सोशल मीडिया के अभिनव आगाज के बाद, जहां एक तरफ लोगों को इस माध्यम के द्वारा अपनी बात कहने का मौका मिल रहा है, खुशियां मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों द्वारा इसका अवैध इस्तेमाल लोगों की परेशानी का सबब बनता जा रहा है. खासकर महिलाएं,युवतियां इसका शिकार हो रही है. क्योंकि कुछ विकृत मानसिकता के लोग फर्जी आईडी बनाकर महिलाओं को परेशान हलाकान करने का काम कर रहे हैं. मगर यही हरकत उनके लिए कब पुलिस और कानून का डंडा बन जाती है, उन्हें पता ही नहीं चलता.
हाल ही में छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर चौकी अंतर्गत प्रार्थिया ने पुलिस के पास शिकायत की कि उसका फर्जी “फेसबुक आईडी” बनाकर अज्ञात व्यक्ति बदनाम करने के लिए लोगों को मैसेंजर के माध्यम से अश्लील मैसेज व उसकी फोटो भेज रहा है. युवती ने इसके लिए ग्राम पंचायत बरती कला के सत्येंद्र नाथ पांडे पर शंका जाहिर की, क्योंकि पूर्व में उस शख्स ने उसके साथ धोखाधड़ी की थी.
छत्तीसगढ़ में घटित कुछ ऐसी ही घटनाएं जो बताती है कि किस तरह आज समाज में या विकृति सामने आ रही है-
प्रथम मामला- राजधानी रायपुर में एक व्यक्ति ने कुछ महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक बनाएं और लोगों को आकर्षित करने लगा. सामाजिक विद्वेष फैलाने का काम इतना पुरजोर हो चला कि सामाजिक विद्वेष फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया.
दूसरा मामला- राजनांदगांव में एक संभ्रांत युवती के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर अश्लील फोटो अपलोड करने के आरोप में एक शख्स जेल चला गया. पुलिस के अनुसार वह युवती से प्रेम करता था और विकृत मानसिकता का था.
तीसरा मामला- छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी बिलासपुर के करबला में एक शख्स ने एक महिला का फर्जी आईडी फेसबुक बनाया महिला को जानकारी मिलने पर पुलिस में शिकायत के पश्चात उस पर कार्रवाई की गई.
ऐसे ही कितने मामले इन दिनों प्रकाश में आ रहे हैं जो यह बताते हैं कि “सोशल मीडिया” के इस समय काल में लोग किस तरह कानून को अपने हाथों में लेने का अपराध कर रहे हैं और “कानून का डंडा” उन पर कैसे बरस रहा है.
बदनाम करने के ध्येय का फल
कुछ लोग स्वयं को बहुत चतुर समझते हैं और सोचते हैं कि वह कानून को अपने हाथ में लेंगे तो उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इसी मानसिकता और नासमझी के कारण अक्सर लोग कानून को अपने हाथों में ले लेते हैं. आजकल सोशल मीडिया में इसका प्रयोग ज्यादा हो रहा है. लोग आपसी दुश्मनी- खुन्नस भांजने के लिए आमतौर पर फेसबुक का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे ही घटना छत्तीसगढ़ में घटित हुई चौकी वाड्रफनगर में उपरोक्त अपराध पर विवेचना करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के निर्देशन व एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल के नेतृत्व में टीम गठित कर साइबर सेल की मदद से पतासाजी करते हुए अंततः आरोपी सत्येंद्र नाथ पांडये को धर दबोचा.
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पुलिसिया पूछताछ मे आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने फर्जी आईडी बनाकर युवती को बदनाम किया. जिस पर चौकी वाड्रफनगर में अपराध क्रमांक 87 2020 धारा 354 क भादवि और 66, 67 व 67 क आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपी सतेंद्र नाथ पांडेय को जेल भेज दिया . सबसे सोचनीय बात यह है कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी जिले के थानों में प्रकरण दर्ज हैं. यहां यह कहना भी समीचीन होगा कि यह अपराधिक प्रकरण बताते हैं कि लोगों को सावधान हो जाना चाहिए और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कदापि नहीं करना चाहिए.