बौलीवुड एक्टर संजीव कुमार की एक्टिंग के लोग आज भी दीवाने हैं. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1960 में की थी. बौलीवुड में कई सारी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय करने वाले संजीव कुमार का निधन 6 नवंबर 1985 को हुआ था. उनका असली नाम हरीहर जेठालाल जरीवाला था. उन्होंने 22 साल की उम्र में ही बड़े पर्दे पर ओल्ड मैन का किरदार निभाया था. उन्हें 1970 में फिल्म 'खिलौना' से पहचान मिली थी.

इसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आए. उन्होंने 1973 में हेमा मालिनी को शादी के लिए प्रपोज किया था लेकिन हेमा ने उनके प्रपोजल को ठुकरा दिया था. हेमा के बाद उनका नाम एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित के साथ जुड़ा था लेकिन उन्होंने किसी से भी शादी नहीं की. उनको पहली बार 1976 में हार्ट अटैक आया था. इसके बाद 1985 में मेजर हार्ट अटैक आया जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई. उस वक्त वह केवल 47 साल के थे.

संजीव कुमार ने 'शोले' में 'ठाकुर' का रोल निभाया था. इसके अलावा वह 'सीता और गीता', 'मनचली', 'आप की कसम' में भी नजर आए थे. संजीव कपूर ने केवल बौलीवुड ही नहीं बल्कि तमिल, तेलुगु, सिंधी, मराठी, पंजाबी और गुजराती फिल्मों में भी काम किया है. वे 2 बार नेशनल अवौर्ड से सम्मानित किए जा चुके संजीव कुमार के जीवन में एक वक्त ऐसा आया जब अमिताभ, धर्मेंद्र जैसे स्टार्स भी इस सोच में पड़ जाते थे कि कहीं संजीव के साथ कोई सीन न करना पड़ जाए.

संजीव कुमार भले ही 1985 में सबको अलविदा कह गए हों लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उनकी 10 फिल्में रिलीज हुईं थीं. उनकी आखिरी फिल्म 1993 में रिलीज हुई थी. यह फिल्म 'प्रोफेसर की पड़ोसन' थी. भले ही संजीव कुमार का करियर और जीवन छोटा रहा हो लेकिन अपने इस करियर में उन्होंने हर तरह के किरदार निभाए, हीरो से लेकर विलन तक, बड़े आदमी का रोल, या फिर कोई कौमेडी रोल. उन्होंने खुद की एक्टिंग के हर रंग को दिखाया.

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