अगर आप भी रहती हैं लिव इन रिलेशनशिप में तो हो जाइए सावधान क्योंकि ये आपकी जिंदगी के लिए गलत और खतरा भी हो सकता हैं क्योंकि आजकल भले ही ये आम बात हो लेकिन आप आगे जाकर पछता सकती हैं क्योंकि ज़माना इतना ज्यादा खराब हो गया है कि आप भी इस जाल में फंस कर खुद की जिंदगी बर्बाद कर लेती हैं…और केवल अपनी जिंदगी ही नहीं बल्कि अपने साथ कई लोगों को जिंदगी भर का गम दे जाती हैं….लेकिन जब तक आपको इस बात का एहसास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है….आप वो सब कुछ हार चुकी होती हैं जो आपको दुबारा नहीं मिलता कभी……
1. अक्सर लिव इन रिलेशनशिप में लड़कियां लड़कों के साथ रहती हैं माता-पिता तक की बात नहीं सुनती लेकिन लड़का जब उसे छोड़ देता है(क्योंकि ऐसे संबंध टूटने की नौबत ज्यादातर पुरुष की तरफ से ही होती है) तब उसे एहसास होता है कि उसने कितनी बड़ी गलती की अपने मां-बाप की बात न सुनकर लेकिन तब तक आप उन्हें दर्द दे चुकी होती हैं…जिससे वो जिंदगी भर उभर नहीं पाते क्योंकि समाज में वो मुंह दिखाने लायक नहीं रहते हैं….उन्हें बुरा लगता है बाहर निकलने में भी….जिंदगी में घुट-घुट कर जीने लगते हैं उनकी जिंदगी एक बोझ बन जाती है…..और ये सिर्फ लड़की ही नहीं बल्कि लड़के के परिवार के साथ भी होता है…..लेकिन जिंदगी तो एक लड़की की ही बर्बाद होती है.
2. अक्सर लिव इन रिलेशनशिप में बच्चें भी जन्म ले लेते हैं लेकिन जब लड़का इसके लिए रेडी नहीं होता तो एक जिंदगी को दोनों मिलकर इस दुनिया में आने से पहले ही खत्म कर देते हैं जो कहीं से भी सही नहीं होता आखिर क्यों? अपनी गलतियों की सजा उस बेजान को क्यों जो इस दुनिया में अभी आया ही नहीं है.
3. अक्सर बच्चे पैदा भी हो जाते हैं अगर तो चूंकि बिना शादी के दो लोग साथ रहते हैं तो इस बात का डर हमेशा रहता है कि कब न रिश्ता टूट जाए क्योंकि कोई शादी के बंधन में बंधे नहीं होते हैं और ना ही कोई कमिटमेंट होता है और जब रिश्ता टूटता है तो ऐसे में उस बच्चे का भविष्य खराब होता है और कभी-कभी तो ऐसा होता है कि उस बच्चे को लोग अनाथालय में दे देते हैं और खुद उस जिम्मेदीरी से पल्ला झाड़ लेते हैं.भला ये हक आपको किसने दिया कि आप उस बच्चे की जिंदगी खराब करें.
4. बिना शादी के एक साथ रहने पर अक्सर आप एक-दूसरे को छोटे-छोटे ताने मारते हैं आप एक-दूसरे की जिंदगी में ज्यादा दखल नहीं देते…किसी का भी एक-दूसरे पर कोई एहसान नहीं होता है और नाही एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं…छोटी-मोटी बातों पर अक्सर झगड़े होते हैं और फिर एक दिन वो उनका रिश्ता टूट जाता है क्योंकि ऐसे रिश्ते का कोई भविष्य नहीं होता.
5. ऐसे रिश्ते को भले ही कानून ने मंजूरी दी हो कि दो लोग आपस में जब तक चाहे रह सकते हैं क्योंकि वो बालिग है उनका अपना फैसला है लेकिन ऐसे रिश्ते समाज नहीं अपनाता और ये स्वीकृत भी नहीं है….समाज कभी भी इस रिश्ते को वो आदर वो सम्मान नहीं देता जो एक वैवाहिक संबंध से जुड़ने वाले रिश्ते को देता है.क्योंकि ये प्रथा पश्चिमी देशों में ज्यादा चलन में है.विदेशों में होता हैं ऐसा.जिसे अब भारतीयों ने भी अपना लिया है.