कंडोम: बीमारी दूर, मजा भरपूर

भारत जैसे विकासशील देश में बढ़ती हुई आबादी पर काबू पाना बहुत जरूरी हो गया है. आसान शब्दों में कहें कि अब ‘छोटा परिवार सुखी परिवार’ महज नारा ही नहीं, बल्कि आज की जरूरत है. इस के अलावा सेफ सैक्स से पतिपत्नी को किसी तरह की सैक्स संबंधी बीमारियों से भी बचाया जा सकता है.

सेफ सैक्स कैसे किया जाता है? इस के लिए क्याक्या सावधानियां बरतनी चाहिए? सेफ सैक्स करने के क्याक्या फायदे होते हैं और इस में किनकिन बातों का ध्यान रखना चाहिए? पतिपत्नी को इन सवालों के जवाबों की सही जानकारी होनी चाहिए.

भले ही सैक्स इनसान की जरूरत है, लेकिन इस का सेफ भी होना जरूरी है. एक बार की लापरवाही से बनाए गए सैक्स संबंध से आप की जिंदगी पूरी तरह से बदल सकती है. पत्नी को पेट से करा सकती है या फिर जिंदगीभर के लिए न ठीक हो सकने वाली कोई बीमारी दे सकती है.

वैसे भी आज के समाज में बहुत ज्यादा खुलापन आ गया है. पतिपत्नी के अलावा कई लोगों से जिस्मानी संबंध रखना आम बात हो गई है.

कुछ लोग तो इसे फैशन और नई सोच समझते?हैं, पर यह साथी के प्रति वफादारी और सेहत दोनों ही नजरिए से गलत है. इसी का नतीजा है कि समाज में सैक्स से जुड़ी कई तरह की बीमारियां बढ़ गई हैं.

पहले तो यह जान और मान लें कि शादी से पहले इस तरह के जिस्मानी संबंध बनाना किसी के भी भविष्य को बरबाद कर सकता है, इसलिए शादी से पहले इस तरह के संबंधों को न बनाएं.

सैक्स रोगों से बचने का सब से अच्छा तरीका है कि सैक्स ही न किया जाए या किया भी जाए तो केवल एक ही साथी से, जो आप का पति या पत्नी हो.

सेफ सैक्स का आसान और सस्ता तरीका है कंडोम का इस्तेमाल. हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें. यह अनचाहे पेट और सैक्स रोगों से बचाता है.

सैक्स और कंडोम

कंडोम का इस्तेमाल सेफ सैक्स के लिए किया जाता है. सेफ सैक्स को ले कर लोगों में आज भी तमाम भ्रांतियां फैली हुई हैं. इस के लिए न सिर्फ सेफ सैक्स के बारे में जानना जरूरी है, बल्कि यह भी जानना जरूरी है कि आखिर कंडोम के इस्तेमाल के फायदे क्या हैं. कंडोम और सेफ सैक्स में क्या संबंध है.

* आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें कंडोम की सिक्योरिटी पर शक होता है. ऐसे लोगों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि अगर कंडोम का सही और सावधानी से इस्तेमाल किया जाए तो इस के कोई बुरे नतीजे सामने नहीं आते?हैं.

* कंडोम को सेफ सैक्स का अच्छा विकल्प तो माना ही जाता है, साथ ही यह सैक्स में तमाम तरह की सेफ्टी भी रखता?है.

* सैक्स संबंधी तमाम बीमारियों से बचाने के लिए कंडोम बहुत ही फायदेमंद?है.

* कंडोम न सिर्फ अनचाहे पेट से बचाने में काफी मददगार है, बल्कि यह सैक्स संबंधी बीमारियों को भी काबू में रखता है.

  • आज कंडोम कई तरह की वैराइटी में, रंगों में मौजूद?है, लेकिन हर किसी को अपनी जरूरत के हिसाब से कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.

* कंडोम से न सिर्फ इंफैक्शन, बल्कि किसी भी तरह की एलर्जी से बचा जा सकता?है.

* कंडोम के इस्तेमाल करने से एचआईवी एड्स जैसी खतरनाक बीमारियों को काबू में भी किया जा सकता?है.

* कंडोम न सिर्फ महफूज है, बल्कि बहुत उपयोगी, सस्ता और इस्तेमाल करने में भी आसान है.

* जिस्मानी संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करने से कंट्रासैप्टिव पिल्स यानी गर्भनिरोधक गोलियों को खाने से बचा जा सकता है.

* सेफ सैक्स के विकल्प के साथ ही यह अनचाहे पेट से भी बचाता है.

आमतौर पर किसी सैक्स रोग से पीडि़त औरत से बिना सावधानी बरते जिस्मानी संबंध बनाने से यह रोग मर्द को भी लग सकता है या फिर मर्द से औरत को भी यह रोग लग सकता है, इसीलिए संक्रमित रोगों के बचाव के लिए और सेफ सैक्स के लिए कंडोम का इस्तेमाल जरूरी है.

* कंडोम एक शारीरिक बाधा पैदा करता?है जो शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने से रोकता?है. इस वजह से औरत पेट से नहीं होती?है.

* कंडोम मुख्य रूप से बहुत पतले लेटैक्स रबड़ या पौलीयूरेथेन से बनता है.

कम कीमत और सुविधाजनक कंडोम को दुकानों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और औनलाइन हासिल करना बहुत ही आसान है. आप को कंडोम खरीदने के लिए कोई डाक्टरी परची या आईडी की जरूरत नहीं है. कहींकहीं पर तो यह मुफ्त में भी मिलता है.

मैं ममेरी बहन से प्यार करता हूं, क्या करूं?

सवाल

मैं 22 साल का हूं और 19 साल की ममेरी बहन से प्यार करता हूं. हम दोनों कई बार हमबिस्तरी कर चुके हैं. उस के घर वाले उस की शादी कहीं और करना चाहते हैं. हम दोनों क्या करें?

जवाब

वासना में बह कर आप दोनों ने खूब गुस्ताखी कर ली. क्या आप उम्मीद कर रहे हैं कि आप के मामाजी अपने भांजे यानी आप से दामाद बनने की पेशकश करेंगे? अच्छा यही होगा कि आप ममेरी बहन से हमबिस्तरी करना छोड़ दें व उस की शादी निबटने दें.

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एक फ्रैंडशिप क्लब में मेरे पैसे फंसे हुए हैं, मैं क्या करूं?

सवाल-

मेरी उम्र 23 साल है. कुछ समय पहले मैं ने एक फ्रैंडशिप क्लब में काम करने के लिए फार्म भरा था. उन्होंने दाखिले की फीस के नाम पर मुझ से काफी पैसे ले लिए. मुझे अभी तक कोई काम नहीं मिला है.

वे लोग अब कहते हैं कि और ज्यादा पैसे दो, तभी बात बनेगी. मेरे पैसे फंसे हुए हैं. क्या वे मुझे वापस मिल सकते हैं?

जवाब-

आप धोखेबाजों के चंगुल में फंस गए हैं. पहले रोजगार के लालच में पैसा दे चुके हैं, अब दोबारा ऐसी बेवकूफी न करें. पुराने पैसों के बाबत उन पर दबाव बनाएं और पैसा देने का कोई सुबूत हो तो पुलिस में रिपोर्ट लिखाएं. मीडिया के जरीए भी उन का फरेब उजागर करें, जिस से और नौजवान ठगने से बचें. उम्मीद कम ही है कि अब आप का पैसा वापस मिल पाएगा.

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मेरा बेटा फूडी है, डरती हूं कि ज्यादा खाने से वह मोटा हो जाएगा

सवाल

मैं 35 वर्षीय वर्किंग वूमन हूं. हमारा एक ही बेटा है. अभी वह 8 साल का है. आजकल वह रोज सूजी का हलवा खाने की फरमाइश करता है. रोज शाम को जिद करता है कि हलवा खाना है. कुछ और खाने को हो तो नहीं खाता. डरती हूं कि रोजरोज हलवा खाने से मोटा न हो जाए. क्या करूं?

जवाब

अभी आप के बेटे की खेलनेकूदने की उम्र है. अगर रोज हलवा खाता भी है तो कुछ हर्ज नहीं. रही बात मोटे होने की, तो एक छोटी कटोरी ही हलवा खाने को देंगी तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा. खेलनेकूदने से बच्चों की कैलोरी जल्दी बर्न हो जाती है.

इस के अलावा मोटी सूजी का हलवा बनाएं, यह जिस्म के पाचनतंत्र के लिए बेहतर है. शक्कर की जगह हलवे में गुड़ या ब्राउन शुगर का प्रयोग करें. हलवा गरमगरम ही खाने को दें. ध्यान रखें कि हलवा खाने के तुरंत बाद ठंडा पानी न पिएं. आधे घंटे बाद ही पानी पिएं.

वैसे, शाम को तरहतरह के नएनए स्नैक्स बना कर उसे खिलाने की कोशिश करें, तो रोज हलवा खाने की जिद भी शायद वह न करे.

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आप भी पा सकते हैं मल्टिपल और्गैज्म

आप इस सच को अच्छा भी कह सकती हैं और बुरा भी, क्योंकि इससे सेक्शुअल संबंधों में आपका दबदबा कम भी हो सकता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि हालांकि मल्टिपल और्गैज्म (एक से अधिक बार चरम पर पहुंचना) पाना महिलाओं की शारीरिक विशेषता है, लेकिन यदि पुरुष इसे पाने के लिए थोड़ी मशकक्त करें तो वे भी इसका आनंद ले सकते हैं. यह मानना कि पुरुष हर सत्र में केवल एक बार ही और्गैज्म का अनुभव करते हैं, मिथक है.

इस राज का खुलासा

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म कोई नई संकल्पना नहीं है, बल्कि यदि आप प्राचीन ताओइस्ट की तकनीकों में मल्टिपल और्गैज्म के राज़ का खुलासा किया गया है. ताओइस्ट मान्तक चिया की किताब दि मल्टी-ऑर्गैज़्मिक मैन: सेक्शुअल सीक्रेट्स एवरी मैन शुड नो के अनुसार,‘‘और्गैज्म और इजेकुलेशन (स्खलन)-जो दो अलग-अलग शारीरिक प्रक्रियाएं हैं, के बीच के अंतर को सीखकर पुरुष मल्टिपल और्गैज्म पा सकते हैं.’’

होती है योग्यता

स्टेट यूनिवर्सिटी औफ न्यूयौर्क के एम ई डन और जेई फ्रॉस्ट द्वारा वर्ष 1979 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, पुरुषों में मल्टिपल और्गैज़्म पाने की योग्यता होती है. उन्होंने बताया कि पारंपरिक मान्यता के अनुसार एक स्वस्थ पुरुष में और्गैज्म के दो चरण होते हैं-और्गैज्म के बाद तुरंत स्खलन और फिर थोड़ा समय, जो सामान्य होने में लगता है. पर अपने शोध के दौरान डन और फ्रॉस्ट ने पाया कि एक नॉन-इजैकुलेटरी और्गैज्म भी होता है, जो इजैकुलेटरी और्गैज्म के पहले या बाद में भी आ सकता है. और इस तरह के कई और्गैज्म आ सकते हैं. ‘‘अध्ययनों से पता चलता है कि मास्टबेशन के दौरान युवकों को कई ऑगैज़्मिक पीक्स का अनुभव होता है, खासतौर पर इजैकुलेशन से ठीक पहले,’’ यह कहना है डॉ फेलिस डनास का, जो क्लीनिकल चायनीज मेडिसिन के विशेषज्ञ हैं.

इस कला को अर्जित किया जा सकता है

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म नाबिल्कुल अपने सपनों की महिला को पाने जैसा होता है-इसके लिए लगन, संयम और तीव्र इच्छाशक्ति की जरूरत होती है. सेक्सोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी इसे अर्जित कर सकनेवाली कला मानते हैं. वे कहते हैं,‘‘हालांकि पुरुषों में मल्टिपल और्गैज्म पाने की स्वाभाविक विशेषता नहीं होती, लेकिन सही तकनीक को सीख कर वे इसका आनंद उठा सकते हैं.’’

मैं बच्चों को ट्यूशन कराना चाहता हूं पर मेरे पास जगह की कमी है, क्या करूं?

सवाल

मैं 18 साल का एक गरीब घर का लड़का हूं. मैं 12वीं जमात पास कर चुका हूं और अब भौतिक विज्ञान से बीएससी कर रहा हूं. मैं अपनी पढ़ाई का खर्चा खुद उठाऊं, इसलिए बच्चों को ट्यूशन देना चाहता हूं, पर मेरे पास जगह की कमी है. मुझे सही राह दिखाएं?

जवाब

आप बच्चों को उन के घर जा कर ट्यूशन दें. अच्छा पढ़ाएंगे तो नाम होगा और फीस भी बढ़ेगी. जगह की कमी दूर करने के लिए किसी दोस्त का घर ले सकते हैं या फिर किराए का कमरा लेना भी एक अच्छा तरीका है, लेकिन इस के लिए आप को कम से कम 5-6 बच्चे यानी छात्र मिलने चाहिए, तभी बात बनेगी.

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मेरी सास हर काम के लिए टोकाटाकी करती है और मुझे डांटती हैं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 26 साल की विवाहिता हूं. मेरी अरेंज्ड मैरिज हुई थी. ससुराल में हर सुखसुविधा मौजूद है और पति भी मुझे बहुत चाहते हैं. मगर मेरी समस्या मेरी सासूमां हैं, जो आएदिन मुझे डांटती रहती हैं और हर काम को ले कर टोकाटाकी करती हैं. ऐसा लगता है जैसे वे मुझ से हमेशा नाराज रहती हों, जबकि आज तक मैंने उन्हें कभी उलट कर जवाब नहीं दिया न ही कभी उन से उलझने की कोशिश की है. मैं कैसे उन्हें मनाऊं ताकि उन का प्यार भी मुझे मिलता रहे?

जवाब

घर में नई आई बहू को घर की तमाम जिम्मेदारियों से अवगत कराना और एक सफल गृहिणी बनाना सास को बखूबी आता है. हर सास की यही इच्छा रहती है कि वह अपनी बहू को हर स्थिति से अवगत कराए ताकि पति व बच्चों संग बहू की जिंदगी सदैव खुशहाल रहे.

हां, यह बात भी सही है कि हरकिसी के प्रेम करने का ढंग अलग होता है और अगर आप की सास आप को डांटतीफटकारती हैं तो इस का यह कतई मतलब नहीं है कि वे आप से प्रेम नहीं करतीं.

यह अच्छी बात है कि आप अपनी सास के साथ रिश्ते को ले कर सकारात्मक सोच रखती हैं. आप खुद भी कोशिश करिए कि सास के साथ किसी मुद्दे को ले कर न तो जिद पर अड़ी रहें और न ही उन का लिहाज करना छोड़ें.

अच्छा तो यह भी होगा कि अपने पति के साथ मिल कर ऐसी बातों के बारे में जानें, जिन से आप अपनी सास के साथ अपने रिश्ते का और बेहतर बना सकें और फिर उन बातों पर अमल करें.

जब आप के पति देखेंगे कि आप उन की मां के साथ शांति बनाए रखने में सहयोग कर रही हैं तो उन की नजरों में आप के लिए इज्जत और बढ़ जाएगी.

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एक लड़का जबरदस्ती मुझसे शादी करना चाहता है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 18 साल की एक लड़की हूं और पढ़ाई में बहुत अच्छी हूं. पिछले एक साल से एक लड़का मेरे पीछे पड़ा है और बोलता है कि मुझ से शादी करेगा. मुझे उस लड़के में कोई बुराई नहीं दिखती, पर मुझे अभी प्यार के चक्कर में नहीं पड़ना है, जबकि वह लड़का बहुत उतावला दिखता है और रोज मेरा सड़क पर पीछा करता है. इस से मुझे बहुत गुस्सा आता है. मैं क्या करूं?

जवाब

तो आप चाहती हैं कि लड़का पीछा भी न करे और प्यार भी घर बैठे जताता रहे. यह उस के लिए मुश्किल काम है. इस उम्र के प्यार में सब्र नहीं होता, बल्कि उतावलापन ही होता है. अगर वह लड़का आप को अच्छा लगता है, तो उस से अपनी फीलिंग्स शेयर करें और उस का मन टटोलें कि कहीं उस की और उस के प्यार की मंजिल सैक्स ही तो नहीं है. अगर वह आप को चाहता होगा, तो आप की भावनाओं को सम झेगा.

शादी का फैसला 2-3 साल बाद इतमीनान से लें. इस पर भी लड़का पीछा करना न छोड़े और ज्यादा परेशान करने लगे, तो घर के बड़ों को बताएं. वे आप की परेशानी हल कर सकते हैं.

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सेक्स का डबल मजा लेना चाहते हैं तो आज ही आजमाएं ‘डर्टी टौकिंग’

यों तो भारतीय समाज का एक बड़ा तबका सेक्स पर खुल कर बात नहीं पसंद करता व सेक्स आनंद की चीज है, यह तो पता होता है पर सिर्फ रात के अंधेरे में ही. कमरे की बत्तियों को बुझा कर सेक्स का लुत्फ उठाने वालों के लिए यह भले ही एक सामान्य प्रक्रिया लगती हो, पर विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स में नए नए प्रयोग शारीरिक सुख के साथ साथ मानसिक खुशी भी देती है.

लंबे सेक्स लाइफ के दौरान उब गए हों, कुछ नयापन चाहते हों, सेक्स संबंध के दौरान चुहूलबाजी कर उसे और भी मजेदार बनाना चाहते हों, तो डर्टी टौकिंग विद सेक्स संबंधों में गरमाहट ला देगी.

क्या है डर्टी टौकिंग

सेक्स के दौरान डर्टी टौकिंग न तो गाली है न ही ऐसी कोई बात कहनी होती है, जो सेक्स पार्टनर को बुरी लगे. सेक्स में डर्टी टौकिंग सेक्स क्रिया के दौरान साथी के अंगों को निहारना, सहलाना, हलकी छेड़छाड़ व खुल कर बातचीत करनी होती है.

कैसे बनाएं मजेदार

अगर आप को अपने प्यार भरे शब्दों के बाण से साथी को घायल करने में थोङी भी महारत हासिल है, तो डर्टी टौकिंग का कुछ इस तरह अंदाज गुदगुदी का एहसास कराएगी-

* सेक्स के दौरान कमरे की बत्तियों को जलने दें. संभव हो तो रंगीन बल्व जलाएं.

* हलका म्यूजिक चला दें. इस से मदहोशी का आलम बना रहेगा.

* एकदूसरे के अंगों को अपलक निहारें और उन की तारीफ करें.

* सेक्स के दौरान बातचीत उस पल को और हसीन बनाता है. आप चाहें तो तेज स्वर में भी बातचीत कर सकते हैं.

* अंगों का खुल कर नाम लें और बताएं कि वे आप को कितने पसंद हैं. सेक्स पार्टनर से भी ऐसा ही करने को कहें.

* इस दौरान सेक्स पार्टनर को अपनी आंखें खुली रखने के लिए बोलें.

* किचन में, बाथरूम में, बाथटब में बनाए सेक्स संबंधों को याद करें और खूब हंसें.

* कंडोम्स को ले कर भी खुल कर बात करें कि आप के सेक्स पार्टनर को कौन सी पसंद हैं.

* मार्केट में कई फ्लेवर्स व रंगों के कंडोम्स उपलब्ध हैं. उन पर खुल कर बात करिए और उन्हें आजमाइए भी.

यकीन मानिए, सेक्स की उपरोक्त क्रियाएं तनाव व भागदौड़ भरी जिंदगी से अलग ही सुकून देंगी और न सिर्फ रोमांचक लगेंगी, रिश्तों में नई जान व ताजगी का एहसास भी कराएंगी. याद रखिए कि सेक्स कुदरत का दिया एक अनमोल तोहफा है.

मेरे बौयफ्रेंड को दूसरी लड़कियों से बात करना अच्छा लगता है, मै क्या करूं?

सवाल

मेरा बौयफ्रैंड है. मैं उसे बहुत प्यार करती हूं. वह भी मुझे चाहता है और जताता भी है. मुझे उस पर विश्वास है, लेकिन उस के औफिस में बहुत सी लड़कियां हैं जिनमें से कुछ को मैं जानती भी हूं, जो मुझे लगता है उस पर लाइन मारती हैं. मुझे हर वक्त खटका सा लगा रहता है कि कहीं वह उन की तरफ आकर्षित न हो जाए. देखने में मैं भी आकर्षक हूं लेकिन वे लड़कियां तो औफिस में सारा दिन उस के साथ रहती हैं, काम करती हैं, हंसी-मजाक भी होते होंगे. हम दोनों तो हफ्ते में एक बार मिलते हैं, बस. हां, फोन पर जरूर रोज बातें होती हैं. फोन पर बात करना और किसी का फिजिकली मौजूद रहने में फर्क है. मैं ऐसा क्या करूं कि उस के दिमाग में मैं ही मैं रहूं. किसी और लड़की के बारे में वह सोचे भी न?

जवाब

आप अपने बौयफ्रैंड को ले कर बहुत ज्यादा ही पजेसिव हैं. हर किसी की लाइफ में कितने ही लोग आते हैं, मिलते हैं, बातें होती हैं, साथ काम करते हैं, हंसीमजाक भी होता है. लेकिन, प्यार तो हम सिर्फ एक से ही करते हैं न. आप के बौयफ्रैंड के औफिस में लड़कियां हैं तो क्या हुआ. विश्वास नाम की भी तो चीज होती है. इस बात पर ध्यान देने के बजाय इस बारे में सोचिए कि अपने बौयफ्रैंड को आप कैसे ज्यादा से ज्यादा खुश रख सकती हैं ताकि उस के दिलोदिमाग में आप ही आप छाई रहें. लड़कियां भावुक होती हैं तो लड़के भी इमोशनल होते हैं.

उन्हें भी अच्छा लगता कि उन की गर्लफ्रैंड उन का खास ध्यान रखती है. इसलिए अपने रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए बौयफ्रैंड को ज्यादा से ज्यादा खुश रखने की कोशिश करें, जैसे- उस की पसंदीदा चीज खरीद कर उसे सरप्राइज करें. उस पर शक नहीं बल्कि ट्रस्ट करें. कभीकभी उस की पसंद का खाना बना कर उसे खिलाएं. उस के कामों में उसे प्रोत्साहित करें. उस के हर सफल काम पर बधाई दें. इस सब से वह प्राउड फील करेगा.

जब भी बौयफ्रैंड के साथ हों, उसे हंसाने का प्रयास करें. साथ घूमनेफिरने के समय को एंजौय करें. साथसाथ मूवी देखें, मैच देखें, पिकनिक स्पौट जाएं. इस से रिलेशनशिप स्पाइसी बनती है. साथ घूमतेफिरते उसे अपनी प्यारी सी स्माइल देती रहिए. उसे दिखाएं कि आप उस से बहुत ज्यादा प्यार करती हैं. दिन में एक बार लव मैसेज सैंड करें. इन बातों को फौलो करेंगी तो टैंशन फ्री रहेंगी और बौयफ्रैंड भी खुश रहेगा.

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