क्या आप भी इस वजह से सेक्स करते हैं

प्रेमी युगल या दंपति के बीच ज्यादा सेक्स उन्हें अधिक खुशी नहीं देता, क्योंकि ज्यादा सेक्स से उनमें इसके प्रति अरुचि पैदा होने लगती है और उन्हें सेक्स में ज्यादा आनंद भी नहीं आता. कार्नेज मेलन विश्वविद्यालय (सीएमयू) के शोधकर्ताओं की एक टीम, जिसमें एक भारतीय मूल के शोधकर्ता भी हैं, ने इसका खुलासा किया. पहली बार सेक्स करने के बाद इससे मिलने वाले आनंद और सेक्स करने की इच्छा में गिरावट शुरू हो जाती है.

सीएमयू के इंजिनीयरिंग एवं लोकनीति विभाग के वैज्ञानिक एवं इस अध्ययन के शोधकर्ता तमर कृष्णमूर्ति के अनुसार, “बार-बार सेक्स करने की बजाय युगल को ऐसा माहौल बनाने की कोशिश करनी चाहिए, जो उनकी इच्छाओं को जगाए. साथ ही उन्हें सेक्स को ज्यादा मजेदार बनाना चाहिए.”

सेक्स करने की बारंबारता और खुशी के बीच संबंध की जांच करने के उद्देश्य से अनुसंधानकर्ताओं ने 128 दंपतियों को अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक बार सेक्स करने के लिए कहा.

इसके बाद शोधकर्ताओं ने दोनों समूहों के बीच तीन महीने की अवधि के बाद खुशी का स्तर परखा. जिस समूह के दंपतियों को अधिक बार सेक्स करने की सलाह दी गई थी, उनमें खुशी में इजाफा होने की बजाय थोड़ी कमी ही हुई.

इस समूह वाले दंपतियों ने सेक्स की इच्छा में कमी और सेक्स के दौरान मिलने वाले आनंद में भी कमी की बात कही.

कृष्णमूर्ति ने कहा, “हालांकि ऐसा नहीं है कि इसकी वजह सीधे-सीधे अधिक सेक्स करना है, बल्कि इसका कारण यह है कि उन्हें ऐसा करने के लिए कहा गया, न कि उन्होंने खुद से ऐसा किया.”

शोध के परिणामों के विपरीत शोधकर्ताओं का मानना है कि कुछ दंपति अपनी भलाई सोचकर बहुत कम सेक्स करते हैं और मानते हैं कि सही दिशा में सेक्स की बारंबारता बढ़ाना लाभदायी हो सकता है.

शोध पत्रिका ‘इकोनॉमिक बिहेवियर एंड ऑर्गेनाइजेशन’ में प्रकाशित इस अध्ययन में कहा गया है कि इसकी बजाय खुश रहने वाले लोगों में सेक्स की दर बढ़ सकती है या स्वस्थ रहने वाले लोगों में खुशी और सेक्स की दर दोनों में इजाफा हो सकता है.

मेरा होने वाला पति मुझसे 11 साल बड़ा है. उम्र का ये फर्क शादी के बाद परेशान करेगा?

सवाल

मेरी उम्र 19 साल है और मेरे होने वाले पति की उम्र 30 साल है. क्या शादी  के बाद उम्र का यह फर्क हमारे रिश्ते में आड़े तो नहीं आएगा?

जवाब

उम्र में 11 साल का फर्क आगे चल कर आड़े आ सकता है लेकिन जब शादी तय हो ही गई  है तो आगे की सोचें कि आप के पति आप से जल्दी बूढ़े हो जाएंगे. आप की और उन की पसंद और नापसंद, शौक और दूसरे मामलों में भी फर्क हो  सकता?है. लिहाजा, अभी से खुद को पति के हिसाब से ढालना शुरू कर दें, तो यह कोई बड़ी समस्या नहीं रह जाएगी. बड़ी उम्र का पति ज्यादा अच्छी  देखभाल करता है.

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मर्द, डाक्टर से न झिझकें

हिंदी फिल्मों में समाज से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात कहने की परंपरा रही है. इस कड़ी में आयुष्मान खुराना की फिल्मों को रखा जा सकता है, जिन में हमेशा ही किसी न किसी सामाजिक मुद्दे को उठाया जाता है, फिर चाहे उन की फिल्म ‘बाला’ हो या फिर ‘विकी डोनर’. इन दोनों ही फिल्मों में मर्दों के गंजेपन और बच्चे न हो पाने की समस्या पर रोशनी डाली गई है, जिन पर लोग अकसर ही बात करने से बचते हैं.

इसी लिस्ट में आयुष्मान खुराना की नई फिल्म ‘डाक्टर जी’ को रखा जा सकता है, जिस में वे अपने भाई की तरह और्थोपैडिक डाक्टर बनना चाहते हैं, लेकिन जब रैंक कम आती है तो उन्हें मजबूरी में गायनेकोलौजी ब्रांच लेनी पड़ती है. मतलब एक ऐसा डाक्टर, जो औरतों से जुड़ी बीमारियों का इलाज करता है.

पर क्या भारत जैसे देश में जहां औरतों को परदे में छिपा कर रखने को बढ़ावा दिया जाता है, वहां कोई मर्द डाक्टर उन के अंदरूनी अंगों की जांच कर सकता है? बड़े शहरों में शायद ऐसा मुमकिन हो, लेकिन गांवदेहात में तो यह अभी दूर की कौड़ी है.

फिल्म ‘डाक्टर जी’ के एक सीन से इस बात को समझते हैं. डाक्टर बने आयुष्मान खुराना चैकअप के लिए एक औरत से कपड़े ऊपर करने को कहते हैं, पर इतना सुनते ही वह औरत चिल्लाने लगती है. चीखपुकार सुन कर उस औरत का पति वहां आ जाता है और आयुष्मान खुराना को पीटने लगता है.

इसी सिलसिले में गायनेकोलौजिस्ट के तौर पर प्रैक्टिस करने वाले इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के ईस्ट दिल्ली ब्रांच के अध्यक्ष डाक्टर कुमार गांधी ने ‘नवभारत गोल्ड’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया था, ‘वैसे तो इस पेशे में बहुत इज्जत मिलती है, लेकिन कभीकभार ऐसे वाकिए हो जाते हैं, जो नहीं होने चाहिए. कई बार हमें न चाहते हुए भी औरत से उन मुद्दों पर बात करनी पड़ती है, जिन के बारे में वह सब से बात नहीं करती. उस दौरान हम मरीज के कंफर्ट का बहुत ध्यान रखते हैं.’

जब कोई डाक्टर अपने मरीज के कंफर्ट लैवल की बात करता है, तो वह इस बारे में काफी संजीदा होता है. यह कंफर्ट लैवल औरतों और लड़कियों की ‘खास’ बीमारियों या समस्याओं पर पूरी तरह लागू होता है.

मान लो, किसी औरत या लड़की को माहवारी में दिक्कत आती है, तो बतौर डाक्टर पहला सवाल मन में यही उठता है कि कहीं वह पेट से तो नहीं है? लेडी गायनेकोलौजिस्ट के सामने मरीज बता सकती है कि उस की शादी हुई है या नहीं, या फिर उस ने सैक्स करते हुए कोई सावधानी बरती थी या नहीं, क्योंकि आज के जमाने में शादी होना और पेट से होना 2 अलग बातें हैं.

लेकिन अगर सामने कोई मर्द डाक्टर बैठा है तो मरीज को लगता है कि वह उस के करैक्टर पर सवाल उठा रहा है और वह असहज हो जाती है, जिस से कभीकभार मामला गंभीर भी हो जाता है. लेकिन इस से मरीज का ही नुकसान होता है, क्योंकि सामने जो डाक्टर बैठा है, वह औरतों की बीमारियों को ठीक करने में माहिर है और उस का एक ही मकसद है कि उसे मरीज की बीमारी के बारे में सभी बातें पता हों, तभी वह सही दवा या सलाह दे पाएगा.

जब से गांवदेहात में गरीब और निचली जाति की लड़कियां पढ़ने लगी हैं, तब से वे बहुत ज्यादा जागरूक होने लगी हैं. वे अपने और आसपास के परिवार की औरतों को समझा सकती हैं कि अगर कोई मर्द गायनेकोलौजिस्ट आप की अंदरूनी बीमारी का इलाज कर रहा है, तो अपनी झिझक छोड़ कर बात रखें.

गायनेकोलौजिस्ट को कभी भी मर्द या औरत डाक्टर के तराजू में न तोलें, क्योंकि वे आप की बीमारी में दिलचस्पी रखते हैं, न कि शरीर में. उन के सामने खुल कर अपनी समस्या बताएं और इन बातों का तो खास खयाल रखें :

* अगर आप की माहवारी अनियमित है और वह डेट से काफी पहले या देर से आती हो या फिर महीने में 2 बार आती हो, तो तुरंत माहिर डाक्टर को बताएं.

* माहवारी से जुड़ी कोई भी परेशानी हो, तो उस की अनदेखी न करें और बिना देर किए गायनेकोलौजिस्ट के पास जाएं.

* अगर आप गर्भनिरोधक गोलियां या किसी दर्द निवारक दवा का सेवन कर रही हों और इस से आप की सेहत पर असर हो रहा हो, पीरियड में तकलीफ हो या जिस्मानी रिश्ता बनाते समय दर्द महसूस होता हो, तो गायनेकोलौजिस्ट से खुल कर बात करें.

* जिस्मानी रिश्ता बनाते समय अगर दर्द महसूस हो या फिर अंग से खून निकलने समेत कोई दूसरी परेशानी हो, तो घरेलू उपचार बिलकुल न करें और गायनेकोलौजिस्ट के पास जा कर अपना इलाज कराएं.

* अंग में खुजली होने या तेज बदबू आने पर तुरंत डाक्टर के पास जाना चाहिए.

* अगर आप के पेट, पीठ या कमर में कई दिन से दर्द हो रहा हो, तो इस की अनदेखी न करें और गायनेकोलौजिस्ट के पास जा कर इलाज कराएं.

औरतें और लड़कियां एक बात का तो खास खयाल रखें कि वे कभी भी पंडेपुजारियों, ओझातांत्रिकों और फकीरबाबाओं के चक्कर में पड़ कर अपनी अंदरूनी बीमारियों का रोना न रोएं, क्योंकि बहुत से पाखंडी उन की इसी बात का फायदा उठा कर शोषण करने की जुगत में रहते हैं. वे ऐसी औरतों और लड़कियों की शर्म का फायदा उठाते हैं और उन्हें पैसे और शरीर से नोंच डालते हैं.  डाक्टर का काम अपने मरीज की सेहत को ठीक करना होता है. अगर उसे बीमारी का ही नहीं पता चलेगा तो  दवा कैसे देगा? इस में मर्द या औरत डाक्टर का तो सवाल ही नहीं पैदा होता है. लिहाजा, औरतों को मर्द डाक्टर से बिलकुल नहीं झिझकना चाहिए.

मेरा बेटा बहुत जिद्दी है, मैं क्या करूं?

सवाल

मेरा 6 साल का बेटा है. पता नहीं क्यों वह दिनोंदिन जिद्दी होता जा रहा है. जो भी कहते हैं, उस का उलटा करता है. जबान चलाता है जबकि हम उस की हर बात मानते हैं. इस के बावजूद वह हर वक्त नाराज व खिंचाखिंचा सा रहता है. हमारी छोटी सी फैमिली है. हम पतिपत्नी और यह हमारा इकलौता बेटा. मुझे उस की बहुत चिंता हो रही है. इस कारण मैं तनाव में रहने लगी हूं. कुछ उपाय बताएं.

जवाब

आजकल न्यूक्लियर फैमिली होती है और अकसर पेरैंट्स को यह प्रौब्लम फेस करनी पड़ती है. खैर, समस्या है तो हल निकालना पड़ेगा. सब से पहले तो आप को यह जानने की कोशिश करनी पड़ेगी कि कहीं आप के बेटे के मन में कुछ परेशानी तो नहीं चल रही. कोई वजह जिस से वह खुश न हो लेकिन आप को शेयर नहीं कर पा रहा तो सब से पहले वह बात जानने की कोशिश आप को करनी पड़ेगी.

यदि ऐसी कोई बात नहीं है तो आप को उसे दूसरी तरह से हैंडल करना पड़ेगा. सब से पहले यदि आप चाहती हैं कि आप का बच्चा आप का और आप के फैसलों का सम्मान करे तो आप को भी उस का सम्मान करना होगा, वरना आप का बच्चा आप की अथौरिटी बिलकुल बरदाश्त नहीं करेगा. बेटे को आदेश न दे कर उसे सु?ाव और विकल्प दें और यह करते हुए धैर्य रखें, अपना आपा न खोएं.

बेटे के साथ किसी भी बात को ले कर जबरदस्ती न करें. बच्चों से जबरन कुछ करवाने से वे वही करने लगते हैं जिस के लिए उन्हें मना किया जाता है. यदि बेटा टीवी देखने में लगा हुआ है. आप खुद भी उस के साथ बैठ जाइए. उस के प्रोग्राम में अपनी दिलचस्पी दिखाएंगी तो वह आप के प्रति ज्यादा जवाबदेह बनता जाएगा. बेटे को महसूस कराएं कि आप उस से जुड़े हुए हैं. जबतब उसे गले लगाएं.

बेटा जब भी अपनी कोई बात कहे उसे ध्यान से सुनें. कुछ बच्चे जिन की मजबूत इच्छाशक्ति होती है उन की राय भी मजबूत होती है और वे कई बार बहस करने लगते हैं. अगर आप बेटे की बात पर गौर नहीं करेंगी तो वह ज्यादा जिद्दी हो जाएगा.

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बच्चे को अपनी मरजी करने दें. यदि वह अपनी मरजी के कपड़े पहनना चाहता है तो पहनने दें. हां, यदि आप को लगता है कि उस के द्वारा सलैक्ट किए गए कपड़े मौके के हिसाब से ठीक नहीं हैं तो आप उसे दोतीन औप्शन दे दीजिए, इस से वह कन्फ्यूज नहीं होगा और आसानी से फैसला कर पाएगा.

एक बात और, बेटे के जिद करने पर आप उस पर चिल्लाएंगी तो शायद वह भी पीछे नहीं रहेगा. हमेशा याद रखें कि बेटे को सम?ाने में आप को उस की मदद करनी है. इन सब बातों का ध्यान रखें, तनाव बिलकुल न लें. खुद भी खुश रहिए, बच्चे को भी खुश रखिए. घर का माहौल बच्चे पर बहुत प्रभाव डालता है.

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मैं अपने दोस्त की बहन से प्यार करता हूं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 21 साल का लड़का हूं. मेरी स्टडीज पूरी हो गई है, मैं अपने परिवार को भी बहुत चाहता हूं अब जाकर मुझे एक लड़की पसंद आई है जिससे मैं प्यार करता हूं. लेकिन प्रौब्लम ये है कि वो मेरी दोस्त की बहन है. मैं अपने दोस्त की बहन को पसंद करता हूं और शादी भी करना चाहता हूं. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब

अगर आपको अपनी बहन की दोस्त अच्छी लगती है और आप उससे प्यार करते है तो ये अच्छी बात है. इसमे कोई बुराई नहीं है. आप अपने दोस्त से रिश्ता ओर मजूबत बना सकते है. साथ ही, उसके घरवालों का दिल जीत लें. इससे आपकी दोस्ती रिश्तेदारी में बदलेंगी. लेकिन, इसके लिए आपको कुछ बातें फोलो करने की जरूरत है.

पहले तो आप अपने दोस्त से इस बारे में बताएं और उनके विचारों को जानें की वो कैसा सोचते है इस बारे में. अगर वे इस बारें में पौजीटिव सोच रखते है तो आप इस बात को आगे बढ़ा सकते है. आप अपने दोस्त के साथ ईमानदारी से बनं रहे. सिर्फ ईमानदारी से बात करें. ताकि भविष्य में कोई गलतफहमी न हो.

इसके अलावा आप उसके इमोशन का भी ध्यान रखे. उसके इमोशनस का मजाक न बनाएं. यह जांचे कि वह स्वभाव में अच्छी है और लंबे वक्त तक आपका साथ देंगी. इस बात का भी पता लगाएं कि उसका कोई दोस्त, भाई, पिता आप पर भारी न पड़ जाएं. अगर प्यार को रिश्तेदारी में बदलना चाहते है तो इस बात पर भी गौर करें कि फाइनेंशियली स्ट्रौंग बनों.

अक्सर दोस्त की बहन आपको भी अपने भाई की तरह मानने लगती हो या अगर आपको सहेली के भाई से प्यार है, तो हो सकता है कि वह आपको बहन की तरह ट्रीट करती हो. इसलिए आपको अपने दिल की बात बतानी होंगी. ताकि दोस्त को बाद में पता चले तो वह ये न समझें कि आपने उन्हे धोखा दिया है. इसलिए समय रहते आपको अपनी फिलीग्स शेयर करनी है.

इस तरह के रिलेशनशिप में सबसे जरूरी है कि दोस्ती के बीच प्यार न आए. इसके साथ ही प्यार और दोस्ती के बीच तालमेल बैठा कर चलें.

पति-पत्नी: इस बेवफाई की वजह क्या है

तनाव ने हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में अपना स्थायी बसेरा बना लिया है और इस के चलते आज दुनिया के दूसरे तमाम देशों के साथसाथ भारत में भी औरतें और लड़कियां अपनी सैक्स जिंदगी को ले कर चिंता से घिर चुकी हैं.

दरअसल, आज एक तरफ देश अपनी आजादी के 75 सालों का महोत्सव मना रहा है, वहीं दूसरी तरफ ‘सैक्स’ शब्द का उच्चारण करना ही हमारे पारंपरिक समाज में गलत माना जाता रहा है.

उर्फी जावेद और पूनम पांडेय के बदनदिखाऊ कपड़ों पर बेहूदा बातें कही जाती हैं, पर जब उन के फोटो सोशल मीडिया पर आते हैं, तो लोग अकेले में अपनी आंखें सेंकने से बाज नहीं आते हैं. पर मजाल है कि कोई लड़की सैक्स पर अपने मन की बात कह सके कि उसे अपने पार्टनर से आखिर चाहिए क्या?

गांवदेहात की औरतों की हालत तो और भी ज्यादा बुरी है. वहां तो सैक्स का मतलब है मर्द की मनमानी और औरत की चुप्पी. सिसकी लेना भी सजा की तरह है, तभी तो आज के दौर में औरतें अपनी सैक्स इमेज से ले कर सैक्स के जोश, चरम संतुष्टि तक को ले कर समस्याग्रस्त रहने लगी हैं. इतनी ज्यादा कि वे डिप्रैशन में चली जाती हैं.

यह बड़े दुख और हैरत की बात है कि आजादी के इतने साल बाद भी भारत जैसे परंपरागत देश में सैक्स या औरत और मर्द के नाजुक अंगों संबंधी किसी भी मुद्दे पर बातचीत करने की तकरीबन मनाही है. औरतों की तो जबान ही सिल दी जाती है. तो क्या यह गूंगापन औरतों को बेवफाई करने पर मजबूर कर सकता है?

बिलकुल कर सकता है. आज ऐसी खबरों से मीडिया अटा पड़ा है कि 2 बच्चों की मां अपने प्रेमी के संग भागी. पति के काम पर जाते ही पत्नी अपने प्रेमी को घर पर बुला लेती थी. बहुत सी बार तो इस तरह के मामले खुलने पर मर्डर जैसा खतरनाक अपराध भी हो जाता है.

पहली नजर में ऐसा लगता है कि हमारा समाज एक ऐसा समाज है, जहां नौजवान यह सोचसोच कर बड़े होते हैं कि सैक्स करना एक ऐसा काम है, जो सिर्फ शादीशुदा जोड़ों की जिंदगी का हिस्सा है और शादी के बाद किसी पराए से नजदीकियों को हमारे समाज में अच्छा नहीं समझा जाता है, लेकिन आप को यह जान कर हैरानी होगी कि बेवफाई के मामले में शादीशुदा भारतीय औरतें देश में मर्दों के मुकाबले आगे हैं. यह खुलासा एक विदेशी ऐक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग एप ‘ग्लीडन’ द्वारा कराए गए एक सर्वे से हुआ है.

इस सर्वे के मुताबिक, 53 फीसदी भारतीय पत्नियों ने शादी के बाद पराए मर्दों से सैक्स संबंधों में शामिल होने की बात मानी है, जबकि ऐसे मर्दों का आंकड़ा 43 फीसदी पाया गया है.

इस सर्वे से यह भी खुलासा हुआ कि भारतीय औरतें शादी के बाद पराए मर्द से संबंधों को ले कर, खासतौर से जब इस में रोमांस भी घुला हो, तो काफी खुली सोच रखती हैं.

इस सर्वे में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बैंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और अहमदाबाद जैसे बड़े भारतीय शहरों की 25 से 50 साल की उम्र की शादीशुदा औरतों को शामिल किया गया था.

इस सर्वे से यह भी पता चला है कि भारत में तकरीबन 50 फीसदी शादीशुदा लोगों ने अपने जीवनसाथी के अलावा किसी दूसरे के साथ सैक्स संबंध होने की बात स्वीकार की है.

ऐसी औरतें, जो अपने पति के अलावा किसी दूसरे मर्द के साथ नियमित रूप से सैक्स संबंध बना कर रखती हैं, उन मर्दों से आगे हैं, जो शादी के बाद किसी पराई औरत के साथ रिश्ते निभा रहे हैं.

इस सर्वे से सब से हैरान करने वाली जो बात सामने आई है, वह यह कि बहुत से भारतीयों का मानना है कि कोई भी इनसान एक समय में 2 अलगअलग लोगों के प्यार में पड़ सकता है.

भारतीय समाज के इस दिलचस्प पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि यहां 46 फीसदी लोगों का मानना है कि आप जिस इनसान से प्यार करते हैं, उसी को प्यार में धोखा भी दे सकते हैं. शायद यही वजह है कि भारतीय अपने पार्टनर की बेवफाई का राज खुलने पर उसे माफ करने को तैयार हैं.

इस सर्वे से यह भी उजागर हुआ है कि 37 फीसदी लोग अपने पार्टनर को बिना कुछ सोचेसमझे माफ कर देंगे, जबकि 40 फीसदी उस हालत में माफ करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते हालात इस गुनाह को हलका बनाने वाले हों. इसी तरह सर्वे की रिपोर्ट से यह भी सामने आया है कि लोग चाहते हैं कि उन के पार्टनर भी उन्हें भेद खुलने पर माफ कर दें.

इस सर्वे के मुताबिक, ऐसी शादीशुदा औरतों का फीसदी 40 तक है, जो किसी ऐसे मर्द के साथ नियमित रूप से सैक्स संबंध रखती हैं, जो उन का पति नहीं है, जबकि केवल 26 फीसदी मर्द ही किसी दूसरी औरत के साथ शारीरिक स्तर पर नियमित संबंध रखते हैं.

भारत में तकरीबन 50 फीसदी शादीशुदा मर्दों ने यह स्वीकार किया है कि वे अपने जीवनसाथी के अलावा किसी दूसरे के साथ भी सैक्स संबंध रख चुके हैं, जबकि 10 में से 5 मर्द कैजुअल सैक्स या वन नाइट स्टैंड में शामिल रहे हैं.

भारत में औरतों को रोजमर्रा की जिंदगी में काफी बेइज्जती और शर्मिंदगी उठानी पड़ती है, फिर वह चाहे सड़कोंचौराहों की बात हो या बिस्तर पर, इसी के चलते वे अकसर अपनी सैक्सुएलिटी को ले कर खुलापन नहीं रख पातीं. लेकिन अब औनलाइन दुनिया में सक्रियता बढ़ने से वे भी खुल रही हैं और खुद को जाहिर भी कर पा रही हैं.

इस सर्वे में यह तो बता दिया गया है कि शादीशुदा औरतें भी पराए मर्द के साथ संबंध बनाने में कोई गुरेज नहीं करती हैं, पर इस बेवफाई की वजह क्या है? क्या पति की उम्र का फर्क इस बेवफाई को बढ़ावा देता है?

आज से कुछ साल पहले तक ऐसा खूब होता था, जब शादी के समय लड़के और लड़की की उम्र में काफी फर्क हो जाता था. लड़की 22 की, तो लड़का

32 का. कुछ साल तक तो ऐसी शादी में कोई अड़चन नहीं आती थी, पर बाद में लड़की का किसी हमउम्र लड़के की तरफ खिंचाव होना नौर्मल बात होती थी.

पैसा भी इस बेवफाई में काफी अहम रोल निभाता है. बहुत सी औरतों को पैसे की इतनी ज्यादा चाहत हो जाती है कि उन्हें अपने पति की कमाई कम लगने लगती है. फिर वे कोई ऐसा पार्टनर तलाश करने लगती हैं, जो उन के खर्चे बिना किसी बहस के उठा सके और यह काम तो कोई आशिक ही कर सकता है.

पतिपत्नी की कलह भी औरत को पति से बेवफाई करने पर मजबूर कर सकता है. पति कितना भी रईस क्यों न हो, पर अगर वह औरत को अपने पैर की जूती समझ कर उस पर जुल्म करे, तो औरत का किसी पराए मर्द की तरफ जाना बहुत आसान हो जाता है. वह खुद पर हुए जुल्म का बदला किसी दूसरे मर्द के साथ हमबिस्तर हो कर देने में अपनी जीत समझती है.

बहुत से मामलों में पति की बेवफाई भी औरत को वैसा ही करने पर मजबूर कर देती है. जब पति उस के होते हुए किसी दूसरी पर बेसब्रे सांड़ की तरह लाइन मारे तो वह भी खूंटा तुड़ाई गाय बन जाती है.

इस के अलावा अगर पति अपनी पत्नी से दूर रहता है या औरत की उस की ससुराल में बेइज्जती होती है या फिर उन के विचार सिरे से नहीं मिलते हैं,

तब भी औरत बेवफाई की राह पर चल पड़ती है. इतना ही नहीं, जब से बाजार में गर्भनिरोधक सामान की भरमार हुई है, तब से औरतों को नाजायज रिश्ता बनाने में आसानी हुई है.

लेकिन ऐसी बातें जब तक छिपी रहती हैं, तब तक तो मजा देती हैं पर खुलने पर जिंदगी को जहन्नुम बनाने में देर नहीं लगाती हैं.

मैं कैसे पता करूं कि कोई लड़का मुझे पसंद करता है?

सवाल

मैं 24 वर्षीया युवती हूं. इस वर्ष मेरी स्टडी पूरी हो जाएगी. कालेजटाइम से हमारा 10 फ्रैंड्स का ग्रुप है. हम सब में बहुत मेलजोल है. उन में से एक को धीरेधीरे मैं बहुत पसंद करते हुए अब उसे चाहने की हद तक पहुंच गई हूं. मु झे पता है कि उस की कोई गर्लफ्रैंड नहीं है. मैं उसे लाइक करती हूं, यह बात मैं उस से कहना चाहती हूं लेकिन कहने से डर रही हूं कि यदि उस ने मना कर दिया तो मैं यह सहन नहीं कर पाऊंगी. यही नहीं, उस ने अगर सभी फ्रैंड्स को बता दिया तो फालतू में मैं चर्चा का विषय बन जाऊंगी और फिर सब को फेस करना मेरे लिए मुश्किल हो जाएगा. क्या कोई तरीका है कि मैं जान पाऊं कि उस के दिल में क्या है और मेरे लिए वह क्या विचार रखता है?

जवाब

आप सब फ्रैंड्स कालेजटाइम से एकदूसरे को जानते हैं तो फिर यह भी पता होगा कि सब का नेचर कैसा है, वे सब किसी भी बात को ले कर कैसा रिऐक्ट करते हैं या आप सब फ्रैंड्स के बीच की बौंडिंग कैसी है.

एक तरीका है कि आप अपनी गु्रप फ्रैंड्स में से किसी एक को अपने फेवर में ले कर अपने दिल की बात उसे बता दें और यह काम उसे सौंप दें कि वह पता लगाए कि जिस फ्रैंड को आप चाहने लगी हैं, वह आप के बारे में क्या सोचता है. अगर उस के दिल में आप के लिए फीलिंग्स हैं तो वह आप दोनों की मीटिंग करवा कर आप का काम आसान कर दे.

यदि आप किसी की मदद नहीं लेना चाहतीं और खुद पता लगाना चाहती हैं कि वह लड़का आप के बारे में क्या सोचता है, सोचता भी है या नहीं, तो कुछ बातों पर गौर करें कि क्या वह आप की बातों पर ध्यान देता है? आप पर ध्यान देता है? अगर हां, तो उस के मन में भी आप के लिए प्यार जरूर है. क्या भीड़ वाली जगह पर वह आप को घेर कर चलता है या फिर आप का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ता है? यदि हां, तो आप की मुराद पूरी हो गई.

क्या कभी आप ने गौर किया है कि वह सब के साथ होने के बावजूद आप को चोरीचोरी देखता है, तो कोई शक नहीं, उस के मन में आप के लिए लव फीलिंग्स हैं.

यदि आप किसी और लड़के की बात करती हैं तो उसे बुरा लगता है या मजाकमजाक में आप उस से फ्लर्ट करती हैं तो वह खुश हो जाता है तो सौ प्रतिशत वह आप को पसंद करता है और आप के एक इशारे का इंतजार कर रहा है. अगर वह आप की फीलिंग्स नहीं सम झ रहा है तो घबराइए नहीं. लड़के ऐसी बातें देर से सम झते हैं. अब सब बातें आप के सामने हैं. आप को खुद देखना व सम झना है. किसी से प्यार हो जाना गुनाह नहीं. यदि लड़का अच्छा है, सारी स्थितियां अनुकूल हैं तो उस से अपने दिल की बात कहने में कोई हर्ज नहीं. देखनेसम झने में कहीं वक्त हाथ से न निकल जाए.

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बढ़े हुए प्रोस्टेट से आपकी सेक्स लाइफ हो सकती है प्रभावित!

कहीं इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या यौन संतुष्टि में कमी जैसी किसी परेशानी से तो आप सामना नहीं कर रहे? यह समस्या प्रोस्टेट के बढ़ने से भी हो सकती हैं .यदि आपका प्रोस्टेट नार्मल साइज से बड़ा है तो यह आपकी सेक्स लाइफ को खराब कर सकता है.

असल में प्रोस्टेट ग्लैंड जिसको पौरुष ग्रंथि भी कहा जाता है वीर्य बनाने वाली महत्वपूर्ण ग्लैंड है. कई बार उम्र के साथ-साथ या हार्मोनल चेंज के कारण यह बढ़ जाती है. इस कारण बहुत से पुरुषों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है.

अगर आपकी भी प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ी हुई है, तो आपको भी सेक्स संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ये यौन समस्यायें , प्रोस्टेट की स्थिति के अनुसार भिन्न भिन्न होती है.बढ़ा हुआ प्रोस्टेट आपकी पेशाब करने की सक्षमता को सीधा प्रभावित करते हैं.इस परेशानी की वजह से  बहुत सी सेक्स संबंधित समस्या होने लगती है . और यह समस्याएं बढ़े हुए प्रोस्टेट की स्थिति के मुताबिक बढ़ती हैं.

कुछ आम सेक्चुअल साइड इफैक्ट्स इस प्रकार हैं-

  • इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (erectile dysfunction)
  • यौन संतुष्टि में कमी (reduced sexual satisfaction)
  • इरेक्शन को बनाए रखने में समस्याएं (problems maintaining an erection)
  • कामेच्छा में कमी (decreased libido)इन साइड इफेक्ट्स को प्रभावित करने वाले फैक्टर हैं-
  • उम्र
  • जेनेटिक्स और
  • एंजाइटीआइए जानते हैं लक्षण ताकि आप  मालूम कर सके कि कहीं आप इस परेशानी से तो ग्रस्त नहीं.लक्षण (Symptoms)

कई बार पुरुषों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें प्रोस्टेट से जुड़ी समस्या है. यदि नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी दो लक्षण आपको परेशान कर रहे हैं ,तो आपको डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए. यह भी संभव है कि यह परेशानी किसी और वजह से हो.

  • पेशाब के लिए जाएं और पेशाब करने में परेशानी हो. पेशाब करने की
  • पेशाब  शुरू होने पर हल्की धारा का निकलना.
  • चाहे दिन हो या रात लेकिन बार-बार पेशाब  की जरूरत महसूस होना.
  • पेशाब करने के बाद भी डिस्चार्ज होना.
  • पेशाब करने के बाद ब्लैडर का भरा हुआ फील होना.
  • पेशाब  करते समय तेज दर्द महसूस होना.

बढ़े हुए प्रोस्टेट का असर

नई दिल्ली स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट और यूरोलॉजिस्ट डॉ. एसके पाल का कहना है कि पिछले कुछ सालों से पुरुषों से जुड़ी गुप्त रोगों की समस्याएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं.बढ़े हुए प्रोस्टेट के इलाज में प्रयोग होने वाली दवाइयां या सर्जरी के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होता है या सेक्स लाइफ प्रभावित होती है .आइए जानते हैं किस प्रकार.

सेक्स इच्छा का कम होना

प्रोस्टेट बढ़ने के कारण पुरुषों को समय से पहले ही बुढ़ापा अपनी गिरफ्त में ले लेता है. ऐसे पुरुष संकोच में रहते हैं. ये ग्लैंड्स प्रजनन के लिए सीमन बनाते हैं. उपचार के समय दवाइयों की वजह से प्रभावित होने के कारण सेक्स की इच्छा कम हो जाती है.

स्खलन शरीर के अंदर

डॉ अनूप  धीर, सीनियर कंसलटेंट एंड सर्जन अपोलो हॉस्पिटल के अनुसार बढ़े हुए प्रोस्टेट के कारण स्खलन की समस्या हो जाती है. स्खलन बाहर होने की बजाय शरीर के अंदर होने लगता है. मेडिकल भाषा में इसे रिवर्स इजैकुलेशन भी बोलते हैं.

बांझपन की समस्या

  • इन ग्लैंड्स के बढ़ने पर शीघ्र पतन और शुक्राणु में कमी जैसी समस्याएं पनपने लगती हैं. जिस कारण बांझपन की समस्या हो सकती है. इस वजह से सेक्स लाइफ अत्यधिक प्रभावित होती है.
  • शोध के अनुसार प्रोस्टेट इंफेक्शन या बड़े हुए प्रोस्टेट के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी पुरुषों की सेक्स इच्छा में कमी होती है. यह भी एक वजह है पुरुषों की सेक्स लाइफ प्रभावित होने की.
  • इसके अलावा इन दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्ति का शुक्राणुओं की गिनती  भी कम हो जाती है. व्यक्ति नपुंसकता का शिकार तक हो जाता है.

सेक्स से विमुखता

बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए दो प्रकार से सर्जरी की जाती है. पहली टीयूआरपी सर्जरी और दूसरी प्रॉस्टेटिक आर्टरी इंबोलाइजेशन सर्जरी. लेकिन इस सर्जरी के फौरन बाद सेक्स के लिए मनाही है. इसलिए 20 से 25 दिन तक सेक्स से दूर रहने की सलाह दी जाती है. जिस वजह से सेक्स लाइफ प्रभावित होती है. जब दवाइयां असर नहीं करती तब प्रोस्टेक्टॉमी शल्य चिकित्सा से इन ग्लैंड्स को निकाला जाता है. डॉक्टर एसके पाल का कहना है कि इस का  खास साइड इफेक्ट सेक्स  विमुखता है. इरेक्शन को बनाए रख पाने में असफल होने पर अक्सर पुरुष हीन भावना का शिकार हो जाते हैं.इस वजह से भी अपने पार्टनर से दूरी बना लेते हैं.

मैं कई बार शारीरिक संबंध बना चुकी हूं पर कभी संतुष्टि प्राप्त नहीं होती, क्या करूं?

सवाल
मैं 21 वर्षीय युवती हूं. अपने बौयफ्रैंड के साथ 1 साल से कई बार शारीरिक संबंध बना चुकी हूं पर मुझे कभी संतुष्टि प्राप्त नहीं हुई. मैं जानना चाहती हूं कि क्या मुझ में कोई कमी है और क्या मैं भविष्य में मां बन पाऊंगी या नहीं?

जवाब

सहवास के दौरान आनंदानुभूति न होने की मुख्य वजह सैक्स के प्रति आप की अनभिज्ञता ही है. जहां तक संतानोत्पत्ति का प्रश्न है तो उस का इस से कोई संबंध नहीं है. पीरियड के तुरंत बाद के कुछ दिनों में पति पत्नी समागम के बाद स्त्री गर्भ धारण कर लेती है, बशर्ते दोनों में से किसी में कोई कमी न हो. इसलिए आप कोई पूर्वाग्रह न पालें.

पर विवाह से पहले किसी से संबंध बनाना किसी भी नजरिए से उचित नहीं है. अत: इन संबंधों पर तुरंत विराम लगाएं वरना पछतावे के सिवा कुछ हाथ नहीं लगेगा.

ऐसे रोमांटिक बनाएं मैरिड लाइफ

शादी के बाद पतिपत्नी पर जैसेजैसे जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ने लगता है वैसेवैसे उन की सैक्स लाइफ पर उस का असर पड़ने लगता है. रोजाना के कामों में व्यस्त हो जाने से उन की सैक्स लाइफ से रोमांटिक लमहे गायब से हो जाते हैं. आइए, जानते हैं कुछ छोटीछोटी ऐक्टिविटी टिप्स, जिन से वे अपने जीवन में रोमांच और रोमांस का भरपूर आनंद ले सकें.

पतिपत्नी के बीच सब से अहम चीज क्या है? जी हां प्यार. रोमांटिक शारीरिक संबंध उन के यौन जीवन को बहुत प्रभावित करता है. अकसर देखा गया है कि जिन पतिपत्नी के रिश्ते में सैक्स की कमी होती है उन में बहुत जल्दी दरार पड़ती है या फिर कपल्स के बीच मनमुटाव हो जाता है. क्योंकि सैक्सुअल लाइफ से ही पता चलता है कि पार्टनर्स के बीच कैसी अंडरस्टैंडिंग है. वे एकदूसरे में कितनी रुचि रखते हैं और एकदूसरे के लिए क्या सोचते हैं. किसी भी कपल की सैक्स लाइफ उन के बीच के भरोसे का प्रतीक होती है.

शादी के बाद पतिपत्नी जैसेजैसे रोजाना के कामों में व्यस्त होते जाते हैं उन के बीच सैक्स की इच्छा घटने लगती है या फिर वह स्पार्क नहीं रह पाता. पतिपत्नी बिस्तर पर होते जरूर हैं लेकिन उन के बीच रोमांटिक शारीरिक संबंध नहीं बन पाता और न ही वे एकदूसरे को सैक्सुअली संतुष्ट कर पाते हैं.

यदि आप अपनी शादीशुदा जिंदगी को भरपूर एनर्जी के साथ जीना चाहते हैं, उसे रोमांस के नए रंगों से भरना चाहते हैं तो कुछ छोटीछोटी ऐक्टिविटीज के लिए तैयार हो जाइए. हां, कुछ एफर्ट तो आप को करने होंगे लेकिन उस के बाद प्यार के लिए एकदूसरे की गर्मजोशी आप खुद महसूस करेंगे.

सैक्स बनाएं रोमांचकारी : पतिपत्नी हैं तो क्या हुआ, गर्लफ्रैंडबौयफ्रैंड की तरह अपने सैक्स को रोमांचकारी बनाने के लिए रात को कुछ नया कर सकते हैं. सैक्स के लिए मूड बनाने के लिए कुछ ऐसा करना जरूरी है जिस से उबाऊ सैक्स से बचा जा सके. कुछ नया करने के लिए आप कमरे में रोमांटिक म्यूजिक प्ले कर सकते हैं. परफ्यूम कैंडिल जला सकते हैं. सैक्सी कपड़े पहन कर एकदूसरे को अट्रैक्ट कर सकते हैं. इसलिए ऐसा कुछ कीजिए जिस से आप का मजा बढ़े.

फोरप्ले है जरूरी : प्यार की शुरुआत करने और अपने पार्टनर को सैक्स के लिए तैयार करने के लिए फोरप्ले करना बहुत जरूरी होता है. आप के प्यार की गरमी उस में यौनसंबंध बनाने की इच्छा पैदा करती है, इसलिए फोरप्ले करने के लिए उस के होंठों, चेहरे, पेट, कमर, गरदन आदि पर किस करें. इस से जननांगों में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और पार्टनर बहुत जल्दी सैक्स के लिए उत्तेजित हो जाता है. फोरप्ले सैक्स का एक अहम हिस्सा है, इसलिए फोरप्ले करने से व्यक्ति अधिक देर तक अंतरंग रहता है और उतना ही अधिक सैक्स का आनंद लेता है.

पहले ओरल सैक्स : सैक्सुअल इंटरकोर्स एक शारीरिक जरूरत है और उसी की पूर्ति के लिए व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सैक्स करता है लेकिन ओरल सैक्स, सैक्स क्रिया शुरू करने से पहले का एक स्टेप है. ओरल सैक्स करने का एक अन्य फायदा यह है कि पतिपत्नी के बीच इंटीमेसी बढ़ती है और  अपने पार्टनर के साथ सैक्स की बातें या अंतरंग बातें करने या पोजिशन के बारे में बात करने में उसे झिझक नहीं होती है. अगर आप चाहते हैं कि आप दोनों की उत्तेजना चरम पर हो और एकदूसरे को बराबर मजा आए तो इस के लिए जरूरी है कि आप ओरल सैक्स करें.

करें मसाज : पतिपत्नी रोजाना शारीरिक संबंध बनाएं, यह जरूरी नहीं है. आप की पार्टनर औफिस और घर के काम के बाद थक गई है, ऐसे में उस के पैरों की मसाज गजब की ऐक्टिविटी हो सकती है. इसी तरह यदि कभी पति पूरे दिन औफिस में काम कर के घर लौटता है तो रात में बैड पर पत्नी उसे प्यार से मसाज करे. इस से थोड़े ही समय में वह पति का दिल जीत सकती है. पति और पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने के लिए एकदूसरे की न्यूड शरीर मालिश करना थ्रिल ऐक्टिविटी है.

सैक्स टौय का भी मजा : पतिपत्नी अपनी सैक्स लाइफ को मजेदार बनाने के लिए सैक्स टौय का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्लिटोरिस और योनि में उत्तेजना पैदा करने में सैक्स टौय काफी सहायक होता है जिस से बैड पर पति का काम आसान हो जाता है और पत्नी एक मजेदार और्गेज्म का अनुभव कर सकती है. इसलिए पतिपत्नी एकदूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते समय हर वह चीज करें जो मजे को बढ़ा दे. सिर्फ अधिक से अधिक आनंद का ध्यान रखें.

पार्टनर के साथ देखें एडल्ट मूवी : कभीकभी अधिक तनाव या यौन रोगों के कारण यौन इच्छा में कमी आ जाती है, ऐसे में सैक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है. आमतौर पर सैक्स की इच्छा तीव्र करने के लिए डाक्टर भी एडल्ट मूवी देखने की सलाह देते हैं. साथसाथ एडल्ट मूवी देखने के बाद पतिपत्नी नईनई पोजिशन में एकदूसरे के साथ सैक्स कर सकते हैं. शादी के कुछ वर्षों बाद पतिपत्नी अपने को नए कपल्स नहीं समझते हैं. एकदूसरे को संतुष्ट किए बिना ही सो जाते हैं, इसलिए उत्तेजना बनाए रखने के लिए एडल्ट मूवी जरूर देखें.

एकदूसरे को अच्छा महसूस कराएं: हर समय हर कोई सैक्स के लिए तैयार नहीं भी हो सकता है, इसलिए साथी से पूछ लेना अच्छा होता है या प्यारभरे टच से भी इस बात का पता लगाया जा सकता है कि वह मानसिक व शारीरिक तौर पर सैक्स के लिए तैयार है कि नहीं. इसलिए दोनों पार्टनरों को मानसिक रूप से तैयार होने के लिए आपसी बातचीत और फन करना जरूरी है. एकदूसरे को अच्छा महसूस कराएं.

सैक्स एक संवेदनशील स्थिति है, इसलिए पतिपत्नी को एकदूसरे को हग कर के, एकदूसरे की न्यूड बौडी को छू कर उस के सैक्सी शरीर की तारीफ करनी चाहिए. इस से आप एकदूसरे को अच्छा महसूस कराते हैं.

बहाना न बनाएं : बिस्तर पर सैक्स के लिए न कहना शादीशुदा जिंदगी को प्रभावित करता है. वास्तव में सैक्स शारीरिक दर्द को दूर करने, तनाव को कम करने और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में काफी मददगार होता है. इसलिए सैक्स को ले कर आपसी समझ और तालमेल बिठाए रखना चाहिए ताकि दोनों की रात खराब न हो.

हाल में हुई एक स्टडी में पाया गया है कि शादीशुदा लोगों के जीवन में सैक्स का एक अलग स्थान है. अगर पतिपत्नी रोजाना शारीरिक संबंध बनाते हैं तो उन के चेहरे पर उन की उम्र का असर 7 साल कम दिखाई देता है.

इन सब बातों के अलावा भी कई छोटीछोटी बातें हैं जो प्यार की गर्मजोशी को बढ़ाती हैं, जैसे दिन में पार्टनर को सिंपल ‘आई लव यू’ बोल कर उसे स्पैशल फील कराएं. बिना वजह पार्टनर को गले लगा लें, प्यारभरा लव नोट उस की ड्रैसिंग टेबल पर लगा कर, उस का असर देखें. जज्बातों के शब्द सामने वाले के दिल तक उतर जाते हैं.

लोग हमेशा चाहते हैं कि उन की लव लाइफ में सैक्स लाइफ भी उतनी ही बेहतर हो जितना कि वे भावनात्मक रूप से एकदूसरे से जुड़े हुए होते हैं. एक रिलेशनशिप में अगर भावनाओं के साथसाथ सैक्स रिलेशन भी बेहतर हो तो आप का रिश्ता एक परफैक्ट रिश्ता बन जाता है.

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