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सीमा ने बेटे को बाप से मिलने से रोकने की कोशिश की, लेकिन मानव बाप को छोड़ने को तैयार नहीं था. क्योंकि राजेश उस की वह हर इच्छा पूरी करते थे, जो उस उम्र के बच्चे चाहते हैं. मानव के हाईस्कूल पास करते ही राजेश ने उसे बुलेट मोटरसाइकिल खरीद दी थी. उस के इंटर पास करते ही राजेश ने उस के लिए फोर्ड फिगो कार खरीद दी थी.
मानव देता था बाप से ज्यादा अहमियत मां को
मानव एलएलबी कर के बड़ा वकील बनना चाहता था, इसलिए वह किसी अच्छे और बड़े कालेज से एलएलबी की पढ़ाई करना चाहता था. उस ने कई बार यह बात राजेश से कही भी. लेकिन राजेश उसे अब कहीं दूर नहीं भेजना चाहते थे, इसलिए उन्होंने उस का दाखिला रुद्रपुर के किच्छा रोड स्थित चाणक्य कालेज में करा दिया.
राजेश मानव को बहुत प्यार करते थे. लेकिन वह मां को और उस के द्वारा सिखाई बातों को ज्यादा अहमियत देता था. यही वजह थी कि राजेश के इतना प्यार करने के बावजूद उस के अंदर भरी नफरत कम नहीं हुई. एलएलबी की पढ़ाई के दौरान उस की मुलाकात अशहर उर्फ आशू से हुई.
सितारगंज का रहने वाला आशू राजनीति में सक्रिय था. वह युवा कांग्रेस से जुड़ा था, जिस की वजह से उस के कई नेताओं से अच्छे संबंध थे. आशू की वजह से मानव भी कांग्रेस से जुड़ गया और मानव सेवा दल औफ इंडिया का गठन किया.
इसी संगठन के बैनर तले उस ने कई बार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का सम्मान किया. राजनीति में आने के बाद मानव के हौसले बुलंदियों को छूने लगे थे. उस ने आशू को अपने घरपरिवार के बारे में सब बता दिया था. आशू कई बार हल्द्वानी स्थित मानव के घर भी गया था. इस से सीमा भी उसे पहचानने लगी थी.