World NGO Day के मौके पर दुनिया के पहले डिजिटल एनिमल इंफ्लूएंसरक्वाटी (CWATY) ने नरगिस दत्त फाउंडेशन, स्पर्स ट्रस्ट, मेक अर्थ ग्रीन अगेन फाउंडेशन और कोविन के साथ मिलकर पशुओं के कल्याण से जुड़े अभियान – OOHA (आउट ऑफ होम एडॉप्शन) की शुरूआत की गयी.
इस अभियान के तहत सड़कों पर रहनेवाले पशुओं की समस्या के निदान और उनके देखभाल की अनूठी पहल की जाएगी,जिससे इंसान और पशु दोनों ही साझा तौर पर हंसी-खुशी जी पाएं.
एनजीओ CEP (सेलिब्रिटी एक्सेलेंस इन फिलॉन्थ्रोपी) एक गैर लाभकारी संगठन है, जहां वरिष्ठ और उभरते हुए दानदाताओं को भविष्य को बेहतर बनाने के लिए उनके द्वारा दिए गए योगदान के आधार पर सम्मानित किया जाता है. इन्हीं की साझेदारी में आज इसके दूसरे भाग CEP 2.0 का भी ऐलान भी कर दिया गया.
इस मौके पर बात करते हुए अभिनेता स्व. सुनील दत्त और अभिनेत्री स्व. नरगिस दत्त की बेटी, जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता व राजनीतिज्ञ प्रिया दत्त ने कहा, ‘‘सहचर्यता और धरती पर रहनेवाले सभी जीवों और पर्यावरण के प्रति हमारा आदर ही मेरे लिए पशु कल्याण का द्योतक है. धरती पर जितना हक इंसानों का है, उतना ही हक पशु पक्षियों व अन्य जीवों का भी है.
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‘‘ प्रिया,‘नरसिग दत्त मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट (NDMCT)’ की संस्थापक भी हैं,जिसकी शुरुआत उन्होंने अपनी दिवंगत मां की याद में की थी. वह कहती हैं, ‘‘कल्याण करने का मतलब यह नहीं हैं जो आप किसी जरूरतमंद के लिए करते हैं बल्कि ऐसा आप अपने लिए करते हैं. ऐसा करने से खुद आपको खुशी और शांति का अनुभव होता है और आपको इस बात का सुखद एहसास होता है कि आप बदलाव की दिशा में प्रयत्न कर रहे हैं.‘‘
क्वाटी (CWATY) के मुताबिक, सह-चर्यता और समानता जीवन जीने के आवश्यक सिद्धांत हैं. इसके अध्यक्ष जागृत देसाई कहते हैं,‘‘हम वसुदैव कुटुम्बकम‘ पर विश्वास रखते हैं. इसका मतलब है कि है कि यह समस्त दुनिया एक परिवार है और हम सभी एक ही जीवन ऊर्जा के हिस्सा हैं.
हम एक-दूसरे के साथ चीजों को साझा करने की आदत और अच्छी ऊर्जा के आदान-प्रदान के साथ इसका निर्वहन कर सकते हैं. मेरे लिए पशुओं का कल्याण ही जीवन जीने का उत्तम तरीका है और एक सेलिब्रिटी इंफ्लोएंसर के तौर पर मैं इस मकसद के लिए बड़े पैमाने पर दान-राशि इकट्ठा कर अपनी ओर से अधिक से अधिक योगदान देने की कोशिश में जुटा हूं. OOHA की पहल से जुड़े इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मुझे आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है क्योंकि ये दुनिया सभी के लिए बराबर है.‘‘
क्वाटी ( CWATY) को जीवंत बनाने में जागृत देसाई की अहम भूमिका रही जो एक लेखक, एक आंत्रप्योनर और CWAT ऐप के संस्थापक भी हैं. यह एक ऐसा ऐप है जिसकी खासियत ये है कि इस ऐप के जरिए यूजर्स अपनी पसंद के एनजीओ को 100 फीसदी लाभ का दान कर सकते हैं.
स्पर्श ट्रस्ट के संस्थापक सदस्यों में से एक महर्षि दवे कहते हैं, ‘‘मैं ऐसे कार्य करने में यकीन रखता हूं जो चेहरों पर मुस्कान लाए और बांटने की आदत में बढ़ावा दे, फिर चाहे वो जानवारों की बात हो, इंसानों की बात हो या फिर पर्यावरण की देखभाल की बात हो.‘‘ उल्लेखनीय है कि महर्षि दवे एक बेहद प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो मानवावादी कार्यों के साथ-साथ पशुओं की भलाई के लिए भी शिद्दत से काम करते हैं.
वे कहते हैं, ‘‘मेरा माननाघ् है कि पशुओं के कल्याण से बढ़कर और कोई कामघ् नहीं हो सकता है. सह-चर्यता के बारे में मेरी राय है कि लाखों-करोड़ों पशु-पक्षियों की तरह हम सब भी धरती मां की कोख से पैदा हुए हैं. सह-चर्यता पर ही हम सबका अस्तिस्व टिका हुआ है जिसका हम सबको आदर करना चाहिए.‘‘
सामाजिक कार्यों में व्यस्त रहनेवाली, पर्यावरण के संरक्षण में संलग्न मेक अर्थ ग्रीन अगेन (MEGA) फाउंडेशन नामक संस्था से जुड़ीं और Pawisitive फार्म सैंक्चुरी के जरिए 200 से अधिक पशु-पक्षियों की देखभाल करनेवाली अनुषा श्रीनिवासन अय्यर इस परियोजना को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
वे कहती हैं, ‘‘जागृत देसाई द्वारा शुरू किया गया OOHA अभियान सड़कों पर रहनेवाले जानवरों के लिए की गई एक उल्लेखनीय पहल है. इस तरह की पहल से न सिर्फ बेसहारा जानवरों को मदद हासिल होती है बल्कि इससे इंसानियत से जुड़ीं मिसालें भी कायम होती हैं जिसकी आज के कोरोना काल में सबसे अधिक आवश्यकता महसूसकी जा रही है.‘‘ उनका कहना है कि CEP एक बेहद उम्दा और एक सशक्त किस्म की पहल है”.
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कनाडाई गैर-लाभकारी संगठन ‘द कलेक्टिव विन‘ के संस्थापक अलेट विएगास कहते हैं-‘‘हमारी संस्था दुनिया भर के एनजीओ के साथ मिलकर सामाजिक बदलाव के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहती है. हम पशु-पक्षियों की बेहतरी और इंसानों के उनके साथ मिल-जुलकर रहने में यकीन करते है. जानवरी की अपनी कोई आवाज नहीं होती है और रोजाना की जिंदगी में अक्सर उनकी उपेक्षा की जाती है. चाहे आप असमानता के खिलाफ आवाज उठा रहे हों या गरीबी को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हों अथवा धरती को बचाने के प्रयासों में लगे हों – आपकी संस्था की भूमिका बेहद अहम हो जाती है. ऐसे में ‘द कलेक्टिव विन स्थानीय और वैश्विक दोनों स्तर पर कम्युनिटी लीडर्स को सशक्त बनाने में यकीन रखता है ताकि ऐसे भविष्य का निर्माण किया जा सके जिसकी लोग ख्वाहिश रखते हैं.
हमारा मानना है कि अगर इसमें विविध प्रकार के लोगों का समावेश है तो रचनात्मक ढंग से समस्या का समाधान किया जाना आवश्यक है. यही है वजह है कि हम अपने कम्युनिटी हब और पार्टरशिप के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को साथ लाने की कोशिश करते हैं. आज की तारीख में CWATY और CEP 2.0 के साथ हमारी साझेदारी का मकसद OOHA द्वारा की गई पहल से शुरू की गईं परियोजनाओं की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना और समस्याओं का प्रभावी ढंग से निदान करना है.
अपने आसपास के जानवरों को अपनाने और उनकी मदद के लिए प्रेरित करने के लिए OOHA लोगों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए कार्यरत हैं ताकी लोग रोजाना की जिंदगी में जानवरों की भलाई के लिए काम करें. जबकि CEP की कोशिश दान देनेवाले और दान प्राप्त करनेवालों के बीच की दूरी को कम करने की रहती है.