लेखक- शंकर जालान
देश की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले कोलकाता शहर में पान की एक ऐसी दुकान है, जहां एक पान की कीमत 1,001 रुपए से ले कर 5,001 रुपए तक है.
कालेज स्ट्रीट के पास बंकिम चटर्जी स्ट्रीट पर तकरीबन 83 साल पुरानी कल्पतरु भंडार नामक एक दुकान है. यहां 5 रुपए से ले कर 5,001 रुपए तक की कीमत के पान बिकते हैं. इस दुकान की मशहूरी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुकान से इधरउधर एक किलोमीटर दूर से पूछने पर कोई भी शख्स ग्राहकों को इस दुकान तक पहुंचने का रास्ता बता देता है.
वैसे तो पान की चर्चा होते ही आम लोगों को बनारस की याद आती है और हिंदी फिल्म ‘डौन’ का गीत ‘खइके पान बनारस वाला…’ जबान पर आता है, लेकिन पान के शौकीनों को साल 1935 में खोली गई कल्पतरु भंडार दुकान याद आती है. वहां कम से कम 5 रुपए से ले कर 5,001 रुपए तक का पान बिकता है.
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इस दुकान पर कल्पतरु स्पैशल पान (सोना वर्क) 5,001 रुपए, कल्पतरु स्पैशन पान (चांदी वर्क) 1,001 रुपए, बादशाही पान 501 रुपए, बनारस रुचि पान 101 रुपए, मन मतवारा पान 51 रुपए, दिलखुश पान 21 रुपए, मुख विलास पान 11 रुपए और मुखरंजन पान 5 रुपए में मिलता है.
इस के अलावा इस दुकान पर ग्राहक की जेब के हिसाब से परीक्षा उत्तीर्ण पान, नौकरी प्राप्त पान, सम्मान प्राप्त पान, चुनाव फतेह पान, सगाई पान, शादी पान, सुहागरात पान व हनीमून पान बिकते हैं.
एक सवाल के जवाब में दुकान के मालिक श्यामल दत्त ने बताया कि कल्पतरु भंडार में बिकने वाले पान में कई ऐसी खूबियां हैं, जो इसे दूसरी पान की दुकानों से अलग पहचान दिलाती है. यहां जिस क्वालिटी का मसाला और सुपारी इस्तेमाल की जाती है, वैसी कहीं दूसरी जगह नहीं मिलती है. पान में डाला जाने वाला मसाला घर में बनाया जाता है.
श्यामल दत्त का दावा है कि कल्पतरु भंडार के पान कई नामचीन हस्तियों ने खाए हैं, जिन में प्रमुख हैं पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर जाकिर हुसैन, पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर वीवी गिरि, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी. इन के अलावा पूर्व सेना प्रमुख सहित कई राज्यपाल, कई मुख्यमंत्री, बौलीवुडटौलीवुड के लोकप्रिय कलाकार, मशहूर संगीतकार, गीतकार से ले कर बड़ेबड़े साहित्यकारों तक ने न केवल कल्पतरु भंडार का पान खाया है, बल्कि तारीफ भी की है.
श्यामल दत्त ने आगे बताया कि उन के यहां का पान खाने से मुंह लाल नहीं होता और पीक थूकने की जरूरत नहीं पड़ती. और तो और बगैर फ्रिज में रखे कई दिनों तक पान के स्वाद में कोई फर्क नहीं पड़ता. कल्पतरु स्पैशल पान में नेहरू पत्ती, डौलर सुपारी, कश्मीरी टैबलेट, मेवा सुपारी, दूध सुपारी, गुलाब सुपारी, लखनऊवी सौंफ, छुआरा सुपारी, मेगुनी इलायची, स्पैशल मावा, केसरानी, ड्राई कत्थाचूना का इस्तेमाल होता है. इस पान को सोने के वर्क में 5,001 रुपए और चांदी के वर्क में 1,001 रुपए में बेचा जाता है.
इस के अलावा दूसरी तरह के पान में इस्तेमाल होने वाले मसाले देश की अलगअलग जगहों से मंगवा कर घर पर ही तैयार किए जाते हैं.
आईसी सुपारी, चांदी सुपारी, लच्छा सुपारी, छुआरा सुपारी, बनारसी सौंफ, मिल्की, टाका सुपारी, कश्मीरी टैबलेट, लौंग, इलाइची वाले पान 11 से 101 रुपए तक में बेचे जाते हैं. अलगअलग दाम वाले पान में अलगअलग मसालों का इस्तेमाल होता है.
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यह बिकने वाले पान में 15 से 20 रुपए की सिर्फ सुपारी और 30 से 35 तरह के मसालों का इस्तेमाल होता है. मीठा पत्ता वे ओडिशा के भुवनेश्वर से मंगाते हैं और उन के यहां के पान देश के कई राज्यों के अलावा विदेशों में भी जाते हैं.
श्यामल दत्त ने बताया कि आजादी के पहले साल 1935 में अंगरेजी हुकूमत के दौरान उन के पिता राधा विनोद दत्त ने यह दुकान खोली थी. उस दौरान आसपास एक भी पान की दुकान नहीं थी, देखते ही देखते उन का पान लोकप्रिय हो गया. उसी दौरान पिताजी ने सोच लिया था कि बिलकुल अलग स्वाद वाला पान लोगों को खिलाएंगे, सो घर पर कच्चे मसाले व सुपारी मंगा कर वे इसे खास तरीके से तैयार करते थे.
साल 2001 में दुकान के संस्थापक यानी श्यामल दत्त के पिता की मौत हो गई. तब पेशे से इंजीनियर श्यामल दत्त ने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे कर पिता की विरासत संभाली.
58 साल के श्यामल दत्त कहते हैं कि उन्हें सरकारी नौकरी छोड़ने का कोई गम नहीं है, बल्कि पान बेच कर पिता का नाम रोशन करने की खुशी है. पिता ने उन से एक ही बात कही थी, ‘बेटा, सत्य पर रहना, गलत मत करना. अपनेआप आगे बढ़ोगे.’
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श्यामल दत्त अपने पिता की इस सीख को मान रहे हैं और मिठास के इस धंधे में आगे बढ़ रहे हैं.
पान के नाम और कीमत
कल्पतरु स्पैशल पान (सोना वर्क) : 5,001 रुपए
कल्पतरु स्पैशल पान (चांदी वर्क) : 1,001 रुपए
बादशाही पान : 501 रुपए
बनारस रुचि पान : 101 रुपए
मन मतवारा पान : 51 रुपए
दिलखुश पान : 21 रुपए
मुखविलास पान : 11 रुपए
मुखरंजन पान : 5 रुपए