प्यार के जाल में फंस कर आज भी बहुत से नौजवान लड़केलड़कियां जेल की सलाखों में बंद हैं. आएदिन प्यार के फेर में पड़ कर लड़केलड़कियों की हत्या तक कर दी जाती है.

जब एक नौजवान लड़का और लड़की किसी तरह आपस में मिलते हैं, तो वे दोनों बहुत से सपने देखते हैं. लेकिन ज्यादातर प्रेमियों के सपने पूरे नहीं होते. ऐसे सपनों की सचाई भी अलगअलग होती है.

राकेश एमएससी तक पढ़ालिखा था. 10वीं क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की अंजू को वह ट्यूशन पढ़ाता था. थोड़े ही समय में वह उस लड़की से इश्क करने लगा. अंजू भी मान गई. दोनों साथ जीनेमरने का सपना देखने लगे. स्कूल, पार्क, रैस्टोरैंट में दोनों का लगातार मिलना जारी रहा.

इस दौरान राकेश के मातापिता ने दूसरी जगह लड़की देख कर उस की शादी तय कर दी. ज्यों ही यह बात अंजू को मालूम हुई, वह राकेश पर दबाव बनाने लगी, ‘‘अगर तुम ने उस लड़की से शादी की, तो मैं जहर खा कर जान दे दूंगी.’’

राकेश को अपने भरोसे में ले कर अंजू बोली, ‘‘हम लोग यहां से किसी दूसरी जगह भाग चलते हैं.’’

अंजू अपने पिता की अलमारी से 50 हजार रुपए निकाल कर ले आई. दोनों नई दिल्ली के लिए चल दिए.

उधर अंजू के मातापिता ने अपनी बेटी के अपहरण का मामला लोकल थाने में दर्ज करा दिया. पुलिस छानबीन करने लगी.

मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उन दोनों को नई दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया.

अंजू का मैडिकल टैस्ट कराया गया. जांच में उस के साथ जिस्मानी संबंध बनाने की तसदीक हो गई.

राकेश के ऊपर अंजू को अगवा करने और उस का बलात्कार करने का मुकदमा चला. उसे अदालत ने 8 साल की सजा सुनाई. वह आज भी जेल में बंद है.

इसी तरह की दूसरी घटना है. इलैक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग कर चुके अमित कुमार का बैंगलुरु में कंप्यूटर ट्रेनिंग सैंटर था. ट्रेनर के रूप में उस ने एक लड़की को बहाल किया था. उस का नाम शबाना था. दोनों एक ही जगह पर रह कर काम कर रहे थे. दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं. धीरेधीरे ये नजदीकियां प्यार में बदलने लगीं और उन्होंने शादी करने का मन बना लिया.

अमित ने अपने मातापिता के सामने उस लड़की से शादी करने की बात कही, पर दोनों के बीच धर्म आडे़ आने लगा. अमित के मातापिता किसी भी शर्त पर दूसरे धर्म की लड़की के साथ अपने बेटे की शादी करने को राजी नहीं थे.

इस शादी के लिए शबाना के मातापिता भी तैयार नहीं थे. दोनों ने शहर छोड़ने का फैसला लिया और अहमदाबाद चले गए. शबाना के मातापिता ने मुकदमा कर दिया. जल्दी ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया और अमित को जेल भेज दिया गया.

रमता अपने गांव के ही साथ में पढ़ने वाले संजय से प्यार करती थी. कभीकभी रात में मौका पा कर दोनों आपस में जिस्मानी संबंध बना लिया करते. वह पेट से हो गई. इस की जानकारी ज्यों ही लोगों को हुई, उन्होंने रमता की हत्या कर लाश गांव के एक कुएं में फेंक दी.

पुलिस को पता चला, तो जांच के दौरान सचाई जब सामने आई, तो उस के परिवार वालों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. सामाजिक मुद्दों की जानकारी रखने वाले कृष्णा सिंह का कहना है कि अगर लड़का या लड़की आपस में प्यार करते हैं, तो सोचसमझ कर करें. इस में दोनों के मातापिता और घर वालों की रजामंदी होना जरूरी है, नहीं तो बाद में बड़े अपराध तक हो जाते हैं.

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