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सौजन्य- मनोहर कहानियां

डिंपल उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं थी. उस का कहना था कि अब वह कहां जाएगी. मेहताजी के चक्कर में उस की जिंदगी बरबाद हो रही है. जबकि मेहताजी से उस ने खुद को कुंवारी बता कर मौजमजे के लिए संबंध बनाने की बात कही थी. लेकिन अब पता चला कि वह शादीशुदा है.

मेहताजी, डिंपल और उस के पति के झगड़े का तमाशा देखने के लिए वहां तमाम लोग इकट्ठा हो गए थे. सभी की सहानुभूति डिंपल के कथित पति और डिंपल के प्रति थी. सभी सारा दोष मेहताजी पर मढ़ रहे थे. वहां इकट्ठा लोग भी यही कर रहे थे कि जब डिंपल का पति उसे रखने को तैयार नहीं है तो मेहताजी को उसे अपने साथ ले जाना होगा.

शोरशराबा सुन कर वहीं पास ही रहने वाले एनसीपी के नेता नटवरभाई उर्फ नटुभाई ठाकोर भी अपने शागिर्दों के साथ वहां आ गए थे. पूरी बात सुनने के बाद पहले तो उन्होंने डिंपल के कथित पति से बात की, उस के बाद डिंपल से बात की.

मेहताजी को धमकाया जाने लगा

फिर उन्होंने मेहताजी को एक किनारे बुला कर कहा, ‘‘मेहताजी, अब आप को डिंपल से शादी करनी होगी. अगर शादी नहीं करोगे तो वह तुम्हारे ऊपर रेप का मुकदमा दर्ज करा देगी. उस के बाद तुम्हारा क्या हाल होगा, शायद यह बताने की जरूरत नहीं है. और

अगर उस से छुटकारा पाना चाहते हो तो एक काम करो. उसे इतना पैसा दे दो कि वह अकेली रह कर भी अपनी गुजरबसर कर ले.’’

यह सुन कर मेहताजी के तो होश ही उड़ गए. अगर डिंपल उन पर रेप का मुकदमा कर देगी तो उन की बदनामी तो होगी, जिंदगी भी बरबाद हो जाएगी. डिंपल के पास उस के साथ शारीरिक संबंध बनाने के सबूत भी थे.

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