चलिए मान लेते हैं कि आप को पहली नजर का पहला प्यार हो गया है. दिनरात रोमांस और करवटें बदलने में गुजर रहे हैं. उन्हें हर दिन देखने के लिए इंतजार करना मुश्किल हो रहा है. आप के दिल और दिमाग में घर कर चुके उस प्यार को अब जीवनसाथी बना ही लिया जाए, ऐसा सोच रहे हैं.
लेकिन जरा आप अपने दिमाग के रोमांटिक घोड़े को लगाम दीजिए और यह तो चैक कर लीजिए कि जिसे आप प्यार करती या करते हैं, वह भी आप को प्यार करता है या फिर आप उस के लिए महज खेलने का सामान ही हैं.
मतलब, जब उसे सैक्स करना हो तभी आप की याद आती हो, ऐसा तो नहीं है? यह हो भी सकता है और नहीं भी, क्योंकि प्यार और वासना में फर्क करना आसान नहीं होता, इसलिए आप का प्यार भी कहीं प्यार और वासना के बीच उलझन में तो नहीं है? यह जानने के आसान तरीके हैं:
अंखियों में न झांके सैयां
पहली नजर का प्यार आंखों से ही शुरू होता है और वासना के पुजारी की पकड़ भी आंखों से ही होती है. अगर आप को लगता है कि आप का प्यारा सा प्यार आप की आंखों में झांकने में फेल हो जाता है तो समझ जाइए कि उसे आप से नहीं, बल्कि आप के शरीर से प्यार है.
दरअसल, रिलेशनशिप ऐक्सपर्ट भी यह मानते हैं कि हमारी आंखें किसी की नीयत समझने के लिए खिड़की जैसी होती हैं. जब कोई आप को प्यार करता है, तो वह आप की आंखों में बेझिझक देखेगा और अपने दिल की बातें जाहिर कर देगा, लेकिन अगर आंखों में देखने के बजाय उस की नजर आप के शरीर
के दूसरे हिस्सों जैसे उभार, कूल्हे, जांघ वगैरह पर टिकी हैं तो आप उस के लिए प्यार नहीं, बल्कि सैक्स की भूख मिटाने का आसान रास्ता हैं.
सैक्स खिलौना हैं आप
अंजलि और दीपक में बेइंतिहा मुहब्बत थी. कम से कम अंजलि तो ऐसा ही सोचती थी. यह पहली नजर का प्यार नहीं था, बल्कि दोस्ती ने इश्क की राह पकड़ी थी.
पर धीरेधीरे अंजलि को लगने लगा कि दीपक उसे नहीं, बल्कि उस के बदन को चाहता है. वह जब भी दीपक से मिलती है, वह उस के साथ जिस्मानी रिश्ता बनाने को बेताब रहता है.
जबकि ऐसा माना जाता है कि दोस्ती पर आधारित हर रिलेशनशिप की बहुत मजबूत बुनियाद होती है. जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आप उस के दोस्त जरूर होते हैं. दोस्तों की तरह अपने लव पार्टनर के साथ घूमनाफिरना पसंद करते हैं. उस के साथ हंसीमजाक करते हैं. जरूरत पड़ने पर एकदूसरे के लिए हमेशा खड़े होते हैं.
अगर आप की रिलेशनशिप में से दोस्ती के पहलू को हटा दें तो फिर आप का संबंध उस के साथ सैक्स के खिलौने सरीखा हो जाता?है, जिस में हावी रहने वाला पार्टनर दूसरे साथी को सैक्स की भूख मिटाने का खिलौना ही समझता है.
एक दिन अंजलि ने जब दीपक से पूछा तो दीपक ने चौंकाने वाला जवाब दिया. ‘‘यार, जब तुम सामने होती हो तो मुझे सैक्स के अलावा कुछ भी नहीं सूझता है. मुझे लगता है कि मैं तुम्हें पूरी तरह से पा लूं. मेरा प्यार तुम्हारे शरीर से आगे बढ़ ही नहीं पाता है.’’
जब रिलेशनशिप में ऐसा दौर आता है तो एक पार्टनर मालिक और दूसरा पार्टनर नौकर की तरह हो जाता है. वहां उन की रिलेशनशिप गड़बड़ा जाती है.
अगर आप का पार्टनर आप से दोस्त की तरह पेश नहीं आता है और प्यार के नाम पर आप से सैक्स करता?है, तो समझ जाइए कि आप का रिश्ता वासना की बुनियाद पर टिका है.
सैक्स का 2.0 तो नहीं
जब 2 लोग प्यार करते हैं, तब सैक्स सिर्फ एक जिस्मानी काम होता है. असली रिश्ता उस के बाद शुरू होता है और आप को इस का एहसास उस के छूने के तरीके, बांहों में भरने और चूमने के अंदाज से हो जाता है. रिश्ते में बस सैक्स ही हो तो यह एक रोबोटिक रिलेशन बन कर रह जाता है जहां हम मशीनी कमांड की तरह सिर्फ सैक्स को ही तरजीह देते हैं, इसलिए आप का प्यार अगर मशीनी होता जा रहा है, तो यह चिंता की बात है.
साथ ही, आप का साथी आप की राय की इज्जत करता है या नहीं? वह आप को भी सैक्सुअल सुख देने में दिलचस्पी रखता है या सिर्फ अपनी ही भूख मिटाता है? क्या वह सैक्स के पलों में ही जोश में या आप के साथ हंस कर पेश आता है? इस तरह की बातें भी तय करती हैं कि वह आप से प्यार करता है या उस के मन में वासना है.
सैक्स ऐक्सपर्ट मानते हैं कि सैक्स करने के बाद अगर आप का पार्टनर आप की जिंदगी से जुड़े असली मुद्दों पर ध्यान नहीं देता है और क्षणिक संतुष्टि पर फोकस रखता है, तो ऐसे रिश्ते का कोई भविष्य नहीं होता.
तू किसी और से तो मिल
जो इनसान सिर्फ आप के शरीर से प्यार करता है और इस रिश्ते को ले कर गंभीर नहीं है, वह अकसर आप को अकेले में ही मिलने के लिए जोर देगा यानी जब सैक्स की चाह होगी तो मिलेगा, लेकिन आप को अपने दोस्तों और परिवार से मिलाने से परहेज करेगा. हमेशा कोई न कोई बहाना बना कर अपने और आप के घर वालों से मिलने से बचेगा. सबकुछ राज भरा रहेगा. रिश्ते को निजी रखने की कोशिश का दिखावा कर आप को सब से अलग रखेगा और सैक्स का मजा लेगा इसलिए अगर आप का साथी आप के सामने अपने परिवार और दोस्तों की बात नहीं करता है तो यह प्यार नहीं है, बल्कि वासना है. दरअसल, उस की भावनाएं वासना की ओर हैं.
वह सिर्फ आप के शरीर से प्यार करता है और भावनात्मक जुड़ाव महसूस नहीं करता है.
उम्मीद है, आप इशारा समझ रहे होंगे और अगर ये ट्रिक्स आप ने पढ़ ली हैं तो काफी हद तक अंदाजा भी लगा लिया होगा कि आप का पार्टनर प्रेमी है या वासना का पुजारी.