राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उन का कुनबा कौडि़यों के भाव बेनामी जायदाद खरीदने के मामले में कानूनी शिकंजे में फंस चुका है. एक हजार करोड़ रुपए की जायदाद को औनेपौने दाम पर राजद सांसद मीसा भारती और उन के पति शैलेश कुमार के नाम से खरीदा गया है. यह सारी डील उस दौरान हुई, जब लालू प्रसाद यादव केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में मंत्री थे. जेल में बंद जैन बंधुओं के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल होने के बाद राजद सांसद मीसा भारती और उन के पति शैलेश कुमार की परेशानियां काफी बढ़ गई हैं.

लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को दिल्ली के बिजवासन इलाके में फार्म हाउस दिलाने वाली खोखा कंपनियों के कारोबारी वीरेंद्र कुमार जैन और सुरेंद्र कुमार जैन पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.

लालू प्रसाद यादव और उन के परिवार के कारोबार से जुड़े दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा और रेवाड़ी के ठिकानों पर 16 मई, 2017 को आयकर विभाग ने छापे मारे. उस के बाद 18 मई, 2017 को जैन बंधुओं के खिलाफ दिल्ली की एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल होने से लालू प्रसाद यादव के परिवार पर संकट बढ़ गया है.

ईडी ने दिल्ली के भाटी गांव में बने जैन बंधुओं के फार्महाउस को जब्त कर लिया है. यह फार्महाउस जैन बंधुओं ने पिछले 15 सालों में बड़े नेताओं और उन के परिजनों के काले धन को खोखा कंपनियों के जरीए वैध कराने के एवज में मिले कमीशन की रकम से खरीदा था.

आरोप है कि जैन बंधुओं ने मीसा भारती और उन के पति शैलेश कुमार की बंद कंपनी मिशेल पैकर्स के 10 रुपए कीमत के एक लाख, 20 हजार शेयर 90 रुपए प्रीमियम पर खरीदे और उस से दिल्ली के बिजवासन इलाके में एक करोड़,

41 लाख रुपए में 3 एकड़ का एक फार्महाउस खरीदा. बाद में इस कंपनी के उन्हीं शेयरों को दोबारा मीसा भारती के पति शैलेश कुमार को कौडि़यों के भाव में बेच दिया. उस के बाद फार्महाउस का मालिकाना हक इन्हें सौंप दिया.

जैन बंधुओं की खोखा कंपनी के जरीए तकरीबन 8 हजार करोड़ रुपए के काले धन को सफेद करने में मदद करने के आरोप में पिछले 20 मार्च, 2017 को ईडी ने गिरफ्तार किया था.

भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राजद सांसद मीसा भारती की जायदाद की जांच की मांग करते हुए कहा है कि मीसा भारती ने जमीन खरीद कर उसे बेचने का धंधा कर के करोड़ों रुपए का घोटाला किया है. बिजवासन में 50 करोड़ रुपए की जमीन एक करोड़, 40 लाख रुपए में खरीदी गई. मिशेल पैकर्स कंपनी बना कर उस के 10 रुपए के एक शेयर को एसके जैन और वीके जैन को 90 रुपए में बेचा. उस के एक महीने के अंदर ही केवल एक रुपए में वापस खरीद लिया गया. इस कंपनी में 80 फीसदी शेयर राबड़ी देवी और 15 फीसदी शेयर तेजस्वी यादव के नाम से हैं.

23 मई, 2017 को ईडी ने मीसा भारती के सीए राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया. राजेश अग्रवाल पर 8 करोड़ रुपए के मनी लाउंड्रिंग का केस दर्ज किया गया है.

मीसा भारती और उन के पति शैलेश कुमार पर महंगी जायदाद को कौडि़यों के भाव में खरीदने का आरोप है. दोनों ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के पास तकरीबन 3 एकड़ के फार्महाउस को एक करोड़, 41 लाख रुपए में खरीदा था, जबकि उस की असली कीमत सौ करोड़ रुपए आंकी गई है.

इस के अलावा सैनिक फार्म में भी फार्महाउस खरीद रखा है. वह खरीदारी भी शक के घेरे में है. दोनों जमीनों के सौदे उस समय हुए, जब लालू प्रसाद यादव संप्रग सरकार में मंत्री थे.

रजिस्ट्रार औफ कंपनीज के मुताबिक, मीसा भारती और शैलेश कुमार 4 प्राइवेट कंपनियों में डायरैक्टर हैं. दिसंबर, 2002 में मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई गई और साल 2006 में उसे घाटे में दिखा कर बंद कर दिया गया.

उसी साल दिल्ली में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के पास करोड़ों रुपए का फार्महाउस खरीदा गया. इस के अलावा विवेक नागपाल नाम के आदमी से केवल एक लाख रुपए में केएचके होल्डिंग कंपनी खरीदी गई. बेनामी जायदाद को ले कर 28 मई, 2017 को लालू प्रसाद यादव और उन के परिवार वालों के कुल 22 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापे मारे और एक हजार करोड़ रुपए की बेनामी लैंड डील के मामले का खुलासा हुआ.

आयकर विभाग और ईडी ने मीसा भारती और उन के पति शैलेश कुमार को नोटिस भेज कर 6 जून को पेश होने को कहा, पर दोनों हाजिर नहीं हुए. उस के बाद उन्हें 12 जून को हाजिर होने का फरमान भेजा गया और उस दिन भी दोनों ने हाजिर होने की जहमत नहीं उठाई. इस के बाद मीसा भारती और शैलेश कुमार कानूनी फंदे में बुरी तरह फंसते दिखने लगे हैं.

मीसा भारती : एक नजर

 लालू प्रसाद यादव की 9 संतानों में सब से बड़ी 40 साल की मीसा भारती ने एमबीबीएस की डिगरी ले रखी है, लेकिन उन्होंने कभी भी मैडिकल प्रैक्टिस नहीं की. वे झारखंड के एमजीएम मैडिकल कालेज की टौपर रह चुकी हैं.

साल 1999 में मीसा भारती की शादी इंजीनियर शैलेश कुमार से हुई थी, जो इंजीनियर हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले तक मीसा भारती कभी भी सियासी मंचों पर नजर नहीं आईं. लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मीसा भारती अचानक से राजद का लोकप्रिय, युवा और ताजा चेहरा बन गईं.

मीसा भारती का नाम मीसा क्यों रखा गया, इस के पीछे भी दिलचस्प कहानी है. 1974 के जेपी आंदोलन में लालू प्रसाद यादव ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था और इस के लिए उन्हें इमर्जैंसी के दौरान ‘मीसा’ यानी मेंटीनैंस औफ इंटरनल सिक्योरिटी ऐक्ट के तहत तब की कांग्रेस सरकार ने जेल में डाल दिया था.

जब लालू प्रसाद यादव जेल में बंद थे, उसी दौरान साल 1977 में राबड़ी देवी ने बड़ी बेटी को जन्म दिया था. तभी लालू यादव ने उन का ‘मीसा’ नाम रखा.

अपने नाम के बारे में मीसा भारती कहती हैं, ‘‘मेरा नाम आजाद भारत के एक सब से बड़े आंदोलन की याद दिलाता है.’’

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