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‘‘सर, मयंक की बहन सोनिका के साथ मेरी शादी सन 2017 में हुई थी. सोनिका मानसिक रोगी थी, इसलिए उस से नहीं पटी. वह केवल 5 दिन ससुराल रही फिर मायके चली गई. भाई सुरेंद्र व मयंक के उकसाने पर सोनिका ने दहेज उत्पीड़न का मामला मेरे खिलाफ दर्ज करा दिया था. मामले को रफादफा करने के लिए मयंक व सुरेंद्र 50 लाख रुपए मांग रहे थे. न देने पर जानमाल के नुकसान की धमकी दी थी. इसलिए शक है कि मयंक, सुरेंद्र ने एक अन्य साथी के साथ मिल कर हमारे मांबाप की हत्या कर दी है. आप रिपोर्ट दर्ज कर उचित काररवाई करें.’’ अनूप ने कहा.

पुलिस अधिकारियों के आदेश पर बर्रा थानाप्रभारी दीनानाथ मिश्रा ने अनूप की तहरीर पर उस के साले मयंक व सुरेंद्र के खिलाफ हत्या की रिपोेर्ट दर्ज कर ली और उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया.थाने ला कर उन से कड़ाई से पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने हत्या का जुर्म कुबूल नहीं किया. उन्होंने बहन के विवाद की बात तो स्वीकार की, लेकिन हत्या को नकार दिया.

इधर फोरैंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और सबूत जुटाए. टीम ने नीचे बने बाथरूम में बेंजीडाइन टेस्ट किया, जिस में खून निकलने की पुष्टि हुई. जो खून बरामद हुआ, उस का टीम ने ओबीटीआई टेस्ट किया जिस से मानव रक्त की पुष्टि हुई. इस से यह स्पष्ट हो गया कि बाथरूम में खून से सनी वस्तु को धोया गया था. कोमल आई शक के दायरे में

कोमल के हाथ में कट का निशान तथा खून लगा था. टीम ने कोमल के हाथपैर और कपड़ों पर बेंजीडाइन व ओबीटीआई टेस्ट किया, जिस में मानव रक्त की पुष्टि हुई.
अनूप के घर के बाईं ओर अभिषेक कुमार का घर था. उन के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा था. टीम ने इस कैमरे की फुटेज की जांच की तो चौंकाने वाली जानकारी मिली.

फुटेज में एक युवक मुंह पर सफेद कपड़ा लपेटे रात पौने एक बजे अनूप के घर में दाखिल हुआ और फिर वही व्यक्ति रात सवा 2 बजे घर से बाहर निकलते दिखा. आते समय वह खाली हाथ था, लेकिन जाते समय उस के हाथ में एक लाल रंग का थैला था. फोरैंसिक टीम को शक हुआ कि यह युवक कातिलों का साथी हो सकता है, अत: टीम ने फुटेज सुरक्षित कर ली.

फोरैंसिक टीम ने घर के एकएक सामान की जांच की. अलमारी में रखे कोमल के कपड़ों की जांच की तो उस के अधोवस्त्रों में सीमेन की पुष्टि हुई. टीम को शक हुआ कि कोमल ने मृतक दंपति की हत्या से पहले या बाद में कातिल से शारीरिक संबंध बनाए थे या फिर कातिल ने जबरदस्ती कोमल से संबंध बनाए होंगे.

टीम ने अधोवस्त्र (पैंटी) को मैडिकल जांच हेतु सुरक्षित कर लिया. टीम ने घटनास्थल से लगभग 18 नमूने एकत्र किए. डौग स्क्वायड टीम ने खोजी कुतिया को घटनास्थल पर छोड़ा. वह लाशों को सूंघ कर भौंकती हुई घर में चक्कर लगाती रही. एक बार वह प्रथम तल पर भी गई लेकिन चंद मिनट बाद ही वापस आ गई.

दूसरे राउंड में वह भौंकती हुई घर के बाहर निकली और 200 मीटर दूर तक गई. वह वहां चक्कर लगाती रही, फिर वापस आ गई. डौग स्क्वायड टीम न तो आलाकत्ल बरामद कर सकी और न ही कोई अन्य सबूत जुटा पाई. अब तक पुलिस अधिकारियों ने कोमल, अनूप और मृतक मुन्नालाल के मोबाइल फोन को अपने कब्जे में ले लिया था. डीसीपी (क्राइम) सलमान ताज पाटिल ने मृतक के मोबाइल फोन को खंगाला तो वह चौंक पड़े.

कोमल के मोबाइल में मिले तथ्य मोबाइल फोन में एक सुसाइड नोट लिखा गया था, ‘2 दिन से हम बहुत उलझन में थे. किसी ने ढंग से खायापिया भी नहीं. बहू ने दहेज उत्पीड़न का केस किया था, उस से और उलझन में रहते थे. इसी मामले में हमारी बेटे से बहस हो गई. अनूप ने हम दोनों को गाली दी और हम को मारा तो हम ने जहर खा लिया.’

मोबाइल फोन पर ड्राफ्ट किए गए इस सुसाइड नोट को पढ़ कर सलमान ताज पाटिल ने अनुमान लगाया कि कातिल बेहद चालाक है. उस ने पहले दंपति को जहर दे कर मारने की कोशिश की और बेटे अनूप को फंसाने की साजिश रची. कामयाब न होने पर दंपति की धारदार हथियार से हत्या कर दी. डीसीपी ने कोमल का मोबाइल फोन चैक किया तो उस के मोबाइल में स्क्रीन शौट लिया गया सुसाइड नोट मौजूद था. लेकिन कोमल ने ट्रूकालर डाटा, काल लौग, वाट्सऐप चैट और वाट्सऐप काल का डाटा डिलीट कर दिया था.

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