12 जनवरी, 2022 सुबह के करीब 11 बजे का वक्त था. जबलपुर जिले के चरगवां पुलिस थाने के टीआई विनोद पाठक बाहर धूप में बैठे टेबल पर रखी कुछ फाइलें उलटपलट कर देख रहे थे, तभी उन के मोबाइल पर बजी घंटी ने उन का ध्यान फाइलों से हटा दिया. जैसे ही काल रिसीव की, दूसरी तरफ से आवाज आई, ‘‘सर मैं घुघरी गांव का सरपंच राजाराम करपेती बोल रहा हूं.‘‘

‘‘हां सरपंचजी, बोलिए आज कैसे फोन किया?’’ टीआई ने कहा.

‘‘सर सुबह गांव के कुछ लोगों ने घुघरी कैनाल में एक लाश तैरती देखी है. आप पुलिस टीम ले कर जल्दी गांव आ जाइए, गांव में दहशत का माहौल है.’’

‘‘ठीक है सरपंचजी, चिंता मत कीजिए, मैं जल्द ही वहां पहुंच रहा हूं.’’ टीआई विनोद पाठक ने सरपंच से कहा और घटना की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देने के बाद पुलिस टीम के साथ वे घटनास्थल की ओर रवाना हो गए.

जबलपुर जिले का चरगवां पुलिस थाना क्षेत्र नरसिंहपुर जिले की सीमा से लगा हुआ है. पूरे इलाके में नर्मदा नदी पर बने वरगी डैम का पानी नहर (कैनाल) के माध्यम से खेतों में जाता है, जिस से सिंचाई का काम होता है.

चरगवां से करीब 10 किलोमीटर दूर घुघरी गांव में कुछ ही देर में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी थी. घुघरी कैनाल में जहां लाश तैर रही थी, वहां नहर के दूसरी तरफ सोमती गांव है.

नहर पार करने के लिए एक पुल बना हुआ था, जिस पर रैलिंग नहीं थी. पुलिस का अंदाजा था कि हो सकता है कि किसी दुर्घटना की वजह से कोई नहर में गिर गया होगा.

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