मुनव्वर फारूकी ने अपने अतीत में बहुतकुछ बोला, पर अब वह सोशल मीडिया की विवादित पर्सनैलिटी बन चुका है. स्टैंडअप कौमेडी से चर्चाओं में आने के बाद मुनव्वर ‘लौकअप’ और ‘बिग बौस’ जैसे बड़े रिऐलिटी शोज जीतने में कामयाब रहा. शायर व सिंगर के रूप में पहचान बनाने वाला मुनव्वर अब प्लेबौय की इमेज भी बना चुका है. ये ‘‘वो था तूफान, जो दस्तक दे कर आया था, अकेला था, लगा था लश्कर ले कर आया था. वो पूछेंगे किस की है ये लोहे जैसी लेगैसी, कहना वो डोंगरी वाला आग ले कर आया था.’’

लाइनें हैं फेमस रिऐलिटी शो ‘बिग बौस 17’ के विनर मुनव्वर फारूकी की. वही मुनव्वर जिस ने कंगना रनौत के रिऐलिटी शो ‘लौकअप रूम’ की ट्रौफी भी जीती थी. मुनव्वर स्टैंडअप कौमेडियन है, सिंगर है, शायर है, रैपर है. अब जबकि मुनव्वर ने बिग बौस 17 की ट्रौफी जीत ली है तो उसे किसी पहचान की जरूरत नहीं है.

जीतने के बाद जब वह डोंगरी गया तो हजारों की भीड़ ने ऐसा उस का स्वागत किया जैसे वह कोई बड़ा नेता या ऐक्टर हो. किस ने सोचा था कि गुजरात के जूनागढ़ का एक लड़का इतना बड़ा खिताब जीत जाएगा. शायद किसी ने भी नहीं. लेकिन कहते हैं, ‘मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिन के सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है.’

दंगों की आंच भी झोली मुनव्वर फारूकी ने अपने इन्हीं हौसलों की बदौलत वह मुकाम पा लिया जिस का सपना सभी ने कभी न कभी देखा होता है. मुनव्वर का यह सफर आसान नहीं था. यहां तक पहुंचने के लिए उस ने कई मुश्किलों का सामना किया. 2002 के गुजरात दंगों में जलने वाले घरों में एक घर मुनव्वर का भी था. वही दंगा जिस की चपेट में हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई.

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