सैक्स सुखदायक है पर इन बातों पर भी गौर करें

सैक्सोलौजिस्ट डा. चंद्रकिशोर कुंदरा के मुताबिक, ‘प्रेमीप्रेमिका के बीच सैक्स संबंध स्थापित करने के लिए भौतिक, रासायनिक व मनोवैज्ञानिक कारक ही जिम्मेदार होते हैं. सैक्स ही एक ऐसी सरल क्रिया है जो प्रेमीप्रेमिका को एकसाथ एक ही समय में पूर्ण तृप्ति देती है.’

सैक्स की संपूर्णता प्रेमिका के बजाय प्रेमी पर निर्भर करती है, क्योंकि प्रेमी ही इस की पहल करता है. प्रेमिका सैक्स में केवल सहयोग ही नहीं करती बल्कि पूर्ण आनंद भी चाहती है. अकसर प्रेमीप्रेमिका सैक्स को सुखदायक मानते हैं, लेकिन कई बार सहवास ऐंजौय के साथसाथ कई समस्याओं को भी सामने लाता है. अनुभव के आधार पर इन को दूर कर प्रेमीप्रेमिका सैक्स का सुख उठाते हैं.

शरारती बनें

सैक्स को मानसिक व शारीरिक रूप से ऐंजौय करने के लिए प्रेमीप्रेमिका को शरारती बनना चाहिए. उत्साह, जोश, तनावमुक्त, हंसमुख, जिंदादिल, शरारती प्रेमीप्रेमिका ही सैक्स को संपूर्ण रूप से भोगते हैं.

आत्मविश्वास की कमी न हो

कई बार आत्मविश्वास की कमी हो जाती है. प्रेमी सैक्स के समय उतावलेपन के शिकार हो कर सैक्स के सुखदायक एहसास से वंचित रह जाते हैं.

सैक्स संबंध बनाते समय प्रेमीप्रेमिका के मन में यदि पौजिटिव सोच होगी, तभी दोनों पूर्ण रूप से संतुष्ट हो पाएंगे और सैक्स में कभी कमजोर नहीं पड़ेंगे.

पोर्न फिल्मों से प्रेरित न हों

प्रेमीप्रेमिका अकसर पोर्न फिल्में देख कर, किताबें पढ़ कर सैक्स में हर पल लिप्त रहने की कोशिश करते हैं. अत्यधिक मानसिक कामोत्तेजना की स्थिति में शीघ्रपतन व तनाव में कमी हो जाती है.

सैक्स में जल्दबाजी

कई बार सैक्स में प्रेमीप्रेमिका जल्दबाजी कर जाते हैं. शराब पी कर सैक्स करना चाहते हैं जोकि ठीक नहीं है. हमेशा मादक पदार्थों से दूर रहें. सैक्स के दौरान प्रेमिका ही मादकता का काम करती है.

बढ़ाएं शारीरिक आकर्षण

सहवास के लिए प्रेमी का शारीरिक आकर्षण, स्मार्टनैस, सैक्सी लुक, साफसफाई काफी महत्त्वपूर्ण है. पुरुषोचित्त गुण के साथसाथ गठीले बदन वाले चतुर सुरुचिपूर्ण वस्त्र, रसिक स्वभाव के प्रेमी ही सैक्स में सफल होते हैं.

रोमांटिक स्वभाव रखें

प्रेमिका सहवास के दौरान चाहती है कि उस का प्रेमी रोमांस व ताजगी द्वारा उसे कामोत्तेजित करे. अत: रोमांस की बातें कर सैक्स को सुखदायक बनाएं.

जब सैक्स का मौका मिले

प्रेमीप्रेमिका अकसर सैक्स के लिए मौके की तलाश में रहते हैं. जैसे ही उन्हें मौका मिलता है, वे एकदूसरे में समाने के लिए बेताब हो जाते हैं, लेकिन इस दौरान कई बार ऐसे अचानक किसी का दरवाजा खटखटाना व फोन की घंटी बज जाती है. ऐसी बाधाओं को दूर कर सहवास को मानसिक व शारीरिक रूप से सुखदायक बनाएं.

ब्रेकअप से बचना हैं तो गर्लफ्रेंड को ने दें ऐसे compliments

अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो जाहिर सी बात है कि आपकी पार्टनर आपसे तारीफ जरूर सुनना पसंद करेगी, लेकिन कभी कभी पार्टनर ऐसे कॉम्प्लीमेंट दे देता है जिससे रिलेशन में ब्रेकअप तक बात पहुंच जाती है, तो ऐसे में हमेशा याद रखने वाली बातें हैं कि आप अपने पार्टनर को ऐसे कॉम्प्लीमेंट दें. जिससे आप उनके दिल को खुश कर सकेंगे न कि अपना ब्रेकअप करा दें. तो आज हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसे कॉम्लीमेंट्स के बारे में बताएंगे जिसे आप जीवन में कभी अपनी पार्टनर का दिल नहीं दुखाएंगे.

1. मेरी एक्स से ज्यादा तुम केयरिंग हो

लड़के अक्सर कॉम्पलिमेंट देते है कि मेरी एक्स से ज्यादा तुम केयरिंग हो, जो बात लड़कियों को कभी पसंद नहीं आती है कि आप अपने पार्टनर को उसकी एक्स से कंपेयर करों. क्योकि अगर आपने ऐसा कॉम्प्लिमेंट दिया तो आपकी गर्लफ्रेंड का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाएगा. इसलिए कभी भी ऐसा कॉम्प्लिमेंट देने से बचें. आप इसकी जगह ये कह सकते है कि ‘मुझे आज तक तुमसे केयरिंग गर्लफ्रेंड नहीं मिली.’ या फिर ‘थैंक गॉड….मुझे इतनी केयरिंग गर्लफ्रेंड मिली.’

2. आज तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो

ये सब बातें काफी कौमन है और लड़कियां ऐसी बातें सुनने में ज्यादा इंट्रस्टीड नहीं होती है. जिसे लगभग हर कोई अपनी गर्लफ्रेंड से कह देता है. अगर आप बोलना ही चाहते है तो इस कॉम्प्लिमेंट को थोड़ा इस तरह से बोलें कि… ‘तुम आज भी हमेशा की तरह बहुत ब्यूटीफुल लग रही हो.’ इससे आपकी गर्लफ्रेंड खुश भी हो जाएगी.

3. तुम गुस्से में काफी प्यारी लगती हो

यह कॉम्प्लिमेंट देकर आप गर्लफ्रेंड के गुस्से को और भी भड़का सकते हैं, क्योंकि गुस्से में उस बात के असली मतलब की तरफ ध्यान नहीं जाएगा. वो उस बात को पकड़ सकती है कि मतलब कि ‘मैं सिर्फ गुस्से में ही प्यारी लगती हूं, वैसे नहीं’ मैं तो आपके कॉम्प्लिमेंट का मतलब समझ सकता हूं, लेकिन गुस्से वाली गर्लफ्रेंड को उसका सही मतलब समझाने में आपको पसीने तक आ सकते हैं, इसलिए गुस्से में कोई भी कॉम्प्लिमेंट देने की जगह उसे चुप कराने की कोशिश करें. जब वो नॉर्मल हो जाए, तो हंसी लाने के लिए नीचे दिया कॉम्प्लिमेंट ट्राय कर सकते हैं. ‘अरे, तुम तो रोते हुए भी काफी प्यारी लगती हो!’

4. आज तो तुम्हारी ड्रेस काफी स्टाइलिश है

गर्ल्स किसी भी चीज को खरीदने में समय इसलिए लगाती हैं, क्योंकि वे मैटेरियल, रंग, क्वालिटी आदि चेक करती हैं. अगर आपकी गर्लफ्रेंड स्टाइलिश ड्रेस पहनकर आए और उसकी तारीफ में आपने बोल दिया, कि आज तुम्हारी ड्रेस काफी स्टाइलिश है. तो उसके गुस्से का कारण आप है, कि गर्ल्स अपनी ड्रेस के लिए काफी अवेयर होती हैं. हमेशा मैचिंग के शूज या सैंडिल, एसेसरीज आदि मिलाकर ही पहनती हैं. अब ऐसे में आप बोलेंगे उनकी ड्रेस आज काफी स्टाइलिश है, तो वो उनके दिल को दुखा सकती है. इसकी बजाय आप बोलें कि ‘हमेशा कि तरह तुम इस ड्रेस में भी काफी स्टाइलिश लग रही हो.’

5. तुम अपनी फ्रेंड से ज्यादा सुंदर हो

आप ये कहने की गलती कभी मत करना कि तुम अपनी फ्रेंड से ज्यादा सुंदर हो, इसका मतलब है कि आपका उसकी फ्रेंड पर भी ध्यान है और आप अपने पार्टनर की तुलना उससे कर रहे हो. इसका दूसरा मतलब ये भी हो सकता है कि आप उनकी दोस्त का निर्दार कर रहे है और वो अपनी फ्रेंड के लिए हर्ट फील कर रही है. इसलिए उनकी फ्रेंड को उनसे कम सुंदर बताने की जगह आप ये कह सकते हैं, कि ‘तुम काफी खूबसूरत हो.’  इस कॉम्प्लिमेंट से न आपने किसी की तुलना की और गर्लफ्रेंड की तारीफ भी कर दी.

पति-पत्नी के रिश्ते में कायम रखें रोमांस

सुमित और पूजा के विवाह को हुए 10 साल बीत चुके हैं. लेकिन दोनों के बीच का प्यार देख कर लगता है जैसे कुछ ही अरसा हुआ है. दोनों का कहना है कि आज भी दोनों अपने रिश्ते में वही ताजगी और नयापन महसूस करते हैं जैसे शुरुआती दिनों में. दरअसल, उन्होंने अपने रिश्ते को बो िझल नहीं बनने दिया. एकदूसरे की खुशी का खयाल रखा. सिर्फ शारीरिक नहीं, भावनात्मक रिश्ता इतना मजबूत बनाया हुआ है कि उस में ‘मैं’ की भावना नहीं है. लेकिन हर पतिपत्नी सुमित और पूजा की तरह खुशमिजाज नहीं होते.

अकसर पतिपत्नी में विवाह के कुछ वर्षों बाद ही आपसी  झगड़े, तेरामेरा, रूठनामनाना शुरू हो जाता है. ऐसा नहीं है कि पतिपत्नी के रिश्ते के बीच में छिटपुट  झगड़े, रूठनामनाना हो ही न, लेकिन, किस तरह के हों और उन्हें कैसे खत्म किया जाए, यह माने रखता है.

खराब रिश्ते की सब से बड़ी निशानी है एकदूसरे के साथ रहने के बाद भी खुश न रह पाना. साथी को खुश करने का सिर्फ यही मतलब नहीं है कि अपने पार्टनर की सारी बात मान लें बल्कि अपने साथी के साथ हंसीमजाक करने से भी खुशी मिलती है. देखा जाता है जिन कपल्स के बीच कुछ समय तक साथ रहने के बाद हंसीमजाक नहीं हो पाता है, उन को एकदूसरे के साथ बोरियत होने लगती है.

  1. एकदूसरे को पूरा समय देना : पतिपत्नी के रिश्ते को गहरा करने के लिए एकदूसरे के साथ समय बिताएं. उन की बातें सुनें, उन्हें जानने की कोशिश करें. साथी के साथ समय बिताते समय ध्यान रखें कि आप जितना उन को सहज महसूस करवाएंगे उतना ही आप दोनों का रिश्ता करीब होगा और रिश्ते में मजबूती आएगी.

2. साथी की अहमियत समझें : जिस तरह का बरताव आप अपने साथी से करेंगे वैसा ही वह भी करेगा. इसलिए एकदूसरे की रिस्पैक्ट करें. खुद को सही साबित करने के चक्कर में अपने पाटर्नर की इंसल्ट न करें और न ही नीचा दिखाने की कोशिश करें. रिश्ते की शुरुआत में आप दोनों ने एकदूसरे को खुश रखने का वादा किया था, इसलिए दोनों को एकदूसरे की जरूरतों को पूरा करना होगा और अपने होने का एहसास कराना होगा.

3. एकदूसरे को धोखा न देना : दांपत्य की नींव है विश्वास जिस पर पतिपत्नी का रिश्ता टिका होता है. इस में एक बार शक घर कर जाए तो नींव में ऐसा घुन लगता है कि वह चरमरा जाती है. एकदूसरे की बातों पर विश्वास करना और धोखा न देना ही रिश्ते को सफल बनाता है.

4. रिश्ते में खुलापन रखें : पतिपत्नी के रिश्ते में खुलापन बहुत जरूरी है ताकि दोनों अपनी कोई भी बात कहने में  िझ झकें नहीं. अगर आप की कोई फरमाइश है तो अपने पार्टनर को बताएं. यह न सोचें कि वह आप के कहे बगैर ही सम झ जाए, हर कोई अंतर्यामी नहीं होता.

5. तारीफ जरूरी है : अपने साथी की खूबियों की तारीफ करें और इस तारीफ को हो सके तो घरवालों के सामने भी कहें. इस से आत्मविश्वास बढ़ता है. यही नहीं, उस की कमजोरियों को दूर करने में उन की मदद करें.

6. अपशब्द न बोलें : कई बार किसी मामूली बात को ले कर भी  झगड़ा हो जाता है. ऐसे में अपने साथी को अपशब्द बोलने से बचें और बातचीत बंद न करें. इस से रिश्ता खराब होता है. इसलिए तर्कवितर्क करते समय आपा न खोएं.

7. माफी मांगना सीखें : ‘सौरी’ छोटा सा शब्द है. लेकिन यह बिगड़ी बात बना देता है. इसलिए, गलती होने पर माफी जरूर मांग लें. इस से  झगड़ा आगे नहीं बढ़ता.

8. सरप्राइज दें : अपने साथी की रुचियों को सम झें और उस में अपनी रुचि दिखाएं, इसलिए बीचबीच में पार्टनर को सरप्राइज जरूर दें. अगर आप के पार्टनर को लौंगड्राइव का शौक है तो कभीकभी उसे बिना बताए लौंगड्राइव का प्रोग्राम बना सकते हैं. छोटेछोटे गिफ्ट सरप्राइज भी दे सकते हैं जिस से आप का बजट भी न बिगड़े और पार्टनर भी सरप्राइज देख कर खुश हो जाए.

9. प्यार को कभी खत्म न होने दें : ‘आई लव यू’. 3 शब्दों का यह वाक्य सारे गुस्से को खत्म कर देता है. इसलिए, इसे कहने से न चूकें. शादी को तरोताजा, जोश से भरने के लिए डेटिंग जैसी चीज को खत्म न करें. डेटिंग आप को पुराने वाले दिन लौटा देती है. पुरानी यादें ताजा होती रहती हैं. सब परेशानी घर पर छोड़ कर रात को दोनों कभी डिनर पर जाएं. यह संभव न हो, तो दिन में दोनों कहीं साथ में वक्त गुजारें. जिंदगी में कुछ लमहे अपने लिए जीने बहुत जरूरी हैं.

यौन असंतुष्टि के पीछे कहीं स्मार्टफोन तो नहीं

क्या आप अपने यौन जीवन सें असंतुष्ट हैं? इसके पीछे कहीं न कहीं आपका स्मार्टफोन जिम्मेदार हो सकता है. एक ताजा अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है. दुरहाम विश्वविद्यालय की ओर से किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि लोग अपने सेक्स साथी की बजाय फोन गैजेट के प्रति कहीं अधिक लगाव रखने लगे हैं.

यह अध्ययन कंडोम बनाने वाली अग्रणी कंपनी ‘ड्यूरेक्स’ की ओर से करवाया गया, जिसमें ब्रिटेन के 15 दंपति का विस्तृत साक्षात्कार लिया गया. समाचार पत्र ‘डेली मेल’ की रपट के अनुसार, 40 फीसदी प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि स्मार्टफोन या टैबलेट का इस्तेमाल करने के लिए वे यौन संबंध बनाने को टालते रहते हैं.

कुछ अन्य प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि वे यौन संबंध स्थापित करते वक्त जल्दबाजी दिखाते हैं ताकि जल्द से जल्द वे अपने स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया के जरिए आए संदेशों को देख सकें या उनका जवाब दे सकें.

एक तिहाई प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि वे यौनक्रिया के बीच में ही आ रही कॉल उठा लेते हैं, जिससे यौनक्रिया बाधित होती है. एक चौथाई से अधिक प्रतिभागियों ने कहा कि अपने स्मार्टफोन एप का इस्तेमाल उन्होंने अपनी यौनक्रिया के फिल्मांकन के लिए किया, जबकि 40 फीसदी प्रतिभागियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी यौनक्रिया के दौरान स्मार्टफोन के जरिए तस्वीरें खीचीं.

प्रतिभागियों का साक्षात्कार लेने वाले मार्क मैककॉरमैक ने कहा कि बेडरूम में स्मार्टफोन का इस्तेमाल आपके संबंध को खतरे में डाल सकता है. जब प्रतिभागियों ने जानना चाहा कि स्मार्टफोन उनकी यौन संतुष्टि को कैसे बढ़ा सकता है तो जवाब सुनकर गए और जवाब था स्मार्टफोन को ऑफ रखकर.

प्यार या क्रश में क्या है अंतर, जानें यहां इस सवाल का जवाब

यंग जनरेशन हो या ओल्ड इस बात को लेकर हमेशा कन्फयूज रहते है कि प्यार क्या है और क्रश क्या है. दोनों एक ही चीज है या अलग अलग है. लेकिन, बात करें प्यार की तो शुरुआत क्रश से ही होती है. क्योकि पहले आप किसी के लिए फील करते है तो वो आपकी क्रश बन जाती है धीरे-धीरे वही क्रश प्यार में बदल जाता है.

क्रश आमतौर पर उन रोमांटिक फीलिंग को माना जाता है जो आप कभी कह ही नहीं पाते हैं. लेकिन ऐसा है नहीं. जी हां, आप प्यार भारी फीलिंग को ही तो क्रश कहते थे अब तक है न. अब मत कहिएगा क्योंकि क्रश के मायने तो कुछ और ही हैं.

एक्सपर्ट मानते हैं कि क्रश के लिए हमेशा रोमांटिक फीलिंग नहीं आती है. लेकिन, क्रश के साथ जुड़े नहीं होते हैं और आप गहराई में जाकर उनसे जुड़ना जरूर चाहते हैं. हम किसी भी तरह जुड़ना चाहते हैं ताकि उनको और जान सकें पहचान सकें. उनसे रिश्ता बढ़ा सकें. इन सबके बीच में रोमांस भी हो सकता है.

क्या होता है क्रश

क्रश आमतौर पर उन रोमांटिक फीलिंग को माना जाता है जो आप कभी कह ही नहीं पाते हैं. लेकिन ऐसा है नहीं. जी हां, आप प्यार भारी फीलिंग को ही तो क्रश कहते थे अब तक, है न. अब मत कहिएगा क्योंकि क्रश के मायने तो कुछ और ही हैं.

विशेषज्ञ मानते हैं कि क्रश के लिए हमेशा रोमांटिक फीलिंग नहीं आती है. लेकिन क्रश के साथ जुड़े नहीं होते हैं और आप गहराई में जाकर उनसे जुड़ना जरूर चाहते हैं. हम किसी भी तरह जुड़ना चाहते हैं ताकि उनको और जान सकें पहचान सकें. उनसे रिश्ता बढ़ा सकें. इन सबके बीच में रोमांस भी हो सकता है.

प्यार क्या होता है?

क्रश के बारे में सबकुछ जानने के बाद आपको ये भी पता होना चाहिए कि प्यार क्या होता है? दरअसल जब प्यार को पहचानेंगे तब ही तो क्रश और प्यार में अंतर आसानी से कर पाएंगे. जब आपको किसी से प्यार होगा तो उसके लुक पर ध्यान दिए बिना ही उसके अच्छे बुरे के बारे में सोचेंगे.

उसकी परेशानियों को अपनी परेशानी बना लेंगे और उन्हें हल करने के बारे में भी सोचेंगे. आप उसको खुश करने के बारे में भी वो सबकुछ करेंगे जो कर सकेंगे. उसके साथ आपको हमेशा सेफ महसूस होगा.

 प्यार और क्रश में अंतर

-कभी भी प्यार और क्रश को एक मान लेने की गलती नहीं करनी चाहिए. ये दोनों अलग-अलग एहसास हैं. इन दोनों में बड़ा अंतर तो आकर्षण और गहरे प्यार का ही है. इन दोनों अहसासों के बीच में अंतर करना काफी कठिन होता है.

-क्रश के लिए आप कई बार फिजिकल आकर्षण महसूस कर सकते हैं. लेकिन जब प्यार होगा तो आप एक गहरी फीलिंग महसूस करेंगे.

-उसके साथ सपने तक देखने लगेंगे. लेकिन प्यार के साथ आप प्रैक्टिकल बातें सोचेंगे.

-जब प्यार होता है तो आपको वो पूरा इंसान अच्छा लगता है. लेकिन क्रश की आपको कोई एक खासियत अच्छी लगेगी, जैसे उसका हंसना, कोई बॉडी पार्ट या फिर कपड़े पहनने का तरीका.

-ज्यादातर बार क्रश थोड़े समय के लिए ही होता है.

-क्रश तुरंत हो जाता है जबकि प्यार धीरे-धीरे होता है.

-क्रश होगा तो उस इंसान में कोई कमी दिखेगी ही नहीं, प्यार में कमी दिखेगी लेकिन आप उसे सुधारना चाहेंगे. ताकि वो इंसान परफेक्ट बन सके.

लड़कों को भी गर्लफ्रैंड छोड़ने का होता है दर्द, ये 7 टिप्स आएंगे काम

ब्रेकअप के बाद पार्टनर को तुरंत भूलकर जिंदगी में आगे बढ़ जाना आसान काम नहीं है. ऐसा महसूस होता है कि उस पार्टनर के बिना एक दिन का भी गुजारा नहीं हो सकता. कुछ लोगो के लिए तो मूव ऑन (Move On) करना इतना मुश्किल होता है कि वो ब्रेकअप हो जाने के बाद भी कंट्रोल नहीं कर पाते और पार्टनर से संपर्क करने लगते हैं. बात करें, कि मर्द को या औरत क ज्यादा परेशानी होती है ब्रेकअप से तो, ये बिलकुल सही है कि जितना दर्द लड़कियों को होता है उतना है मर्दों को भी, तो अगर आपको भी ब्रेकअप के बाद उन्हें भूलने में दिक्कत आ रही है तो ये टिप्स आपके काम आ सकते हैं.

1. ब्रेकअप को करें स्वीकार

ब्रेकअप के बाद उदासी, अकेलापन और गुस्सा जैसी कई भावनाएं महसूस होना स्वाभाविक है. ब्रेकअप होने पर उस दुख को बाहर आने दें और सभी भावनाओं को दिल से स्वीकार करें.

2. तुरंत दूसरा रिश्ता ना बनाएं

कभी-कभी क्या होता है कि गुस्से या दूसरों को जलाने के लिए हम तुरंत दूसरे रिलेशनशिप में आ जाते हैं. जो कि बहुत गलत निर्णय होता है. ब्रेकअप के बाद कुछ समय तक अकेले रहें और खुद को जानें कि आप क्या नया कर सकते हैं.

3. रिश्ते पर विचार करें

ब्रेकअप के बाद एक बार अकेल बैठकर जरूर सोंचे कि रिश्ते में क्या गलत हुआ और आपने क्या सीखा. यह आपकी सेल्फ ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है. ताकि आपको आगे फिर से ऐसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.

4. खुद को समय दें

हर जख्म को भरने में समय तो लगता ही है. ऐसे में ब्रेकअप के बाद खुद को पूरा समय दें. शांत मन और दिमाग से अपने फैसले लें और कुछ भी ऐसा कदम ना उठाएं जिससे आपको आगे पछताव हो.

5. कम ही लोग से रखें संपर्क

कम से कम कुछ समय के लिए अपने करीबियों से दूरी बना लें. इससे आपको खुद को समझने में मदद मिलेगी. लोगों की राय से खुद को दूर रखें क्योंकि जरूरी नहीं है कि हर कोई आपके दर्द को समझें. इसलिए हर किसी के साथ अपने दर्द को ना बाटें.

6. खुद की करें देखभाल

अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत का ख्याल रखें. खुद को ऐसी गतिविधियों में शामिल करें जिनसे आपको खुशी मिले.वर्कआउट करें, अच्छा खाना खाएं और पूरी नींद लें.

7. मेंटल हेल्थ

ब्रेकअप के दौरान में हम कई तरह की चीजों से गुजरते हैं. जिसका सबसे ज्यादा असर हमारी मेंटल हेल्थ पर पड़ता है.ऐसे में अगर आप खुद को अकेला महसूस करते हैं तो आप अपने मन की बातें किसी के साथ शेयर करना चाहते हैं तो किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट से संपर्क करें. आपको इस दर्द से बाहर निकलने में काफी मदद भी मिलेगी.

आप भी पा सकते हैं मल्टिपल और्गैज्म

आप इस सच को अच्छा भी कह सकती हैं और बुरा भी, क्योंकि इससे सेक्शुअल संबंधों में आपका दबदबा कम भी हो सकता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि हालांकि मल्टिपल और्गैज्म (एक से अधिक बार चरम पर पहुंचना) पाना महिलाओं की शारीरिक विशेषता है, लेकिन यदि पुरुष इसे पाने के लिए थोड़ी मशकक्त करें तो वे भी इसका आनंद ले सकते हैं. यह मानना कि पुरुष हर सत्र में केवल एक बार ही और्गैज्म का अनुभव करते हैं, मिथक है.

इस राज का खुलासा

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म कोई नई संकल्पना नहीं है, बल्कि यदि आप प्राचीन ताओइस्ट की तकनीकों में मल्टिपल और्गैज्म के राज़ का खुलासा किया गया है. ताओइस्ट मान्तक चिया की किताब दि मल्टी-ऑर्गैज़्मिक मैन: सेक्शुअल सीक्रेट्स एवरी मैन शुड नो के अनुसार,‘‘और्गैज्म और इजेकुलेशन (स्खलन)-जो दो अलग-अलग शारीरिक प्रक्रियाएं हैं, के बीच के अंतर को सीखकर पुरुष मल्टिपल और्गैज्म पा सकते हैं.’’

होती है योग्यता

स्टेट यूनिवर्सिटी औफ न्यूयौर्क के एम ई डन और जेई फ्रॉस्ट द्वारा वर्ष 1979 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, पुरुषों में मल्टिपल और्गैज़्म पाने की योग्यता होती है. उन्होंने बताया कि पारंपरिक मान्यता के अनुसार एक स्वस्थ पुरुष में और्गैज्म के दो चरण होते हैं-और्गैज्म के बाद तुरंत स्खलन और फिर थोड़ा समय, जो सामान्य होने में लगता है. पर अपने शोध के दौरान डन और फ्रॉस्ट ने पाया कि एक नॉन-इजैकुलेटरी और्गैज्म भी होता है, जो इजैकुलेटरी और्गैज्म के पहले या बाद में भी आ सकता है. और इस तरह के कई और्गैज्म आ सकते हैं. ‘‘अध्ययनों से पता चलता है कि मास्टबेशन के दौरान युवकों को कई ऑगैज़्मिक पीक्स का अनुभव होता है, खासतौर पर इजैकुलेशन से ठीक पहले,’’ यह कहना है डॉ फेलिस डनास का, जो क्लीनिकल चायनीज मेडिसिन के विशेषज्ञ हैं.

इस कला को अर्जित किया जा सकता है

पुरुषों के लिए मल्टिपल और्गैज्म नाबिल्कुल अपने सपनों की महिला को पाने जैसा होता है-इसके लिए लगन, संयम और तीव्र इच्छाशक्ति की जरूरत होती है. सेक्सोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी इसे अर्जित कर सकनेवाली कला मानते हैं. वे कहते हैं,‘‘हालांकि पुरुषों में मल्टिपल और्गैज्म पाने की स्वाभाविक विशेषता नहीं होती, लेकिन सही तकनीक को सीख कर वे इसका आनंद उठा सकते हैं.’’

मैं बच्चों को ट्यूशन कराना चाहता हूं पर मेरे पास जगह की कमी है, क्या करूं?

सवाल

मैं 18 साल का एक गरीब घर का लड़का हूं. मैं 12वीं जमात पास कर चुका हूं और अब भौतिक विज्ञान से बीएससी कर रहा हूं. मैं अपनी पढ़ाई का खर्चा खुद उठाऊं, इसलिए बच्चों को ट्यूशन देना चाहता हूं, पर मेरे पास जगह की कमी है. मुझे सही राह दिखाएं?

जवाब

आप बच्चों को उन के घर जा कर ट्यूशन दें. अच्छा पढ़ाएंगे तो नाम होगा और फीस भी बढ़ेगी. जगह की कमी दूर करने के लिए किसी दोस्त का घर ले सकते हैं या फिर किराए का कमरा लेना भी एक अच्छा तरीका है, लेकिन इस के लिए आप को कम से कम 5-6 बच्चे यानी छात्र मिलने चाहिए, तभी बात बनेगी.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  सरस सलिल- व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

सेक्स से जुड़ी बीती बातें पार्टनर को बताने से पहले पढ़ें ये खबर

क्या आपके पार्टनर को पता है कि आप आखिरी बार किसके साथ हमबिस्तर हुईं थीं? इससे भी प्रासंगिक सवाल यह है कि क्या उन्हें यह जानने की जरूरत है? ये दो महत्वपूर्ण सवाल हैं, जिनको लेकर महिलाओं (और पुरुष) के मन में अपने वर्तमान पार्टनर के साथ एक अच्छा सेहतमंद भावनात्मक और सेक्शुअल रिश्ता बनाए रखने के लिए खींचतान लगी रहती है.

क्या आपको अपने पार्टनर से सच्ची बातचीत के लिए अपने अतीत की सारी बातें उनके सामने खोलकर रख देनी चाहिए? या फिर अपने रिश्ते को खुशहाल बनाए रखने के लिए चुनकर बातें बतानी चाहिए? हमने काउंसलर्स और थेरैपिस्ट्स से बात की, ताकि आप दोनों स्थितियों में से चुनाव कर सकें.

शुरू से सच्ची रहें

रीमा शाह, क्लीनिकल साइकोलौजिस्ट, पुणे, कहती हैं,“शुरू से ही सच्चे रहना सबसे उपयुक्त है. आपका अतीत आपका हिस्सा है और उसके बारे में शर्मिंदा होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. यदि आपके पार्टनर को आपके अतीत से परेशानी है तो कम से कम आप शुरू से ही सबकुछ सोच-समझकर फैसला ले सकती हैं.”

जरूरत हो तभी कहें

डॉ मोहित शाह, कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट और साइकोथेरैपिस्ट, अनलिमिटेड पोटेंशियलिटीज, मुंबई, सचेत करते हैं,“आपको अपनी सेक्शुअल हिस्ट्री तभी शेयर करनी चाहिए, जब आपका पार्टनर सुनना चाहता हो. और अपनी बातें संक्षिप्त ही रखें. ‘अद्भुत’ या ‘लाजवाब’ जैसे शब्दों का प्रयोग न करें और अपनी अतीत की सेक्शुअल परफौमसेंस को लेकर शेखी न बघारें.”

कुछ बातों के लिए कहें ‘ना’

वहीं दूसरी ओर मुंबई की सीनियर कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट और थेरैपिस्ट, माइंडफ्रेम्स की डॉ शेफाली बत्रा का कहना है,“किसी भी रिश्ते के लिए संवाद बेहद अहम होता है; यह सलाह देना कि पार्टनर्स एक-दूसरे से चीजें छिपाएं, बिल्कुल गलत होगा, लेकिन बात जब सेक्शुअल हिस्ट्री की हो तो कुछ बातें हैं, जिन्हें न कहना ही बेहतर होगा. क्योंकि इससे आपको कोई फायदा नहीं होता. इसका मतलब यह नहीं कि आप झूठ कहें. पर अपने सेक्शुअल अतीत का पूरा बायो डेटा खोलकर रख देना भी कोई विकल्प नहीं है.”

पार्टनर और दोस्त में अंतर होता है

डॉ बत्रा इस ओर इशारा करते हुए कहती हैं कि अपने पार्टनर के साथ अपनी सेक्शुअल उपलब्धियों के बारे में बात करना, दोस्तों के सामने अपनी जीत का परचम लहराने से बिल्कुल अलग है. “दोस्तों के बीच आप अपने पूर्व प्रेमियों, सेक्शुअल पोजिशन्स इत्यादि के बारे में बातचीत कर सकती हैं, लेकिन कपल्स में यह पूरी तरह से आप दोनों के संवेदनशीलता और परिपक्वता पर निर्भर करता है. और यहां तक कि जो जोड़े बहुत करीब होते हैं, उनमें भी जलन की भावना होती है. इससे कोई फर्क़ नहीं पड़ता कि आप कितनी खुली सोच रखती हैं, असल में तो आप इंसान ही हैं और जलन महसूस करना स्वाभाविक है.

अतीत के सेक्शुअल अनुभवों की बातें करना आपके रिश्ते के बीच शक और द्वेष के बीज बोएगा. इसके अलावा, परिपक्व जोड़ों को इस तरह के सवाल पूछने ही नहीं चाहिए, क्योंकि कौन अतीत में रहना पसंद करेगा?” पूछती हैं डॉ बत्रा. “यह बिल्कुल निरर्थक बातचीत है, जो आपके रिश्ते को नुक़सान पहुंचा सकती है. यह तो ऐसा हुआ कि आप अपने पार्टनर से कह रही हों कि आपके भूतपूर्व प्रेमी का पीनिस उनके से बड़ा था-अब जब भी आप दोनों सेक्स करेंगे, तब उनके दिमाग में यह बात गूंजेगी कि उनका पीनिस उतना बड़ा नहीं कि वे आपको संतुष्ट कर सकें,” वे आगे जोड़ती हैं.

लेकिन यदि शेयर करना ही पड़े तो…

और हो सकता है कि जिज्ञासा हमारे कमजोर मानवीय दिमाग पर हावी हो जाए. अतः यदि आपको लगता है कि आप या आपके पार्टनर अपनी सेक्शुअल हिस्ट्री एक-दूसरे से बांटना चाहते हैं तो काउंसलर्स का कहना है कि आपको पहले खुद सचेत होना होगा. खुद से पूछें कि क्या आप तैयार हैं अपने पार्टनर द्वारा साझा की गई बातों को सुनने के लिए या क्या वे आपकी बातें सुन पाएंगे? डॉ बत्रा कहती हैं,“मैं सेक्शुअल हिस्ट्री को एक हौरर फिल्म मानती हूं-आपको लगता है कि आप इसे झेल सकती हैं, लेकिन बाद में रातों की नींद उड़ जाती है. और वह भी किसी अच्छी वजह से नहीं.”

सीधा और स्पष्ट

सीधे दो टूक बात करने में विश्वास रखती हैं तो इन नियमों का पालन करें:

  • याद रखें कि आप अपने अतीत की सेक्शुअल बातें अस्पष्ट तौर पर ग़ुस्से में सज़ा देने के लिए न कह रही हों. इस तरह की मानसिक लड़ाई आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती है.
  • यदि वे आपके खट्टे-मीठे सेक्शुअल अनुभवों के बारे में पूछ रहे हों तो इसके पीछे की उनकी भावना को समझें. आपको लगता है कि इससे समस्याएं बढ़ जाएंगी तो महत्वपूर्ण पहलुओं को शेयर करने से इनकार कर दें. जरूरत हो तो थेरैपिस्ट की मदद लें.
  • यदि आप दोनों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है तो इसके लिए सही समय चुनें. रात के डिनर के वक्त इस पर बात करें, ताकि आपके पास पूरी प्राइवसी हो.
  • पहले से सीमाएं तय कर लें, ताकि आप जिन बातों को शेयर करने में सहज हैं, केवल वही बातें करें.
  • याद रखें कि आप दोनों एक-दूसरे को कठोरता से जज न करें. एक-दूसरे को अपने अतीत में प्रवेश करने का मौका दें और अच्छे भविष्य की ओर आगे बढ़ें.

मेरी सास बातबेबात टोका-टाकी करती रहती हैं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 23 वर्षीय नवविवाहिता हूं. शादी के बाद ढेरों सपने संजोए मायके से ससुराल आई, मगर ससुराल का माहौल मुझे जरा भी पसंद नहीं आ रहा. मेरी सास बातबेबात टोकाटाकी करती रहती हैं और कब खुश और कब नाराज हो जाएं, मैं समझ ही नहीं पाती. वे अकसर मुझ से कहती रहती हैं कि अब तुम शादीशुदा हो और तुम्हें उसी के अनुरूप रहना चाहिए. मन बहुत दुखी है. मैं क्या करूं, कृपया सलाह दें?

जवाब

अगर आप की सास का मूड पलपल में बनताबिगड़ता रहता है, तो सब से पहले आप को उन्हें समझने की कोशिश करनी होगी. खुद को कोसते रहना और सास को गलत समझने की भूल आप को नहीं करनी चाहिए. घरगृहस्थी के दबाव में हो सकता है कि वे कभीकभी आप पर अपना गुस्सा उतार देती हों, मगर इस का मतलब यह कतई नहीं हो सकता कि उन का प्यार और स्नेह आप के लिए कम है.

दूसरा, अपनी हर समस्या के समाधान और अपनी हर मांग पूरी कराने के लिए आप ने शादी की है, यह सोचना व्यर्थ होगा. किसी बात के लिए मना कर देने से यह जरूरी तो नहीं कि वे आप की बेइज्जती करती हैं.आज की सास आधुनिक खयालात वाली और घरगृहस्थी को स्मार्ट तरीके से चलाने की कूवत रखती हैं. एक बहू को बेटी बना कर तराशने का काम सास ही करती हैं. जाहिर है, घरपरिवार को कुशलता से चलाने और उन्हें समझाने के

आप की सास आप को अभी से तैयार कर रही हों. बेहतर यही होगा कि आप एक बहू नहीं बेटी बन कर रहें. सास के साथ अधिक से अधिक समय रहें, साथ घूमने जाएं, शौपिंग करने जाएं. जब आप की सास को यकीन हो जाएगा कि अब आप घरगृहस्थी संभाल सकती हैं तो वे घर की चाबी आप को सौंप निश्चिंत हो जाएंगी.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  सरस सलिल- व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem
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