अपनी सैक्स लाइफ को ऐंजौय करने के लिए यह जानना आप के लिए बेहद जरूरी है. सैक्स पतिपत्नी के बीच प्यार का ही एक हिस्सा है. सैक्स सचमुच आनंददायक होता है. इस के तमाम शारीरिक और मानसिक लाभ हैं. इस से तनाव तो दूर होता ही है, साथ ही मूड भी अच्छा रहता है. मगर कभी सैक्स मजे के बजाय सजा लगने लगता है खासकर महिलाओं को. इस का मुख्य कारण सैक्स के दौरान या बाद में होने वाला दर्द या खिंचाव होता है.

एक सर्वे के अनुसार लगभग 75% महिलाएं अपनी जिंदगी में कभी न कभी इस समस्या का अनुभव जरूर करती हैं. इस का परिणाम यह होता है कि दर्द और खिंचाव के कारण महिलाओं में सैक्स के प्रति अरुचि हो जाती है. उन्हें सैक्स से डर लगने लगता है और सैक्स के लिए पार्टनर को मना भी कर देती हैं.

सैक्स के दौरान या बाद में कोमल अंगों में होने वाले खिंचाव या दर्द के अनेक कारण हैं. इन कारणों को जान कर उन्हें दूर करने की कोशिश की जाए तो सैक्स की सजा को मजे में बदला जा सकता है.

वैजाइनल इन्फैक्शन

वैजाइनल इन्फैक्शन बहुत ही कौमन समस्या है. इस में यीस्ट इन्फैक्शन का भी समावेश होता है. किसी न किसी प्रकार का वैजाइनल इन्फैक्शन महिलाओं को उन की जिंदगी में होता रहता है, जिस में व्हाइट डिस्चार्ज का भी समावेश होता है. सामान्य रूप से वैक्टेरियल, यीस्ट अथवा यौन संचारित इन्फैक्शन से सैक्स के दौरान दर्द या खिंचाव हो सकता है. सामान्य रूप से इस का मुख्य लक्षण तरल का वैजाइना में से डिस्चार्ज होना है.

वैजिनिस्मस

वैजिनिस्मस एक ऐसी स्थिति होती है, जिस में योनि की मांसपेशियों में खिंचाव होता है. ऐसा होने के पीछे का मुख्य कारण चोट होता है. इन में जब सैक्स किया जाता है तो वैजिनिस्मस के कारण दर्द हो सकता है. अनेक तरह की थेरैपी ले कर इसे दूर किया जा सकता है.

गर्भाशय की समस्या

गर्भाशय की समस्याओं में फाइब्रौयड्स का समावेश होता है, जो डीप सैक्स के कारण दर्द का कारण बन सकता है. ऐसा ही कुछ ग्रीवा का भी है. डीप और अधिक पेनीट्रेशन के कारण ग्रीवा की समस्या या दर्द हो सकता है.

ऐंडोमिट्रिओसिस

सैक्स के दौरान या बाद में खिंचाव होने के अनेक कारणों में से एक कारण ऐंडोमिट्रिओसिस भी है. वास्तव में यह वह स्थिति है जब ऐंडोमिट्रिओसिस गर्भाशय के बाहर विकसित होता है. ऐंडोमिट्रिओसिस गर्भाशय का टिशू होता है. जिन महिलाओं को यह समस्या होती है वे मासिकधर्म में भी इस समस्या का अनुभव करती हैं और सैक्स के समय भी.

सैक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफैक्शन

सैक्सुअली ट्रांसमिशन इन्फैक्शन को संक्षेप में एसटीआई के रूप में जाना जाता है. इस इन्फैक्शन में गुप्तांगों में मसा, दाद, चोट अथवा अन्य बीमारियां भी हो सकती हैं, जो बाद में दर्द की वजह बनती हैं.

दवाओं का सेवन

ऐसी तमाम दवाएं हैं, जो सैक्सुअल इच्छा को कम कर सकती हैं. इन में बर्थ कंट्रोल पिल्स का भी समावेश होता है. इसी के साथ पेनकिलर दवाएं भी सैक्स की इच्छा को कम करती हैं. मैडिकल और सर्जिकल स्थिति में भी इसे प्रभावित कर सकती हैं जैसेकि डायबिटीज, थायराइड और कैंसर आदि. इन से भी आप को सैक्स के दौरान दर्द और खिंचाव हो सकता है.

पार्टनर की सैक्सुअल समस्या

अगर पार्टनर को किसी तरह की सैक्सुअल समस्या होती है तो आप को सैक्स को ले कर चिंता हो सकती है. अगर पार्टनर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दवाएं ले रहा होता है तो उसे और्गेज्म में देर लग सकती है. इस से सैक्स तकलीफ भरा हो सकता है. कभी पार्टनर के साथ कोई समस्या हो या तनाव हो तो सैक्स के दौरान या बाद में दर्द या खिंचाव हो सकता है.

अंडाशय की समस्या

इस समस्या में ओवेरियन सिस्ट का समावेश होता है, जो सैक्स के दौरान अथवा बाद में दर्द और खिंचाव का कारण बनता है.

पेल्विक इंफ्लैमेटरी डिजीज

इस समस्या में अंदर के टिश्यूज बहुत ही बुरी तरह फूल जाते हैं और सैक्स के दौरान दबाव के कारण बहुत तेज दर्द का अनुभव कराते हैं.

चिंता या तनाव

अगर आप के दिमाग में किसी तरह का डर, चिंता, शर्म-संकोच या अन्य कोई मुश्किल हो तो आप को सैक्स के दौरान या बाद में दर्द हो सकता है. जब आप का मन शांत न हो तो इस का परिणाम दर्द या खिंचाव हो सकता है. इस के साथ तनाव या थकान सैक्स की इच्छा पर अपना प्रभाव डाल सकता है.

दर्द या खिंचाव दूर करने के उपाय

लुब्रिकेंट्स का उपयोग: अगर सैक्स के दौरान वजाइना में जलन या दर्द हो रहा है तो पानी में घुल जाने वाले लुब्रिकेंट्स का प्रयोग कर सकती हैं. सिलिकौन वाला लुब्रिकेंट्स भी एक अच्छा विकल्प है, परंतु कंडोम के साथ पैट्रोलियम जेली, बेबी औयल आदि का प्रयोग न करें.

सैक्स का उचित समय

सैक्स के दौरान और बाद में होने वाला

दर्द या खिंचाव दूर करने के लिए सैक्स के

लिए उचित समय तय करें. सैक्स के लिए ऐसा समय पसंद करें, जब आप और आप का

पार्टनर थका और तनाव में न हो. इसी के साथ पार्टनर के साथ बातें करें कि आप को कहां खिंचाव और दर्द होता है. इसी के साथ आप को जो शारीरिक गतिविधियां आनंद देती हों, उस के बारे में बताएं.

डाक्टर की सलाह ले: तनाव, चिंता या अवसाद की स्थिति में भी ऐसी समस्या हो सकती है. अगर आप किसी तरह की दवा ले रही हैं तो इस समस्या का शिकार बन सकती हैं. दवा तो अचानक बंद नहीं की जा सकती, इसलिए डाक्टर की सलाह अवश्य लें.

 

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...