बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके तेज प्रताप यादव ने अपनी पत्नी ऐश्वर्या के साथ तलाक लेने के मामले में परिवार वालों, अपने शुभचिंतकों और दोस्तों तक की बातें नहीं सुनीं और अपने फैसले पर ही अडिग रहे. 29 नवंबर, 2018 को परिवार कोर्ट, पटना में अर्जी पर सुनवाई हुई, जहां तेज प्रताप यादव खुद हाजिर हुए.

एकांत में सुनवाई करते हुए सवालजवाब के बाद जज उमाशंकर द्विवेदी ने ऐश्वर्या को अदालत में खुद हाजिर होने या वकील के जरीए हाजिर होने का नोटिस दिया. अदालत ने ऐश्वर्या को 8 जनवरी, 2019 को कोर्ट में हाजिर होने का समय दिया. वहीं तेज प्रताप यादव को नोटिस दे कर इस मामले में जरूरी परिपत्र पेश करने का निर्देश दिया.

तेज प्रताप यादव की तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट के वकील अमित खेमका, पटना के वकील यशवंत कुमार शर्मा और विवेकानंद मलिक थे.

जज ने तेज प्रताप यादव से 5 मिनट तक सवालजवाब किए. पेशी के बाद तेज प्रताप यादव ने कहा, ‘‘मैं अपने पुराने स्टैंड पर कायम हूं. पीछे नहीं हटूंगा.’’

तेज प्रताप यादव की शादी को 6 महीने भी नहीं गुजरे थे कि उन्होंने अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए पटना सिविल कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी. इस की वजह से लालू प्रसाद यादव के परिवार में कुहराम मच गया है. तेज प्रताप यादव को समझाने की हर कोशिश नाकाम सी दिख रही है. तेज प्रताप यादव अपनी बातों पर अडिग हैं और बोल रहे हैं कि वे घुटघुट कर नहीं जी सकते.

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