कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पहला भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें- पति का टिफिन पत्नी का हथियार: भाग 1

खबर पा कर राजीव के पिता धर्मवीर सिंह, भाई उपेंद्र , पत्नी शिखा समेत अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गए. चिकित्सकों ने बताया कि राजीव कुमार को 4 गोलियां लगी हैं. उन की जान तो बच जाएगी लेकिन खून ज्यादा बहने के कारण उन के शरीर में फंसी चारों गोलियों को निकालने में वक्त लगेगा.

इस वारदात को सब से पहले कंपनी के 2 कर्मचारियों योगपाल और शुभम ने देखा था. लिहाजा सब से पहले पुलिस ने उन से ही पूछताछ कर घटना की जानकारी ली. उन से पूछताछ के बाद राजीव के परिजनों से पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ. जिस के पास जो भी जानकारी थी सबने पुलिस को दे दी.

लेकिन न तो कंपनी का कोई कर्मचारी और न ही कोई परिजन ये बता सके कि राजीव पर ये हमला किसने किया अथवा जान लेने की कोशिश किसने की. परिजन ये भी नहीं बता सके कि राजीव की किसी से कोई रंजिश थी. पुलिस के आला अधिकारियों ने अस्पताल के बाद घटनास्थल का भी निरीक्षण किया.

ये भी पढ़ें- किसानों के साथ ऐसे हो रही ठगी!

बिल्डर और वहां काम करने वाले दूसरे कर्मचारियों से भी पूछताछ की लेकिन कोई भी घटना के पीछे के कारणों या फिर राजीव की किसी से रंजिश के बारे में जानकारी नहीं दे पाया. इंसपेक्टर मुनीष प्रताप सिंह को अब तक की छानबीन से इस बात का आभास जरूर हो गया था कि बदमाशों ने जिस तरीके से घटना को अंजाम दिया, उस से लगता था कि वे पेशेवर हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
  • 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
  • चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप
  • 24 प्रिंट मैगजीन

डिजिटल

(1 महीना)
USD4USD2
 
सब्सक्राइब करें

सरस सलिल सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरस सलिल मैगजीन का सारा कंटेंट
  • 1000 से ज्यादा सेक्सुअल हेल्थ टिप्स
  • 5000 से ज्यादा अतरंगी कहानियां
  • चटपटी फिल्मी और भोजपुरी गॉसिप
 
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...