहाथ पकड़ लिया.
उस रोज कल्लू ने पत्नी की जम कर पिटाई की, उसे खूब जलील किया. रामदीन से भी कल्लू की कहासुनी हुई लेकिन रामदीन ने उलटे उसे ही हड़का दिया.
इस के बाद तो रामदीन को ले कर आए दिन कल्लू और पंचवटी में झगड़ा और मारपीट होने लगी. तंग आ कर पंचवटी जून 2019 में अपने मायके चली गई.
कुछ दिन बाद कल्लू उसे लेने गया तो उस ने साथ चलने से साफ मना कर दिया. उस ने पति कल्लू के खिलाफ अपने मांबाप के भी कान भरे, जिस से उन्होेंने भी बेटी का ही साथ दिया.
पंचवटी मायके रूरीपहरी आ कर रहने लगी, तो रामदीन उस से मिलने वहां भी आने लगा. एक रोज रामदीन ने पंचवटी से कहा कि वह उसे बहुत प्यार करता है और शादी करना चाहता है. इस पर पंचवटी बोली, ‘‘प्यार तो मैं भी करती हूं, शादी भी करना चाहती हूं. लेकिन पति के रहते यह संभव नहीं है.’’
‘‘कल्लू की चिंता तुम छोड़ दो. उस का बंदोबस्त हम कर देंगे.’’ रामदीन ने उसे आश्वासन दिया.
इस के बाद रामदीन और पंचवटी ने कल्लू की हत्या का षडयंत्र रचा. रामदीन ने रज्जन से संपर्क किया. अपराधी प्रवृत्ति का रज्जन सोहाना गांव का ही रहने वाला था. वह अपनी अंटी में तमंचा लगा कर चलता था. रामदीन और पंचवटी ने मिल कर रज्जन से कल्लू की हत्या का सौदा 3 लाख रुपए में कर दिया. साथ ही रामदीन ने उसे 10 बिस्वा जमीन भी देने का लालच दिया.
हत्या की सुपारी लेने के बाद रज्जन अपने रिश्तेदार चंद्रप्रकाश उर्फ भूरा से मिला. बनसखा गिरवां गांव का रहने वाला चंद्रप्रकाश भी कमर में तमंचा खोसे रहता था.
रज्जन ने उसे हत्या की सुपारी लेने की बात बताई और डेढ़ लाख रुपया देने का लालच दिया. इस पर भूरा तैयार हो गया. फिर सब ने मिल कर हत्या की योजना बनाई.
योजना के तहत 26 जून, 2020 को पंचवटी ने अपने पति कल्लू से मोबाइल फोन पर बात की. उस ने कहा कि वह उस के साथ रहने को तैयार है, आ कर लिवा ले जाए. कल्लू तो पहले ही चाहता था कि पत्नी उस के साथ रहे. वह 27 जून की शाम अपनी ससुराल रूरीपहरी पहुंच गया. वहां उस की खूब आवभगत हुई.
28 जून, 2020 की दोपहर बाद पंचवटी सजधज कर ससुराल जाने के लिए पति कल्लू के साथ मोटरसाइकिल से निकली.
उस दिन सुबह से ही पंचवटी मोबाइल फोन पर प्रेमी रामदीन के संपर्क में थी. वह उसे हर जानकारी दे रही थी. पति के साथ घर से निकलने की जानकारी भी वह दे चुकी थी. फिर रास्ते भर वह रामदीन से जानकारी शेयर करती रही.
उधर जानकारी पा कर रामदीन कुल्हाड़ी हाथ में ले कर सोहाना गांव के बाहर तालाब के पास पहुंच गया. उस ने वहीं पर रज्जन और भूरा को भी बुलवा लिया था.
पंचवटी की सूचना के अनुसार उन दोनों को मोटरसाइकिल पर यहीं से गुजरना था. कल्लू शाम 4 बजे पंचवटी के साथ तालाब के पास पहुंचा, तभी घात लगाए बैठे रामदीन, रज्जन और चंद्रप्रकाश ने कल्लू को घेर लिया.
पंचवटी मोटरसाइकिल से उतर कर मुंह घुमा कर कुछ दूर जा कर खड़ी हो गई. कल्लू कुछ समझ पाता, तभी भूरा ने उस पर फायर झोंक दिया. लेकिन उस का फायर मिस हो गया.
कल्लू जान बचा कर भागने लगा तो सामने से रज्जन ने फायर कर दिया. गोली कल्लू के सीने में समा गई और वह जमीन पर गिर कर छटपटाने लगा. उसी समय रामदीन ने उस पर कुल्हाड़ी से वार पर वार किए, जिस से उस की गरदन कट गई और उस की मौत हो गई.
हत्या के बाद हत्यारों ने तालाब के दूसरे छोर पर जा कर हाथपैर धोए फिर कुल्हाड़ी, तमंचा, तालाब किनारे झाडि़यों में छिपा कर फरार हो गए.
दूसरी ओर त्रियाचरित्र दिखाते हुए पंचवटी रोनेपीटने लगी. उस ने अपने मोबाइल फोन द्वारा ससुराल वालों को पति की हत्या की जानकारी दी. इस पर घर में कोहराम मच गया. मातापिता, भाई व गांव के तमाम लोग घटनास्थल पर आ गए.
इस बीच पंचवटी ने पुलिस कंट्रोल रूम को भी हत्या की सूचना दे दी थी. कंट्रोल रूम से मिली सूचना पर थाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर आ गए. उन्होंने जांच शुरू की तो हत्या का परदाफाश हो गया.
3 जुलाई, 2020 को थाना कोतवाली पुलिस ने अभियुक्त रामदीन, रज्जन, चंद्रप्रकाश व पंचवटी को बांदा कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जिला जेल भेज दिया गया.
– कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित