जवाब: देखिए, सिंगल पैरेंट बनना किसी को भी अच्छा नहीं लगता है. मैं सिंगल पैरेंट तलाक की वजह से नहीं बनी. लिहाजा, मैं सिर्फ इतनी सलाह देना चाहूंगी कि जितना हो सके, परिवार के साथ रहना. पूरे 28 साल बाद फिल्मों में वापसी करने के लिए आप ने फिल्म ‘सरोजिनी नायडू’ को ही क्यों चुना? मुझे चुनौती से भरे किरदार निभाना पसंद है. जब मुझे यह औफर आया, तो मैं मना नहीं कर पाई.

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