मुंबई शहर में कई सारे लोग एक्टर बनने का सपना लेकर आते हैं. जिनमें से कुछ ही लोग होते हैं जो अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं . उन्हीं में से एक एक्टर जो की प्रसिद्ध एंकर भी हैं मनीष पॉल एक ऐसा जाना माना नाम है जिन्हें हर कोई पहचानता है. बस फर्क इतना है कि मनीष पॉल एक्टिंग से ज्यादा लोगों को हंसाने के लिए, कॉमेडी करने के लिए बतौर एंकर जाने जाते हैं. शायद ही कोई रियलिटी शो या अवॉर्ड शो होगा जिसके एंकर मनीष पॉल नहीं होंगे. क्योंकि मनीष पॉल ने अभी तक अनगिनत अवॉर्ड शो म्यूजिकल डांसिंग शोज़ की एंकरिंग करके अच्छा खासा नाम कमाया है. लेकिन यह बहुत कम लोग जानते हैं कि मनीष पॉल का एक्टर बनने का सपना अभी भी अधूरा है जिस को पूरा करने की कोशिश जारी है.. अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए मनीष एंकरिंग के साथ एक्टिंग के लिए भी अग्रसर रहते हैं. जिसके चलते हाल ही में  वह उनकी रिलीज फिल्म जुग जुग जियो में एक महत्वपूर्ण किरदार में नजर आए. अब मनीष पॉल एक बार फिर रफू चक्कर वेब सीरीज के जरिए लोगों को चौंका रहे हैं. क्योंकि इस सीरीज में मनीष पॉल ने पांच अलग किरदार निभाए हैं. जिसके लिए उन्होंने बहुत सारी तैयारी की है .10 से 15 किलो तक  वजन कम कर के और फिर वही वजन फिर से बढ़ाकर. इस सीरीज के लिए कई किरदार अदा किये  है. मनीष पॉल ने कोई कसर नहीं छोड़ी है अपने आप को बेहतर एक्टर प्रस्तुत करने के लिए. इसके अलावा भी मनीष पॉल सोनी चैनल पर प्रसारित कॉमेडी सर्कस, और कुछ फिल्मों में भी नजर आए हैं. पेश है मनीष पॉल जैसे बेहतरीन एक्टर एंकर और कॉमेडियन के साथ दिलचस्प बातचीत के खास अंश. ताजातरीन बातचीत के दौरान.

प्रश्न- आपकी ताजातरीन वेब सीरीज रफू चक्कर के लिए आप की काफी तारीफ हो रही है इसमें आपने कई तरह के किरदार निभाए हैं सुना है उसके लिए आपने मेहनत भी बहुत की है. क्या इस बारे में कुछ बताएंगे?

हा… रफूचक्कर मेरे लिए बहुत ही चैलेंजिंग रहा है. क्योंकि इसके लिए मुझे करीबन 20 किलो वजन बढ़ाना पड़ा. जो मैंने आज तक कभी नहीं किया. इसके बाद मुझे रफूचक्कर का ही दूसरा किरदार निभाने के लिए मुझे फिर से अपना उतना ही वजन कम करना पड़ा . क्योंकि वह मेरा दूसरा गेटअप था. इस वेब सीरीज में मेरा एक नहीं बल्कि पांच अलग-अलग रूप हैं. जो  मुश्किल और चैलेंजिग भी है. खास तौर पर जब मैंने बूढ़े का किरदार निभाया . तो वह मेरे लिए और सबसे ज्यादा मुश्किल था. क्योंकि उसमें मेरा मेकअप बहुत मुश्किल और तकलीफ देह था. लेकिन इन सबके बावजूद जब मुझे दर्शकों का अच्छा रिस्पांस मिला तो मैं अपनी सारी तकलीफ भूल गया .एक एक्टर के तौर पर मुझे रफ़ूचक्कर में अपना किरदार निभाकर अभिनय संतुष्टि मिली. 

प्रश्न – दिल्ली से मुंबई तक का आपका सफर काफी मुश्किल और संघर्ष मय रहा है .इस दौरान क्या कभी आपको निराशा हुई?

निराशा तो नहीं बोल सकते कभी-कभी परेशान जरूर हो जाता था. जब आर्थिक तंगी के चलते संघर्ष के दौरान काफी कुछ झेलना पड़ता था. जैसे कि अब तक के कैरियर में मुझे जो भी काम मिला मैंने वह किया.. शूटिंग स्थल तक पहुंचने के लिए पैसों के अभाव के चलते मैं कई घंटों चलता रहता था ताकि रिक्शा बस का पैसा बचा सकूं. फन रिपब्लिक सिनेमा की सीढ़ियों पर बैठकर लोगों को फोन किया करता था. ताकि मैं ऑडिशन दे सकूं और काम पाने के लिए निर्माताओं से मिल सकूं. मैंने काफी समय यश राज स्टूडियो के बाहर जो सैंडविच वाले होते हैं उनके पास एक सैंडविच खा कर पूरा दिन गुजार कर भी मुश्किल वक्त गुजारा है. लेकिन इस बीच कभी भी मैं पूरी तरह से निराश नहीं हुआ. और ना ही मैंने यह सोचा की अब और नहीं होगा . यानी कि मैंने कभी भी हार नहीं मानी. क्योंकि मेरे साथ मेरी मां पिता का पूरा सपोर्ट था. मेरी पत्नी संयुक्तता जो मेरी बचपन की दोस्त भी है ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया. घरवालों के मेंटल सपोर्ट की वजह से ही मैं जिंदगी में आगे बढ़ पाया. उन्हीं की बदौलत मैंने छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक लंबा सफर आसानी से तय कर लिया. मुझे पहला शो संडे टैगो में एंकरिंग करने का मौका मिला. उसके बाद मैंने रेड़ियो जॉकी औऱ वीडियो जॉकी बन कर कई सारे शोज किए. उसके बाद राधा की बेटियां कुछ कर दिखाएंगी , घोस्ट बना दोस्त, जिंदादिल जैसे सीरियलों में काम किया। सारेगामा लिटिल चैंप्स में बताओ एंकर काम करने का मौका मिला. उसके बाद अक्षय कुमार कैटरीना कैफ की फिल्म तीस मारखा में रोल निभाने का मौका मिला . आखिरकार बतौर हीरो मिकी वायरस फिल्म करने का मौका मिला. जो मेरे लिए बहुत बड़ा मौका था.

प्रश्न – पहली फिल्म मिकी वायरस की असफलता ने क्या आपको आहत किया?

जब हम किसी चीज के लिए मेहनत करते हैं. और हमारी उससे कई सारी उम्मीदें जुड़ी होती हैं. तो दुख तो होता ही है लेकिन फिल्म फ्लॉप होने के बावजूद मैंने हार नहीं मानी. और ना ही मैंने टीवी छोड़ा. जब मैंने मिकी वायरस फिल्म साइन की थी . तो मुझे कई लोगों ने बोला कि मैं टीवी मैं काम करना बंद कर दू . लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. मैंने कभी भी बड़े पर्दे के लिए छोटे पर्दे को नजर अंदाज़ नहीं किया. और मेरी इसी अच्छाई ने बड़े पर्दे की तरफ बढ़ने के लिए मेरा साथ दिया. मिकी वायरस की असफलता के बावजूद जुग जुग जियो में मुझे अच्छा और बड़ा रोड मिला जिसका मुझे फायदा भी हुआ मुझे लोगों ने बतौर एक्टर पसंद किया. और मुझे अच्छे-अच्छे रोल ऑफर होने लगे. जिनमें से एक रफू चक्कर वेब सीरीज है. 

प्रश्न – दिल्ली से मुंबई जब भी कोई लड़का एक्टर बनने आता है तो कोई ना कोई बड़ा हीरो उसका आइडियल होता है. ऐसे में आप सबसे ज्यादा कौन से हीरो से प्रभावित थे?

मैं अमित जी का बहुत बड़ा फैन हूं. मेरा सौभाग्य है कि मुझे अपने जन्मदिन पर उनका आशीर्वाद  मिल जाता है. अमित जी के साथ मुझे थोड़ा भी स्क्रीन शेयर करने को मिलता है तो मैं गदगद हो जाता हूं. अमित जी के अलावा अनिल कपूर और अक्षय कुमार भी मेरे बहुत फेवरेट है. उनके साथ काम करने में अलग ही मजा आता है.

प्रश्न – बतौर एंकर आप काफी लोकप्रिय है आप की कॉमेडी टाइमिंग बहुत अच्छी है .आप ही की तरह भारती सिंह और कपिल शर्मा भी बहुत अच्छी एंकरिंग करते हैं. ऐसे में क्या आप उनको अपना प्रतिद्वन्दी मानते हैं

नही ..बिल्कुल नहीं. भारती सिंह तो मेरी बहन जैसी है. हम दोनों ने साथ में संघर्ष किया है कई शोज में हम दोनों दर्शकों के बीच फंस जाते थे.  तो हमे वहां से सरपट भागना पड़ता था. संघर्ष के दिनों से लेकर आज तक भारती और मैंने एक दूसरे का हमेशा साथ दिया. हमने कई सारे कॉमेडी एक्ट कॉमेडी सर्कस शो में किए हैं .जो दर्शकों द्वारा काफी पसंद किए गए. कपिल शर्मा भी मेरे भाई जैसा है हमारे बीच में कोई जलन या प्रतिद्वंदिता नहीं है. हम एक दूसरे की इज्जत करते हैं. और हमेशा एक दूसरे के काम भी आते हैं.

प्रश्न -एक कॉमेडियन के लिए गंभीर रोल करना कितना मुश्किल होता है ? जबकि वह अपनी कॉमेडी में टाइप्ड हो चुका हो. जैसे कि आप की पहली फिल्म मिकी वायरस फ्लॉप रही. जबकि जुग जुग जियो में आप की कॉमेडी को पसंद किया गया?

हां आप सही कह रही हैं. लोगों को यह बात बिल्कुल भी हजम नहीं होती की एक कॉमेडियन या हंसाने वाला एंकर गंभीर रोल भी अच्छे से निभा सकता है. अपने आपको अच्छा एक्टर साबित करने के लिए एक कॉमेडियन को एक्टर से भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. मैंने भी ऐसा ही किया. जिसके चलते रफू चक्कर में गंभीर किरदार में भी लोगों ने मुझे पसंद किया. मैं मुंबई एक्टर बनने आया था और मेरी आखिर तक कोशिश रहेगी कि मैं अपने आपको दर्शकों की नजर में अच्छा एक्टर साबित कर सकूं.

प्रश्न -आजकल इंडस्ट्री में गुटबाजी का चलन है. किसी ग्रुप में जुड़े रहने से फिल्मों में काम पाना आसान हो जाता है. क्या आप कभी किसी ग्रुप में शामिल हुए?

नहीं मैं किसी भी गैंग या  ग्रुप का हिस्सा नहीं हूं. मेरे सभी के साथ अच्छे संबंध रहे हैं. शाहरुख सलमान अक्षय सभी से मुझे प्यार और सम्मान मिला है. एंकरिंग की वजह से मेरे सभी के साथ बहुत अच्छे रिश्ते हैं. मेरा मानना है अच्छा काम मुझे तभी मिलेगा जब या तो मेरे नसीब में होगा, या मेरी मेहनत रंग लाएगी. गुटबाजी करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा. इससे बेहतर है मैं अपने काम पर ध्यान दू.

प्रश्न -आपने अपने कैरियर की शुरुआत सन 2002 में की थी आज 2023 में आप अपने आप को कितना संतुष्ट पाते हैं?

मैं अपने अब तक के कैरियर से बहुत खुश हूं. इतने लंबे कैरियर के बाद भी आप लोग मुझे देखना चाहते हैं. मुझे पसंद करते हैं. आज भी मुझे काम मिल रहा है, मेरे काम की सराहना भी हो रही है, पारिवारिक, मानसिक और आर्थिक तौर पर मैं स्थिर और संतुष्ट  हूं. एक समय में खाने के लिए पैसे नहीं थे. आज घर गाड़ी पैसा सब कुछ है. अपनों और दर्शकों का प्यार है. इससे ज्यादा क्या चाहिए.

प्रश्न -आपने एक शो भी किया था अपने नाम से . मूवी मस्ती विद मनीष पॉल, उससे आपको कितना फायदा मिला?

मेरा वह शो बहुत ही मजेदार था. लेकिन उसके लिमिटेड एपिसोड थे इसलिए ज्यादा नहीं आगे बढ़ा पाए. यह गेम शो फिल्मों पर आधारित था, जिसमें आए कलाकार भी जवाब नहीं दे पा रहे थे. क्योंकि मैं खुद फिल्मी कीड़ा हूं. मुझे फिल्मों से प्यार है. इसीलिए मुझे यह शो करने में बहुत मजा आया था.

प्रश्न – आपका परिवार आपकी पत्नी कभी सोशल मीडिया पर नजर नहीं आती. क्या आप नहीं चाहते कि आपकी फैमिली सोशल मीडिया पर नजर आए?

नही ऐसी कोई बात नहीं है. मेरे परिवार शो बिजनेस से दूर रहता है. मैं अपने परिवार को साल में एक बार लंबी छुट्टियों पर घुमाने ले जाता हू.

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