टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का हुआ ऐलान, रोहित शर्मा IN, केएल राहुल OUT

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) मुख्य चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीका के साथ होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा कर दी है. टीम में दो मुख्य बदलाव किए गए हैं. ओपनर लोकेश राहुल को बाहर कर दिया गया है जबकि रोहित शर्मा की वापसी हुई है. युवा खिलाड़ी शुभमन गिल को टीम में शामिल किया है.

चयनकर्ताओं ने विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत और ऋद्धिमान साहा दोनों के नाम हैं. स्पिन डिपार्टमेंट में आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव हैं. जसप्रीत बुमराह, ईशांत शर्मा के अलावा मोहम्मद शमी के जिम्मे तेज आक्रमण रहेगा. वेस्टइंडीज दौरे से बाहर रहे अश्विन को टीम में बुला लिया गया है. अश्विन को टीम में शामिल न किए जाने के बाद चयनकर्ताओं के ऊपर सवाल उठाए गए थे. इस मामले पर टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को बयान देना पड़ा था. हालांकि अश्विन की जगह पर हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया था जिस खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा से सबका मुंह बंद कर दिया था.

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टीम इंडिया की ओर से बल्लेबाज का आगाज रोहित शर्मा करेंगे. दूसरे सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल होंगे. उधर, हनुमा विहारी मध्यक्रम में (छठे नंबर पर) में बने रहेंगे. रोहित शर्मा ने आखिरी बार मेलबर्न टेस्ट (26-30 दिसंबर 2018) में नंबर-6 पर बल्लेबाजी करते हुए 63 और पांच रनों की नाबाद पारी खेली थी, लेकिन इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट के अलावा बाद में वेस्टइंडीज सीरीज के लिए भी नहीं चुने गए.

रोहित शर्मा ने अब तक 27 टेस्ट मैचों के करियर में कभी टेस्ट में ओपनिंग नहीं की है. उन्होंने नंबर-3 पर चार मैच खेले हैं और 21.40 की औसत से 107 रन बनाए. उनके तीनों टेस्ट शतक नंबर-6 पर आए हैं. दूसरी तरफ कैरेबियाई सीरीज में सबसे अधिक रन (289) बनाने वाले हनुमा विहारी पर टीम की निगाहें होगीं.

टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का कहना है कि हम रोहित शर्मा को टेस्ट में ओपनिंग का मौका देना चाहते हैं. ऐसा पहली बार होगा जब रोहित शर्मा टीम की ओपनिंग करेंगे. रोहित शर्मा का वनडे का रिकॉर्ड शानदार है. वो इस मौके को भुनाना चाहेंगे. रोहित शर्मा की भी दिली ख्वाइश रही है कि वो सफेद जर्सी में देश के लिए खेल पाएं. अब उनकी मुराद पूरी होती दिख रही है. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा. रोहित शर्मा ने 27 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 1585 रन भी बनाए हैं. रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डेंस मैदान पर 6 नवंबर 2013 को टेस्ट मैच में डेब्यू किया था.

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विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह , ईशांत शर्मा, शुभमन गिल.

टी-20 सीरीज के बाद भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेंगी. टेस्ट सीरीज का पहला मैच दो अक्टूबर से विशाखापत्तनम में, दूसरा 10 अक्टूबर से पुणे में और तीसरा 19 अक्टूबर से रांची में खेला जाएगा.

टीम की चिंता या फिर तेंदुलकर जैसी विदाई की चाहत रखते हैं धोनी

लंबे बालों के साथ जब वो पहली बार क्रीज पर आया तो सभी ने उस खिलाड़ी की हेयर स्टाइल की तारीफ की लेकिन उसके बाद केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया ही उनकी मुरीद हो गई. शायद आप समझ गए होंगे हम किसकी बात कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं महेंद्र सिंह धोनी की. वो धोनी जितने भारत को क्रिकेट विश्व कप भी जिताया, टी-20 विश्व कप भी जिताया, एशिया कप भी जिताया और चैंपियन ट्रॉफी भी हम जीतकर आए. लेकिन समय के साथ सबके खेल में बदलाव आता है. ये हमने पहले भी कई खिलाड़ियों के साथ देखा है. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी आखिरी समय स्ट्रगल कर रहे थे. उनके भी संन्यास की बातें उठने लगीं थीं. लेकिन उस खिलाड़ी के जैसे हर किसी के नसीब पर वैसी विदाई नसीब नहीं होती.

विश्व कप 2019 में लोगों ने अनुमान लगाया था कि लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर टीम इंडिया विश्व कप उठाएगी और एम एस धोनी की विदाई भी उसी तरह होगी जैसे 2011 में मुंबई के वानखेड़े मैदान पर सचिन तेंदुलकर की हुई थी. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. भारत की आकांक्षाओं को न्यूजीलैंड से मुकम्मल नहीं होने दिया और भारत को सेमीफाइनल में ही हार कर टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखना पड़ा. विश्व कप के दौरान पूरी टीम अस्त-व्यस्त दिखी. धोनी को लेकर सवाल उठते रहे. कहा जाने लगा कि धोनी को अब मैनेजमेंट ढो रहा है, सच यो ये था कि धोनी को टीम में जगह उनके खेल को लेकर नहीं था बल्कि मैदान में उनके अनुभवों को लेकर था. इंग्लैंड के साथ मैच हारने के बाद भी धोनी के ऊपर सवाल उठे. सवाल तभी भी उठे जब न्यूजीलैंड के खिलाफ धोनी का रन बनाने के औसत 50 से भी कम का होने लगा. ऐसा लगने लगा था कि हेलीकॉप्टर शॉट्स खेलने वाला ये बल्लेबाज आज एक-एक रन में स्ट्रगल कर रहा है. धोनी क्रीज पर जम तो जाते थे लेकिन वो बड़े शॉट्स नहीं खेल पा रहे थे. सेमीफाइऩल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में रवींद्र जडेजा की पारी जब तक चल रही थी जब तक धोनी की बल्लेबाजी पर कोई ज्यादा गौर नहीं कर रहा था लेकिन उसके बाद धोनी का खेल वाकई जीत वाला नहीं था.

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धोनी को संन्यास लेना चाहिए या नहीं ये उऩका निजी फैसला है लेकिन टीम मैनेंजमेंट को ये सोचना चाहिए कि धोनी से रिटायरमेंट की बात करें और उनसे पूछें कि उनका क्या प्लान है. भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी खुलासा किया था कि चयनकर्ताओं ने उनसे कोई भी बात नहीं कि और सीधे टीम से निकाल दिया गया. ऐसा ही गौतम गंभीर के साथ भी हुआ.

भारतीय टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर है जहां पर टीम दो टेस्ट, दो टी20 और तीन वनडे खेलने है. दौरा पूरा भी हो गया है. केवल एक टेस्ट मैच खेला जा रहा है. यहां पर भी धोनी का चयन नहीं किया गया. बाद में चयनकर्ताओं की तरफ से ये कहा गया कि धोनी ने इस दौरे के लिए अपने आपको अनुप्लब्ध बताया था. लेकिन सच्चाई यही है कि धोनी को टीम मे जगह ही नहीं दी गई थी. धोनी पैरा-कमांडो की ट्रेनिंग के लिए कश्मीर चले गए. वहां वो आर्मी के साथ ट्रेनिंग करते रहे और सोशल मीडिया में कई वीडियो उनके आते रहे जिसमें वो वॉलीबॉल खेलते दिखे कहीं पर वो एक्सरसाइज करते दिखे.

वेस्टइंडीज दौरे के बाद भारतीय क्रिकेट टीम का चयन दक्षित अफ्रीका के खिलाफ होने वाले टी-20 के लिए किया गया. उसमे भी धोनी का चयन नहीं किया गया. यहां भी चयनकर्ताओं का वहीं घिसा पिटा बयान आया कि धोनी उपलब्ध नहीं है. जबकि यहां भी सच्चाई छिपाई गई. अब धोनी को लेकर कहा जा रहा है कि उनको टीम की चिंता है इसलिए वो संन्यास नहीं ले रहे. मतलब कि धोनी को लगता है कि अभी तक उनके जगह पर कोई परफेक्ट खिलाड़ी नहीं आया इसलिए वो संन्यास नहीं आया. लेकिन धोनी को और टीम दोनों को एक दूसरे के बगैर रहने की आदत डालती होगी. इस बात में कोई शक नहीं है कि धोनी महान खिलाड़ी है लेकिन मुझे याद सुनील गावस्कर की एक बात याद आती है उन्होंने कहा था कि आपको तब संन्यास ले लेना चाहिए जब लोग ये कहने लगें कि ये संन्यास कब लेगा. मसलन की धोनी को अब खुद संन्यास की घोषणा कर देनी चाहिए.

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धोनी के मन में क्या है ये तो महज धोनी ही जानते हैं लेकिन मेरे अनुसार धोनी टी-20 विश्व कप के बाद संन्यास की घोषणा जरुर करेंगे. धोनी हमेशा से चौंकाने वाले फैसले लेते रहे हैं. जब उन्होंने कप्तानी छोड़ी थी तभी भी चौंका दिया था उसके बाद क्रिकेट के मैदान पर भी उनके कई निर्णय चौंकाने वाले होते हैं. फिलहाल वक्त यही कह रहा है कि धोनी को संन्यास ने लेना चाहिए.

World Cup के दौरान इस 87 साल की महिला ने जीता फैंस का दिल

मंगलवार, 2 जुलाई को बांग्लादेश के साथ हुए एक रोचक मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार जीत हासिल की. पहले तो बल्लेबाजी में रोहित शर्मा ने शतक ठोंक कर नया रिकौर्ड बनाया और बाद में जसप्रीत बुमरा की बूमरैंग गेंदबाजी ने विरोधी टीम पर ऐसा शिकंजा कसा कि उसे टूर्नामेंट से ही बाहर कर दिया.

विराट को भी मिली तारीफें…

इस सब में विराट कोहली की कप्तानी की भी जमकर तारीफ हुई कि मैदान के अलहदा आकार को देखते हुए उन्होंने 4 तेज गेंदबाज और एक स्पिनर को टीम में जगह दी थी. उन का यह फैसला गेंदबाजों ने सही साबित किया.

मैच की इन घटनाओं ने जीता दिल…

इस मैच में 2 और ऐसी घटनाएं हुई थीं जिन्होंने सब का दिल जीत लिया. एक तो तब जब रोहित शर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. अपनी धुआंधार बल्लेबाजी में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 5 छक्के जड़े थे. उन में एक छक्का स्टेडियम में मैच का लुत्फ ले रही एक भारतीय फैन मीना को जा लगा था. वैसे, ऐसा अक्सर हो जाता है पर जब मैच खत्म हुआ तो रोहित शर्मा उस महिला मीना से खासतौर पर मिलने गए थे. उन्होंने उन का हालचाल लिया और खेद भी प्रकट किया लेकिन साथ ही अपने आटोग्राफ वाली एक हैट भी उन्हें भेंट की. शायद उन्हें मजाकमजाक में समझा भी दिया कि आगे कोई गेंद आप के पास आए तो उसे लपक लेना.

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87 साल की महिला पहुंचीं मैच देखने…

इसी तरह दूसरा किस्सा तो और भी मजेदार रहा. एक उम्रदराज महिला का भारतीय टीम की हौसला अफजाई करना उन्हें ‘आर्यन लेडी’ का खिताब दिला गया. दरअसल, जब यह मैच चल रहा था तब टेलीविजन के कैमरे एक 87 साल की महिला पर फोकस कर रहे थे कि वे मानो किसी बच्ची की तरह भारतीय टीम को जीतने के लिए प्रेरित कर रही थीं.

विराट और रोहित मिलने पहुंचे…

टीम इंडिया की ये फैन थीं चारुलता पटेल. उन का उत्साह और क्रिकेट के प्रति दीवानगी लाजवाब थी. यही वजह थी कि मैच जीतने के बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा उन से मिलने पहुंच गए थे. व्हील चेयर पर आई इस बूढ़ी अम्मा के जज्बे ने भारत की इस जीत में चार चांद लगा दिए.

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आखिर क्यों नेहा धूपिया और अंगद बेदी से नाराज हैं युवराज सिंह?

क्रिकेट की दुनिया के जाने-माने स्पोर्ट्समैन युवराज सिंह और बौलीवुड कलाकार अंगद बेदी एक समय बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे लेकिन आज ये दोनों एक-दूसरे से कटे-कटे रहते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि युवराज और अंगद के बीच आई इस दूरी की वजह कोई और नहीं बल्कि अंगद बेदी की पत्नी नेहा धूपिया हैं.

युवराज सिंह और नेहा धूपिया एक समय एक-दूसरे को डेट कर रहे थे पर उनका ये रिश्ता ज्यादा लंबा ना चल पाया और फिर अंगद बेदी और नेहा रिलेशनशिप में आए और पिछले साल दोनों ने चुपचाप शादी कर डाली. युवराज अंगद से इस बात पर नाराज हैं कि अंगद ने अपनी शादी के बारे में उन्हे बताया तक नहीं.

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युवराज सिंह अंगद बेदी से इतने नाराज है कि युवराज ने अपनी रिटायरमेंट पार्टी में नेहा और अंगद दोनों को नहीं बुलाया जबकि उनकी पार्टी में कई बौलीवुड सेलेब्स और बड़े-बड़े क्रिकेटर आए थे. युवराज का नेहा और अंगद को ना बुलाना पार्टी में सबको अखरा था.

युवराज सिंह ने पिछले साल फ्रेंडशिप डे पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने इनडायरैक्टली अंगद के प्रति गुस्सा जाहिर किया था. युवराज ने पोस्ट में लिखा था, ‘मुझे अभी-अभी पता चला कि बीते दिन फ्रेंडशिप-डे था. मैं उन लोगों को बताना चाहता हूं जिनको मैं अपना अच्छा दोस्त समझता था कि मुझे खुशी है मैं अपने कुत्तों को ज्यादा प्यार करता है. आप जीते हैं और सीखते हैं. हैप्पी फ्रेंडशिप डे.’

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युवराज सिंह के इस पोस्ट के बाद अंगद बेदी मीडिया के सामने आए और कहा कि ‘मेरा दोस्त मेरी वजह से ही नाराज है. युवराज की नाराजगी बेवजह नहीं है, उनके पास अपने कारण हैं.

साक्षी धोनी और अनुष्का का वो रिश्ता जिसके बारे में नहीं जानते लोग

अनुष्का शर्मा और साक्षी धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े खिलाड़ियों से शादी की है. पर इन दोनों के बीच एक और चीज है जो दोनों को जोड़ती है, जो दोनों के बीच में कौमन है.

इस खबर में हम आपको दोनों के बीन का एक बेहद खास कनेक्शन बताएंगे. क्या आपको पता है कि दोनों एक समय में स्कूलमेट्स थीं? दोनों के बचपन से जुड़ी इस बास का खुलासा ‘Quora’ के जरिए हुआ.

असल में अनुष्का के पिता कर्नल अजय कुमार खर्मा का ट्रांसफर असम में हुआ था. उस वक्त अनुष्का का एडमिशन ‘सेंट मैरी स्कूल, मार्गरीटा’ में करवाया गया था. उस वक्त साक्षी उसी स्कूल में थीं. इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि अनुष्का और साक्षी एक फैंसी ड्रेस प्रोग्राम के लिए तैयार हुई हैं. फेयरी वाली ड्रेस में साक्षी हैं. वहीं अनुष्का ने पिंक लहंगा पहना है.

sakshi dhoni and anushka sharma classmates

आपको बता दें कि अनुष्का ने साक्षी के साथ अपने इस कनेक्शन का जिक्र साल 2013 में एक इवेंट के दौरान किया था. अनुष्का ने कहा था कि, ‘साक्षी और मैं एक छोटे शहर में साथ रहे हैं. जब उन्होंने मुझे बताया कि वह असम में रहीं तो मैं कहा ‘Wow’ और जब उन्होंने स्कूल का नाम बताया तो मैंने उन्हें बताया कि मैं भी उसी स्कूल में पढ़ी हूं.’

sakshi dhoni and anushka sharma classmates

अनुष्का ने बताया ये जानने के बाद जब उन्होंने ढूंढा तो उन्हें स्कूल की एक तस्वीर मिली जहां वह साक्षी के साथ हैं. ये वही तस्वीर है.

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