सेक्स से जुड़ी बीती बातें पार्टनर को बताने से पहले पढ़ें ये खबर

क्या आपके पार्टनर को पता है कि आप आखिरी बार किसके साथ हमबिस्तर हुईं थीं? इससे भी प्रासंगिक सवाल यह है कि क्या उन्हें यह जानने की जरूरत है? ये दो महत्वपूर्ण सवाल हैं, जिनको लेकर महिलाओं (और पुरुष) के मन में अपने वर्तमान पार्टनर के साथ एक अच्छा सेहतमंद भावनात्मक और सेक्शुअल रिश्ता बनाए रखने के लिए खींचतान लगी रहती है.

क्या आपको अपने पार्टनर से सच्ची बातचीत के लिए अपने अतीत की सारी बातें उनके सामने खोलकर रख देनी चाहिए? या फिर अपने रिश्ते को खुशहाल बनाए रखने के लिए चुनकर बातें बतानी चाहिए? हमने काउंसलर्स और थेरैपिस्ट्स से बात की, ताकि आप दोनों स्थितियों में से चुनाव कर सकें.

शुरू से सच्ची रहें

रीमा शाह, क्लीनिकल साइकोलौजिस्ट, पुणे, कहती हैं,“शुरू से ही सच्चे रहना सबसे उपयुक्त है. आपका अतीत आपका हिस्सा है और उसके बारे में शर्मिंदा होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. यदि आपके पार्टनर को आपके अतीत से परेशानी है तो कम से कम आप शुरू से ही सबकुछ सोच-समझकर फैसला ले सकती हैं.”

जरूरत हो तभी कहें

डॉ मोहित शाह, कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट और साइकोथेरैपिस्ट, अनलिमिटेड पोटेंशियलिटीज, मुंबई, सचेत करते हैं,“आपको अपनी सेक्शुअल हिस्ट्री तभी शेयर करनी चाहिए, जब आपका पार्टनर सुनना चाहता हो. और अपनी बातें संक्षिप्त ही रखें. ‘अद्भुत’ या ‘लाजवाब’ जैसे शब्दों का प्रयोग न करें और अपनी अतीत की सेक्शुअल परफौमसेंस को लेकर शेखी न बघारें.”

कुछ बातों के लिए कहें ‘ना’

वहीं दूसरी ओर मुंबई की सीनियर कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट और थेरैपिस्ट, माइंडफ्रेम्स की डॉ शेफाली बत्रा का कहना है,“किसी भी रिश्ते के लिए संवाद बेहद अहम होता है; यह सलाह देना कि पार्टनर्स एक-दूसरे से चीजें छिपाएं, बिल्कुल गलत होगा, लेकिन बात जब सेक्शुअल हिस्ट्री की हो तो कुछ बातें हैं, जिन्हें न कहना ही बेहतर होगा. क्योंकि इससे आपको कोई फायदा नहीं होता. इसका मतलब यह नहीं कि आप झूठ कहें. पर अपने सेक्शुअल अतीत का पूरा बायो डेटा खोलकर रख देना भी कोई विकल्प नहीं है.”

पार्टनर और दोस्त में अंतर होता है

डॉ बत्रा इस ओर इशारा करते हुए कहती हैं कि अपने पार्टनर के साथ अपनी सेक्शुअल उपलब्धियों के बारे में बात करना, दोस्तों के सामने अपनी जीत का परचम लहराने से बिल्कुल अलग है. “दोस्तों के बीच आप अपने पूर्व प्रेमियों, सेक्शुअल पोजिशन्स इत्यादि के बारे में बातचीत कर सकती हैं, लेकिन कपल्स में यह पूरी तरह से आप दोनों के संवेदनशीलता और परिपक्वता पर निर्भर करता है. और यहां तक कि जो जोड़े बहुत करीब होते हैं, उनमें भी जलन की भावना होती है. इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता कि आप कितनी खुली सोच रखती हैं, असल में तो आप इंसान ही हैं और जलन महसूस करना स्वाभाविक है.

अतीत के सेक्शुअल अनुभवों की बातें करना आपके रिश्ते के बीच शक और द्वेष के बीज बोएगा. इसके अलावा, परिपक्व जोड़ों को इस तरह के सवाल पूछने ही नहीं चाहिए, क्योंकि कौन अतीत में रहना पसंद करेगा?” पूछती हैं डॉ बत्रा. “यह बिल्कुल निरर्थक बातचीत है, जो आपके रिश्ते को नुक़सान पहुंचा सकती है. यह तो ऐसा हुआ कि आप अपने पार्टनर से कह रही हों कि आपके भूतपूर्व प्रेमी का पीनिस उनके से बड़ा था-अब जब भी आप दोनों सेक्स करेंगे, तब उनके दिमाग में यह बात गूंजेगी कि उनका पीनिस उतना बड़ा नहीं कि वे आपको संतुष्ट कर सकें,” वे आगे जोड़ती हैं.

लेकिन यदि शेयर करना ही पड़े तो…

और हो सकता है कि जिज्ञासा हमारे कमजोर मानवीय दिमाग पर हावी हो जाए. अतः यदि आपको लगता है कि आप या आपके पार्टनर अपनी सेक्शुअल हिस्ट्री एक-दूसरे से बांटना चाहते हैं तो काउंसलर्स का कहना है कि आपको पहले खुद सचेत होना होगा. खुद से पूछें कि क्या आप तैयार हैं अपने पार्टनर द्वारा साझा की गई बातों को सुनने के लिए या क्या वे आपकी बातें सुन पाएंगे? डॉ बत्रा कहती हैं,“मैं सेक्शुअल हिस्ट्री को एक हौरर फिल्म मानती हूं-आपको लगता है कि आप इसे झेल सकती हैं, लेकिन बाद में रातों की नींद उड़ जाती है. और वह भी किसी अच्छी वजह से नहीं.”

सीधा और स्पष्ट

सीधे दो टूक बात करने में विश्वास रखती हैं तो इन नियमों का पालन करें:

  • याद रखें कि आप अपने अतीत की सेक्शुअल बातें अस्पष्ट तौर पर ग़ुस्से में सज़ा देने के लिए न कह रही हों. इस तरह की मानसिक लड़ाई आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती है.
  • यदि वे आपके खट्टे-मीठे सेक्शुअल अनुभवों के बारे में पूछ रहे हों तो इसके पीछे की उनकी भावना को समझें. आपको लगता है कि इससे समस्याएं बढ़ जाएंगी तो महत्वपूर्ण पहलुओं को शेयर करने से इनकार कर दें. जरूरत हो तो थेरैपिस्ट की मदद लें.
  • यदि आप दोनों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है तो इसके लिए सही समय चुनें. रात के डिनर के वक्त इस पर बात करें, ताकि आपके पास पूरी प्राइवसी हो.
  • पहले से सीमाएं तय कर लें, ताकि आप जिन बातों को शेयर करने में सहज हैं, केवल वही बातें करें.
  • याद रखें कि आप दोनों एक-दूसरे को कठोरता से जज न करें. एक-दूसरे को अपने अतीत में प्रवेश करने का मौका दें और अच्छे भविष्य की ओर आगे बढ़ें.

सिर्फ पत्नियों के लिए ही नहीं पतियों के लिए भी जरूरी है पार्लर जाना

सपना अपनी सहेली ज्योति की शादी में अपने पति के साथ गई. वहां ज्योति ने अपनी छोटी बहन आरती से सपना कोे मिलवाया तो वह बोली, ‘‘हैलो सपना दी, हैलो अंकल. सपना दी, क्या जीजाजी को साथ नहीं लाईं?’’

‘‘आरती, यही तो हैं सपना के पति. ये अंकल नहीं तुम्हारे जीजाजी हैं,’’ ज्योति ने बताया.

यह सुन कर आरती बोली, ‘‘सौरी सपना दी, मैं ने पहचाना नहीं.’’

फिर तो मियांबीवी दोनों ने बेमन से शादी अटैंड की और घर लौट आए. सपना को रहरह कर आरती की कही बात याद आती रही. इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लापरवाही की वजह से पुरुष अकसर उपहास का पात्र बन जाते हैं. ऐसा अकसर देखा जाता है कि फैस्टिवल हो या शादीब्याह का सीजन, महिलाएं तो निकल पड़ती हैं सुंदर दिखने की चाहत में, जबकि पति महोदय ‘हम ठीक लग रहे हैं’ की तख्ती गले में लटकाए फिरते हैं. और ऐसे में कहीं कोई और आरती जैसी उन्हें अंकल कह देती है तो मियांबीवी दोनों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंच जाती है और फंक्शन का सारा मजा किरकिरा हो जाता है. इसलिए जरूरी है कि उपहास का पात्र बनने से पहले ही ऐसी स्थिति न आए इस के लिए जागरूक रहा जाए.

आकर्षण दोनों के लिए जरूरी

सौंदर्य एवं आकर्षण को हमेशा से ही स्त्री से जोड़ कर देखा गया है. जबकि हकीकत तो यह है कि जिस तरह से पुरुष सुंदर स्त्री चाहता है, उसी तरह स्त्री भी यही चाहती है कि उस का साथी किसी भी माने में उस से या किसी और से कम न हो. इसीलिए मौजूदा समय में हर छोटेबड़े शहर में खुलने वाले यूनीसैक्स सैलून ऐसे हैं, जहां एक ही छत के नीचे पुरुष व महिला दोनों सुंदर दिखने की चाह को पूरा करते हैं. लेकिन बदलती तसवीर के बावजूद भी कई कपल ऐसे हैं, जो लकीर के फकीर बन कर बैठे हैं या तो अज्ञानता के कारण या फिर लोग क्या कहेंगे इस डर से और फिर गाहेबगाहे वे अपना मजाक बनवा लेते हैं.

सकरात्मक सोच अपनाएं

पति को सौंदर्य के प्रति जागरूक करने के लिए सकारात्मक सोच अपनाएं. उन्हें समझाएं कि जैसे वे आप को सजासंवरा देखना चाहते हैं, वैसे ही आप भी उन्हें स्मार्ट और हैंडसम देखना चाहती हैं. उन के ‘ना’ को ‘हां’ में बदलने के लिए प्यारभरी बातों का सहारा लें.

रिलैक्स थेरैपी

काम की आपाधापी, टैंशन आदि के कारण शरीर व दिमाग थकने लगता है, जिस के कारण उत्सव चाहे जो भी हो भारी लगने लगता है. इसीलिए बौडी व माइंड को रिलैक्स देने के लिए किसी अच्छे स्पा सैंटर में जा कर आप दोनों बौडी स्पा, सोना, पूल, स्टीम रूम और वर्लपूल जैसी सुविधाओं का लाभ उठाएं. इन से उन की बौडी रिलैक्स तो फील करेगी ही, उन में नई स्फूर्ति व ताजगी का संचार भी होगा. इस पौजिटिव चेंज के बाद वे अपने कायाकल्प के लिए आगे भी झिझकेंगे नहीं.

खुद करें पहल

पति की कायापलट करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि आप को क्याक्या तैयारी करनी है. मसलन, अगर उन के ड्रैसिंग स्टाइल में चेंज लाना है, तो उन की पसंद को ध्यान में रखते हुए ही आप कदम उठाएं. इस के लिए आप ड्रैस डिजाइनर कीहैल्प भी ले सकती हैं.

बौडी ऐक्सफोलिएशन

प्रदूषण के कारण पुरुषों में टैनिंग व डैड स्किन की समस्या बेहद कौमन होती है. त्वचा से डैड सैल्स की परत को हटाने के लिए ऐक्सफोलिएशन बेहद कारगर उपाय है. वैसे तो ऐक्सफोलिएशन ट्रीटमैंट सैलून में उपलब्ध है, लेकिन अगर आप चाहें तो घर पर भी अपने पतिदेव की नियमित रूप से स्क्रबिंग कर सकती हैं. मार्केट में कई ब्रैंड के बौडी स्क्रब उपलब्ध हैं, आप अपनी पसंद का उन में से कोई ले सकती हैं.

फेशियल

महिलाओं की तुलना में पुरुषों की त्वचा ज्यादा संवेदनशील होती है. उन की त्वचा ज्यादा ही रूखीसूखी होने के अलावा ब्लैक पोर्स, ब्लैक हैड्स और टैनिंग आदि से घिरी होती है. इसलिए उन की त्वचा के अनुरूप प्रोडक्ट व सर्विसेज मार्केट में उपलब्ध हैं. फेशियल द्वारा पुरुषों की स्किन को हैल्दी व ग्लोइंग इफैक्ट दिया जा सकता है.

पुरुषों की स्किन के अनुरूप कुछ खास फेशियल ये हैं:

बूस्ट फेशियल: इस को मिनी फेशियल भी कहा जाता है. अगर आप के पास बिजी शैडयूल के चलते समय की कमी है, तो रेडियंस बूस्ट फेशियल बेहतर औप्शन है. इस में क्लींजिंग, एक्फोलिएशन स्टीम, बूस्टिंग मास्क, टोनिंग, मौइश्चराइजिंग और शोल्डर मसाज की जाती है. इसे करवाने में तकरीबन 30-35 मिनट लगते हैं.

रिजेनिरेटिंग फेशियल: यह फेशियल हर प्रकार की स्किन के अनुकूल है. अगर आप पैचेज को लाइट करवाने के इच्छुक हैं तो यह फेशियल इस्तेमाल करें. यह सनडैमेज व पिग्मैंटेशन पैचेज के लिए भी बेहद कारगर है. इस में ड्यूल क्लींजिंग, स्टीम ऐक्सफोलिएशन, प्रैशर पौइंट मसाज, टैन रिमूविंग पैक, शोल्डर मसाज व सनप्रोटैक्शन वाला मौइश्चराइजर इस्तेमाल किया जाता है. इस में लगने वाला समय तकरीबन 1 घंटे का होता है. सूरज के हानिकारक प्रभाव से झुलसी त्वचा के लिए यह बेहद कारगर स्किन ट्रीटमैंट फेशियल है.

डर्मालौजिकल फेशियल: रूखीसूखी डिहाइड्रेट त्वचा के लिए डर्मालौजिकल फेशियल एकदम उपयुक्त फेशियल है. इस में सी माइल्ड क्लींजिंग, स्ट्रीम ऐक्सफोलिएशन, शोल्डर मसाज, फेशियल प्रैशर पौइंट मसाज, हाइड्रेटिंग मास्क, सीरम व स्कैल्प मसाज आती है. इस फेशियल का समय 1 घंटा रहता है.

ऐंटी ऐजिंग ट्रीटमैंट

ऐंटी ऐजिंग ट्रीटमैंट की बात करें तो स्किनपील, लेजर स्किन रिसर्फेसिंग, बोटोक्स ट्रीटमैंट, डर्माबे्रजन, कोलाजन ट्रीटमैंट व कौस्मैटिक सर्जरी पुरुषों के लिए समान रूप से कारगर है. लेकिन ये ट्रीटमैंट महंगे व कुशल डाक्टर की देखरेख में हीप्रभावशाली परिणाम देने वाले होते हैं.

हेयरकट व हेयरस्टाइलिंग

पिछले कुछ सालों से पुरुषों में हेयरकट व हेयरस्टाइलिंग को ले कर काफी क्रेज व बदलाव देखा जा रहा है. इस की शुरुआत आमिर खान की फिल्म ‘तारे जमीं पर’ की हेयरस्टाइल से हुई. फिर इन्हीं की फिल्म ‘गजनी’ के इन के लुक, सलमान के फिल्म ‘वीर’ के लुक, रितिक रोशन के फिल्म ‘जोधा अकबर’ के बैंगबैंग लुक व योयो हनी सिंह आदि के स्टाइलिश लुक का क्रेज सिर चढ़ कर बोला. इसी में बाउंस हेयर, ऐंगुलर फ्रिंज व डीप हेयरकट प्रमुख हैं.

प्रोडक्ट्स

बालों को वाल्यूम व मनपसंद स्टाइल देने के लिए मार्केट में कई हेयरस्टाइलिंग प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. इन का इस्तेमाल आप अपनी जरूरत के हिसाब से आराम से कर सकते हैं: पौलिश स्पे्र: बालों में चमक बढ़ाने के लिए इस का प्रयोग किया जाता है.

जैल व क्रीम: बालों में वेट लुक के लिए जैल व बालों को घना दिखाने के लिए क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है.

ऐरोसोल स्प्रे: बालों को परफैक्ट बाउंस देने के लिए ऐरोसोल हेयर स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है.

मूस: बालों को ब्लो ड्राइंग व स्कं्रच करने के लिए मूस का इस्तेमाल किया जाता है. मार्केट में अलगअलग कंपनी के स्टाइलिंग प्रोडक्ट उपलब्ध हैं.

मैनिक्योर पैडिक्योर

ज्यदातर पुरुषों के हाथपैर रूखे, बेजान व भद्दे से दिखाई देते हैं. फिर वे चाहे कितने ही अच्छे कपड़े क्यों न पहने, उन के हाथपैर उन के आलसी व बेढंगेपन का भंडा फोड़ देते हैं. इसलिए किसी नेल सैलून में जा कर क्यूटिकल को रिमूव करवाएं व नेल्स को ट्रिम करवा कर अपने हाथपैरों की खूबसूरती बढ़ाएं. कई पुरुषों के नाखून बहुत हार्ड होते हैं, जो अंदर ही अंदर धंस कर दर्द पैदा कर देते हैं. इसलिए नेल सौफ्टनर का इस्तेमाल कर के नाखूनों को नरम बना कर काट लें. इस के अलावा जैल, औयल, स्पा व वैक्स मैनिक्योर पैडिक्योर करवाएं.

हेयर रिमूवल

हेयर रिमूवल से मतलब बिकनी, आर्म्स व लैग्स वैक्सिंग से नहीं है. बल्कि कितनी ऐसी जगहें होती हैं जहां पर आप का ध्यान नहीं जाता, लेकिन देखने वाले उन्हें नोटिस जरूर कर लेते हैं. जैसे कानों के ऊपर, नाक के किनारों पर व हेयरकट के बाद गले के आसपास बेतरतीब छोटेछोटे बाल और अंडरआर्म्स के बाल जिन के कारण बदबूदार पसीने और संक्रमण के कारण भी पुरुष बेढंगे व बैरोनक नजर आते हैं. इन्हें आसानी से ट्रिम व रिमूव करवाया जा सकता है, जिस से आप दोनों की जोड़ी भी हिट नजर आए.

रखें उन की पसंद का खयाल

माना कि आप उन की पर्सनैलिटी को निखारने की कोशिश कर रही हैं, मगर इस बात का ध्यान रखें कि उन की पसंद को अनजाने में ही आप नजरअंदाज न कर दें. हम बात कर रहे हैं ड्रैसिंग सैंस की. महिलाओं और पुरुषों के डै्रसिंग सैंस बिलकुल अलगअलग होता है, इसलिए अपनी पसंद उन पर थोपने से अच्छा है कि आप काउंटर बौय या गर्ल की मदद लें. ऐसा करने से आप के पतिदेव को अपने ऊपर कुछ थोपा हुआ महसूस नहीं होगा. इस फैस्टिवल सीजन में अपने साथसाथ अपने पतिदेव का भी रूप निखार के आप पा सकती हैं लोगों की तारीफ का अवार्ड, जो फैस्टिवल सीजन में आप की खुशियों में चार चांद लगा देगा.

प्यार में जरूरी है किसिंग

संसार भर के सारे चिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और दार्शनिकों का यह मानना है कि एक प्यारभरा किस दिल को फिर से जवान बना देता है और 2 लोगों के बीच की दूरियों को मिटा देता है. प्यार  में मिठास घोलनी है तो किस करना भी जरूरी है. यदि किसी उदास मन को एक पल का स्नेहिल प्यारभरा किस दिया जाए तो यह उस की मनोदशा को भी सुधार सकता है. एक अध्ययन में कहा गया है, जो युगल नियमित रूप से एकदूसरे को प्यार से किस कर अपना प्रेम जाहिर करते हैं. वे औरों से अधिक आत्मविश्वास से भरे रहते हैं. इस के अलावा स्वास्थ्य की दृष्टि से भी किस का बहुत महत्त्व है. चुंबन युवा होने का प्रतीक है, इसी कारण प्यार को सशक्त बनाने में इस की लोकप्रियता बहुत ज्यादा है.

यों किसिंग करना तो एक क्षणिक घटना है पर इस का स्रोत कोई निरंतर बहता प्रेम  झरना है जो 2 जीवों के साथ  झर झर कर बह रहा है. कुछ पलों के बाद जब किस करने का यह दस्तूर पूरा हो जाता है तब भी वह प्रेम तो वहां रह ही जाता है जैसे हवा कभी खिले फूल को छू कर गुजर जाती है तो आगे जाने पर भी उस की बदलीबदली महक में वह फूल देर तक रहता है. किस करने के बाद भी जो बचा रह जाएगा वह है अनुभूति. यह एहसास सर्वव्यापी है.

प्रेम को सम झने के लिए जरूरी है किस को सम झना. भंवरे का हौले से फूल को छू लेना, हवा का समंदर की सतह चूम कर लहर पैदा करना, बूंद का धरा को अभिवादन और धरा का बूंद को अपने आंचल में जगह देना यह सब इतने सुंदर प्रतीक हैं कि प्रेमिल नजरें रखने वाले इन्हें न केवल देख सकते बल्कि महसूस भी कर सकते हैं.

मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि कुछ सैकंड ही सही, लवेबल किस के लेनदेन के दौरान जब आप की आंखें बंद होती हैं तो उस अंधकार में आप के सभी अनुभव और ज्यादा गहरे हो जाते हैं क्योंकि बंद आंखों से यह संपूर्ण अनुभव और बढ़ जाता है. आंखें बंद कर के जोड़े खुद के ज्यादा करीब आ जाते हैं. बंद आंखों से एकाग्रता बढ़ जाती है, दूसरी चीजों में ध्यान नहीं बंटता. खुली आंखों की अपेक्षा बंद आंखों में आप अपने प्रेमी की आंतरिक ऊर्जा के थोड़े ज्यादा नजदीक होते हैं. व्यक्ति अगर लिप किस करता है तो निश्चित है कि अब उस से आगे भी वह जाएगा. तो किस एक शुरुआत होती है और आंखें बंद कर दोनों व्यक्ति आगे का इमेजिनेशन कर रहे होते हैं. अगर आंखें बंद न हों तो यह कन्फर्म है कि उस पल का कोई मजा नहीं ले सकता.

किसिंग केवल प्रेम करने की कला नहीं, बल्कि यह विशुद्ध विज्ञान भी है. एक किस के दौरान शरीर की लगभग डेढ़ सौ मांसपेशियां सक्रिय होती हैं. तो, किस एक तरह का व्यायाम भी है. इस संदर्भ में कितने ही शोध हुए हैं. उन में ये बातें सामने आईं कि जिन के दांपत्य जीवन में नियमित किस की जगह होती है वे दूसरों के मुकाबले ज्यादा खुश व सेहतमंद रहते हैं. ऐसे प्रेमी जोड़े तनाव से भी बचे रहते हैं. यह तो सिद्ध हो चुका है कि किस करने से दिमाग में तनाव के लिए जिम्मेदार कोरटिसोल हार्मोन कम होता है और सिरोटोनिन का स्तर बढ़ता है. यह थकान को दूर करता है. यों किस का मतलब समर्पण है, फिर भी इस के कई दूसरे फायदे भी हैं :

1. मिलती है आंतरिक खुशी

प्यार में किस करने से रक्तप्रवाह अच्छा हो जाता है. साथ ही, यह अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन इंडोर्फिन को बढ़ाता है. इस से प्रेमी कुछ ही पलों के बाद अच्छा महसूस करने लगते हैं. यह एक स्ट्रैस बस्टर है. अपने पार्टनर को बांहों में भरें और उन्हें प्यार से किस करें, देखिए आप का तनाव कैसे गायब होता है.

2. स्वस्थ रहने के लिए जरूरी

यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. इस से आप का शरीर आसानी से संक्रमण की चपेट में नहीं आता. किस करने से दांतों में होने वाली कैविटी भी धीरेधीरे ठीक हो जाती है क्योंकि किस के दौरान मुंह की लार तेजी से बनती है जो दांतों की कैविटी को ठीक करती है.

3. प्यार के हार्मोन को बढ़ाए   

किस करने से शरीर में प्यार के लिए जरूरी माने जाने वाला हार्मोन औक्सिटोसिन के स्तर में इजाफा होता है. इस के अलावा इस से शरीर में होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है. किस के दौरान आप के मुंह में बनने वाली लार से दर्द को कम करने वाली एनस्थिटिक मिलती है. वहीं आप को आनंद प्रदान करने वाला डोपेमाइन तत्त्व भी सक्रिय हो जाता है.

4. रिश्ते में नजदीकियां

किस प्यार करने वालों को एकदूसरे के करीब लाती है और आपसी नजदीकियां बढ़ने लगती हैं. यह दोनों के रिश्ते को भी बहुत गहरा व मजबूत बनाता है और दोनों के बीच की हर तरह की दूरी को कम करता है.

हिंदी फिल्मों में तो किस करना छाया हुआ है. मिसाल के तौर पर, गीतों के ये मुखड़े कि-

‘‘तेरे चुंबन में च्यवनप्राश है…’’

‘‘जुम्मा चुम्मा दे दे…’’

‘‘होंठों से छू लो तुम…’’

‘‘छू लेने दो नाजुक होंठों को…’’

‘‘एक चुम्मा तू हम को उधार दे दे…’’

सौ फीसदी सच ही है कि हर किस अश्लील नहीं होता. यह प्रेम प्रदर्शित करने का  खूबसूरत माध्यम है. कई बार तो सार्वजनिक रूप से लिया गया स्नेहिल किस भी अशिष्ट नहीं होता.

5. सहज किस एक अनोखी खुशी

किसी अच्छी और सुहाती सी बात पर अचानक गाल या माथे पर लिया और दिया किस माहौल को खुशनुमा बना देता है.

6. परंपरा के लिए किया गया किस

संसारभर के अनगिनत आदिवासी समाजों में ऐसी प्रथा है जहां पर युवक को सब के सामने अपनी मंगेतर को किस करना होता है. अगर यह अभद्रता होती तो अनगिनत कबीले इस को आज तक क्यों निभाते? बस्तर के आदिवासी इलाके में जा कर देखिए और जानिए कि युवकयुवतियों में किस एक अभिव्यक्ति है. वहां अश्लील और ओछापन कहीं नहीं दिखता. बस, एक स्नेहिल अभिवादन किस के माध्यम से प्रकट किया जाता है.

7. भावनात्मक लगाव

किसी रिश्ते की शुरुआत करने के लिए आप माथे पर एक किस कर सकते हैं. किसी से दोस्ती होने पर ही इस तरह से प्रेम अभिव्यक्त किया जाता है. यह किस सच्चे रिश्ते के प्रति प्रेमी जोड़ों की अच्छी भावनाओं को दिखाता है.

8. हाथों पर किस

साथी के हाथ की हथेली के पीछे वाले हिस्से पर किस करना बेहद ही खास होता है. यह आपसी रिश्ते में छिपी इंटीमेसी को दिखाता है.

9. गालों पर किस 

गालों पर किसिंग मतलब है कि सामने वाला आप से बेहद प्यार करता है. अभिभावक भी अपने बच्चों को इस तरह से किस कर के अपने स्नेह की अंतरंगता व रिश्तों की गर्माहट को दिखाते हैं. पतिपत्नी के बीच यह किस रोमांस को बढ़ा देता है.

10. बंद आंखों पर किस

एकदूसरे की बंद आंखों पर किसिंग असुरक्षा से मुक्ति दिला कर सच्चा भरोसा उत्पन्न करता है. अपने प्यार को जताने का यह एक बेहद ही कारगर तरीका है. मां भी तो अकसर अपने बच्चों के सो जाने पर उन को इस तरह चूमा करती है.

11. प्यार जाहिर करने का बेहतरीन तरीका

जिंदगी रिचार्ज करता हुआ किस  कहता है कि मुबारक हो प्यार और जुड़ाव. किस करना जरूरी है क्योंकि इस से प्यार करने वालों का रिश्ता मजबूत होता है. किस केवल दो होंठों का ही मिलन नहीं बल्कि यह दो दिलों का मिलन है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें