कहते हैं जघन्य अपराध कभी छुपता नहीं है, खास तौर पर हत्या. यह एक ऐसा गंभीर अपराध है जो हत्यारे की जिंदगी को तबाह कर देता है हत्या का आरोपी जिंदगी भर तिल तिल कर पश्चाताप अथवा भय से मरता रहता है.

अगर कानून और पुलिस से बच भी जाए तो यह अपराध उसे माफ नहीं करता और एक न एक दिन उसे सजा अवश्य मिलती है. ऐसा ही एक सच्चा घटनाक्रम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर घटित हुआ है. पुलिस को युवक की हत्या की गुत्थी को सुलझाने में 10 साल लग गए. आखिरकार उसे 10 साल बाद अपने अपराध की सजा मिल ही गई. देखिए! क्या और कैसे घटनाक्रम बदला. दरअसल,  पुलिस हत्या की फाइल तक बंद कर चुकी थी. लेकिन आखिरकार अब नया सुराग मिलते ही पुलिस ने हत्या के आरोप में दो आरोपीयों को गिरफ्तार कर सजा दिलाई है. तथ्य सामने आया है कि आरोपी ने अपने "अवैध संबंध" को छुपाने के लिए युवक की हत्या की थी. लेकिन उसने बातों में आखिरकार दस साल बाद इसकी जानकारी अपने दोस्त को  दे दी और बात पुलिस तक पहुंच गई. इस तरह एक दोस्त ने ही कानून की मदद कर अपने अपराधी दोस्त को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.

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सर कुचल कर हत्या

10 साल पहले जनवरी 2011 में राजधानी रायपुर के खरोरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति की हत्या हुई थी.  ग्राम कोसरंगी  में पुलिस को लेखराम सेन नाम के व्यक्ति की खेत में लाश मिली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उसकी हत्या बेल्ट से गला दबाकर और सिर कुचलकर की गई थी. पुलिस इस अंधे कत्ल को सुलझाने की भरसक कोशिश की मगर जब कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस ने केस को खत्म कर दिया . लेकिन एक दिन अचानक पुलिस को 10 साल बाद सुराग मिला और आरोपी का राज खुल गया.

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