‘आई एम आई’ यानी कि भारतीय संगीत उद्योग ’द्वारा आयोजित ‘‘डायलॉग इंडियन म्यूजिक कौन्क्लेव’’ के भव्य समारोह में प्रसिद्ध लेखक, गीतकार, कवि और ‘आई पी आर एस’ के अध्यक्ष जावेद अख्तर को भारतीय संगीत उद्योग के ‘‘पर्सन औफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जावेद अख्तर को यह पुरस्कार ‘सोनी म्यूजिक इंडिया’ के अध्यक्ष श्रीधर सुब्रमण्यम और आईएमआई के चेयरमैन सेगुर स्टेन, को- फाउंडर चेयरमैन सिरे रिकॉर्ड्स के हाथों दिया गया.
इस भव्य समारोह में जावेद अख्तर के संबंध में औस्कर विजेता संगीतकार ए आर रहमान व फिल्म निर्माता करण जोहर सहित कई हस्तियां के संदेश ‘औडियो वीज्यूअल्स’ के माध्यम से उपस्थिति लोगों को सुनाया गया.
इसी समारोह में ‘सारेगामा’ के मैनेंजग डायरेक्टर विक्रम मेहरा और ‘युनिवर्सल म्युजिक ग्रुप इंडिया’ के दक्षिण एशिया के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ देवराज सान्याल ने फिल्म निर्माताओं और संगीत जगत को एक साथ इकट्ठा करने के लिए जावेद अख्तर को पुल का काम करने के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि, ‘‘उद्योग की सफलता और सुधार के लिए एक साथ काम करने के प्रयास में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है. उनके प्रयासों से लेखकों की संगीत जगत में भूमिका सुनिश्चित हुई.’’
आई एम आई के अध्यक्ष श्रीधर सुब्रमण्यम ने कहा कि, ‘‘यह पुरस्कार जावेद साहब के उत्कृष्ट नेतृत्व को सम्मानित करता है, जो उद्योग को अब बड़ी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने और विस्तार करने के लिए अनुमति देगा.’’
पुरस्कार गृहण करते हुए जावेद अख्तर ने कहा- ‘‘निर्माता संगीत उद्योग का एक अनिवार्य हिस्सा था और रचनाकारों की शक्ति संगीत उद्योग की ताकत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकती है. प्रौधोगिकी द्वारा उत्पन्न चुनौतियां गंभीर हैं. यह पुरस्कार न केवल मेरी पहचान है, बल्कि यह उद्योग में सभी हितधारकों के लिए एक मान्यता है.’’
टाइम्य म्यूजिक और आईपीआरएस के सीओओ मंदार ठाकुर ने कहा- ‘‘जावेद साहब का नेतृत्व केवल ‘आईपीआरएस’ तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरा फिल्म उद्योग उसे स्वीकार करता है. बेहद सकारात्मक और निर्माणवादी भूमिका के परिणास्वरूप सभी हितधारकों को एक जगह इकट्ठा करने का जो सफल प्रयास जावेद साहब ने किया है, उसी को मान्यता देने के तहत उन्हें ‘म्यूजिक पर्सन ऑफ द इयर पुरस्कार’ से सम्मनित किया गया.’’
‘युनिवर्सल म्यूजिक ग्रुप औफ़ इंडिया’ के दक्षिण एशिया के एमडी व सीईओ देवराज सान्याल ने कहा- ‘‘जावेद साहब के अनुकरणीय नेतृत्व के चलते संगीत क्षेत्र के सभी हितधारकों को बेहद सकारात्मक बिंदु पर लाया गया. भारतीय संगीत उद्योग को इस महान तालमेल का लाभ उठाना चाहिए.’’
ज्ञातव्य है कि ‘आईएमआई’ (इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री) शीर्ष संगीत उद्योग संघ और आईएफपीआइ (इंटरनेशनल फेडरेशन औफ फोनोग्राम इंडस्ट्रीज) और भारत में प्रमुख रिकॉर्ड संगीत उद्योग निकाय का एक सहयोगी है.
जबकि ‘आईपीआरएस’ भारत की एकमात्र पंजीकृत कौपीराइट सोसायटी है, जो साहित्यिक कार्यों और संगीत कार्यों के संबंध में व्यापार करने और लाइसेंस देने के लिए अधिकृत है. जिसमें साउंड रिकौर्डिंग या सिनेमैटोग्राफ फिल्मों के हिस्से के रूप में इन कार्यों को देखा जाता है.