शहर हो या गांव चिकित्सा के नाम पर झाड़-फूंक ओझा गिरी और कभी चिकित्सा,  कभी ज्योतिष के नाम पर महिलाओं का दैहिक शोषण करने वाले नर पिशाच कम नहीं है. यह एक ऐसा पेशा बन चुका है जिसकी आड़ में अक्सर महिलाऔ के साथ यौन शोषण होता रहता है. ऐसी ही घटनाएं छत्तीसगढ़ के जिला कोरबा और जिला चांपा जांजगीर में घटित हुई है.

चांपा जांजगीर जिला के बम्हनीडीह थाना क्षेत्र के ग्राम पीपरदा में बद्री पटेल 30 वर्ष से अधिक समय से आसपास के लोगों का इलाज करता आ रहा था. इलाज के नाम पर झाड़-फूंक करना और मनोवैज्ञानिक ढंग से अशिक्षित गरीब आवाम को मूर्ख बनाना  पैसे ऐठना उसका काम था. इसके साथ ही इलाज के दरमियान मानसिक रूप से टूट चुके लोगों की आस्था और विश्वास का लाभ उठा वह महिलाओं, लड़कियों के साथ यौन शोषण करने लगा.

मामले पर से पर्दा 18 जून 2019 को उठा,जब चांपा जांजगीर जिला के नगरदा थाना की एक युवती इलाज के लिए बद्री पटेल के पिपरदा स्थित आवास पर पहुंची. युवती प्रभा ( काल्पनिक नाम ) अपने परिजनों के साथ पहुंची तो तो बद्री पटेल के घर पर इलाज कराने वालों की भीड़ जुटी हुई थी आस -पास के अनेक लोग जो की अधिकांश ग्रामीण अंचल के ही थे और जो चिकित्सकों बड़े -बड़े डॉक्टरों की फीस अदा करने में लाचार से यहां आए हुए थे.

प्रभा और उसके परिवार वालों ने सुना था बद्री पटेल लंबे समय से इलाज करता चला आ रहा है और उसके पास ऐसी दैविय शक्ति है कि झाड़-फूंक कर जो भी चीज देता है उसका सेवन करने से रोगी स्वस्थ हो जाता है. प्रभा को डौक्टरों ने किडनी प्रॉब्लम बताया था जो बहुत खर्च मांगता था और उसका मध्यवर्गीय परिवार किडनी के इलाज का लाखों रुपए खर्च करने बखत नहीं रखता था. सो बडी बड़ी आशा विश्वास लेकर बद्री पटेल के आवास पहुंचा था.

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