खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण कई बीमारी आज हमारे शरीर को कमजोर करने में लगी हैं. बीमारी के साथ – साथ पनप रही है कुछ परेशानियां जिसे समय रहते ठीक करना जरुरी हैं. इन परेशानियों में सबसे ज्यादा देखें जाने वाली समस्या हैं  प्रजनन क्षमता  की.

कहते हैं मोटापा बीमारियों का घर होता हैं. लोगो में जैसे जैसे मोटापा बढ़ता हैं वैसे वैसे हम बीमारी और परेशानी से खिर जाते है. डायबिटीज और कैंसर उन कुछ बीमारियो में से एक हैं. पर मोटापा के कारण प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती हैं. आजकल बहुत सारे कपल्स ऐसे मिलते हैं, जिनको तमाम प्रयास के बाद भी बच्चा नहीं होता है. इनमें से ज्यादातर कपल्स वो हैं, जिनमें पति या पत्नी में से कोई एक या दोनों मोटापे का शिकार हैं. आज हम आपको बताएंगे की कैसे मोटाप प्रजनन क्षमता प्रभावित करता है...

हार्मोन्स का असंतुलन

मोटापा महिलाओं और पुरुषों में हार्मनल असंतुलन का एक बड़ा कारण है. हार्मोनल असंतुलन के कारण पुरुषों में शुक्राणु प्रभावित होते हैं. जिससे अनेक प्रयास के बाद भी प्रजनन करने मां परेशानी पेदा होती हैं.

इंसुलिन की कमी

मोटापे के कारण शरीर में इंसुलिन बनने की प्रक्रिया धीरे हो जाती है, जिससे व्यक्ति को डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है.यह देखा जाता है की असंतुलित दिनचर्या इसका मुख्य कारण हैं.

इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का शिकार पुरुष

मोटापे के कारण शरीर में कई तरह के रोग जैसे- डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रौल और किडनी की समस्याएं हो जाती हैं, जिससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. लिंग में ठीक से ब्लड सर्कुलेशन न हो पाने के कारण कड़ापन नहीं बना रह पाता है, जिससे संबंध बनाने में परेशानी आती है. इससे भी पुरुषों की प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है.

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