संगमा की शिकायत
मेघालय: यहां के मुख्यमंत्री रह चुके और कांग्रेस के दिग्गज नेता मुकुल संगमा ने 19 अप्रैल को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावों से ठीक पहले देश की सिक्योरिटी को मुद्दा बनाया है जबकि पिछले 5 साल में आतंकवादी हमलों में 177 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मुकुल संगमा का दावा है कि केंद्र सरकार के रवैए ने जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर क्षेत्र, छत्तीसगढ़ और दूसरे राज्यों में हालात को गंभीर बना दिया है. इस से ज्यादा समस्याएं पैदा हुई हैं. ज्यादा लोगों में अलगाव बढ़ा है. भाजपा को भरोसा है कि धर्म कथाओं की तरह एक झूठ को 1000 लोग 1000 बार दोहराएंगे तो वह सच हो ही जाएगा.
राबड़ी की चिंता
पटना: बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी और राष्ट्रीय जनता दल की उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने 20 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी पर उन के पति और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जहर देने की साजिश रचने का आरोप लगाया. अपने ट्विटर हैंडल पर डाले गए एक मिनट के वीडियो में राबड़ी देवी ने कहा कि अगर लालू प्रसाद यादव के साथ कुछ भी गलत होता है तो बिहार और झारखंड की जनता सड़कों पर उतरेगी. चारा घोटाले के मामले में कुसूरवार ठहराए जाने के बाद रांची, झारखंड की एक जेल में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव का इसी शहर के बड़े अस्पताल में कई बीमारियों के लिए इलाज चल रहा है.
एप ने फंसाया
हैदराबाद: विवादित एप ‘टिकटौक’ पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और राज्य के लोगों को भलाबुरा कहने और बेइज्जत करने के आरोप में आंध्र प्रदेश के एक छात्र को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के मुताबिक, 20 साल के आरोपी ने 14 अप्रैल को ‘टिकटौक’ पर यह वीडियो अपलोड किया था, जो वायरल भी हो गया था. तेलंगाना राष्ट्र समिति विद्यार्थी विभागम के नेता वी. राम नरसिम्हा गौड़ की शिकायत पर 20 अप्रैल को भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और सूचना व प्रौद्योगिकी अधिनियम में मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2 स्मार्टफोन भी जब्त किए. अगर इसी तरह के मामले ‘चौकीदारों’ के खिलाफ दर्ज किए जाएं तो आधे भाजपा भक्त बंद हो जाएं, पर कहा जाता है न कि जब सैयां भए कोतवाल…
प्रज्ञा झगड़ालू रही है
रायपुर: 21 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह शुरू से ही झगड़ालू रही है. उस ने 19 साल पहले यहां चाकूबाजी की थी, मारपीट की थी और वह छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी. प्रज्ञा सिंह ठाकुर साल 2008 में हुए मालेगांव बम धमाके के मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर चल रही हैं.
एक भी वोट नहीं
श्रीनगर: 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग हुई थी. तब जम्मूकश्मीर की मुख्यमंत्री रह चुकी महबूबा मुफ्ती के गढ़ और अनंतनाग लोकसभा सीट के तहत आने वाले बिजबेहरा विधानसभा क्षेत्र में सब से ज्यादा 40 वोटिंग सैंटर ऐसे थे जहां एक भी वोट नहीं पड़ा था. बिजबेहरा महबूबा मुफ्ती का गृह निर्वाचन क्षेत्र है, जहां 93,289 लोगों के लिए 120 वोटिंग सैंटर बनाए गए थे. शाम 4 बजे वोटिंग खत्म होने तक कुल 2 फीसदी वोटरों ने ही वोट डाले थे. कश्मीरी लोगों का एक बड़ा हिस्सा अभी भी चुनावों में भाग लेने को तैयार नहीं है.
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आखिर मिला इंसाफ
अहमदाबाद: सुप्रीम कोर्ट ने 23 अप्रैल को साल 2002 में हुए गुजरात दंगों की पीडि़ता बिलकिस याकूब रसूल को 50 लाख रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और घर देने का आदेश दिया. उन दंगों के दौरान बिलकिस के साथ भीड़ ने गैंगरेप किया था, जबकि तब वह पेट से थी. इतना ही नहीं, भीड़ ने उस के परिवार के कई सदस्यों को भी मार दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को इस मामले में गलत जांच करने में कुसूरवार पाए गए पुलिस वालों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने के बाद उन पर तुरंत सजा लागू करने का आदेश दिया. काश, हर पुलिस वाले की ज्यादती पर इस तरह का मुआवजा मिलना शुरू हो जाए.
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‘आप’ का घोषणापत्र
नई दिल्ली: 25 अप्रैल को आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए दिल्ली में अपना घोषणापत्र जारी करते हुए पढ़ाईलिखाई, सेहत, महिलाओं की हिफाजत, प्रदूषण, सीलिंग, परिवहन वगैरह से जुड़े कई वादे किए. लेकिन ऐसे ऐलान करते हुए आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि ये वादे दिल्ली के पूर्ण राज्य बनने के बाद ही पूरे होंगे. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए वे नरेंद्र मोदी के अलावा किसी को भी समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन बदले में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले. वैसे, आम पार्टी के जीतने के आसार न के बराबर हैं, क्योंकि उस के वोट बंट कर कांग्रेस को चले जाएंगे.
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मायावती और सीबीआई जांच
लखनऊ. मायावती सरकार के समय साल 2010-11 में 7 बंद चीनी मिलों को बेचने में हुए घोटाले में 26 अप्रैल को सीबीआई लखनऊ की ऐंटी करप्शन ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की. इस के अलावा 14 दूसरी चीनी मिलों की बिक्री को ले कर 6 अलगअलग आरंभिक जांच दर्ज की गईं. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 12 अप्रैल, 2018 को 21 चीनी मिलों की बिक्री में हुई गड़बडि़यों के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. चीनी मिलों को बेचने में हुए घोटाले के चलते प्रदेश सरकार को 1,179 करोड़ रुपए के राजस्व का घाटा हुआ था. ऐन चुनावों के समय यह जांच करना क्यों जरूरी था, यह न पूछें. निचलीपिछड़ी जातियों के गठबंधन को चोट पहुंचाने की हर कोशिश जरूरी है न.
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जांच पर लगाई रोक
चेन्नई: 5 दिसंबर 2016 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता की राज भरे माहौल में मौत हो गई थी. इस के बाद तब के उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम मांग करने लगे थे कि जयललिता की मौत की जांच होनी चाहिए. उन्होंने तब कहा था कि जयललिता की मौत से पहले उन से मिलने की किसी को इजाजत नहीं थी. जयललिता की सहयोगी शशिकला ही अस्पताल में उन के पास थीं, जिस पर सवाल खड़े हुए थे. लेकिन 26 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने जे. जयललिता की मौत की वजहों की जांच कर रहे आयोग की कार्यवाही पर रोक लगा दी. जयललिता कैसे मरीं, यह कोई पूरी तरह नहीं बताना चाहता.
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मुनमुन के बिगड़े बोल
आसनसोल. 29 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के तहत 5 जिलों में 8 लोकसभा सीटों के लिए हुई वोटिंग के दौरान वहां हिंसा हुई. आसनसोल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल में आसनसोल से भाजपा उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो की कार पर हमला भी हुआ. आसनसोल से तृणमूल की उम्मीदवार मुनमुन सेन से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि थोड़ी हिंसा तो होगी ही, जैसे सब जगह होती है… आज मुझे सुबह की चाय देर से मिली… मैं काफी देर से सो कर जगी तो मुझे नहीं पता कि क्या हुआ है.