कबीर सिंह को फौलो कर किया ये अपराध, पढ़ें खबर

वैसे तो लोग फिल्में देखकर बहुत कुछ सीखते हैं.  कुछ रोमांस सिखते हैं तो कुछ अच्छे काम, कोई नई टेक्निक सीखता है तो कोई कुछ, लेकिन गलत काम करना भी लोग सीखना बहुत ही बहादुरी का काम समझते हैं. इससे कारण अपराध ने भी जन्म लिया है और अब तो अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं. जैसा कि आपने देखा होगा कि कुछ समय पहले टिक-टौक को बैन करने की बात चल रही थी क्योंकि उसके चलते अपराध भी बढ़ रहे थे और लोग अपनी जान तक जोखिम डाल रहे थें. बल्कि कई जाने तो जा भी चुकी हैं. भला ऐसी भी क्या दिवानगी जो किसी की जान ले ले.

लेकिन भाई अब उनको कौन समझाए जो जानबूझ कर पागल होना चाहते हैं. अभी हाल ही में कबीर सिंह फिल्म रिलीज हुई. जो लोगों को काफी पसंद भी आई. हालांकि कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था क्योंकि इसमें कबीर सिंह को कुछ ज्यादा एल्कोहौलिक दिखाया गया है. प्यार में पागल होकर कबीर सिंह यानी की शाहिद कपूर फिल्म में खूब नशा करते हैं और साथ ही लड़की की फैमिली की इज्जत भी नहीं करते उनकी थोड़ी सी बात पर उन्हें बुरा भला कहते हैं जिसके कारण लड़की की फैमिली और भी ज्यादा नापसंद करती है लड़के को.

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उसी करैक्टर से इंप्रेस होकर एक टिक-टौक फेम स्टार है जिसका नाम है अश्विनी कुमार. अश्विनी टिक-टौक पर जानी दादा के रूप में फेमस है और उनकी छवी भी टिक-टौक पर गुस्सैल इंसान की ही है और ये उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं.

अश्विनी पर कत्ल का इल्जाम लगा है. दरअसल अश्विनी कबीर सिंह से काफी प्रभावित हुए. इतना ज्यादा की जिस लड़की को वो पसंद करते थे उसे ही मार डाला. केवल इतना ही नहीं उसे मारने के बाद खुद भी सुसाइड कर लिया. बात ये थी कि वो लड़की जिससे वो पसंद करता था. उसकी शादी होने वाली थी दिसंबर में जिसकी खबर अश्विनी को लगते ही उससे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने ये अपराध कर डाला. लड़की की पहचान निकिता शर्मा के रूप में हुई है.

इसी साल दिसंबर में शादी होने वाली थी. लेकिन शायद उसकी किस्मत में ये था ही नहीं. बौलीवुड में ऐसी कई फिल्मे बनी है जिससे कुछ लोग कुछ ज्यादा ही प्रभावित हो जाते हैं. लेकिन ये प्रभाव अगर पौजिटिव हो तो ठीक भी है लेकिन जब यह प्रभाव नेगेटिव हो तो यही होता है टिक- टौक स्टार अश्विनी ने किया.

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अब आप ही सोचिए भला ऐसी फिल्म को फौलो करके लोग अपनी जिंदगी को क्यों बर्बाद करते हैं. लेकिन हां यहां पर एक सीख जरूर मिलती है कि कभी भी गलत चीजों को फौलो करके गलत काम न करें. यहां पर माता-पिता को भी ये ध्यान देना चाहिए कि कहीं आपका बच्चा कुछ गलत तो फौलो नहीं कर रहा है. अगर वो बचपन से ही गलत चीजों से दूर रहेगा तो जाहिर है युवावस्था में भी वो कुछ गलत नहीं करेगा.

तो इस खबर से एक अभिभावक को भी ये सीख मिलती है कि वो अपने बच्चों पर ध्यान दें. आजकल के जितने भी युवा हैं उनको भी ये सीखना चाहिए की हमें क्या फौलों करना है और क्या नहीं. क्योंकि इस तरह की पागलपन वाली हरकतें आजकल के युवा ही सबसे ज्यादा करते हैं. इसका उदाहरण आप टिक-टौक से ले सकते हैं जिसपर हाल ही में केस भी चल रहा था जिसका कारण कुछ ऐसे ही पागलपन थे, जो युवा टिक-टौक पर कर रहें थें.

कहानी सौजन्य-मनोहर कहानियां

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