कोरोना महामारी के चलते लोग अपने घरों में कैद होकर रह गयें हैं. इस दौर में लोगों के सामने देश दुनियाँ की खबरों पर नजर रखने के साथ ही मनोरंजन के साधनों पर भी ग्रहण लग चुका है. सरकार भले ही अखबार पत्रिकाओं के छपने पर पाबन्दी न लगाने की बात कर रही हो लेकिन आवागमन के साधनों पर पाबन्दी लगने के चलते अखबार पत्रिकाओं सर्कुलेशन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. वहीँ सोसल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख कर सिनेमाहालों के खुलने पर लगाए गए पाबन्दी नें नई फिल्मों की रिलीजिंग को भी लटका रखा है. टीवी चैनलों पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक शूटिंग बंद होने से रिपीट टेलीकास्ट हो रहें हैं. बार-बार रिपीट हो हो रहे धारावाहिकों को देख कर लोग अब ऊबनें लगें हैं. ऐसे में अब लोग डिजिटल प्लेटफार्म पर पैसे खर्च कर मनोरंजन के साधनों की तलास करने के साथ ही पत्रिकाओं और अख़बारों को सब्सक्राइब कर रहें हैं.
पत्रिकाओं और अखबारों के साथ ऑनलाइन मूवी दिखाने वाले प्लेटफार्म पर यूजर्स की संख्या में आया उछाल
लोग घर बैठे खबरों और कहानियों को पढने के साथ ही देश दुनियां पर नजर रखने के लिए अब पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफार्म पर निर्भर नजर आ रहें हैं. जिससे मनोरंजन मिलनें के साथ ही अपडेट जानकारियां भी मिल पा रहीं हैं. डिजिटल प्लेटफार्म पर बढ़ रहे खर्चों को देखते हुए बीते कुछ दिनों से पत्रिकाओं और अखबारों नें पाठकों के लिए मुफ्त सेवा पर पाबंदियां लगा दिया है. और मामुली शुल्क पर लोगों को मासिक और वार्षिक आधार पर सब्सक्राइब करने का ऑफर दे रहें हैं. जिसे सब्सक्राइब कर पाठक पूरी तरह से उस डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग पढ़ने के लिए कर सकतें हैं.