नलिनी का पति के प्रति प्यार, निष्ठा, सेवा सुशांत को मौत के मुंह से बाहर निकाल लाई. लेकिन सुशांत ने उस के इस उपकार का फल दिया तिरस्कार, उपेक्षा, नफरत से. क्या नलिनी को पति की यह बेरुखी स्वीकार हो सकी?