इस मार्च में होली थोड़ा लेट है. एकदम आखिरी में. पर क्या फर्क पड़ता है. मस्ती का मौसम आने में कब देर लगती है. और फिर होली पर तो रंगों और पकवानों की ऐसी जुगलबंदी बैठती है कि कहने ही क्या. जुगलबंदी की बात छिड़ी है, तो होली की फुहार में डूबे हिंदी गानों का जिक्र करना तो बनता है.

होली तो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का सब से पसंदीदा त्योहार है. जब चलचित्र सफेदकाले रंग में लोगों का मनोरंजन करता था, तब से हिंदी गानों में होली का त्योहार मनाया जाता रहा है.

साल 1940 में ‘औरत’ नाम की एक फिल्म आई थी, जिस का गाना ‘जमुना तट श्याम खेले होली’ बड़ा यादगार रहा था. इसे हिंदी फिल्मों में होली का पहला गाना भी कहा जाता है. तब से आज तक होली के बहुत से गानों ने फिल्मों को मशहूर करने में बड़ी अहम भूमिका निभाई है. फिर भी बहुत से ऐसे गाने हैं, जो हर होली पर घरों में तेज आवाज में बजते सुनाई दे जाते हैं. इन में से ये 5 गाने तो सदाबहार हैं :

साल 1971 में ‘कटी पतंग’ नाम की एक फिल्म आई थी, जिसे शक्ति सामंत ने बनाया था. वैसे तो यह फिल्म कशमकश में फंसी एक लड़की की कहानी पर बनी थी, पर इस में होली का एक ऐसा रंगारंग गाना था, जिस ने होली प्रेमियों के दिलों में आज तक जगह बनाई हुई है. वह गाना था ‘आज न छोड़ेंगे बस हमजोली, खेलेंगे हम होली’. किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने इस गाने को अपनी आवाज दी थी. जब परदे पर इसे राजेश खन्ना गाते हैं, तो यह गाना अपनी उड़ान पर होता है. उन का डांस भी लाजवाब था.

अगला गाना तो कमाल कर गया था. साल 1975 में रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ का यह मस्ती भरा गाना ‘होली के दिन दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैं’ आज भी सुपरहिट है. किशोर कुमार और लता मंगेशकर के गाए व धर्मेंद्र और हेमामालिनी पर फिल्माए गए इस गाने को सुन कर होली के त्योहार पर लोगों के पैर खुद ब खुद थिरकने लगते हैं.

‘रंग बरसे भीगे चुनर वाली, रंग बरसे’ गाने के बारे में तो क्या ही कहा जाए. साल 1981 में यश चोपड़ा की विवादित फिल्म ‘सिलसिला’ का यह गाना पहले से ही लोकगीत के तौर पर गांवदेहातों में गाया जाता था, लेकिन कवि हरिवंश राय बच्चन के नाम से जब यह गाना फिल्म के परदे पर अमिताभ बच्चन ने गाया और उन के साथ संजीव कुमार, रेखा और जया बच्चन पर फिल्माया गया, तो यह सुपरहिट हो गया. भांग के नशे में झूमते अमिताभ बच्चन ने इस गाने को अमर बना दिया.

साल 1982 में गोविंद मुनीस की फिल्म ‘नदिया के पार’ का गाना ‘जोगीजी धीरेधीरे’ आज भी होली पर खूब बजता है. इस गाने को ठेठ देहाती माहौल में फिल्माया गया था. सचिन और साधना सिंह पर फिल्माए गए इस गाने में उन के देहाती डांस ने चार चांद लगा दिए थे.

अगला गाना भी अमिताभ बच्चन के नाम है. ‘होरी खेले रघुवीरा अवध में’ नामक इस गाने के बिना तो अब होली मानो अधूरी लगती है. फिल्म का नाम था ‘बागबान’. साल 2003 में आई रवि चोपड़ा की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी ने उम्दा काम किया था, जिस की बदौलत फिल्म ने कमाई भी अच्छीखासी की थी. पर इस गाने ने तो धमाल ही मचा दिया था.

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