खेलों का महाकुंभ ओलम्पिक हर चार साल पर होता है मगर कोरोना कोविड 19 वायरस महामारी के कारण 2020 मे इसका आयोजन अंततः स्थगित हो गया था. 23 जुलाई को इसका इतिहासिक शुभारंभ हुआ. मानव सभ्यता में ओलंपिक का एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है इस दफा इसलिए भी कि आश्चर्यजनक तरीके से यह ओलंपिक की 125 वीं ऐतिहासिक वर्षगांठ भी है.

यह सच है कि अगर कोरोना के कारण 2020 में ओलंपिक का आयोजन हो जाता है तो यह 125 वां साल ओलंपिक के इतिहास में दर्ज नहीं हो पाता.

वस्तुत:ओलम्पिक खेलों का आयोजन सन् 1896 मे यूनान की राजधानी ऐथेंस मे हुआ था.और इसका "ओलम्पिक नामकरण" ओलम्पिया पर्वत पर खेले जाने के कारण रखा गया था. तब से लेकर आज तलक ओलम्पिक खेलों की यशस्वी परंपरा अबाध गति से चली आ रही है.

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उल्लेखनीय है कि ओलम्पिक ध्वज की पृष्ठभूमि सफेद है,सिल्क के बने ध्वज के मध्य मे ओलम्पिक प्रतीक के रूप में पांच रंगीन छल्ले नीला-यूरोप,पीला-एशिया,काला-अफ्रीका ,हरा -आस्ट्रेलिया,लाल-उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका को एक-दूसरे से मिले हुए दर्शाए गए है जो विश्व के पांच महाद्वीपों के प्रतिनिधित्व करने के साथ ही मुक्त स्पर्धा का प्रतीक है.

2021 मे खेले जाने वाले ओलम्पिक की शुरुआत जापान के टोक्यो शहर से 23 जुलाई 2021को आरंभ हो गई है. दुनिया भर में बड़े ही रोमांच के साथ देखा जा रहा है.इस दफा का जो ओलम्पिक 32 वां ओलम्पिक है.

टोक्यो मे खेले जाने वाले ओलम्पिक मे 206 देशों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।इसमे लगभग 11,000 से अधिक एथलीट भाग ले रहे हैं.इस ओलम्पिक में 33 खेलों की स्पर्धा होगी.

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