येन मूवीज ए स्‍क्‍वायर प्रोडक्‍शंस, धर्मराज फिल्‍म्स और जे के एम फिल्‍म्स बैनर के तले बनी इस फिल्म में 1983 में पहली बार की क्रिकेट विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा रहें पूर्व क्रिकेटर और पूर्व सांसद कीर्ति आजाद प्रमुख भूमिका में हैं. फिल्‍म के निर्देशक  योगेंद्र सिंह हैं, जबकि इसके निर्माता आर के जलान, सोनू झा और विशाल तिवारी  हैं.

फिल्म के सह निर्माता यूसुफ शेख है. भोजपुरी फिल्मों के मसहूर विलेन देव सिंह भी फिल्म में दमदार अभिनय करते हुए नजर आ रहें है. वह अपनी पहली बौलीवुड फिल्म को लेकर खासा खुश नजर आ रहें हैं. उन्होंने बताया की फिल्म का नाम किरकेट है न की क्रिकेट. जो बिहार क्रिकेट टीम में हावी राजनीति को लेकर बनाई गई है.

ये भी पढ़ें- पारिवारिक संबंधों के तानेबाने में बुनी भोजपुरी फिल्म विवाह का ट्रेलर लौंच

देव सिंह ने बताया की इस फिल्म का एक डायलौग '11 बिहारी इकट्ठा होते हैं वहां क्रिकेट टीम नहीं, राजनीतिक टीम बन जाती है' बिहार क्रिकेट के हालात को दर्शाता है. फिल्म में कीर्ति आजाद और देव सिंह के आलावा सोनम छाबड़ा, विशाल और प्रीतम नें इस फिल्म में भी निगेटिव किरदार निभाया है. उन्हें इस फिल्म में अपने किरदार को लेकर काफी मेहनत करनी पड़ी है. देव सिंह फिल्म में विकेट कीपर बल्लेबाज के रूप में नजर आ रहें हैं. जब की देव सिंह रियल लाइफ में बौलर रहें हैं, और क्रिकेट उनका पसंदीदा खेल भी है.

लेकिन इस फिल्म में अपने किरदार से इतर उन्होंने कभी भी  विकेट कीपिंग नहीं की है. लेकिन फिल्म में अपने किरदार को लेकर उन्होंने विकेट कीपिंग के लिए खूब पसीना बहाया है. देव सिंह का मानना है की यह फिल्म बिहार क्रिकेट के साथ दूसरे राज्यों के खिलाडियों के उनके खोये सम्मान को वापस दिलाने में मददगार साबित होगी. अभिनेत्री सोनम छाबडा इस फिल्म में एक पत्रकार के रूप में नजर आ रहीं है.
फिल्म में कीर्ति आज़ाद खिलाडियों के हक़ के लिए लड़ते हुए दिखाई देंगी. पहले क्रिकेट और बाद में राजनीति के बाद अब वह फिल्म अभिनेता के रूप में दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने जा रहीं हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 महीना)
USD2
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...