यह दोनों ग्रुप देश भर की उन युवा लड़कियों के लिए प्लेटफौर्म के रूप में कार्य करेंगे जो एक कलाकार बनने के अपने सपने को पूरा करना चाहती है और टीवी, थियेटर, फिल्म और अन्य विधाओं में अपना नाम रोशन करना चाहती हैं. फाइनल ग्रुप की 12 से 20 वर्ष की आयुवर्ग की लड़कियों की आई हजारों एंट्रीज में 50 लड़कियों का चयन करने के लिए देश भर में कई चरणों में औडिशन आयोजित किया जा रहा है.
इसी सिलसिले में टीवी सेलिब्रेटी और अभिनेता रणविजय सिंह , टीवी सेलिब्रेटी हिना खान ,वाईकेबीके 48 एंटरटेनमेंट के सीईओ रोहित बख्शी समेत वाईकेबीके चेयरमैन योशिया कातोह वगैरह दिल्ली आये.
एमटीवी पर आने वाले शो हीरोहोंडा रोडीज के सीजन 1 के विजेता और उस के बाद लगातार इस शो के होस्ट रणविजय सिंह युवाओ में खास तौर पर लोकप्रिय हैं. वीजे ,होस्ट और एक्टर रणविजय सिंह जब मुंबई आए थे तो किसी को नहीं जानते थे. उन्होंने अकेले ही इस सफर की शुरुआत की. वे एक सेल्फ मेड इंसान हैं जिन का कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं रहा .पेश है इसी इवेंट के दौरान रणविजय सिंह से की गई बातचीत के मुख्य अंश:
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1. आप लोगों ने कम एज की लड़कियों को ही यह चुनौती देने का फैसला क्यों लिया?
क्यों कि कम उम्र की लड़कियों को आसानी से मोल्ड किया जा सकता है.वे जिस उम्र में है इस वक्त यदि उन्हें प्रॉपर न्यूट्रिशन, एजुकेशन और गाइडेन्स दिया जाए तो उन का बेस्ट निकला जा सकता है.
2. यदि आप रोडीज़ में नहीं आते तो क्या कर रहे होते?
यदि मैं रोडीज में नहीं आता तो फौज में होता. मेरे पिताजी भी फौज में थे. हमारे परिवार का मैं 6th जेनेरशन होता जो फौज में जाता. मुझे ख़ुशी है कि मैं ने अपने परिवार को ऐसे बहुत से ऐसे एक्सपीरियंस दिए हैं जो पिछले 5 जेनेरशन ने नहीं दिए.
3. आप का इस फील्ड में आना कैसे हुआ ?
आप ने एसएसबी यानी सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के बारे में सुना होगा. कंबाइंड डिफेंस सर्विस यानी सीडीएस का एग्जाम देने के बाद मैं ने एसएसबी क्लियर कर लिया. मेरा मेडिकल भी क्लियर हो चुका था. ज्वाइन करने में 2 महीने बाकी थे सो मैं ने सोचा की इस बीच रोडीज़ का अनुभव लेता हूँ वैसे भी मुझे बाइक लेने की बहुत इच्छा थी सो सोचा कि एक पंथ दो काज हो जाएगा.
4. आज के समय और पहले यानी आप के समय के रोडीज में आप क्या अंतर महसूस करते हैं ?
उस समय रोडीज़ उतना बड़ा प्लेटफार्म नहीं हुआ करता था. नया शो था. किसी को पता नहीं था. मैं ने तो सोचा था कि मजे करेंगे. एक नया एक्सपीरियंस होगा. मुझे बाइक चाहिए थी सो मैं रोडीज में आया ताकि बाइक जीत सकूँ. वह समय और था.
मगर अब जो लोग आते हैं वे आते ही काफी फेमस हो जाते हैं. अब यह काफी बड़ा और फेमस प्लेटफार्म बन गया है. इस में हमारी मेहनत लगी है. मैं ने 16 साल लगाए हैं. अब यहाँ कंपटीशन भी बढ़ गया है. ऑडिशन में बहुत सारे लोग आते हैं. शो खत्म होतेहोते कैंडिडेट्स स्टार बन जाते हैं. कम से कम पॉपुलर तो हो ही जाते हैं. यदि आप मेहनत करने को तैयार हैं तो रियलिटी शोज आप को एक परफेक्ट प्लेटफॉर्म देते हैं.
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5. ‘रोडीज’ में खास तौर पर क्या परखा जाता है?
यहाँ हम मुख्य रूप से कैंडिडेट्स के मानसिक और शारीरिक शक्ति को परखने का प्रयास करते हैं. इसी वजह से यह शो युवाओं में काफी लोकप्रिय है. उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिलता है.
Edited by – Neelesh Singh Sisodia