इन Sex Problems की वजह से टूट जाती है शादी

सैक्स एक ऐसा शब्द है जिसे सुन कर हम सबके मन में एक अलग सी खुशी की लहर दौड़ने लगती है और दिल खुशनुमा सा होने लगता है. हम सब सैक्स को एंजौय करते हैं और हम सबको लगता है कि सैक्स ऐसा होना चाहिए कि कुछ देर के लिए तो बस ऐसी फीलिंग आए कि हम जन्नत में पहुंच गए हैं. हर इंसान अपनी लाइफ में बहुत बार सोचता है कि वे अपने सैक्स लाइफ को किस तरह से और भी ज्यादा इम्प्रूव कर सकता है.

ऐसा कई बार देखा गया है कि हम सब सैक्स तो करते हैं लेकिन सैक्स को लेकर हमारे मन में कई तरह के विचार आते रहते हैं जैसे कि –
– मैं सैक्स सही से तो कर रहा या कर रही हूं न ?
– मेरा पार्टनर मेरे साथ खुश तो है या नहीं ?
– मैं अपने पार्टनर को अच्छे से सैटिस्फाई कर पा रहा या कर पा रही हूं नहीं ?
– कहीं मेरे अंदर कोई कमी तो नहीं है न ?

ऐसे कई सारे विचार हमारे दिमाग में आए दिन आते हैं जिससे कि हमे डर लगा रहता है कि हमारे सैक्सुअल प्रौब्लम की वजह से हमारा पार्टनर हमें छोड़ तो नहीं देगा. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी सैक्सुअल प्रौब्लम्स और उनके सौल्यूशन्स के बारे में जिससे कि आप अपनी शादी या रिलेशनशिप को टूटने से बचा सकते हैं.

सैक्स टाइमिंग्स

सैक्स टाइमिंग्स को लेकर हमारे मन में कई सारे विचार आते हैं. हर पुरूष को ऐसा लगता है कि उसकी पत्नी या गर्लफ्रेंड चाहती है कि वह लम्बे समय तक सैक्स करते रहें जिससे कि वह सैटिस्फाई हो पाए पर यह गलत है. सैक्स चाहे लम्बे समय तक हो या ना हो पर सैक्स ऐसा होना चाहिए जो आपको और आपके पार्टनर को जन्नत की सैर करा दे. आपको अपने पार्टनर को सिर्फ सैक्स में ही नहीं बल्कि सैक्स से पहले भी सैटिस्फाई करना चाहिए जैसे कि ओरल सैक्स कर के, अपने पार्टनर के नाजुक अंगों को छेड़ कर और अपने पार्टनर की पूरी बौडी पर जमकर किस कर के. ऐसा करने से आपका पार्टनर सैक्स से पहले ही खुद को काफी हद तक सैटिस्फाई फील करेगा.

अगर फिर भी आप को या आप  के पार्टनर लगता है कि आप की सैक्स ड्यूरेशन बहुत ही कम है तो आप को कभी भी खुद से कोई दवाई या स्प्रे जैसा कुछ नहीं लेना चाहिए बल्कि एक अच्छे सैक्स स्पैशलिस्ट से मिलना चाहिए और उससे यह सब डिस्कस करना चाहिए.

लिंग का साइज

विदेशी पोर्न वीडियोज ने हमारे मन एक बात डाल दी है कि लिंग काफी लंबा होगा तभी लड़कियां सैटिस्फाई हो पाएंगी और इसी कारण कई लड़के इंटरनेट से पढ़ कर लिंग लम्बा करने की दवाइयां लेने लग जाते हैं जिस के कई साइड इफैक्ट्स होते हैं. ऐसा करना और ऐसा सोचना काफी हद तक बिल्कुल गलत है. आपका पार्टनर आपके लिंग के साइज से नहीं बल्कि आपकी परफौर्मेंस से सैटिस्फाई होता है.

अगर आपके लिंग का साइज ज्यादा लम्बा नहीं है पर आपकी परफौर्मेंस काफी अच्छी है तो आपके पार्टनर को आप से कभी कोई शिकायत नहीं होगी. अगर फिर भी आप को और आप के पार्टनर को लगता है कि आप के लिंग का साइज काफी छोटा है और ठीक से परफौर्म नहीं कर पा रहा तब आपको जरूर सैक्स स्पैशलिस्ट डौक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

प्री मैच्योर इजैक्यूलेशन

समय से पहले ही अपना स्पर्म लूज़ कर देना या हल्का सा कुछ होते ही पहले ही क्लाइमैक्स तक पहुंच जाने को प्री मैच्योर इजैक्यूलेशन कहा जाता है. प्री मैच्योर इजैक्यूलेशन आजकल काफी कौमन प्रौब्लम है. कई पुरूषों की यही समस्या है कि वह सैक्स करते समय पूरी परफौर्मेंस नहीं दे पाते और समय से पहले से स्पर्म लूज़ कर देते हैं जिससे कि उनकी गर्लफ्रेंड या पत्नी सैटिस्फाई नहीं हो पाती. प्री मैच्योर इजैक्यूलेशन कई चीजों पर डिपैन्ड करता है.

अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आप सैक्स के समय अपनी पूरी परफौर्मेंस नहीं दे पा रहे हैं तो आपको जल्द से जल्द किसी अच्छे डौक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

याद रहे, डौक्टर्स पर जाने से हमें कभी शर्माना नहीं चाहिए और ना ही उनसे कुछ छिपाना चाहिए. सैक्स प्रौब्लम्स डिस्कस करने से किसी की मर्दानगी नहीं घटती बल्कि अगर आपने डौक्टर्स से डिस्कस किए बिना कोई गलत दवाई ले ली तो अपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं. बेहतर यही है कि अच्छे स्पैशलिस्ट से संपर्क करें, अकसर ऐसे स्पैशलिस्ट आप की प्रौब्लम को खुद तक ही सीमित रखते हैं. सोसाइटी अब बदल चुकी है ऐसे मामलों में बोलने से वह हिचकती नहीं है और न ही दूसरे का मजाक उड़ाती है.

अपने सही पार्टनर को कैसे परखें

आप की सगाई पक्की हो चुकी है. शादी में अभी समय है. सपने हैं, इच्छाएं हैं, उमंगें हैं, ललक है… आजकल आप को कोई अच्छा लगने लगा है. वह भी आप को कनखियों से देखता है. मिल्स ऐंड बून का रोमांस किताबों में ही नहीं, असल जीवन में भी होता है, ऐसा आप को लगने लगा है. उस रात पार्टी में जब आप बेहद खूबसूरत लग रही थीं, उस ने प्रपोज कर दिया वह भी आकर्षक अंदाज में. आप हवा में उड़ रही हैं. जिंदगी में इतने अच्छे पल पहले कभी नहीं आए थे. चाहा जाना किसे अच्छा नहीं लगता. फिर चाहने वाला विपरीतलिंगी हो, तो कहना ही क्या.

प्यार करना अच्छा एहसास है पर आज के माहौल को देखते हुए जहां लवजिहाद, फेक मैरिज, एसिड अटैक जैसे केसेज हो रहे हों, वहां थोड़ा सावधान रहना अच्छा है.

आप कैसे जान सकती हैं कि आप का बौयफ्रैंड, मंगेतर या लवर आप को चीट तो नहीं कर रहा? मनोचिकित्सकों, परिवार के परामर्शदाताओं, समाजसेवकों और पुलिस अधिकारियों से बातचीत के आधार पर कुछ बिंदु उभरे हैं, जिन्हें यदि आप देखपरख लें तो धोखा खाने से बच सकती हैं :

1. दिखावा ज्यादा करता हो

आप का पार्टनर चाहे रईस न हो, पर महंगे शौक रखता हो. उन का हर जगह प्रदर्शन करता हो. खुद को हाइप्रोफाइल कहलाना उसे पसंद हो. उधार ले कर स्टैंडर्ड लाइफ जीने में उसे आनंद आता हो तो सावधान हो जाएं. ऐसा शख्स भविष्य में किसी को भी संकट में डाल सकता है.

पैसों की खातिर गलत काम करने में वह हिचकिचाएगा नहीं. हो सकता है आप को भी उस ने सब्जबाग दिखा रखे हों, जितना आप उसे जानती हो, वह वैसा भी न हो.

ऐसे व्यक्ति को ध्यानपूर्वक नोटिस कीजिए. उस के बाद अपनी धारणा बनाइए.

2. फिजिकल क्लोजनैस चाहता हो

अकसर उस की तारीफ में आप के हुस्न की तारीफ छिपी रहती हो. साथ घूमने जाने या मिलने के लिए वह एकांत स्थल या ऐक्सक्लूसिव प्लेस चुनता हो. मौका पाते ही आप को हाथ लगाने, चूमने या स्पर्शसुख प्राप्त करने से न चूकता हो. रिवीलिंग ड्रैसेज आप को गिफ्ट करता हो और उन्हें पहनने की फरमाइश करता हो. फोन पर सैक्सी मैसेज भेजता हो तो सावधान हो जाइए. जो मजनूं सीमाएं लांघते हैं वे विश्वसनीय नहीं होते. कौन जाने आप से फिजिकल प्लेजर हासिल करने के बाद वह आप को छोड़ दे. बेहतर है लिमिट में रहिए और उस की ऐसी हरकतों पर पैनी नजर रखिए.

4. अकसर पैसे उधार लेता हो

जमाना कामकाजी महिलापुरुष का बेशक है, पर जो पुरुष अपनी गर्लफ्रैंड, प्रेमिका, मंगेतर से पैसे उधार मांगता रहता हो उस से सावधान रहिए. मैरिज के बाद  वह आप पर पूर्णतया आर्थिक रूप से आश्रित नहीं हो जाएगा, इस की क्या गारंटी है. स्वावलंबी व आत्मनिर्भर पुरुष, पति या बौयफ्रैंड हर महिला चाहती है. पत्नियों पर आश्रित पुरुषों के साथ रिश्ते स्थायी तौर पर नहीं टिक पाते.

5. बातें छिपाता हो

लंबे रिश्ते के बाद भी यदि वह आप से बातें छिपाए, टालमटोल करे, दोस्तों से न मिलवाए, मोबाइल को न छूने दे तो सावधान रहिए. दाल में कुछ काला है. यदि मंगेतर या बौयफ्रैंड विदेश में काम करता हो तो उस के स्थानीय मित्रों, घर वालों, रिश्तेदारों से उस की कारगुजारियों पर नजर रखिए.

विदेश में जहां वह काम करता है उस संस्थान और दोस्तों के बारे में खंगालिए. जानकारी जुटाइए. उस के पैतृक गांव या कसबे से भी आप जानकारी जुटा सकती हैं. फेसबुक अकाउंट, व्हाट्सऐप या ईमेल से भी आप पता लगा सकती हैं. बात उसे बुरा लगने की नहीं, बल्कि खुद का भविष्य सुरक्षित रखने की है.

6. अजीबोगरीब व्यवहार करता हो

अचानक यों ही किसी दिन उस ने अपनी सगाई की अंगूठी उतार दी. आप को टाइम दे कर वह निर्धारित स्थल पर पहुंचना भूल गया, सार्वजनिक स्थल पर आप को बेइज्जत कर दिया या आप से ज्यादा अपनी भावनाओं को तवज्जुह देता हो तो चिंता की बात है.

दोहरा चरित्र या व्यवहार खतरे की घंटी है. व्यक्ति का असम्मानजनक व्यवहार या तो आप को डीवैल्यू करने के लिए या स्वयं स्थिर न हो पाने का नतीजा हो सकता है.

7. सामने कुछ, पीठ पीछे कुछ

दोहरापन, चुगलखोरी, छल किसी भी रिश्ते में दरार डाल सकते हैं. आप के सामने अच्छा और पीठ पीछे बुरा कहने वाला आप का अपना कैसे बन सकता है. आप का पार्टनर भी यदि ऐसा करता है तो वह यकीनन इस रिश्ते को ले कर सीरियस नहीं है.

उस के मित्रों के टच में रहिए ताकि फीडबैक मिल सके. यदि वह सामने पौजिटिव और पीठ पीछे नैगेटिव हो तो उसे खतरे की घंटी समझिए.

8. अकाउंट्स के बारे में न बताता हो

पार्टनर यदि वित्तीय मामलों में आप को शामिल नहीं करना चाहता हो, आप से छिपाए या बहाने बनाए, तो पड़ताल कर लीजिए. कोई भी रिलेशन विश्वास के आधार पर ही टिकता है.

9. बातें शेयर न करता हो

यदि पार्टनर अपनी बातें छिपाए और पूछने पर भी न बताए, उलटे, आप ही को टौंट करे और ओवरक्यूरियस कहे तो जाग जाइए. स्पष्टवादिता और सचाई रिश्ते की आधारशिला होती हैं.

10. महिला मित्र बनाम पुरुष सहकर्मी

पार्टनर खुद तो मित्रों के साथ काफी फ्री हो, वैस्टर्न व मौडर्न तरीकों से पेश आता हो पर आप के मेल कलीग्स को शक की दृष्टि से देखता हो तो सावधान हो जाइए. ऐसे पुरुष शादी के बाद भी फ्लर्ट करने की आदत नहीं छोड़ते.

11. बातबात पर झूठ बोलता हो

वजहबेवजह जब आप का पार्टनर छोटीछोटी बातों पर झूठ बोलता हो तो यह इस बात का संकेत है कि कुछ तो संदिग्ध है. उस के साथ रहने वाले, उस के मैसेज, उस के फोन कौल्स, उस के संपर्क…यदि इन बातों पर वह झूठ बोलता हो तो निसंदेह कहीं कुछ गड़बड़ है.

12. अचानक व्यवहार में बदलाव

पार्टनर अचानक सफाईपसंद हो जाए, गाड़ी अपेक्षाकृत साफ रखने लग जाए, अपने पुराने परफ्यूम को छोड़ कर दूसरा लगाने लग जाए, बेहद रूमानी हो जाए या बिलकुल रूखा हो जाए तो किसी महिला मित्र की उपस्थिति अवश्यंभावी है. सावधान हो जाइए. आप से ध्यान हटना, आप को इग्नोर करना, आप में रुचि न लेना किसी अन्य महिला की उपस्थिति का प्रभाव है.

13. जनूनी हो

यदि पार्टनर आप को दिलोजान से चाहता हो. किसी और की आप कभी नहीं हो पाएंगी, यह जताता रहता हो. आप की जुदाई को जीवनमरण का प्रश्न बना लेता हो तो सावधान हो जाइए. किसी कारणवश यदि यह रिश्ता टूट गया तो वह किसी भी सीमा तक जा सकता है. ऐसे प्रेमी से सावधान रहें. ऐसे जनूनी पुरुष असफल होने पर कुछ भी कर सकते हैं.

पार्टनर की कई बातें आप को अजीब लग सकती हैं. दिल से काम मत लीजिए, दिमाग से काम करें. जहां थोड़ा भी संशय हो, तसल्ली कर लीजिए. पार्टनर को बुरा लगेगा यह मत सोचिए. अपना विवेक रखिए. आखिर, थोड़ी सी सावधानी आप को भावी जीवन के दुखों से बचा सकती है.

शादी से पहले इन 10 बातों का रखें खास ध्यान

आमतौर पर सगाई होते ही लड़का लड़की एकदूसरे को समझने के लिए, प्यार के सागर में गोते लगाना चाहते हैं. एक बात तो तय रहती है खासकर लड़के की ओर से, क्या फर्क पड़ता है, अब तो कुछ दिनों में हम एक होने वाले हैं, फिर क्यों न अभी साथ में घूमेंफिरें. उस की ओर से ये प्रस्ताव अकसर रहते हैं कि चलो रात में घूमने चलते हैं, लौंग ड्राइव पर चलते हैं.

वैसे तो आजकल पढ़ीलिखी पीढ़ी है, अपना भलाबुरा समझ सकती है. वह जानती है उस की सीमाएं क्या हैं. भावनाओं पर अंकुश लगाना भी शायद कुछकुछ जानती है. पर क्या यह बेहतर न होगा कि जिसे जीवनसाथी चुन लिया है, उसे अपने तरीके से आप समझाएं कि मुझे आनंद के ऐसे क्षणों से पहले एकदूसरे की भावनाओं व सोच को समझने की बात ज्यादा जरूरी लगती है. मन न माने तो ऐसा कुछ भी न करें, जिस से बाद में पछतावा हो.

मेघा की शादी बहुत ही सज्जन परिवार में तय हुई. पढ़ालिखा, खातापीता परिवार था. मेघा मल्टीनैशनल कंपनी में अच्छे ओहदे पर थी. खुले विचारों की लड़की थी. मंगनी के होते ही लड़के के घर आनेजाने लगी. जिस बेबाकी से वह घर में आतीजाती थी, लगता था वह भूल रही थी कि वह दफ्तर में नहीं, ससुराल परिवार में है. शुरूशुरू में राहुल खुश था. साथ आताजाता, शौपिंग करता. ज्योंज्यों शादी के दिन नजदीक आते गए दूरियां और भी सिमटती जा रही थीं. एक दिन लौंग ड्राइव पर जाने के लिए मेघा ने राहुल से कहा कि क्यों न आज शाम को औफिस के बाद मैं तुम्हें ले लूं. लौंग ड्राइव पर चलेंगे. एंजौय करेंगे.

पर यह क्या, यहां तो अच्छाखास रिश्ता ही फ्रीज हो चला. राहुल ने शादी से इनकार कर दिया. कार्ड बंट चुके थे, तैयारियां पूरी हो चली थीं. पर ऐसा क्या हुआ, कब हुआ, कैसे हुआ? पूछने पर नहीं बताया, बस इतना दोटूक शब्दों में कहा कि रिश्ता खत्म. बहुत बाद में जा कर किसी से सुनने में आया कि मेघा बहुत ही बेशर्म, चालू टाइप की लड़की है. राहुल ने मेघा के पर्स में लौंग ड्राइव के समय रखे कंडोम देख लिए. यह देख कर उस ने रिश्ता ही तोड़ना तय कर लिया. शायद उसे भ्रम था मेघा पहले भी ऐसे ही कई पुरुषों के साथ इस बेबाकी से पेश आ चुकी होगी.

कौन सी बातें जरूरी

इसलिए बेहतर है कोर्टशिप के दौरान आचरण पर, अपने तौरतरीकों पर, बौडी लैंग्वेज पर विशेष ध्यान दें. वह व्यक्ति जिस से आप घुलमिल रही हैं, भावी जीवनसाथी है, होने वाला पति है, हुआ नहीं. तर्क यह भी हो सकता है, सब कुछ साफसाफ बताना ही ठीक है. भविष्य की बुनियाद झूठ पर रखनी भी तो ठीक नहीं. लेकिन रिश्तों में मधुरता, आकर्षण बनाए रखने के लिए धैर्य की भावनाओं को वश में रखने की व उन पर अंकुश लगाने की जरूरत होती है.

प्यार में डूबें नहीं

शादी के पहले प्यार के सागर में गोते लगाना कोई अक्षम्य अपराध नहीं. मगर डूब न जाएं. कुछ ऐसे गुर जरूर सीखें कि मजे से तैर सकें. सगाई और शादी के बीच का यह समय यादगार बन जाए, पतिदेव उन पलों को याद कर सिहर उठें और आप का प्यार उन के लिए गरूर बन जाए और वे कहें, काश, वे पल लौट आएं. इस के लिए इन बातों के लिए सजग रहें-

  1. बहुत ज्यादा घुलना-मिलना ठीक नहीं.
  2. मुलाकात शौर्ट ऐंड स्वीट रहे.
  3. घर की बातें न करें.
  4. अभी से घर वालों में, रिश्तेदारों में मीनमेख न निकालें.
  5. एकदूसरे की भावनाओं का सम्मान करें.
  6. अनर्गल बातें न करें.
  7. बेबाकी न करें. बेबाक को बेशर्म बनते देर नहीं लगती.
  8. याद रहे, जहां सम्मान नहीं वहां प्यार नहीं, इसलिए रिश्तों को सम्मान दें.
  9. कोशिश कर दिल में जगह बनाएं. घर वाले खुली बांहों से आप का स्वागत करेंगे.
  10. मनमानी को ‘न’ कहने का कौशल सीखें.

प्यार में जरूरी है किसिंग

संसार भर के सारे चिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और दार्शनिकों का यह मानना है कि एक प्यारभरा किस दिल को फिर से जवान बना देता है और 2 लोगों के बीच की दूरियों को मिटा देता है. प्यार  में मिठास घोलनी है तो किस करना भी जरूरी है. यदि किसी उदास मन को एक पल का स्नेहिल प्यारभरा किस दिया जाए तो यह उस की मनोदशा को भी सुधार सकता है. एक अध्ययन में कहा गया है, जो युगल नियमित रूप से एकदूसरे को प्यार से किस कर अपना प्रेम जाहिर करते हैं. वे औरों से अधिक आत्मविश्वास से भरे रहते हैं. इस के अलावा स्वास्थ्य की दृष्टि से भी किस का बहुत महत्त्व है. चुंबन युवा होने का प्रतीक है, इसी कारण प्यार को सशक्त बनाने में इस की लोकप्रियता बहुत ज्यादा है.

यों किसिंग करना तो एक क्षणिक घटना है पर इस का स्रोत कोई निरंतर बहता प्रेम  झरना है जो 2 जीवों के साथ  झर झर कर बह रहा है. कुछ पलों के बाद जब किस करने का यह दस्तूर पूरा हो जाता है तब भी वह प्रेम तो वहां रह ही जाता है जैसे हवा कभी खिले फूल को छू कर गुजर जाती है तो आगे जाने पर भी उस की बदलीबदली महक में वह फूल देर तक रहता है. किस करने के बाद भी जो बचा रह जाएगा वह है अनुभूति. यह एहसास सर्वव्यापी है.

प्रेम को सम झने के लिए जरूरी है किस को सम झना. भंवरे का हौले से फूल को छू लेना, हवा का समंदर की सतह चूम कर लहर पैदा करना, बूंद का धरा को अभिवादन और धरा का बूंद को अपने आंचल में जगह देना यह सब इतने सुंदर प्रतीक हैं कि प्रेमिल नजरें रखने वाले इन्हें न केवल देख सकते बल्कि महसूस भी कर सकते हैं.

मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि कुछ सैकंड ही सही, लवेबल किस के लेनदेन के दौरान जब आप की आंखें बंद होती हैं तो उस अंधकार में आप के सभी अनुभव और ज्यादा गहरे हो जाते हैं क्योंकि बंद आंखों से यह संपूर्ण अनुभव और बढ़ जाता है. आंखें बंद कर के जोड़े खुद के ज्यादा करीब आ जाते हैं. बंद आंखों से एकाग्रता बढ़ जाती है, दूसरी चीजों में ध्यान नहीं बंटता. खुली आंखों की अपेक्षा बंद आंखों में आप अपने प्रेमी की आंतरिक ऊर्जा के थोड़े ज्यादा नजदीक होते हैं. व्यक्ति अगर लिप किस करता है तो निश्चित है कि अब उस से आगे भी वह जाएगा. तो किस एक शुरुआत होती है और आंखें बंद कर दोनों व्यक्ति आगे का इमेजिनेशन कर रहे होते हैं. अगर आंखें बंद न हों तो यह कन्फर्म है कि उस पल का कोई मजा नहीं ले सकता.

किसिंग केवल प्रेम करने की कला नहीं, बल्कि यह विशुद्ध विज्ञान भी है. एक किस के दौरान शरीर की लगभग डेढ़ सौ मांसपेशियां सक्रिय होती हैं. तो, किस एक तरह का व्यायाम भी है. इस संदर्भ में कितने ही शोध हुए हैं. उन में ये बातें सामने आईं कि जिन के दांपत्य जीवन में नियमित किस की जगह होती है वे दूसरों के मुकाबले ज्यादा खुश व सेहतमंद रहते हैं. ऐसे प्रेमी जोड़े तनाव से भी बचे रहते हैं. यह तो सिद्ध हो चुका है कि किस करने से दिमाग में तनाव के लिए जिम्मेदार कोरटिसोल हार्मोन कम होता है और सिरोटोनिन का स्तर बढ़ता है. यह थकान को दूर करता है. यों किस का मतलब समर्पण है, फिर भी इस के कई दूसरे फायदे भी हैं :

1. मिलती है आंतरिक खुशी

प्यार में किस करने से रक्तप्रवाह अच्छा हो जाता है. साथ ही, यह अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन इंडोर्फिन को बढ़ाता है. इस से प्रेमी कुछ ही पलों के बाद अच्छा महसूस करने लगते हैं. यह एक स्ट्रैस बस्टर है. अपने पार्टनर को बांहों में भरें और उन्हें प्यार से किस करें, देखिए आप का तनाव कैसे गायब होता है.

2. स्वस्थ रहने के लिए जरूरी

यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इस से आप का शरीर आसानी से संक्रमण की चपेट में नहीं आता. किस करने से दांतों में होने वाली कैविटी भी धीरेधीरे ठीक हो जाती है क्योंकि किस के दौरान मुंह की लार तेजी से बनती है जो दांतों की कैविटी को ठीक करती है.

3. प्यार के हार्मोन को बढ़ाए   

किस करने से शरीर में प्यार के लिए जरूरी माने जाने वाला हार्मोन औक्सिटोसिन के स्तर में इजाफा होता है. इस के अलावा इस से शरीर में होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है. किस के दौरान आप के मुंह में बनने वाली लार से दर्द को कम करने वाली एनस्थिटिक मिलती है. वहीं आप को आनंद प्रदान करने वाला डोपेमाइन तत्त्व भी सक्रिय हो जाता है.

4. रिश्ते में नजदीकियां

किस प्यार करने वालों को एकदूसरे के करीब लाती है और आपसी नजदीकियां बढ़ने लगती हैं. यह दोनों के रिश्ते को भी बहुत गहरा व मजबूत बनाता है और दोनों के बीच की हर तरह की दूरी को कम करता है.

हिंदी फिल्मों में तो किस करना छाया हुआ है. मिसाल के तौर पर, गीतों के ये मुखड़े कि-

‘‘तेरे चुंबन में च्यवनप्राश है…’’

‘‘जुम्मा चुम्मा दे दे…’’

‘‘होंठों से छू लो तुम…’’

‘‘छू लेने दो नाजुक होंठों को…’’

‘‘एक चुम्मा तू हम को उधार दे दे…’’

सौ फीसदी सच ही है कि हर किस अश्लील नहीं होता. यह प्रेम प्रदर्शित करने का  खूबसूरत माध्यम है. कई बार तो सार्वजनिक रूप से लिया गया स्नेहिल किस भी अशिष्ट नहीं होता.

5. सहज किस एक अनोखी खुशी

किसी अच्छी और सुहाती सी बात पर अचानक गाल या माथे पर लिया और दिया किस माहौल को खुशनुमा बना देता है.

6. परंपरा के लिए किया गया किस

संसारभर के अनगिनत आदिवासी समाजों में ऐसी प्रथा है जहां पर युवक को सब के सामने अपनी मंगेतर को किस करना होता है. अगर यह अभद्रता होती तो अनगिनत कबीले इस को आज तक क्यों निभाते? बस्तर के आदिवासी इलाके में जा कर देखिए और जानिए कि युवकयुवतियों में किस एक अभिव्यक्ति है. वहां अश्लील और ओछापन कहीं नहीं दिखता. बस, एक स्नेहिल अभिवादन किस के माध्यम से प्रकट किया जाता है.

7. भावनात्मक लगाव

किसी रिश्ते की शुरुआत करने के लिए आप माथे पर एक किस कर सकते हैं. किसी से दोस्ती होने पर ही इस तरह से प्रेम अभिव्यक्त किया जाता है. यह किस सच्चे रिश्ते के प्रति प्रेमी जोड़ों की अच्छी भावनाओं को दिखाता है.

8. हाथों पर किस

साथी के हाथ की हथेली के पीछे वाले हिस्से पर किस करना बेहद ही खास होता है. यह आपसी रिश्ते में छिपी इंटीमेसी को दिखाता है.

9. गालों पर किस 

गालों पर किसिंग मतलब है कि सामने वाला आप से बेहद प्यार करता है. अभिभावक भी अपने बच्चों को इस तरह से किस कर के अपने स्नेह की अंतरंगता व रिश्तों की गर्माहट को दिखाते हैं. पतिपत्नी के बीच यह किस रोमांस को बढ़ा देता है.

10. बंद आंखों पर किस

एकदूसरे की बंद आंखों पर किसिंग असुरक्षा से मुक्ति दिला कर सच्चा भरोसा उत्पन्न करता है. अपने प्यार को जताने का यह एक बेहद ही कारगर तरीका है. मां भी तो अकसर अपने बच्चों के सो जाने पर उन को इस तरह चूमा करती है.

11. प्यार जाहिर करने का बेहतरीन तरीका

जिंदगी रिचार्ज करता हुआ किस  कहता है कि मुबारक हो प्यार और जुड़ाव. किस करना जरूरी है क्योंकि इस से प्यार करने वालों का रिश्ता मजबूत होता है. किस केवल दो होंठों का ही मिलन नहीं बल्कि यह दो दिलों का मिलन है.

इन 7 टिप्स से जाने कुछ ऐसे काम, कि बन जाए आप की शाम

यह बहुत पुराना सवाल है. आप जो चाहती हैं, उसे कैसे पाएं? और वो भी इस तरह कि वे यह सोचने पर मजबूर हो जाएं कि ये तो उनका ही विचार था. यही तो हम बता रहे हैं.

मोमबत्तियां जली हुई हैं, हवा में इत्र की सौम्य गंध पसरी है, बिस्तर पर सिल्क की चादर बिछी है और आप गाउन उतार रही हैं. ‘‘ओह! सौरी,’’ वे दरवाजे की ओर मुंह कर हकलाते हुए कहते हैं,‘‘तुम कपड़े बदल रही हो. मैं बाद में आता हूं.’’ आप सही समझ रही हैं, उन्हें लुभाने में आप असफल हो गई हैं.

क्या आप चाहती हैं कि वे यह सोचें कि आप जो चाहती हैं, उसे आप नहीं, बल्कि वे चाहते हैं और जो आपकी योजना है, वह वास्तव में उनकी है. और यह भी कि वह आपसे ज़्यादा चालाक हैं? पीढ़ी दर पीढ़ी महिलाओं ने यह सच्चाई महसूस कर ली है और अपनी रणनीतियों को बेहतरीन परिणाम पाने के लिए बदल लिया है. अब वे ध्यान रखती हैं कि हमें जो चाहिए और जब चाहिए, हमारा साथी ठीक तभी और वैसा ही करे.

ऐसा करने के लिए हमें इस पूरी प्रक्रिया को संजीदगी से संभालना होता है. फिर चाहे बात शुरुआत की हो, पहला क़दम बढ़ाने की, अच्छी से अच्छी या बुरी से बुरी हो. जब आपकी इच्छा हो, लेकिन वह आगे न बढ़ रहे हों तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं?

  1. किसने की पहल?

शोध आश्चर्यजनक रूप से बताते हैं कि रोमैंटिक मिलाप में 90 प्रतिशत बार तो महिलाएं ही पहल करती हैं-लेकिन जैसे आप सोच रही हैं, वैसे नहीं. महिलाएं अपनी आंखों, चेहरे और शरीर से हल्के संकेत देंगी. और बदलाव की प्रक्रिया तो यही कहती है कि जो सोता है, वह खोता है. जो पुरुष इन संकेतों को अच्छी तरह समझ पाते हैं, वे पहल करते हुए पहला कदम बढ़ाते हैं.

दुर्भाग्यवश, बहुत सारे पुरुष इन हल्के इशारों को समझ नहीं पाते, बायोलौजी के कारण. पुरुषों में १० से २० गुना ज्यादा टेस्टोस्टेरौन होता है, जो उन्हें संकेतों को गलत ढंग से समझाता है. और सच कहें तो इसमें महिलाओं का भी हाथ है: वे विरोधाभासी संकेत देते हैं. जो असमंजस पैदा करते हैं, वे हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं और आपको झल्लाहट होती है. तो आप इसे रोकने के लिए क्या कर सकती हैं? बहुत कुछ.

2. पहला कदम : मादक नजरें

उन भूरी आंखों को दांव पर लगाएं और हो सकता है कि वे आपके हो जाएं. जरनल औफ रिसर्च इन पर्सनैलिटी के एक अध्ययन के मुताबिक दो मिनट तक एकटक एक-दूसरे की आंखों में देखने से प्यार के जुनून का एहसास बढ़ जाता है. यदि आप अजनबी हैं तो लगभग तीन सेकेंड्स उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए काफी है. एक बार आप दोनों की नजरें मिल गईं तो वे आपको बार-बार पलटकर देखेंगे कि आप उन्हें अब भी देख रही हैं या नहीं. और उन्हें यह जताने के लिए कि आप उनमें रुचि ले रही हैं, ऐसा तीन बार कर सकती हैं. आपको क्या लगता है ‘एक नज़र में प्यार’ कहावत यूं ही बन गई है?

3. दूसरा कदम : शारीरिक हावभाव

मुस्कान से शुरुआत करें; यदि आप अब भी आश्वस्त नहीं हैं तो आधी मुस्कान दें. हम पर विश्वास करें, वह आधी मुस्कान भी, रहस्मयी निगाहों के साथ आपके मन की पूरी बात कह सकती है. कैनेडियन रिसर्चर्स द्वारा साल 2011 में 1000 से ज्यादा पुरुषों पर किए गए एक अध्ययन में पुरुषों ने कहा कि वे मुस्कुराती हुई महिलाओं की तस्वीरों की ओर ज़्यादा आकर्षित होते हैं.

पौश्चर पर ध्यान दें, शरीर सीधा रखें, कटावों को उभरने दें और पैरों को क्रौस कर लें. ये अदा तो हम महिलाओं को सदियों से आती है. अगर आप खड़ी हैं तो कुछ ऐसे खड़ी हों कि आपके फिगर की सुंदरता बढ़ी हुई नज़र आए. बहुत महिलाएं फ्लर्ट करते हुए सिर को टेढ़ा कर लेती हैं, ताकि सुडौल गर्दन साफ नज़र आए, अपने आउटफिट से छेड़खानी करती हैं, बालों से खेलती हैं, यहां तक कि अपने होंठों को जीभ से छूती हैं.

4. तीसरा कदम : स्पर्श सब कह देता है

साल 2007 के सोशल इन्फलुएंस के अध्ययन के अनुसार तीन प्रकार के स्पर्श होते हैं. एक होता है हल्का, ‘दोस्ताना’ स्पर्श, शुरुआत करनेवालों के लिए या जब आप उस व्यक्ति को नहीं जानतीं. दूसरा होता है ‘स्वीकार्य-अस्वीकार्य’ स्पर्श; करीब-करीब आकस्मिक स्पर्श, तुम बहुत मजाकिया हो, ओह! क्या तुम वर्कआउट करते हो कहते हुए कलाई, कंधे और पीठ पर हाथ लगाना. और अंतत: ‘न्यूक्लियर’ स्पर्श. जहां आप उनके माथे से बालों को हल्के-से पीछे करती हैं. या दोनों के हाथों को एक साथ जोड़ती हैं. या अपना सिर उनके कंधे पर रखती हैं या उनकी हथेली पर कोई आकार बनाती हैं.

5. कुछ काम नहीं आ रहा? इन्हें आजमाएं

यदि इनमें से कुछ भी काम नहीं कर रहा और आप अब भी उनके हाथों में हाथ डालकर बैठी हैं तो समय आ गया है अपनी कोशिशों को एक कदम आगे ले जाने का. अबला नारी की तरह लड़खड़ाएं और सहारा पाने के लिए उन्हें पकड़ लें. हां, हम जानते हैं कि यह हमें उनके सामने झुका देगा, पर मन की इच्छा तो पूरी हो जाएगी…

सबसे बेहतर है उनकी गोद में गिर जाएं. या हौरर मूवी शुरू करें और कांपते हुए उनसे सट जाएं. जब भी उनसे मिले उन्हें लंबे समय तक के लिए गले लगाएं. हेलो और थैंक यू कहने के लिए किस करें. यह चुंबन जितना हल्का हो, बेहतर होगा. यदि आप आश्वस्त नहीं हैं तो उनके गालों पर किस करें; यह निश्चित रूप से उन्हें बाक़ी जगहों पर किस करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.

6. निश्चित तौर पर कारगर

नकल करना: यह क्लासिक फार्मूला असफल नहीं होगा. उनकी गतिविधियों को हूबहू दोहराएं, फिर चाहे वे आपके हाथ छू रहे हों या पैर क्रौस कर रहे हों.

7. सुरक्षित कदम

डांस करना! चाहे उनके साथ या फिर अकेले ही. उन्हें एक सेक्सी शो दिखाएं या कामुक साल्सा मूव्स, जैसे-हिप-टू-हिप, चेस्ट-टू-चेस्ट में उन्हें शामिल करें. और उन्हें अपना नियंत्रण खोने दें.

ऐसे रोमांटिक बनाएं मैरिड लाइफ

शादी के बाद पतिपत्नी पर जैसेजैसे जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ने लगता है वैसेवैसे उन की सैक्स लाइफ पर उस का असर पड़ने लगता है. रोजाना के कामों में व्यस्त हो जाने से उन की सैक्स लाइफ से रोमांटिक लमहे गायब से हो जाते हैं. आइए, जानते हैं कुछ छोटीछोटी ऐक्टिविटी टिप्स, जिन से वे अपने जीवन में रोमांच और रोमांस का भरपूर आनंद ले सकें.

पतिपत्नी के बीच सब से अहम चीज क्या है? जी हां प्यार. रोमांटिक शारीरिक संबंध उन के यौन जीवन को बहुत प्रभावित करता है. अकसर देखा गया है कि जिन पतिपत्नी के रिश्ते में सैक्स की कमी होती है उन में बहुत जल्दी दरार पड़ती है या फिर कपल्स के बीच मनमुटाव हो जाता है. क्योंकि सैक्सुअल लाइफ से ही पता चलता है कि पार्टनर्स के बीच कैसी अंडरस्टैंडिंग है. वे एकदूसरे में कितनी रुचि रखते हैं और एकदूसरे के लिए क्या सोचते हैं. किसी भी कपल की सैक्स लाइफ उन के बीच के भरोसे का प्रतीक होती है.

शादी के बाद पतिपत्नी जैसेजैसे रोजाना के कामों में व्यस्त होते जाते हैं उन के बीच सैक्स की इच्छा घटने लगती है या फिर वह स्पार्क नहीं रह पाता. पतिपत्नी बिस्तर पर होते जरूर हैं लेकिन उन के बीच रोमांटिक शारीरिक संबंध नहीं बन पाता और न ही वे एकदूसरे को सैक्सुअली संतुष्ट कर पाते हैं.

यदि आप अपनी शादीशुदा जिंदगी को भरपूर एनर्जी के साथ जीना चाहते हैं, उसे रोमांस के नए रंगों से भरना चाहते हैं तो कुछ छोटीछोटी ऐक्टिविटीज के लिए तैयार हो जाइए. हां, कुछ एफर्ट तो आप को करने होंगे लेकिन उस के बाद प्यार के लिए एकदूसरे की गर्मजोशी आप खुद महसूस करेंगे.

सैक्स बनाएं रोमांचकारी : पतिपत्नी हैं तो क्या हुआ, गर्लफ्रैंडबौयफ्रैंड की तरह अपने सैक्स को रोमांचकारी बनाने के लिए रात को कुछ नया कर सकते हैं. सैक्स के लिए मूड बनाने के लिए कुछ ऐसा करना जरूरी है जिस से उबाऊ सैक्स से बचा जा सके. कुछ नया करने के लिए आप कमरे में रोमांटिक म्यूजिक प्ले कर सकते हैं. परफ्यूम कैंडिल जला सकते हैं. सैक्सी कपड़े पहन कर एकदूसरे को अट्रैक्ट कर सकते हैं. इसलिए ऐसा कुछ कीजिए जिस से आप का मजा बढ़े.

फोरप्ले है जरूरी : प्यार की शुरुआत करने और अपने पार्टनर को सैक्स के लिए तैयार करने के लिए फोरप्ले करना बहुत जरूरी होता है. आप के प्यार की गरमी उस में यौनसंबंध बनाने की इच्छा पैदा करती है, इसलिए फोरप्ले करने के लिए उस के होंठों, चेहरे, पेट, कमर, गरदन आदि पर किस करें. इस से जननांगों में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और पार्टनर बहुत जल्दी सैक्स के लिए उत्तेजित हो जाता है. फोरप्ले सैक्स का एक अहम हिस्सा है, इसलिए फोरप्ले करने से व्यक्ति अधिक देर तक अंतरंग रहता है और उतना ही अधिक सैक्स का आनंद लेता है.

पहले ओरल सैक्स : सैक्सुअल इंटरकोर्स एक शारीरिक जरूरत है और उसी की पूर्ति के लिए व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ सैक्स करता है लेकिन ओरल सैक्स, सैक्स क्रिया शुरू करने से पहले का एक स्टेप है. ओरल सैक्स करने का एक अन्य फायदा यह है कि पतिपत्नी के बीच इंटीमेसी बढ़ती है और  अपने पार्टनर के साथ सैक्स की बातें या अंतरंग बातें करने या पोजिशन के बारे में बात करने में उसे झिझक नहीं होती है. अगर आप चाहते हैं कि आप दोनों की उत्तेजना चरम पर हो और एकदूसरे को बराबर मजा आए तो इस के लिए जरूरी है कि आप ओरल सैक्स करें.

करें मसाज : पतिपत्नी रोजाना शारीरिक संबंध बनाएं, यह जरूरी नहीं है. आप की पार्टनर औफिस और घर के काम के बाद थक गई है, ऐसे में उस के पैरों की मसाज गजब की ऐक्टिविटी हो सकती है. इसी तरह यदि कभी पति पूरे दिन औफिस में काम कर के घर लौटता है तो रात में बैड पर पत्नी उसे प्यार से मसाज करे. इस से थोड़े ही समय में वह पति का दिल जीत सकती है. पति और पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने के लिए एकदूसरे की न्यूड शरीर मालिश करना थ्रिल ऐक्टिविटी है.

सैक्स टौय का भी मजा : पतिपत्नी अपनी सैक्स लाइफ को मजेदार बनाने के लिए सैक्स टौय का इस्तेमाल कर सकते हैं. क्लिटोरिस और योनि में उत्तेजना पैदा करने में सैक्स टौय काफी सहायक होता है जिस से बैड पर पति का काम आसान हो जाता है और पत्नी एक मजेदार और्गेज्म का अनुभव कर सकती है. इसलिए पतिपत्नी एकदूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते समय हर वह चीज करें जो मजे को बढ़ा दे. सिर्फ अधिक से अधिक आनंद का ध्यान रखें.

पार्टनर के साथ देखें एडल्ट मूवी : कभीकभी अधिक तनाव या यौन रोगों के कारण यौन इच्छा में कमी आ जाती है, ऐसे में सैक्सुअल लाइफ प्रभावित होती है. आमतौर पर सैक्स की इच्छा तीव्र करने के लिए डाक्टर भी एडल्ट मूवी देखने की सलाह देते हैं. साथसाथ एडल्ट मूवी देखने के बाद पतिपत्नी नईनई पोजिशन में एकदूसरे के साथ सैक्स कर सकते हैं. शादी के कुछ वर्षों बाद पतिपत्नी अपने को नए कपल्स नहीं समझते हैं. एकदूसरे को संतुष्ट किए बिना ही सो जाते हैं, इसलिए उत्तेजना बनाए रखने के लिए एडल्ट मूवी जरूर देखें.

एकदूसरे को अच्छा महसूस कराएं: हर समय हर कोई सैक्स के लिए तैयार नहीं भी हो सकता है, इसलिए साथी से पूछ लेना अच्छा होता है या प्यारभरे टच से भी इस बात का पता लगाया जा सकता है कि वह मानसिक व शारीरिक तौर पर सैक्स के लिए तैयार है कि नहीं. इसलिए दोनों पार्टनरों को मानसिक रूप से तैयार होने के लिए आपसी बातचीत और फन करना जरूरी है. एकदूसरे को अच्छा महसूस कराएं.

सैक्स एक संवेदनशील स्थिति है, इसलिए पतिपत्नी को एकदूसरे को हग कर के, एकदूसरे की न्यूड बौडी को छू कर उस के सैक्सी शरीर की तारीफ करनी चाहिए. इस से आप एकदूसरे को अच्छा महसूस कराते हैं.

बहाना न बनाएं : बिस्तर पर सैक्स के लिए न कहना शादीशुदा जिंदगी को प्रभावित करता है. वास्तव में सैक्स शारीरिक दर्द को दूर करने, तनाव को कम करने और बेहतर नींद को बढ़ावा देने में काफी मददगार होता है. इसलिए सैक्स को ले कर आपसी समझ और तालमेल बिठाए रखना चाहिए ताकि दोनों की रात खराब न हो.

हाल में हुई एक स्टडी में पाया गया है कि शादीशुदा लोगों के जीवन में सैक्स का एक अलग स्थान है. अगर पतिपत्नी रोजाना शारीरिक संबंध बनाते हैं तो उन के चेहरे पर उन की उम्र का असर 7 साल कम दिखाई देता है.

इन सब बातों के अलावा भी कई छोटीछोटी बातें हैं जो प्यार की गर्मजोशी को बढ़ाती हैं, जैसे दिन में पार्टनर को सिंपल ‘आई लव यू’ बोल कर उसे स्पैशल फील कराएं. बिना वजह पार्टनर को गले लगा लें, प्यारभरा लव नोट उस की ड्रैसिंग टेबल पर लगा कर, उस का असर देखें. जज्बातों के शब्द सामने वाले के दिल तक उतर जाते हैं.

लोग हमेशा चाहते हैं कि उन की लव लाइफ में सैक्स लाइफ भी उतनी ही बेहतर हो जितना कि वे भावनात्मक रूप से एकदूसरे से जुड़े हुए होते हैं. एक रिलेशनशिप में अगर भावनाओं के साथसाथ सैक्स रिलेशन भी बेहतर हो तो आप का रिश्ता एक परफैक्ट रिश्ता बन जाता है.

सिर्फ खुद से नहीं लाइफ पार्टनर से भी करें प्यार

‘योर बैस्ट ईयर एट’ की लेखिका जिन्नी डिटजलर कहती हैं कि अगर आप चाहते हैं कि आप का प्रत्येक वर्ष विशेष व अच्छा हो, तो अपने आप से प्रेम करने एवं आनंद प्राप्ति हेतु सब से पहले अपने प्रति दयावान बनो. जब तक आप चिंतामुक्त रहने का तरीका नहीं सीखोगे तब तक अपने आप को खुश नहीं रख सकते और दूसरों के साथ उदार व्यवहार नहीं कर सकते. इसलिए स्वयं से प्रेम करो और स्वयं को असंतोष और पछतावे से मुक्त रखो.

अपने आप को स्वीकार करो

जब आप स्वयं से बिना शर्त प्रेम करते हो, तो यह गुण आप की औरों से प्रेम करने की योग्यता में वृद्धि करता है. योग गुरु गुरमुख और खालसा कहती हैं कि स्वयं से प्रेम करना सांस लेने की भांति है. जबकि आमतौर पर होता यह है कि हम स्वयं से और अपने सपनों से अलग हो जाते हैं, इसलिए दुखी रहते हैं.

जिन्नी कुछ व्यावहारिक तरीके स्वयं से जुड़ने के लिए बताती हैं, जो हैं अच्छा खाना, ध्यान, नए चलन के कपड़े पहनना, दान देने की कला और जीवन के उद्देश्य प्राप्त करना इत्यादि.

100 दिन के नियम

मोनिका जांडस, जिन्होंने ‘स्वयं से प्रेम करें’ नाम से प्रचार अभियान चलाया है, कहती हैं कि स्वयं को प्रेम भरा आलिंगन दो. स्वयं से प्रेम करोगे तो आजीवन प्रेम मिलेगा. जब मैं ने प्रचार शुरू किया तो मैं लोगों से चाहती थी कि वे स्वयं को 100 दिन 100 तरीकों से प्रेम करें. मैं चाहती थी लोग स्वयं की देखभाल करें. जीवन के प्रति लगाव रखें और अपनी भावनाओं को व्यक्त करें. आप विभिन्न चीजों को विभिन्न तरीकों से प्रतिदिन व्यवहार में लाने से स्वयं से प्रेम करना शुरू कर सकते हो. साथ ही अपना जीवन उद्देश्य तय कर के अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हो.

पूर्वाग्रह को न कहो

पूर्वाग्रह का कभी पुलिंदा न बांधो. जहां भी संभव हो क्षमादाता बनो. माइकल डिओली, जो ‘आप के लिए उत्तम संभावनाएं’ के लेखक भी हैं, कहते हैं कि जीवन में सुगम यात्रा के लिए व्यक्ति को पूर्वाग्रहों के अतिरिक्त भार से समयानुसार मुक्त हो जाना चाहिए. केवल जरूरत पड़ने पर ही व्यक्ति को एक स्थान पर रुकना चाहिए. आप का द्वेष, आप का नकारात्मक आचरण, आप की सनक, द्वंद्व, क्रोध और आप की उदारता की कमी, आप को अच्छे संबंध बनाने से रोकती है.

अनीता मोरजानी, जो नैतिक उत्थान परामर्शदाता एवं लेखिका भी हैं, कहती हैं कि वास्तव में स्वयं के शत्रु हम स्वयं हैं और स्वयं के कठोर आलोचक भी. यदि औरों के प्रति भी हम इसी तरह का रवैया रखते हैं, तो हम हर व्यक्ति का आकलन एक ही दृष्टिकोण से करते हैं. हमें अपने जीवन के प्रत्येक पहलू को स्वीकार करना चाहिए, चाहे वह अच्छा हो या बुरा.

दूसरों के अधीन न बनो

सामान्य जीवन जीते हुए भी अगर मौका मिले तो पूर्ण आनंद लेने से खुद को मत रोको. मनोवैज्ञानिक रोहित जुनेजा, जो ‘दिल से जियो’ के लेखक भी हैं, कहते हैं कि हम स्वयं के सुख और विवाद के मुख्य स्रोत हैं. हम सभी मानव हैं और गलती करना मानवीय प्रवत्ति है. श्रेष्ठता के लिए दूसरों के अधीन न बनो और स्वयं के बारे में गलत राय भी न बनाओ. जरूरतमंद व्यक्तित्व प्रभावशाली नहीं होता. जीवन के उतारचढ़ाव के कारण स्वयं को जीवन के आनंदमयी क्षणों का आनंद लेने से वंचित न रखो.

स्वयं से प्रेम कैसे मुमकिन

स्वयं से प्रेम करने के लिए दिन में कम से कम 5 मिनट ध्यान करो जो रक्तचाप को कम कर जठराग्नि प्रणाली मजबूत करता है और साथ ही जीवन को प्रभावशाली तरीके से जीने योग्य बनाता है. ध्यान आप की स्मरण शक्ति में भी वृद्धि करता है, दुखों से लड़ना सिखाता है और आप के आवेश को रोकता है. तब आप स्वयं को प्रेम करने लगते हैं क्योंकि ध्यान आप की मानसिकता और स्वास्थ्य में वृद्धि करता है. यह खुशी प्रदान करने वाले हारमोंस का भी संचार करता है.

पारिवारिक समस्याएं

आप के निरंतर याद दिलाने और टोकने पर भी अगर आप का जीवनसाथी, घर के बिल, चाबी और घर के अन्य जरूरी सामान सही जगह पर नहीं रखता है, तो समस्या है कि खत्म ही नहीं होती और आप की परेशानी का कारण भी बन जाती है.

ऐसा कछ होने पर परेशानी में उलझे रहने के बजाय यह सोचो कि आप ने जिस व्यक्ति से विवाह अपना सुखदुख साझा करनेके लिए किया है, उस के साथ आप को असमानता का साझा भी करना है. आप अपनी चिंता को सहज रूप से जीवनसाथी के समक्ष रखो और घर की व्यवस्था एवं निजी जरूरतों के बारे में भी बात करो.

इसी प्रकार कई बार थकावट के कारण कुछ पुरुष संभोग के इच्छुक नहीं होते, जिस के कारण संबंध बनाते समय उन में गर्मजोशी की कमी रहती है. ऐसे में उन की इच्छा के विरुद्ध अगर उन की जीवनसंगिनी उन से यौन संबंध बनाती है तो वे असहज महसूस करते हैं. जिस से जीवनसंगिनी असंतुष्ट रह जाती है.

इस संबंध में यौन विशेषज्ञों का कहना है कि हर 3 में से 1 युगल तब यौन संतुष्टि न होने की समस्या का सामना करता है जब एक साथी इच्छुक होता है और दूसरा इच्छुक नहीं होता. कई बार ऐसी दुशवारियों के कारण आप के दांपत्य जीवन की डोर टूटने की कगार पर आ जाती है. संभोग आप के लिए मात्र औपचारिकता नहीं है, बल्कि एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है. यदि आप का साथी संभोग हेतु इच्छुक नहीं है तो यौन इच्छा जाग्रत करने के कई कई उपाय हैं. आप उसे गुदगुदाएं तथा प्रेम भरी व कामुक वार्त्ता करें. इस से आप के साथी की यौन इच्छा जाग्रत होगी और वह यौन क्रिया हेतु तत्पर हो कर आप से सहयोग करने लगेगा. इस से आप दोनों ही यौन संतुष्टि पा सकोगे.

कामकाजी समस्याएं

औफिस से घर लौटने पर आजकल कई पुरुष लैपटौप या डिनर टेबल पर काम से संबंधित फोनकाल में व्यस्त रहते हैं, जो उन की जीवनसंगिनी की नाराजगी का कारण बनता है क्योंकि पूरे दिन के बाद यह समय आपसी बातचीत का होता है.

जब आप का जीवनसाथी लैपटौप या फोनकाल में व्यस्त हो, तो उसी समय समस्या पर तर्कवितर्क करने के बजाय मुद्दे को सही समय पर उठाएं और उसे प्रेमपूर्वक बताएं कि हम दोनों को साथ समय बिताने की सख्त आवश्यकता है. इस में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए. यदि आप को रोज समय नहीं मिलता तो हफ्ते का एक दिन भी सिर्फ मेरे लिए रखो.

जीवन को रसीला बनाए रखने हेतु चुंबन की सार्थकता से इनकार नहीं किया जा सकता. इस संबंध में किए गए सर्वे का निष्कर्ष यह है कि नौकरी, बच्चे, आदत और पारिवारिक उत्तरदायित्व के कारण विवाहित युगल दिन में केवल 4 मिनट साथ होते हैं. वह वक्त वे चुंबन या प्रेमवार्त्ता को देते हैं तो दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है.

एक आम युगल साल में 58 बार संभोग करता है यानी औसतन सप्ताह में एक बार. इसलिए सिर्फ सैक्स नहीं मित्रता, हासपरिहास, उदारता, क्षमापूर्ण स्वभाव व संभोग से बढ़ कर दंपती के बीच आपसी विश्वास सुखद  वैवाहिक जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है. इस के साथ ही जो व्यक्ति अपनी जीवनसंगिनी का सुबह के समय चुंबन लेते हैं, वे चुंबन न लेने वालों की तुलना में 5 वर्ष दीर्घ आयु वाले होते हैं. इसलिए चुंबन व प्रेमवार्त्ता हेतु समय अवश्य निकालें.

Lazy हसबैंड को स्मार्ट बनाने के ये हैं आसान ट्रिक्स, पढ़ें यहां

क्या आप भी अपने पति के आलसी होने से परेशान हैं, क्या आपका पति भी काम करने से टालता रहता है और सारा काम का बोझ आपके सर होता है तो इसके लिए कुछ ऐसी ट्रिक्स है जिससे आप अपने पति को स्मार्ट कर सकती है साथ ही अपना काम भी करवा सकती है लेकिन आपको उनसे इन टिप्स के अनुसार बात करनी होंगी या काम करवाने होंगे. जानिए 5 ट्रिक्स जिससे आप अपने हसबैंड को स्मार्ट बना सकती हैं.

 

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कम्युनिकेशन रखें बेहतर

अगर आपका पति आसली है तो ये जरूरी है कि आप रोजाना उनसे बात करें. अपनी सारी बातें उनसे शेयर करें. साथ ही उनकी फिलींग्स के बारें में पूछे. इसके अलावा उनको अहसास कराएं कि वह घर की कितनी जिम्मेदारियां उठाती हैं और बताएं कि उनके रवैये की वजह से वह कितनी मुश्किल महसूस कर रही हैं. इस तरह का कम्यूनिकेशन आपके रिलेशन के लिए होना बेहद जरूरी है. जिससे वे भी आपको समझेंगे साथ ही काम में आपकी हेल्प भी कराएंगे.

अपने पार्टनर से हेल्प लें

कई बार ऐसा होता है कि पार्टनर को घर के किसी काम को बोला जाएं और उन्होंने मना कर दिया हो. लेकिन अगर ऐसा लंबे समय से चल रहा है तो फिर सोचना जरूरी है. पति को कभी इतना भी सपोर्ट भी न करें कि उनको आलस की आदत पड़ जाए. कई महिलाएं पति की इस आदत को सहती रहती हैं और उनसे हेल्प आदि नहीं लेती है. इसलिए जरूरत पढ़ने पर पति से मदद जरूर लें और बिना हिचकिचाहट के हेल्प मांगे.

तारीफ करना है जरूरी

किसी की पत्नी होना एक मिशन से कम नहीं है इसमें जरूरी है कि कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाएं. जैसे कि पति की तारीफ करना कभी न भूलें. अगर वे आपके छोटेमोटे काम कर देते है तो उसकी तारीफ करें. उनको मोटिवेट करें.

फिजिकल एक्टिविटी करवाएं

पार्टनर का आलस दूर करने के लिए उनको फिजिकल एक्टिविटी करवाना बेहद जरूरी है. साथ ही जब भी वह एक्सरसाइज या योगा करें तो उनके साथ रहें ताकि वे बोरिंग महसूस न करें.

पार्टनर से करवाएं छोटे छोटे काम

अपने पार्टनर को शुरू में छोटे-छोट काम दें. उनके पहले ऐसे काम दें जो आसान हो और बैठकर करने वाले हो. उन्हें बैठकर सब्जी काटने को दीजिए या फिर सामान ऑर्डर करने को कहें. इसके अलावा उनको बच्चों की ट्यूशन टीचर से बात करने को भी कहें. उसके बाद उन्हें घर का काम करने को दें.

अगर आप इन टिप्स को फोलो करती है तो आप अपने पति को एक आलसी व्यक्ति से स्मार्ट पुरूष बना सकती है.

ब्रेकअप से बचना हैं तो गर्लफ्रेंड को ने दें ऐसे compliments

अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो जाहिर सी बात है कि आपकी पार्टनर आपसे तारीफ जरूर सुनना पसंद करेगी, लेकिन कभी कभी पार्टनर ऐसे कॉम्प्लीमेंट दे देता है जिससे रिलेशन में ब्रेकअप तक बात पहुंच जाती है, तो ऐसे में हमेशा याद रखने वाली बातें हैं कि आप अपने पार्टनर को ऐसे कॉम्प्लीमेंट दें. जिससे आप उनके दिल को खुश कर सकेंगे न कि अपना ब्रेकअप करा दें. तो आज हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसे कॉम्लीमेंट्स के बारे में बताएंगे जिसे आप जीवन में कभी अपनी पार्टनर का दिल नहीं दुखाएंगे.

1. मेरी एक्स से ज्यादा तुम केयरिंग हो

लड़के अक्सर कॉम्पलिमेंट देते है कि मेरी एक्स से ज्यादा तुम केयरिंग हो, जो बात लड़कियों को कभी पसंद नहीं आती है कि आप अपने पार्टनर को उसकी एक्स से कंपेयर करों. क्योकि अगर आपने ऐसा कॉम्प्लिमेंट दिया तो आपकी गर्लफ्रेंड का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाएगा. इसलिए कभी भी ऐसा कॉम्प्लिमेंट देने से बचें. आप इसकी जगह ये कह सकते है कि ‘मुझे आज तक तुमसे केयरिंग गर्लफ्रेंड नहीं मिली.’ या फिर ‘थैंक गॉड….मुझे इतनी केयरिंग गर्लफ्रेंड मिली.’

2. आज तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो

ये सब बातें काफी कौमन है और लड़कियां ऐसी बातें सुनने में ज्यादा इंट्रस्टीड नहीं होती है. जिसे लगभग हर कोई अपनी गर्लफ्रेंड से कह देता है. अगर आप बोलना ही चाहते है तो इस कॉम्प्लिमेंट को थोड़ा इस तरह से बोलें कि… ‘तुम आज भी हमेशा की तरह बहुत ब्यूटीफुल लग रही हो.’ इससे आपकी गर्लफ्रेंड खुश भी हो जाएगी.

3. तुम गुस्से में काफी प्यारी लगती हो

यह कॉम्प्लिमेंट देकर आप गर्लफ्रेंड के गुस्से को और भी भड़का सकते हैं, क्योंकि गुस्से में उस बात के असली मतलब की तरफ ध्यान नहीं जाएगा. वो उस बात को पकड़ सकती है कि मतलब कि ‘मैं सिर्फ गुस्से में ही प्यारी लगती हूं, वैसे नहीं’ मैं तो आपके कॉम्प्लिमेंट का मतलब समझ सकता हूं, लेकिन गुस्से वाली गर्लफ्रेंड को उसका सही मतलब समझाने में आपको पसीने तक आ सकते हैं, इसलिए गुस्से में कोई भी कॉम्प्लिमेंट देने की जगह उसे चुप कराने की कोशिश करें. जब वो नॉर्मल हो जाए, तो हंसी लाने के लिए नीचे दिया कॉम्प्लिमेंट ट्राय कर सकते हैं. ‘अरे, तुम तो रोते हुए भी काफी प्यारी लगती हो!’

4. आज तो तुम्हारी ड्रेस काफी स्टाइलिश है

गर्ल्स किसी भी चीज को खरीदने में समय इसलिए लगाती हैं, क्योंकि वे मैटेरियल, रंग, क्वालिटी आदि चेक करती हैं. अगर आपकी गर्लफ्रेंड स्टाइलिश ड्रेस पहनकर आए और उसकी तारीफ में आपने बोल दिया, कि आज तुम्हारी ड्रेस काफी स्टाइलिश है. तो उसके गुस्से का कारण आप है, कि गर्ल्स अपनी ड्रेस के लिए काफी अवेयर होती हैं. हमेशा मैचिंग के शूज या सैंडिल, एसेसरीज आदि मिलाकर ही पहनती हैं. अब ऐसे में आप बोलेंगे उनकी ड्रेस आज काफी स्टाइलिश है, तो वो उनके दिल को दुखा सकती है. इसकी बजाय आप बोलें कि ‘हमेशा कि तरह तुम इस ड्रेस में भी काफी स्टाइलिश लग रही हो.’

5. तुम अपनी फ्रेंड से ज्यादा सुंदर हो

आप ये कहने की गलती कभी मत करना कि तुम अपनी फ्रेंड से ज्यादा सुंदर हो, इसका मतलब है कि आपका उसकी फ्रेंड पर भी ध्यान है और आप अपने पार्टनर की तुलना उससे कर रहे हो. इसका दूसरा मतलब ये भी हो सकता है कि आप उनकी दोस्त का निर्दार कर रहे है और वो अपनी फ्रेंड के लिए हर्ट फील कर रही है. इसलिए उनकी फ्रेंड को उनसे कम सुंदर बताने की जगह आप ये कह सकते हैं, कि ‘तुम काफी खूबसूरत हो.’  इस कॉम्प्लिमेंट से न आपने किसी की तुलना की और गर्लफ्रेंड की तारीफ भी कर दी.

प्यार या क्रश में क्या है अंतर, जानें यहां इस सवाल का जवाब

यंग जनरेशन हो या ओल्ड इस बात को लेकर हमेशा कन्फयूज रहते है कि प्यार क्या है और क्रश क्या है. दोनों एक ही चीज है या अलग अलग है. लेकिन, बात करें प्यार की तो शुरुआत क्रश से ही होती है. क्योकि पहले आप किसी के लिए फील करते है तो वो आपकी क्रश बन जाती है धीरे-धीरे वही क्रश प्यार में बदल जाता है.

क्रश आमतौर पर उन रोमांटिक फीलिंग को माना जाता है जो आप कभी कह ही नहीं पाते हैं. लेकिन ऐसा है नहीं. जी हां, आप प्यार भारी फीलिंग को ही तो क्रश कहते थे अब तक है न. अब मत कहिएगा क्योंकि क्रश के मायने तो कुछ और ही हैं.

एक्सपर्ट मानते हैं कि क्रश के लिए हमेशा रोमांटिक फीलिंग नहीं आती है. लेकिन, क्रश के साथ जुड़े नहीं होते हैं और आप गहराई में जाकर उनसे जुड़ना जरूर चाहते हैं. हम किसी भी तरह जुड़ना चाहते हैं ताकि उनको और जान सकें पहचान सकें. उनसे रिश्ता बढ़ा सकें. इन सबके बीच में रोमांस भी हो सकता है.

क्या होता है क्रश

क्रश आमतौर पर उन रोमांटिक फीलिंग को माना जाता है जो आप कभी कह ही नहीं पाते हैं. लेकिन ऐसा है नहीं. जी हां, आप प्यार भारी फीलिंग को ही तो क्रश कहते थे अब तक, है न. अब मत कहिएगा क्योंकि क्रश के मायने तो कुछ और ही हैं.

विशेषज्ञ मानते हैं कि क्रश के लिए हमेशा रोमांटिक फीलिंग नहीं आती है. लेकिन क्रश के साथ जुड़े नहीं होते हैं और आप गहराई में जाकर उनसे जुड़ना जरूर चाहते हैं. हम किसी भी तरह जुड़ना चाहते हैं ताकि उनको और जान सकें पहचान सकें. उनसे रिश्ता बढ़ा सकें. इन सबके बीच में रोमांस भी हो सकता है.

प्यार क्या होता है?

क्रश के बारे में सबकुछ जानने के बाद आपको ये भी पता होना चाहिए कि प्यार क्या होता है? दरअसल जब प्यार को पहचानेंगे तब ही तो क्रश और प्यार में अंतर आसानी से कर पाएंगे. जब आपको किसी से प्यार होगा तो उसके लुक पर ध्यान दिए बिना ही उसके अच्छे बुरे के बारे में सोचेंगे.

उसकी परेशानियों को अपनी परेशानी बना लेंगे और उन्हें हल करने के बारे में भी सोचेंगे. आप उसको खुश करने के बारे में भी वो सबकुछ करेंगे जो कर सकेंगे. उसके साथ आपको हमेशा सेफ महसूस होगा.

 प्यार और क्रश में अंतर

-कभी भी प्यार और क्रश को एक मान लेने की गलती नहीं करनी चाहिए. ये दोनों अलग-अलग एहसास हैं. इन दोनों में बड़ा अंतर तो आकर्षण और गहरे प्यार का ही है. इन दोनों अहसासों के बीच में अंतर करना काफी कठिन होता है.

-क्रश के लिए आप कई बार फिजिकल आकर्षण महसूस कर सकते हैं. लेकिन जब प्यार होगा तो आप एक गहरी फीलिंग महसूस करेंगे.

-उसके साथ सपने तक देखने लगेंगे. लेकिन प्यार के साथ आप प्रैक्टिकल बातें सोचेंगे.

-जब प्यार होता है तो आपको वो पूरा इंसान अच्छा लगता है. लेकिन क्रश की आपको कोई एक खासियत अच्छी लगेगी, जैसे उसका हंसना, कोई बॉडी पार्ट या फिर कपड़े पहनने का तरीका.

-ज्यादातर बार क्रश थोड़े समय के लिए ही होता है.

-क्रश तुरंत हो जाता है जबकि प्यार धीरे-धीरे होता है.

-क्रश होगा तो उस इंसान में कोई कमी दिखेगी ही नहीं, प्यार में कमी दिखेगी लेकिन आप उसे सुधारना चाहेंगे. ताकि वो इंसान परफेक्ट बन सके.

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