दिल्ली की आबो हवा किस तरह प्रदूषित हो रही है ये किसी से भी छिपा नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने तो यहां तक कह दिया कि आप लोग जनता को मौत के मुंह में ढकेलते जा रहे हैं. अक्टूबर महीने से शुरू हुआ प्रदूषण नवंबर आखिरी तक चला. इस मामले को निपटाने के लिए जहां सभी सरकारों को एकजुट होकर समस्या का निदान करना चाहिए तो सियासतदान राजनीति करने में जुटे हुए हैं. खैर इन सब के अलावा एक मौत की सजा पाए हुए बलात्कार के आरोपी ने ऐसा बयान दिया है जिसने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए.

निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्याकांड में मौत की सजा पाए चार दोषियों में से एक अक्षय कुमार सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में मामले को लेकर पुनर्विचार याचिका दायर करते हुए कहा कि दिल्ली गैस चैंबर है, ऐसे मैं मौत की साज देने की क्या जरूरत है. वकील ए.पी.सिंह के माध्यम से दायर समीक्षा याचिका में अक्षय ने कहा, "दिल्ली-एनसीआर में पानी और हवा को लेकर जो कुछ हो रहा है, उससे हर कोई वाकिफ है. जीवन छोटा होता जा रहा है, फिर मृत्युदंड क्यों?"

ये भी पढ़ें- जाति की राजनीति में किस को फायदा

सुप्रीम कोर्ट 9 जुलाई 2018 को ही अन्य तीन दोषियों की पुनर्विचार याचिका को रद्द कर चुका है. उस समय अक्षय ने याचिका दायर नहीं की थी. वकील सिंह ने अपने मुवक्किल की ओर से मंगलवार को शीर्ष अदालत में याचिका दायर की. याचिका में अक्षय ने निवेदन करते हुए दावा किया कि दिल्ली की हवा की गुणवत्ता बिगड़ गई है, और राजधानी शहर सचमुच गैस चैंबर बन गया है. यहां तक कि शहर में पानी भी जहर से भरा है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 महीना)
USD2
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...