पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में रहने वाले इंटरमीडिएट के छात्र सुनील के मोबाइल का डेटा खत्म हो गया था. वह परेशान हो गया था. रात के 9 बज चुके थे. कहां रीचार्ज करवाए, किस से कहे, औनलाइन पढ़ाई भी करनी थी.

तभी ध्यान आया उस की बुआ का मोबाइल. वह तुरंत उन के पास जा पहुंचा. उस वक्त वह अपने कमरे में नहीं थीं. रसोई में उस की मां के साथ हाथ बंटा रही थीं. मोबाइल उन के बिस्तर पर पड़ा था.

उस ने झट मोबाइल उठाया और अपने कमरे में चला आया. औन करते ही उस का दिमाग सन्न से रह गया. उस पर एक वीडियो चल पड़ी थी. वह किसी हीरोहीरोइन की फिल्म नहीं, बल्कि एक पोर्न वीडियो थी. वह डर गया. तुरंत मोबाइल बंद किया और वापस बुआ के कमरे में रखने के लिए जाने लगा. करीब 10 साल बड़ी बुआ भागती हुई आईं और उस के हाथ से मोबाइल छीन कर डांट लगाई, ‘‘बदतमीज, किसी दूसरे का मोबाइल नहीं छूते, तमीज नहीं है.’’

‘‘जी...जी बुआ, मेरा डेटा खत्म हो गया था, इसलिए आप का लाया,’’ सुनील झिझकते हुए बोला.

‘‘औन तो नहीं किया था?’’ बुआ बोलीं.

‘‘जी किया था, थोड़ी देर... फिर बंद भी कर दिया था. वापस कमरे में रखने ही जा रहा था,’’ सिर झुकाए बोला.

इस छोटी सी घरेलू बात के बाद सुनील से उस की बुआ नजरें चुराने लगी थीं. उसे ऐसा महसूस होने लगा था कि उस ने कोई गलत काम किया हो और भतीजे की नजरों में गिर गई हों. दूसरी तरफ सुनील भी उस के बाद इतना तो समझ ही गया था कि वह देर रात तक मोबाइल से चिपकी क्यों रहती है.

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