ऋतु की अभिषेक से अच्छी बनती थी. यहां तक कि औफिस में दोनों साथ लंच करते, घूमते-फिरते, लेकिन एक दिन जब ऋतु को उस के फ्रैंड ने अभिषेक के साथ वॉशरूम में देखा तो ऋतु डर गई और हड़बड़ाहट में उस ने खुद को सब की नजरों में सही दिखाने के लिए चिल्लाचिल्ला कर अभिषेक पर बलात्कार का आरोप लगाने लगी. यह देख अभिषेक के साथसाथ उस के फ्रैंड्स भी दंग रह गए, क्योंकि जो नजारा उन्होंने देखा था उस से ऋतु की मरजी साफ जाहिर हो रही थी.

सभी जानते थे कि वह अभिषेक को फंसा रही है, लेकिन कोई कहने की हिम्मत सिर्फ इसलिए नहीं जुटा पा रहा था कि कहीं ऋतु उसे भी फंसा न दे.

अधिकांश मामलों में यही देखने को मिलता है कि जब युवतियों की मांगें पूरी नहीं होतीं या फिर वे खुद फंसती दिखती हैं तो युवकों पर बलात्कार का आरोप लगा कर उन्हें फंसाने की कोशिश करने लगती हैं. इसलिए अगर आप भी रिलेशनशिप में हैं तो पहले से सावधानी बरत कर चलें. कहीं कोई आप को भी फंसा न दे.

कब कब लगा सकती है आरोप

झगड़ा होने पर

‘आजकल तुम रिया के साथ ही ज्यादा बातें करते हो, मुझे हमेशा इग्नोर करने की तुम्हारी इतनी हिम्मत’, ‘तुम तो हमेशा अपने लिए ही जीते हो’, ‘तुम तो कभी रोमांटिक बातें ही नहीं करते’, ‘मुझ से ज्यादा तुम्हें औरों में इंट्रस्ट है’ आदि बातों को ले कर अकसर लड़ाई होने पर युवती आप को फंसाने या फिर सबक सिखाने के लिए बलात्कार का आरोप लगा सकती है.

बात नहीं मानने पर

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